दूसरी मंजिल पर शी जियांग का कमरा था। उसे अच्छे से याद था, उसकी याददाश्त के कारण, शी शियाए को कमरा जल्द ही मिल गया| जब वह जा रही थी, तो कुछ नौकरों ने उसे गलियारे में देखा और वे चौंक गये, लेकिन शियाए ने उन्हें नज़रअंदाज कर दिया।
शी जियांग के कमरे के बाहर, शी शियाए दरवाजे पर कुछ वक़्त खड़ी रही, फिर अंत में दस्तक देने के लिए उसने हाथ उठाया| हालाकि, कुछ समय तक दस्तक देते हुए अंदर से कोई जवाब नहीं आया तो वह दरवाज़े को धकेलते हुए अंदर चली गयी|
पूरे कमरे में अँधेरा लग रहा था। शियाए दरवाज़े पर कुछ देर खड़ी रही, उसने अपनी आँखों के आगे अँधेरा छाया हुआ पाया, फिर उसने कमरे में ठीक से देखा तो उसकी नज़र फ्रेंच खिड़कियों के सामने सोफे पर पड़ी|
कुछ सोचते हुए वह सावधानी से चलने लगी| सही था, सोफे पर उसने शी जियांग को देखा, जो अपनी आँखें बंद करके सो रहे थे|
उनका बीमार शरीर, सफेद बालों से थोड़ा मुरझाया हुआ और फीके से लग रहा था| वह जिस हिसाब से साँस ले रहे थे उसकी आवाज़ भी सामान्य नहीं लगी, उनका पूरा अस्तित्व हवा में जलती हुई मोमबत्ती के समान था, वह कभी-कभी रोशनी दे रही थी, कभी-कभी बुझ रही थी, जैसे कि कभी भी उनके मरने की संभावना थी।
जब उसने उन्हें उस तरह पाया, तो वह तुरंत उदास महसूस करने लगी,जैसे उसके गले से कड्वापन उतर रहा हो| उसके सीने में दर्द - सा उठने लगा, पीछे मुड़ कर वह उस एहसास के कड़वे घूँट को पी गयी|
उसके कुछ समय बाद, उसने अपने हाथ से समान को नीचे रख दिया और सोफे पर से कंबल ले लिया, और उन्हें ढंकने लगी| हालाकि, जैसे ही वह वहाँ से उठने वाली थी, उसके कानों में शी जिनयांग की थकी हुई आवाज़ सुनाई दी|
"मैंने सोचा था तुम इस बार भी वापस नहीं आओगी |"
जब शियाए ने यह सुना तो वह हल्का-सा चौंक गयी| वह शी जियांग को देखते हुए कुछ पल रुकी और कहा,"मैं बस आपको देखना चाहती थी,जन्मदिन मुबारक हो, दादाजी!"
"मेरा पहले से ही एक पैर कब्र में है, मुझे इन बातों से कोई फ़र्क नहीं पड़ता| पिछले कुछ सालों से, मैं तुम्हें बहुत याद करता रहा हूँ, यह अच्छा है कि तुम वापस नहीं आयीं..."
शी जियांग सोफे की बांँह को जकड़ते हुए बहुत तनाव के साथ उठे। जब शी शियाए ने उनके कमजोर प्रयास को देखा, तो उसने जल्दी से उन्हें पकड़ लिया। पोती और दादा की जोड़ी फिर सोफे पर बैठ गई।
"मुझे माफ कर दो।" शी शियाए ने अपना सिर झुकाते हुए बोला| ये बुजुर्ग जो उससे बहुत प्यार करते थे उनके सामने पहले ही उसने अपना सिर झुकाते हुए माफी मांँग ली|
"मैं तुम्हें दोष नहीं देता, उन बातों में तुम्हारी भी कोई गलती नहीं थी| क्या तुम अभी भी मुझे दोषी मानती हो हान यिफेंग के मामले में, मैं तुम्हारी कोई मदद नहीं कर सका?" शी जियांग की नज़रें अचानक शी शियाए पर टिक गईं जिसने अपना सिर झुका रखा था|
शी शियाए थोड़ी देर के लिए चुप हो गयी,फिर निराश होते हुए हल्का-सा मुस्कुरायी और अपना सिर उठा लिया| दो खाली प्यालों में पानी भरने के लिए झुकते हुए बोली,"मुझे पता है कि आपके पास आपके कारण है,और सच कहुँ तो, मैं अपनी खुशी के लिए किसी और पर कैसे भरोसा कर सकती हूंँ?"
यह कहते हुए शी शियाए ने सांँस ली और एक कप शी जियांग को सौंप दिया। एक घूँट लेते हुए, उसकी टिमटिमाती आँखों ने दूर की उदासीनता को उजागर कर दिया फिर उसने कहा,"मैंने बहुत कोशिश की है, दादाजी ...लेकिन कुछ फ़र्क नहीं पड़ता मैं कितनी भी कोशिश करूँ, अगर वह मेरा नहीं है, तो वह मेरा नहीं है। किसी और को या अपने आप को भी समझा दूँ, लेकिन मैं उसे नहीं समझा सकती|" जैसा कि शी जियांग ने उसकी बात सुनी, उनकी आँखों में दया और प्यार साफ दिखाई दे रहा था|
उन्होंने बहुत प्यार से कहा, "उदास मत हो, शियाए! तुम बहुत कुछ अपनी माँ की तरह हो, मेरी बात सुनो, तुम्हें इससे भी कही ज़्यादा काबिल व्यक्ती मिलेगा|"
फिर, उसने धीरे से शी शियाए की पीठ थपथपाते हुए पानी पी लिया| जैसे कि उसे अचानक कुछ याद आया, उसने शी शियाए को देखते हुए कहा, "अच्छा, मैंने यूईइंग के बारे में सुना है। तुम्हारी दादी ने मुझे बताया कि यह मुद्दा थोड़ा पेंचीदा है ..."
जब उन्होंने यह कहा, तो शी जियांग कुछ रुक से गये जैसे उन्हें जारी रखने के लिए कुछ कठिनाई हो रही हो| लंबे समय तक इस पर विचार करने के बाद, उन्होंने कहा, "तुम्हारी दादी ने कहा कि हान यिफेंग इस मामले को संभालने में मदद करने के लिए तैयार हो सकते हैं, लेकिन पहली शर्त यह है कि तुम्हारी बहन को इस घर की इकलौती वारिस होना चाहिए। इसका मतलब है कि तुम्हें अपने वारिस होने का हक़ शिशिई को देना पड़ेगा|"
जब उसने शियाए को यह बताया वह तुरंत तन गयी, वह शी जियांग को देखने के लिए पलटी, उसकी आँखें में बहुत सारी भावनाएँ भर गईं। सदमा, निराशा, उदासी और यहांँ तक कि दर्द भी...
"ठीक है, तो आप क्या सोचते हैं? आप मुझसे क्या उम्मीद करते हैं कि मुझे अपने अधिकार सौंप देने चाहिए, या आप उम्मीद करते हैं कि मैं दृढ़ रहूँगी और नहीं स्वीकारूँगी ? मुझे याद है कि जब मेरे पिता और माता का तलाक हुआ था, तो उसकी भरपाई के लिए माँ को 20 प्रतिशत यूयेयिंग के शेयर प्राप्त हुए, भले ही उसने कभी इसकी परवाह नहीं की थी| आज तक, उस कांट्रॅक्ट को काम में नहीं लाया गया| दादी को खुद को इस बारे में स्पष्ट मालूम है, या नहीं? "
शी शियाए कड़वाहट में मुस्कुरायी|
"शियाए, मुझे आशा है कि तुम इस झंझट में नहीं पड़ोगी| अब जब यूयेयिंग पहले ही खंडहर बन चुका है, तो तुम भी इसे संभाल नहीं पाओगी, भले ही यह तुम्हें सौंप दिया जाए तो भी| मुझे उम्मीद नहीं छोड़ना चाहिए, मुझे मालूम है तुम इन बातों की परवाह नहीं करतीं, मैं बस उम्मीद कर रहा था कि तुम रह ... "
बैम!
शी जियांग अपनी बात ख़त्म करें उसके पहले, बंद दरवाजा अचानक खुला| डेंग वेनवेन ने सख्त और अड़ियल तरीके से अंदर कदम रखा, और उनके पीछे शी शिशिई आ गयी|
"क्या अब तुम यह भी भूल गयीं कि दरवाज़े पर कैसे दस्तक देते हैं?"शी जियांग थोड़ा नाखुश हो गए, फिर भी डेंग वेनवेन उनके पास से गुज़रते हुए कुछ आगे चले गये|
"बहन, तुम यहाँ हो!"
शी शिशिई की प्रसन्न और कोमल आवाज सुनाई दी, वह खूबसूरत महिला जिसने गुलाबी रंग पहना था, झूम उठी थी। एक हल्की सुगंध-सी थी, और इससे पहले कि शी शियाए प्रतिक्रिया दे पाती, शी शिशिई ने उसे अपने गले लगा लिया|
"मुझे सही में चिंता थी,लगा था की तुम नहीं आओगी| कभी-कभी ऐसा दिन आता है जब पूरे परिवार का पुनर्मिलन होता है| यदि तुम नहीं आते तो,तो दादाजी को उनका जन्मदिन व्यर्थ लगता, है ना, दादाजी?"
शी शिशिई ने एक प्यारी-सी मुस्कान के साथ धीरे से हँसते हुए अपने मधुर स्वभाव में कहा| शी शियाए ने उसे गंम्भीरता से देखते हुए, अपनी बांँह खींच ली और उसे जवाब देने की जहमत भी नहीं उठाई। इस समय, देंग वेनवेन पहले उसके हाथों में दस्तावेज लेकर बैठी हुई थी|
"यूएइंग के बारे में, मुझे यकीन है कि तुम्हारे दादाजी ने तुम्हें समझाया है। शियाए, मुझे उम्मीद है कि तुम थोड़ी अकल्मंद बन सकती हो|इस पर हस्ताक्षर करो , जब तुम इस पर हस्ताक्षर करोगी, हम इसके हिसाब से तुम्हें मुआवज़ा देंगे। नहीं तो,अगर तुम जोर भी लगा दोगी तो भी यूयेयिंग तुम्हारा नहीं होगा, जो हिस्सा तुम्हें विरासत में मिला है, वह तो दूर की बात है| और, हो सकता है तुम्हें ऋण की बड़ी राशि लेने की भी आवश्यकता पड़ सकती है| हम सिर्फ तुम्हारे लाभ के लिए ऐसा कर रहे हैं। "
डेंग वेनवेन ने दस्तावेज और एक कलम को शी शियाए के सामने फेंक दिया।
"क्या साइन करूँ? दादी, युइंग के बारे में ..."
शी शिशिई ने डेंग वेनवेन को हैरानी से देखा, उसकी खूबसूरत आँखें भ्रम से भर गईं।
"शी शिशई, इसका तुम्हारे साथ कोई लेना-देना नहीं है। मुझे शियाए के साथ कुछ चर्चा करनी है, भोज नीचे जल्द ही शुरू होने वाला है। यिफेंग शायद नीचे है, तुम पहले नीचे जाओ, मैंने सुना कि यिफेंग ने तुम्हारे लिए कुछ अच्छा सोचा हुआ है जिससे तुम्हें आश्चर्य होगा|"
डेंग वेनवेन ने प्यार से मुस्कुराते हुए शी शिशिई को देखा|
जब उसने सुना, तो शी शिशिई के चेहरे पर तुरंत एक समझदारी भरी मुस्कान दिखाई दी, और उसने अपना सिर हिलाया और कहा, "ठीक है फिर, मैं पहले जाती हूँ, दादी, बहन आप लोग जल्दी नीचे आओ। असल मैं, दादाजी, आज रात का जश्न आपके लिए है, सही है ना ?!"