Chapter 41 - म्यू यूकेन,मुझसे शादी करोगे?

सुबह के आकाश में जो बदल दिखाई दे रहे थे वह अब गायब होते नज़र आए, खिली हुई धूप ढलती हुई नज़र आई और ठंडी हवा चलने लगी| एक काले रंग की कार धीरे-धीरे सीमेंट की सड़क पर पहुंच गई और जल्द ही सड़क के किनारे रुक गई। कार का दरवाजा खुला और एक गौरवपूर्ण आदमी यात्री सीट से उतरा। उसने सिल्वर सूट पर सिल्वर लंबा काला कोट डाला हुआ था| उसने आसमान में हल्की धूप को देखते हुए सड़क के किनारे एक बेंच पर बैठ गये|

"मुझे दक्षिण नदी के दस्तावेज लाकर दे, मैं आपका यहा इंतेज़ार करूगा आप उपहार देकर आए|" "जी मास्टर!" आह मो ने तेजी से मु यूकेन को उसके ब्रीफकेस से दस्तावेज लाकर दिए| फिर, उसने उपहार उठाया और पश्चिम पार्क के पिछले दरवाजे की ओर चल पड़ा| उन्हें इसके बाद कार्यालय वापस जाना था| जैसे ही उसने सड़क पार करी, दरवाजा अचानक से अंदर की ओर से खुल गया। "निर्देशक शी!" आह मो हैरान रह गई।

अचानक आती आवाज से शी शियाए चोंक गयी, उसने अपना सिर उठाया और देखा अह मो उसके सामने खड़ा था। कुछ पल खोई हुई रहने के बाद,उसने आभार प्रकट किया "नमस्ते!" "निर्देशक शी, क्या हुआ? आप इतनी कमजोर क्यों दिख रही हों?"

शी शियाए ने काँपते हुए अपना हिल हिलाया, शियाए बस वहा से निकल जाना चाहती थी बिना कुछ कहे तभी उसके दिमाग़ में एक ख्याल आया| उसने आह मो को देखते हुए पूछा, "क्या म्यू यूकेन भी यहाँ है?"

अचंभित होते हुए उसने सिर हिलाया और पलटते हुए निश्चित दिशा में देखा। शी शियाए ने उसका इशारा समझा और उसने देखा म्यू यूकेन सामने बेंच पर बैठकर कुछ दस्तावेज पढ़ रहे थे|

सुनहरे सूरज ने उसके चारों ओर करुणा का हल्का सा रंग फेला दिया था, उस वक़्त, वह बहुत फ़ासले पर और कल्पनामेय लग रहा था। शी शियाए ने अपने दर्दनाक घाव को अपने जॅकेट के नीचे कसकर दबा लिया था और बिना किसी हिचकिचाहट के सड़क पार कर रही थी| वह आशा कर रही थी की वह किसी ऐसे व्यक्ति को खोजे जो उसके इस नाजुक गौरव की रक्षा करे और उसे गिरने से पहले संभाल ले| म्यू यूकेन ने देखा कि एक धुंधली छाया धीरे-धीरे उसके पास आ रही है और उसके दस्तावेजों पर पड़ने वाली धूप को रोक रही है, कदमो की आवाज़ करीब आती जा रही थी, इसलिए उसने अपना सिर थोड़ा सा ऊपर उठाया और देखा कि एक जोड़ी पैर की करीब आ रही है।

कुछ कदम पहले रुककर शी शियाए ने अपना जख्म कसकर पकड़ लिया था और म्यू यूकेन को लालसा से देखने लगी...कुछ हल्का सा याद आया की कल यूकेन ने शियाए को क्या कहा था- अगर आपको बुरा ना लगे तो, मुझसे शादी कर लो| मेरी पत्नी बनो। ग्लोरी वर्ल्ड की प्रमुख महिला, इस तरह, आप जीवन में आगे बढ़ सकती है|

"इस पर हस्ताक्षर करें। जब आप इस पर हस्ताक्षर करेंगे तो, हम आपको उसके अनुसार मुआवजा देंगे ..."

"आपकी माँ ने पहले ही उन्हें इसके बारे में बता दिया है और उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया है।

शिशिई, क्या तुम मुझसे शादी करोगी?"

"शियाए, मास्टर क्यूई शी परिवार के विशेष अतिथि है। मास्टर क्यूई को सैर के लिए बाहर ले जाएं,"

"मैं सिर्फ सच कह रही हूं। क्या हमारा परिवार ऐसा हो गया है तो इसकी वजह यह नहीं है?"

फिल्म के रील की तरह उसके दिमाग में फिर से सब बातें दोहराने लगी, उसे घुटन महसूस हुई और अंत में उसने अपनी थकी हुई आँखों को बंद कर लिया और एक गहरी साँस लेते हुए, अपनी आँखें खोलीं और म्यू युकेन को देखा जिनकी नज़र अभी भी दस्तावेजों पर केंद्रित थी| कुछ सोचते हुए थकी आवाज़ में कहा, "मु यूकेन, चलो शादी कर लेते हैं?"

म्यू यूकेन आश्चर्य में पड़ गये,जब उन्होने शियाए की भारी हुई आवाज़ सुनी| उसने उसे तुरंत नहीं देखा, लेकिन उसके हाथो में दस्तावेज़ थे , उन्हे थोड़ा जकड़ लिया।

शी शियाए उसे दृढ़ता से रही थी,यह देखते हुए कि उसकी गहरी आँखें और गहरी होते जेया रेआई थी| उसका चेहरा फीका पड़ रहा था, क्यूंकी उसके घाव को दबाते हुए उसकी छाती में दर्द बढ़ते जा रहा था|

अचानक, शांत म्यू यूकेन ने अपनी आँखें दस्तावेज़ों से हटा लीं और उसे देखने लगा| दस्तावेजों को बंद करते हुए शियाए की और चला,और वह दस्तावेज़ उसको थमा दिए|

शी शियाए घबरा गयी, पीछे मुड़ते हुए दस्तावेज़ को पकड़ा और पूछा "तुम कहाँ जा रहे हो?" म्यू यूकेन ने डूबते हुए सूरज को देखा और उसकी गहरी आवाज नर्म हों गयी| "चलो चलते है, सिविल मामलों का ब्यूरो जल्द बंद हनी वाला है|" उसकी बात सुनकर शी शियाए का दिल थम गया| वह केवल यह समझने में सक्षम थी कि उसने क्या कहा|

उसे अपने सीने में एक गर्माहट महसूस होने लगी, जैसे उसने यूकेन को देखा और उसके शब्द अपने आप खो गये| अचानक, उसने महसूस किया की सारे दर्द से रहट मिल गयी| जबकि, वह नागरिक मामलों के ब्यूरो तक पहुंचने के लिए उसके पास पर्याप्त समय नहीं था| उसकी नज़रो के आगे अंधेरा छा रहा था, उस समय म्यू यूकेन को लगा कि कुछ अजीब है। उसने शी शियाए पर तीखी नज़र डाली और तुरंत ध्यान गया कि उसके साथ कुछ ठीक नहीं है| शी शियाए, जिसने हिम्मत रखी हुई थी, धीरे-धीरे हार रही थी| म्यू यूचेन ने उसके लड़खड़ाते शरीर को पकड़कर पूछा, "क्या हों रहा है तुम्हारे साथ?"

शी शियाए ने उसके हाथ को हटा दिया जिसने उसके घाव को दबा रखा था, म्यू युकेन को देखते हुए, उसके खूनी हाथ से उसकी कॉलर को पकड़ लिया क्यूंकी उसकी आवाज़ धीमी होती जेया रही थी| स्वाभाविकता से उसकी आँखें फटने लगीं और उसने अपनी आँखें झपकाई यूकेन पर ध्यान केंद्रित करने के लिए|

"याद है ... तुमने जो कहा था ... मैं तुमसे शादी करूँगा। अभी ... शादी करो ... अभी ..."

यह बोलते हुए वह अंधेरे में डूब गयी, आख़िरकार और ना सहते हुए ,वह बेहोश हों गयी|

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