Chapter 44 - लाल डायरी (1)

फिर से कमरे में शांति छा गयी| शी शियाए ने बंद दरवाजे की ओर देखते हुए उसके दिमाग में सब धुँधला सा नज़र आने लगा| जब म्यू यूकेन ने दवा का पर्चा खोलकर उसको दवाईया दी तब जाकर उसे होश आया|

"वे चले गए हैं। आप क्या देख रही हों? कल सुबह तक वह शादी का प्रमाण पत्र भेज देंगे। यह दवा ले, आप जल्द ही ठीक हो जाएगी|"

उसकी गहरी आवाज अपनेपन की गर्मास से भारी हुई थी| शी शियाए ने अपना सिर उठाया और उसे निहारने लगी, यूकेन की काली आँखों ने शियाए को चिंतित देखा, और दवाईया लेने से पहले वह थोड़ा रुक गई। "क्या आप मुझसे पुछोगे नहीं की क्या हुआ था?"यूकेन की आँखों में आँख डालते हुए बोली|

म्यू युकेन एक पल के लिए हिचकिचाया, फिर उसने पानी का गिलास शियाए को सोपा और हँस दिया। "एक चाकू से कंधे पर वार हुआ था| क्या आप चाहती है कि मैं आपसे पूछूं कि क्या उस समय तुम बहादुर थी? या अगर मुझे लगता है कि आप शक्तिशाली हों?" उसे सुनकर शियाए हेरनी में पड़ गयी| "आप इसके बारे में पहले से ही जानते हैं?" मु युकेन ने कुछ नहीं कहा| उसने कागज के एक टुकड़े को कूड़ेदान में फेंक दिया। दरअसल, जब वह बेहोश थी, तो ली सी ने उसे सब कुछ बता दिया था जो भी उसे मालूम हुआ था| म्यू यूकेन को कम या ज़्यादा मालूम था की आखिकार भोज में हुआ क्या था|

शी शियाए अपनी निगाहें नीचे कर ली जब यूकेन को चुप पाया| एक गहरी साँस लेते हुए, उसने पानी के साथ दवाई ले ली ताकि कड़वाहट को निगल ले| "मैंने कभी उम्मीद नहीं की थी की आप इन परिस्थितियों में भी सहमत हों जाओगे| मैं ..."

उसके अंदर कई तरह की भावनाएँ चल रही थीं,पर यूकेन ने हमेशा उसकी ज़रूरत पर मदद करी है इस बात के लिए वह हमेशा आभारी रहेगी| "मुझे क्यों नहीं करना चाहिए?" यूकेन ने पूछा, उससे खाली गिलास लेते हुए| "मैंने तुमसे कहा था कि मुझे एक शादी की ज़रूरत है, और अगर तुम्हे बुरा नहीं लगता है तो, मैं स्वाभाविक रूप से तुम्हें अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार करना चाहता हूँ|" अचानक, म्यू यूकेन ने अपना सिर घुमाया, उसकी आँखें रात के समय जैसी गहरी लग रही थीं, जब भी वह शियाए को देखता था| उसकी आवाज में ईमानदारी छलक रही थी| "जिस वक़्त शादी के अनुबंध पर आपने अपने नाम का हस्ताक्षर किया, उस वक़्त से आप मेरी पत्नी हों| किसी हालत में मैं पछतावा नहीं कर रहा|"

पछतावा नहीं कर रहा?

क्या उसे पछतावा भी होगा?

किस बात का पछतावा?

हालांकि कोई बुरी बात नहीं है,उसने अतीत में सोच लिया था कुछ भी हों जाए पर पीछे मुड़कर नहीं देखेगी| शायद यह उसके लिए नया मौका था नये रास्ते ढूँढने का|

बहुत सालों तक एक ही मुद्दे से जूझते हुए वह सचमुच थक सी गई थी। हो सकता है, किसी से शादी करने से,अपने खाली घर लौटने पर हर बार घुटन का अहसास होने से बच जाए| कम से कम, वह जीत गयी और उन लोगो से पहले शादी कर ली| उसने हमेशा चाहा था की वह अपने ज़िद्दी अभिमान की रक्षा कर सके। सबकुछ की नयी शुरुआत है, यह होना था…

शी शियाए ने अचानक अपना सिर उठाते हुए एक खूबसूरत चेहरे की मुस्कान देखी| उसकी आँखों ने उसे सच्चे आभार से देखकर कहा,"धन्यवाद, म्यू यूकेन, मैं आपकी पत्नी बनने की पूरी कोशिश करूगी|""

शियाए की मुस्कान देखते ही यूकेन के चेहरे पर उत्साह दिखने लगा, उसकी आँखों में गंम्भीरता दिखी जब उसने पलटकर मुस्कुराया और यूकेन जो कम मज़ाक करते है फिर भी शियाए को बोले "मुझे अपनी पत्नी के दृढ़ संकल्प पर विश्वास है।"

उसकी बातें सुनकर शी शियाए अपनी हंसी नहीं रोक सकी, "मुझ पर विश्वास करने के लिए धन्यवाद, श्रीमान म्यू, लेकिन मुझे अभी भूख लग रही है, क्या श्री म्यू कुछ खाना जाकर ला सकते हैं? बस पानी से मेरा पेट नहीं भर रहा |" उसने बेड के पास टेबल पर खाली गिलास को इशारा करते हुए बोला| पूरे दिन जो कुछ भी हुआ, उसने कुछ भी नहीं खाया था। आधी रात हो चुकी थी और स्वाभाविक रूप से उसे भूख लगी थी|

म्यू यूकेन ने अपनी भौंहे उठाते हुए उसकी ओर देखा, उसके पतले होंठ मुसकरा रहे थे, "मैने अह मो को आपके लिए दलिया लेनी भेजा है| डॉक्टर ने कहा कि आपका घाव गहरा है और अगले कुछ दिनों तक आपको सावधान रहना पड़ेगा"| जैसे ही यूकेन ने अपना वाक्य पूरा किया, दरवाजे पर एक दस्तक हुई, आह मो के हाथों में दो विशाल बैग थे।

"मास्टर! निर्देशक शी, आप जाग गयी! मास्टर, दलिया तैयार है, मैं आपके लिए भी कुछ खाना लाया हूँ| आपने रात का खाना भी नहीं खाया, कृपया कुछ खाएं!"

आह मो ने बिस्तर के सामने टेबल पर बैग रखे, वह एक थर्मल कंटेनर को बाहर निकाला और बेडसाइड की ओर चला गया। एक कटोरा निकलते हुए उसमें दलिया डाल दिया|

"थैंक यू, आह मो!"

शी शियाए ने आह मो को धन्यवाद दिया और फिर म्यू यूकेन को देखने के लिए अपना सिर झुका लिया। "मैं कल अस्पताल से छुट्टी चाहती हूँ क्योंकि यह एक छोटा सा घाव है, अगर मैं इसका ध्यान रखूँ तो यह ठीक हों जाएगा| शियाए को अस्पताल की एंटीसेप्टिक की गंध बिल्कुल पसंद नहीं है, जब भी वह बीमार होती थी, तो उसे यह सहना पड़ता था| वह कभी अस्पताल में कदम नहीं रखती जब तक की कोई ज़रूरी आवशकता ना हों| अस्पतालों में हमेशा उसे घुटन होती थी ,जिससे उसे डर था की वह वापस कैसे आएगी...

"डॉक्टर ने कहा है कि आपको एक या दो दिन रुकने की जरूरत है और केवल तब ही छोड़ेगे जब आपका घाव ठीक हों जाए| फिर आप सीधे मेपल निवास आ सकती हों, मैं आह मो को बोलता हूँ आपका सारा समान पेक कर देगा|" उस आदमी की आवाज कोमल थी| उसकी चुभती आँखों से शी शियाए के दिल में असामान्य भावना चलने लगी|

" रहने दो, मैं वास्तव में ठीक हूं। मैं अपार्टमेंट वापस जाना चाहती हूं और मैं यहां नहीं रहना चाहती हूँ, मुझे कल भी काम पर जाना है।" उसका सिर दर्द होने लगा जैसे ही उसने दक्षिण नदी परियोजना के बारे में सोचा। उसे अस्पताल में सिर्फ खाना और सोना नहीं था उसकी बजाय कुछ करना चाहती थी| और, उसका घाव वैसे भी गंभीर नहीं था, इसलिए कोई समस्या नहीं होनी चाहिए|

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