दरवाजे के बंद होने की आवाज से पूरे अध्ययन कक्ष में एक बार फिर से खामोशी छा गई। एक भयानक, दमघोटू माहौल ने जैसे कमरे पर हमला कर दिया हो|
डेंग वेनवेन अपनी तेज और धमकाने वाली आंँखों ने शी शियाए को सीधे घुरे जा रही थी, जो चुपचाप बैठी थी| उसके बात करने का तरीका बहुत सख़्त था| "यह यूएइंग के मुद्दे को हल करने का एकमात्र तरीका है। अब, यूएइंग की फंडिंग ख़त्म हो रही है, यह शी परिवार का दिल और खून है। क्या तुम वास्तव में इसे ऐसे ही नष्ट होते देखना चाहती हो ?"
"क्या तुम अच्छी तरह से बातें नहीं कह सकती हैं? तुम्हारे साथ दिक्कत क्या है, इतनी मनमानी क्यूँ करती हो? खों खों ..." उधर ही किनारे पर खड़े, शी जियांग ने डेंग वेनवेन के स्वर को बर्दाश्त नहीं करते हुए कहा , इसलिए गुस्से में, उन्हें तीव्रता से खाँसी शुरू हो गयी।
"मैं सिर्फ सच कह रही हूंँ । अन्यथा, हमारे पास अभी और क्या बेहतर तरीका है? मैंने अपना आधा जीवन इस काम को दिया है और उसे एक दिन मैं ख़त्म नहीं कर सकती हूँ| शी जियांग, क्या आप बस बैठकर यूयेयिंग को गिरते हुए देख सकते हैं? इन दिनों, मैं यूयेयिंग के लिए चारों ओर दौड़ रही हूंँ । क्या आप में से कोई भी मेरे लिए सोच सकता है? और आप अभी भी मेरे ऊपर अत्याचार करने का आरोप लगाते हैं?"
डेंग वेनवेन का प्रकोप शांत हुआ और फिर से उसका स्वर बढ़ गया। "यह मत भूलो कि आप भी इसके लिए सहमत हैं! अन्यथा, शियाए, तुम इनसे पूछ सकती हो!"...
शी शियाए ने उसके सामने दस्तावेजों को देखा, उसकी आँखों को कुछ नज़र नहीं आ रहा था| कुछ समय बाद, उसने धीरे-धीरे अपना सिर उठाकर डेंग वेनवेन की तरफ देखा, और उसके हल्के होंठ थोड़े अलग हुए, उसने आख़िरकार पूछा, "क्या पिताजी को इस बारे में मालूम है?"
"तुम्हारी माँ ने पहले ही उन्हें इसके बारे में बता दिया है और उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया है। शियाए, तुम एक अकल्मंद बच्ची हो, तुम्हें पता होना चाहिए कि कैसे चुनाव किया जाता है| इसके अलावा, तुम्हारी दिलचस्पी फिल्मों और टेलीविजन में भी नहीं है, इसलिए यह तुम्हारे लिए फायदेमंद है।"
डेंग वेनवेन ने इस समय अपने स्वर को कम कर दिया था|
हालाकि, जैसे ही उसने कहा, शी शियाए की छाती तुरंत कस गई। उसे लग रहा था कि अभी-अभी उसके दिल के टुकड़े-टुकड़े हो जाने की आवाज़ सुनाई पड़ी है, क्योंकि अभी-अभी उसे तोड़ा गया था| कुछ समय के बाद, उसने दस्तावेज़ों को देखा ...
"मुआवजे में $ 5 मिलियन ..."
उसने खुद को बोला, फिर दबी हुई हँसी हँसते हुए बोली ,"मुझे कभी नहीं पता था कि मेरे हाथ में जो चीज है वह इतनी मूल्यवान है, अगर मुझे मालूम होता, तो कब की इसे बेच देती ..."
बहुत देर तक चुप रहने के बाद, उसने धीरे से बगल में देखा फिर, उसने महसूस किया कि शी जियांग पहले ही सिर झुकाते हुए खड़े हो गये हैं और उनकी पीठ शियाए की तरफ थी| वह उदासीनता और अकेलेपन में खिड़की से बाहर देख रहे थे|
उसकी आँखें जलने लगीं, दर्द और उदासी की भावना में वह अचानक डूबने लगी, उसने तुरंत वह सोच अपने मन के भीतर रखी, फिर भी वह असहाय थी ...
अंत में, शियाए को लगा कि वह कितनी कमजोर है। पता नहीं कितना समय बीत चुका था, उसकी आँखों की रोशनी धीरे-धीरे राख की तरह मंद हो गई थी जो एक बार फिर जल उठी| वह पेन देखने लगी और काँपते हुए हाथों से अपना नाम लिख दिया|
पॉप!
उसने हाथ में रखी कलम को दूर फेंक दिया ...
डेंग वेनवेन ने सिर हिलाते हुए दस्तावेजों को उठाया और संतोष महसूस किया| "ठीक है, हर कोई, भोज में शामिल होने के लिए नीचे आ जाओ| मेहमान लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं!" और फिर, वह मुस्कुराते हुए दस्तावेजों के साथ बाहर चली गयी|
शी शियाए नज़र मिलाए खड़ी थी, वह जानती थी कि शायद, आज से इस परिवार का उसके साथ कोई लेना-देना नहीं रहा|
वह निराश होकर बैठ गई। भले ही उसे दर्द महसूस हो रहा था,पर यह उसके लिए शायद एक अच्छी बात थी।
"मैं अब जा रही हूँ। ध्यान रखना।"
वह उन्हें छोड़ते हुए निकालने लगी थी,
"बच्चे, दादा तुम्हारे लिए बेहतर चीजें छोड़कर जाएँगे, दुखी मत होना!"
शी जियांग की बूढ़ी आवाज सुनाई दी जिसमें लाचारी झलक रही थी|
शी शियाए चौंक गयी| उसके कदमों को रोकते हुए, उसने इसके बारे में सोचा, फिर मुस्कुरायी और कहा, "कोई ज़रूरत नहीं। मैंने कभी भी आप लोगों से कुछ भी पाने के बारे में नहीं सोचा। मैंने इसकी उम्मीद भी ..."
अंत में, वह चुप रही, सम्मान ना पाते हुए उसने दरवाज़ा खुला रखा और बाहर चली गई।
वह कमरे से बाहर निकली ही थी कि जब उसे तेज हलचल और नरम, मधुर नृत्य संगीत सुनाई दिया। और हल्की-हल्की हँसी के मोती बिखर रहे थे| यह जीविका केवल इन लोगों की है, उस वक़्त उसके पास अंधेरा और दुख था|
शी शियाए ने गहरी सांस ली,आँखें बंद करके तुरंत खोली,और फिर उन सभी भावनाओं को पीछे धकेल दिया जिससे आँसू बह सकते थे| वह पीछे मुड़ते हुए वहाँ से निकल जाना चाहती थी, ऐसा करने पर, उसने डेंग वेनवेन की परिचित काया को उसकी ओर चलते देखा। उसके साथ एक लंबा, सौम्य दिखने वाला आदमी था जिसके साथ दो काले कपड़े पहने अंगरक्षक थे।
गंभीरता से हँसते हुए वह एक अलग दिशा की ओर चल पड़ी|
इस छोर से, सीधे बैंक्वेट हॉल में नीचे पहुँचते हैं, नीचे से चीयर्स सुनकर वह सीढ़ी के अंत में चली गई थी। नृत्य और संगीत अचानक एक रोमांटिक और सुखदायक प्रकाश प्रेम गीत में बदल गया।
उसकी निगाहें भीड़ की वह-वाही पर चली गयी, यह तब था जब उसने देखा कि शुरुआत से डांस फ्लोर पर मौजूद भीड़ डांस करते हुए रुक गयी| उस पल, डांस फ्लोर के बीच में एक बहुत ही चमकदार जोड़ी थी - हान यिफेंग और शी शिशिई की जोड़ी!
नरम रोशनी के नीचे, हान यिफ़ेंग शी शिशिई को कोमलता से देख रहा था| धीरे से अपनी जेब में हाथ डालते हुए एक छोटा, लाल बक्सा निकाला। उसने इसे खोला और उज्ज्वल इंद्रधनुष किरण तुरंत टिमटिमा उठी, उसने शी शिशिई का हाथ खींच लिया और अचानक एक घुटने पर बैठ गया | उसने प्यार से कहा, "शिशिई, क्या तुम मुझसे शादी करोगी?"
हान यिफ़ेंग ने कहा , भीड़ ने तुरंत जश्न मनाया और वे सभी खुशी से चिल्लाए, "कहो! हाँ!"
शी शिशिई हैरान थी। वह विश्वास नहीं कर पाई और अपना चेहरा ढंकने के लिए हाथ उठाया| उसका खूबसूरत चेहरा इस पल खुशी से दमक रहा था क्योंकि उसने ख़ुशी से सिर हिलाया था और वह मौके पर ही रो पड़ी|
हान यिफ़ेंग ने फिर मुस्कुराते हुए रिंग को शी शिशिई की उंगली पर पहना दी फिर, उसने शिशिई को अपने गले लगा लिया| इसके तुरंत बाद, भीड़ में तालियों की गड़गड़ाहट भड़क उठी। यिफ़ेंग ने अपना सिर नीचे करते हुए शिशिई को होंठों पर चुंबन दे दिया,शी शिशिई ने इसे स्वीकारते हुए उसकी बाहों से धीरे से उसकी गर्दन पकड़ ली|
जब शी शियाए ने देखा कि किस तरह उनके चेहरे खुशी से दमक उठे हुए है ...उस पल, उसको लगा बहुत हो चुका, उसे अचानक महसूस हुआ कि उसकी आँखों में जैसे सुइयों चुभ रही हों | तब वास्तव में उसे थोड़ा दर्द हुआ और उसकी टिमटिमाती आँखे तुरंत मंद हो गईं।
हालाकि, वह सिर्फ एक पल के लिए था और उसने गहरी साँस ली और उसकी नज़र सामान्य रूप में लौट आई। उसने गंभीरता से आँखें दूर कर लीं और मुड़ते हुए आगे बढ़ी|
"बहन!"
ठीक उसी समय, नीचे से अचानक रोने की आवाज़ आई, वह पहले से ही जानती थी कि यह आवाज किसकी है,शी शियाए के चेहरे पर गंभीरता वाली मुस्कान छाई हुई थी| न तो उसने अपने कदमों को धीमा किया, न ही उसने लोगों को चलते देखा। अपना सिर नीचे करते हुए सबसे गुज़रते हुए आगे बढ़ रही थी|