आख़िरकार कुछ पल बाद सू नान ने लंबी साँस ली और शी शियाए को छोड़ा| ठीक उसी समय, शी शियाए ने भी धीरे से चश्मे को उतारा और जेब में डालने के लिए अपना हाथ उठाया।
"क्या हुआ तुम्हारे हाथ को?
सु नान ने तीखी नज़रों ने देखा कि शी शियाए के हाथ में पट्टी बंधी हुई है| बारीकी से देखने के लिए उसने जल्दी से उसका हाथ अपनी तरफ खींच लिया। जा़हिर है, उसकी आँखों में उत्सुकता और चिंता थी। शियाए ने मुस्कुराते हुए सु नान को कंधे पर थपथपाया, और वह हँसते हुए बोली "चिंता की कोई बात नहीं है, उस पर बस थोड़ी-सी चाय झलक गयी थी| मैंने अस्पताल जाकर इस पर पट्टी लगवा ली है|
"जल गया|"! क्या यह गंभीर है? तुम इतनी लापरवाह क्यों हो!?" सु नान ने दुःखी होकर उसे एक गम्भीर नज़र से देखा, फिर उसने उसके हाथ को फिर से देखा| जब उसने शियाए को होंठ सिकुड़ते हुए देखा उसने शियाए को धीरे से जाने दिया और एक बार फिर उसे उसकी ग़लती के लिए दोष दिया|
"चलो वापस चलते हैं और पहले कुछ खाते है मैंने पहले ही रात के खाने के लिए रिज़र्वेशन्स करा दिए हैं| तुम्हारी उड़ान बहुत लंबी थी मुझे यकीन है कि तुम्हें भूख लगी होगी|" शी शियाए ने नाटकीय तरह से कहा तो उसने सु नान की गुस्स्सेल नज़रें नहीं देखीं। उसके मुंँह को टेढ़ा करते हुए वह समान लेने नीचे झुकी जो सू नान ने फर्श पर फेंक दिया था|फिर उसने सू नान को छोटा बैग उठाकर दिया| सु नान ने सिर हिलाया और शियाए के हाथ से बैग ले लिया। "अगर तुम नहीं बोलती तो मुझे महसूस नहीं होता की वास्ताव में मुझे कितनी भूख लगी है| विमान में फास्ट फूड खाने लायक नहीं था। एक समूह के साथ यात्रा करना बोरिंग है! सौभाग्य से,मैं आधे रास्ते में भाग गयी और अपने आप से फ्रांस और अन्य सभी देशों का दौरा किया। बहुत सारी दिलचस्प चीजें भी हुईं। मुझे कुछ सुंदर, गोरे-बालों वाले, नीली आंँखों वाले लड़कों के बारे में पता चला। मैं तुम्हें उनके बारे में और बाद में बताऊंँगी , और उनसे मिलवाऊंँगी, मैंने विशेष रूप उन्हें तुम्हारे लिए चुना है और उनके बारे में सारी बातें एक मोटी फाइल में जमा की हैं! "
जैसा कि सु नान ने कहा, उसने अपने बैकपैक से एक मोटी नोटबुक निकाली और कहा "मैं तुम्हें बता रही हूंँ कि मैंने इसे बहुत लगन से जमाया है। और अगर तुमने हिम्मत भी की इसे बर्बाद भी करने की तो मेरी तुम्हारी दोस्ती ख़त्म, सुना न तुमने मुझे|"
शी शियाए ने पलटते हुए मोटी नोटबुक देखी और फिर खुद को रोक नहीं पाई और सू नान से मोटी नोटबुक छिन ली| शी शियाए का सिर दुखने लगा और उसने लाचार होकर पूछा " अब यह मत कहना की तुम पूरे टाइम यह सब तैयार कर रही थीं?
सु नान ने खिंचते हुए नोटबुक को गले लगा लिया जैसे कि वह उसका बच्चा हो। "बेशक, यह तुम्हारे भविष्य की खुशी से जुड़ी है। मैं इसे हमेशा दिल में रखूंँगी , यह मेरे दिल का खून है। यदि तुम मेरी मेहनत के फल का अनादर करने की हिम्मत करोगी तो फिर मुझसे बचकर रहना|"
शी शियाए ना चाहते हुए अपना सिर उसके हाथों पर रख लिया, "सु नान, क्या तुम जानती हो कि रुआन हेंग पागल हो जाएगा तुम्हें तलाशते हुए |वह तुम्हारे बारे में पूछने के लिए दिन में पांचँ से अधिक बार मुझे फोन करता है, और तुम ... मैं वास्तव में नहीं जानती तुम्हें क्या बोलूँ|"
शी शियाए के साथ खुलकर वह कुछ बोलने ही वाली थी की फोन बजने लगा| उसने उसे बाहर निकाला और उसे अनलॉक कर दिया, फिर उसने इसे सु नान को दिखाया,भौंहे उठाते हुए बोली," तुम ही उसको बता दो|"
सु नान ने मुँह बनाते हुए फोन ले लिया। बंद करने से पहले उसको देखा और फिर शियाए को फोन वापस दे दिया |"भूल जाओ उसे अपने आप में चिंतित रहने दो| आज रात, मुझे किसी से मिलने जाना है,मैं किसी के कॉल का जवाब नहीं दे रही हूंँ!" फिर, उसने अपना बैग उठाया और आगे चलने लगी|
शियाए अपना सिर हिलाते हुए उसका सामान लिया और उसके पीछे चलने लगी|
अभी एयरपोर्ट से बाहर निकले ही थे कि एक ठंडी हवा के झोंके ने उनके कपड़ों उड़ाए | शियाए ने कैब को बुलाने के लिए हाथ बाहर निकाला, फिर उसने सामान कार में डाल दिया। जब वह अंदर जाने वाली थी, तो सु नान ने अचानक उसे पीछे से हल्का-सा खिंच लिया और धीरे से कहा, "शियाए, वहाँ देखो!"
...
"क्या हुआ?"
शियाए सु नान को देखने के लिए पलटी, तब उसे एहसास हुआ कि उसका साफ चेहरा पीला हो गया था और वह आगे की ओर देख रही थी। जब उसे महसूस हुआ शी शियाए उसी को देख रही है, तो उसने शियाए की तरफ देखा और उसकी आँखों में चिंता झलकने लगी। शी शियाए घबराई हुई सी थी फिर उसने बेपरवाही से ठंडी बारिश में उस दिशा की ओर देखा जहाँ पर सु नेन की नज़र केंद्रित थी,|
उस वक़्त मानो जैसे दुनिया थम-सी गयी हो और उदासी भरी शांति छा गयी हो| सु नान ने जल्दी से शियाए को पकड़ लिया। जैसे वो पलटी, उसके चेहरे के आगे अंधेरा - सा छा गया था| उनके ठीक आगे कुछ मीटर की दूरी पर, एक शानदार रोल्स रॉयस के बगल में, एक उँचा और लंबा आदमी कार के पास फोन पर बात कर रहा था| आदमी का ठोस चेहरा था। उसकी तेज भौंह के नीचे गहरी आँखें, एक नुकीली नाक और पतले होंठ थे। उसने एक सुंदर सा, सिल्वर-ग्रे, ब्रांडेड सूट पहना था। उसकी हर हरकत से उसका निराला अंदाज़ झलक रहा था| उसके पास शनेल ब्रांड की लेटेस्ट सफेद वसंत की ड्रेस पहने एक लड़की खड़ी थी।
उसके सुंदर हल्के सुनहरे और थोड़े घुंँघराले, लंबे बाल उसके कंधों पर गिर रहे थे| उसके चमकदार और तेजस्वी छोटे से चेहरे पर कोमलता का संकेत दे रही थी| उन लंबी, सुडौल भौंहें और उसकी आँखें जिनमें चमक थी, उसके पतले होंठों को और सुंदर बना रही थी जिससे उसके आसपास को और प्रभावशाली बना रही थीं | उसी वक़्त, उसने अपने हाथों से धीरे से आदमी की आस्तीन खींच ली, जबकि वह आदमी उसे देखते हुए अपनी फोन पर बात ख़त्म कर रहा है| उनकी जोड़ी सर्वश्रेष्ठ लग रही थी,और काफ़ी लोग उन्हें ईर्ष्या से देख रहे थे|
"येफेंग, मेरी मांँ ने पहले से ही एम्पेरोर होटेल में रिज़र्वेशन्स कर दिया है, चाचा और चाची हान पहले से ही ऊधर पहुँच गये होंगे, इसलिए हमें सीधे वहीं जाना चाहिए क्योंकि पहले से ही बहुत देर हो चुकी है।"शी शिनईई ने धीरे से हान यिफेंग की बाहें पकड़ ली| उसकी कोमल आवाज ठीक पुल के नीचे से बहते पानी की तरह थी, धीरे-धीरे किसी के कानो में जा रही थी। हान यिफ़ेंग ने अपना फोन रख दिया और शिनईई को देखने के लिए मुड़ गया। फिर, उसके सुंदर चेहरे ने थोड़ा सा सिर हिलाए जाने से पहले कोमलता प्रकट की। "ली हाई, सामान वापस विला में ले जाएँगे ,हम सीधे चलते हैं।"
शी शिनईई खुश होते हुए मुस्कुरायी| "मम्म, लेकिन हमारी इतनी लंबी उड़ान थी और मैं काफी थकी हुई हूँ| रात के खाने के बाद, हम आराम करने के लिए पहले घर चलेंगे|तुमको इतना थका हुआ देखकर, तुम जानते हो कि मुझे चिंता होती है|"
हान यिफ़ेंग ने धीरे से हँसते हुए उसकी पतली कमर को अपनी और खींच लिया| शी शिनईई के चेहरे पर रुझाने वाली हँसी आयी और हल्के से परो के टिप उठाते हुए उसने चुंबन दे दिया|
"बदचलन औरते सिर्फ़ छल करना जानती है"
यह एक बहुत ही परिचित आवाज थी!
शी शिनईई चौंक गयी, उसने झट से अपना सिर आवाज़ की ओर किया। सु नान की हल्की परछाई उसके हाथों से पार हो गई थी, जबकि साफ और गोरा चेहरा तिरस्कार से भरा था। उसकी आँखों में छल भरा हुआ था| बेपरवाह होते हुए उसने उनको ऐसे देखा जैसे कोई जोकर खड़ा हुआ हो|
"सु नान, यह तुम हो!"
शी शिनईई का कोमल-सा चेहरा आश्चर्यचकित रह गया| वह आगे बढ़ने ही वाली थी कि सु नान के आवभाव ने उसके कदमों को रोक लिया। हान यिफ़ेंग को देखने लगी जैसे उसने उसका कुछ नुकसान किया हो| जबकि हान यिफ़ेंग की आँखें सु नान की उदास भरे चेहरे पर आ रुकी, उसने शी शिनईई को ओर कस कर पकड़ लिया|
"सु नान, क्या तुम विमान में भी थीं ? मुझे लगा कि मैंने किसी और को देखा| हमने एक-दूसरे को इतने लंबे समय से नहीं देखा है। तुम कैसी हो ?" शी शिनईई ने उसे बेमन से पूछा , उसके चेहरे पर चमकती हुई मुस्कान के पीछे कुछ अंधकार सा छाया था|
सु नान ने तिरस्कार की भावना से देखते हुए कहा "मैं अच्छी हूँ। बिल्कुल , मैं अच्छी हूँ | मेरे आसपास कुछ भी घिनोना नहीं है तो निश्चित रूप से में अच्छी हूँ।"
"सु नान, मैं ..."
शी शिनईई कुछ बोल नहीं पाई और अपना सिर नीचे कर दिया|