"क्या?"
"यह छोटा सा आदमी मास्टर मो यांग को ऐसा बोल रहा है?"
"मास्टर ने अपनी भलमानसाहत में इसको एक खजाना चुन कर दिया, और फिर भी यह दावा कर रहा है कि मास्टर इसको बेवक़ूफ़ बनाने की कोशिश कर रहे हैं?"
"कितना बदतमीज़ लड़का है!"
जहाँग वान की बातें सुनकर एक पल को तो भीड़ निःशब्द हो गयी, और फिर उसमें खुसर पुसर चालू हो गयीl
[क्या उस लड़के का दिमाग ठीक है?
मास्टर ने कितनी मुश्किल से चुन कर इसको खजाना दिया और फिर भी वह बोलता है... धोखेबाज, नाटक कर रहा है?]
"तुमने क्या कहा?" शायद, उसने उम्मीद नहीं की थी कि यह युवक ऐसा जवाब देगाl 'मास्टर मो यांग का चेहरा लाल हो गयाl "छोटे मित्र, क्या तुम्हें मेरे बारे में कोई ग़लतफ़हमी हुई है?"
"ग़लतफ़हमी? तुम्हें अच्छी तरह पता होना चाहिए कि मैं क्या बोल रहा हूँl यदि तुम किसी को लूटना चाहते हो तो लूटोl मुझे इससे कोई मतलब नहीं है , और मैं तुम्हारी बात में दखल नहीं दे रहा हूँ! तुम अपने शिकार को धोखा दो, मैं अपनी वस्तु खुद चुन लूँगा, हम एक दूसरे से दूर रहेंl इसलिए, मेरे सामने अपना ये बड़प्पन मत दिखाओ!"
जहाँग वान ने गुस्से से उसे भगायाl
उसे धोखेबाज कभी अच्छे नहीं लगेl फिर भी, अगर सामने वाला उसे परेशान न करे तो भी कोई बात नहीं, वह उस बात को नहीं छेड़ेगाl लेकिन, वह मेरा इस्तेमाल करके , अपनी शेखी बघार रहा है, क्या यह मरना चाहता है!
"इतनी धृष्टता!" मास्टर मो यांग का चेहरा सफ़ेद पड़ गया और उसने अपनी बाजू मोड़ी, उसकी हरकत से सच्चाई झलक रही थीl "मैं 30 साल पहले मूल्यांकक बना था, और मैंने कई लोगों को मुसीबत से बचाया हैl मेरा अन्तःकरण साफ़ है! कभी किसी एक आदमी ने भी मुझ पर ठगने का इलज़ाम नहीं लगायाl यहाँ सब लोग इस बात के गवाह हैं, मैंने कब आप लोगों को ठगा है?"
"मास्टर मो यांग उदार है और जो लोग मुसीबत में होते हैं, वे उनकी मदद करते हैंl ये कैसे धोखेबाज हो सकते हैं!"
यह झूठा युवक, यह ज़रूर मरना चाहता है!"
"मास्टर आप गुस्सा मत होंl आपकी जगह मैं उस आदमी को पाठ पढाता हूँ, ताकि वह भविष्य में झूठ न बोल सके..."
...
केवल कुछ ही शब्दों से 'मास्टर मो यांग' यहाँ सभी लोगों को गुस्सा दिलाने में कामयाब हो गयेl हर कोई जहाँग वान को ऐसे देख रहा था मानो उसने उनके किसी रिश्तेदार का क़त्ल किया होl
"30 साल पहले मूल्यांकक बने हो? अंतःकरण साफ़ है?"
जहाँग वान कुछ न बोल सकाl
[तुम केवल एक छोटे से प्रशिक्षु मूल्यांकक हो, उससे बड़ा बनने के लिए इतनी मेहनत क्यों कर रहे हो?
तुम्हारी चमड़ी तो जितना मैंने सोचा था, उससे भी अधिक बहुत मोटी हैl कोई अचरज की बात नहीं कि तुम्हें लिउज्हू साम्राज्य में धोखेबाज मान कर ढूंढ रहे हैंl न केवल तुम्हारी चमड़ी बहुत मोटी है, बल्कि तुम्हारी बात पलटने की खूबी भी कमाल की हैl]
सबके सामने पोल खुलने पर दूसरे ठग डर जाते हैंl फिर भी, यह आदमी कुशलता से तीर की नोक मेरी ओर कर रहा है, ताकि मैं ही फंस जाऊंl
यदि जहाँग वान के पास लाइब्रेरी ऑफ़ हेवन्स पाथ न हो तो, उसका नाटक देख कर इसे भी शक हो जाए कि कहीं कोई गलती न हुई होl लेकिन, लाइब्रेरी उसके पास है, क्योंकि उसमें लिखा था कि यह ठग है, तो यह पक्का ठग ही है!
"सब लोग, शांत हो जाओ!" यह देख कर कि सब लोगों का गुस्सा फूट रहा है और वह अब आक्रामक हो रहा है, 'मास्टर मो यांग' ने अपना हाथ हिलाया और बोला, "मैं माफ़ करने वाला आदमी हूँl यदि तुमने एक क्षण पहले जो कहा उसके लिए माफ़ी मांगने को तैयार हो, तो मैं बात आगे नहीं बढ़ाऊंगाl नहीं तो, तुम जानते ही हो, जानबूझ कर मेरी बदनामी करने की क्या सज़ा होगी!"
"सज़ा?" जहाँग वान ने अपना सिर हिलायाl "यह पक्का करना कि तुम ठग हो या नहीं और मैं झूठ बोल रहा हूँ या नहीं, बहुत आसान हैl जैसे ही यह लोग अपनी खरीदी हुई वस्तु की बाहरी परत साफ करेंगें, हमें तुरंत नतीजा पता चल जायेगा! यहाँ इतनी फ़ालतू बात करने की क्या ज़रुरत है?"
"साफ़ करें?" लगता है 'मास्टर मो यांग' ने यह समझ लिया था कि यह ऐसी बात बोलेगाl उसने शान्ति से जवाब दिया, "मैंने पहले ही बोल दिया है कि मैं आज रात ही तिआनवान शहर से चला जाऊंगाl जो वस्तु मैंने उनके लिए चुनी हैं, सब बड़ी बड़ी हैं, उनको साफ़ करने में कम से कम आधा दिन लगेगा ताकि उनका असली रूप सामने आ सकेl मेरे पास अभी भी कुछ ज़रूरी काम हैं, और मैं अपना जाना उतनी देर के लिए नहीं रोक सकता! क्यों, क्या तुम यह बोलोगे कि मैं यहाँ इसलिए नहीं रुकना चाहता कि मैं दोषी हूँ, और इसलिए तुम मेरे ऊपर इलज़ाम लगाओगे?"
अब, वह एल्डर अपनी बाहें फैला कर घमंडी सा दिख रहा थाl "मैं, मो यांग, मैंने हमेशा ही एक ईमानदार ज़िन्दगी जी है, इसलिए, कोई कारण नहीं है कि मैं तुम्हारे इलज़ाम से डरूं! लेकिन, मैंने तुम्हें उदारता से एक वस्तु चुन कर दी, और तुम मुझ पर इलज़ाम लगा रहे हो कि मैं तुम्हें ठग रहा हूँl चूँकि तुम्हारे पास कोई सबूत नहीं है, इसलिए यह बदनाम करने की साज़िश मानी जाएगीl क्या तुम्हें एक मास्टर मूल्यांकक की बदनामी करने का परिणाम मालूम है?"
ऐसी बातें सुनकर, जहाँग वान को लगा की अब तक भी वह इसकी बेशर्मी को कम अंक रहा थाl
जैसा कि एक पेशेवर ठग से उम्मीद की जाती है, उसने स्थिति के बदलते ही पीछे हटने का रास्ता पहले से ही तैयार रखा हैl
उसने पहले ही साफ़ बता दिया था कि वह आज रात ही तिआनवान साम्राज्य से चला जायेगा, इस प्रकार बच निकलने का रास्ता पहले से ही तैयार थाl इसके पहले कि जहाँग वान कुछ कहता, उसपर उलटवार हो गयाl अभी, अगर उसने यह बोला कि वह वस्तुओं के साफ़ होने तक रुकने के लिए डर रहा है, तो कोई भी उसकी बात का यकीन नहीं करता!
और... जहाँग वान के पास कोई सबूत नहीं था कि वह धोखेबाज है!
लाइब्रेरी ऑफ़ हेवन्स पाथ का राज नहीं खोल सकता थाl अगर खोल भी दिया, तो यहाँ कोई तो ऐसा होना चाहिए जो उसपर विश्वास करे!
"लड़के, घुटने टेको, और मास्टर से अभी माफ़ी मांगो!"
"तुमने यह कहने की हिम्मत की कि मास्टर ठग है, क्या तुम सोचते हो कि मैं अभी तुम्हारा क़त्ल नहीं सकता?"
"यह धृष्ट आदमी कहाँ से आया , जो मास्टर की सादगी पर शक कर रहा है?"
...
यह देख कर कि 'मास्टर' कितना सच्चा है और इस बात को लेकर कितना क्रोधित हो रहा है, बहुत से लोग तुरंत उसपर विश्वास करने लगे, और बहुत से जहाँग वान को डांटने लगेl
ये लोग एकदम गुस्से में थेl
जिन लोगों को ठगा गया था वेह खुद ही इस बात पर विश्वास नहीं करना चाहते थे कि उन्हें ठगा गया हैl चाहे जो हो जाये, अगर कोई उनके सुन्दर से सपने को तोड़ने की कोशिश करेगा, तो उसका बहिष्कार किया जायेगा और उसको डांट पड़ेगीl
उनके मत से, 'मास्टर मो यांग' एक इमानदार आदमी थे, तो वे ठग कैसे हो सकते हैं?
यह कैसा मज़ाक था!
"चूँकि यह आदमी दावा कर रहा है कि मास्टर ठग हैं, तो यह भी मूल्यांकन में कुशल होगा? यदि तुम इतने सक्षम हो तो, क्यों नहीं तुम हमारे लिए कोई वस्तु चुनते? यदि जो तुम चुनोगे, वह फालतू निकला , तो तुम यह नाटक बंद करना और यहाँ से दफ़ा हो जाना!"
भीड़ में से एक आवाज़ आईl
"बिलकुल, चूँकि, तुमने कहा कि मैं ठग हूँ, और जो वस्तु मैंने तुम्हारे लिए चुनी, तुम वह नहीं लेना चाहते, तो मुझे यकीन है कि तुम भी मूल्यांकन की जानकारी रखते होंगें!"
इस समय, 'मास्टर मो यांग' ने अपना सिर हिलाया और ऊपर देखा, " क्यों न ऐसा करें, मैं तुम्हें एक मौका देता हूँ! हम दोनों एक साथ एक साधारण और छोटी सी वस्तु चुनते हैं, ताकि उसे मूल्यांकन के लिए जल्दी से साफ़ किया जा सके! अगर तुम अपनी चुनी हुई वस्तु से मुनाफा कमा सके तो मैं मान लूँगा कि तुम कुशल हो और बात को जाने दूंगा! लेकिन, अगर तुमने कोई फालतू वस्तु चुनी, तो तुम्हें वह वस्तु खरीदनी होगी जो मैंने अभी तुम्हारे लिए चुनी है, और घुटने टेक कर मुझसे माफ़ी मांगनी होगी!"
"तुम मूल्यांकन के युद्ध में मुझसे प्रतिस्पर्धा करना चाहते हो? कुछ देर पहले, जहाँग वान सबूत पेश करने की दुविधा में थाl लेकिन, उसकी बातें सुनकर, वह थोडा अचंभित हुआ और लगभग हंसने ही लगाl
[यह आदमी पागल है!]
जहाँग वान के पास लाइब्रेरी ऑफ़ हेवन्स पाथ थीl यदि फिर भी वह बोलेगा कि वह मूल्यांकन में दूसरे स्थान पर है, तब तो कोई यह दावा नहीं कर सकता कि वह पहले स्थान पर होगा....[क्या तुम्हें यकीन है कि तुम्हारा सर दो दरवाजों के बीच नहीं आया है?]
लेकिन, उस बात पर कुछ देर विचार करने के बाद , उसे सामने वाले की इस हरकत के पीछे का तर्क समझ आ गयाl
सामने वाले के अनुसार, जहाँग वान अठारह या उन्नीस साल का एक युवक है, तो उसे मूल्यांकन के विषय में क्या जानकरी हो सकती है? उसके अलावा, चूँकि उसने कुछ लोगों को कुछ दिन पहले मुनाफा कमाने में मदद की है, तो उसके पास पहले से ही कोई रास्ता होगाl यदि दोनों एक साथ चुनेंगें, और जहाँग वान ने फालतू वस्तु चुन ली, तो व इस मौके का फायदा उठाकर अपनी इज्ज़त और बढ़ा लेगाl शायद, वह कुछ और बेवकूफों को भी पैसे लगाने को मोहित कर लेl
"क्यों? क्या तुम में चुनौती स्वीकार करने की हिम्मत नहीं है?"
'मास्टर मो यांग ' जहाँग वान को पूरा खा जाने को तत्पर थेl
"ठीक है!" अगर सामने वाले को मज़ा चाहिए, तो जहाँग वान उसे कैसे मना कर सकता है?
"ठीक है, तो फिर पहले मैं करता हूँ!" 'मास्टर मो यांग ' ने अपनी बाजू मोड़ते हुए कहा और वह लम्बे ऊंचे मंच पर लम्बे क़दमों से चलने लगाl वह जल्द ही एक हथेली जितनी वस्तु के सामने रुक गया और उसे उठायाl
यह वस्तु पत्थर की मोटी परत से ढकी हुई थी, इतनी मोटी कि उसके अंदर की वस्तु का आकार भी समझ नहीं आ रहा था, वह कीमती है कि नहीं, यह बता पाना तो मुमकिन ही नहीं थाl
"दुकानदार, इसकी कीमत कितनी है?"
उसको उठाते हुए, 'मास्टर मो यांग ' ने पूछाl
"यह एक छोटी सी वस्तु है और इसमें अधिक प्राण उर्जा भी महसूस नहीं हो रही हैl 200 सोने के सिक्के!" दुकानदार बोला और मास्टर मो यांग के पास गयाl
"ठीक है, किसी को बुलाकर इसे साफ़ करने में मेरी मदद करो!"
पैसे देते हुए, 'मास्टर मो यांग' शांति से बोलेl
"जी!"
दुकानदार ने वस्तु को पकड़ा और कमरे के पीछे भेज दियाl एक क्षण बाद वह बाहर आया, उसके हाथ में एक सोने का मेंढक थाl उत्साहित होकर उसने कहा , "बधाई हो, मास्टरl यह [स्पिरिट होर्नड गोल्डन टोड] की उतारी हुई चमड़ी है!"
"स्पिरिट होर्नड गोल्डन टोड क्या होता है?"
"स्पिरिट होर्नड गोल्डन टोड एक टियर-६ सैवेज बीस्ट हैl उसके पूरे शरीर में सबसे महंगा भाग उसकी चमड़ी ही होती हैl वह अपने पूरे जीवन में केवल एक बार अपनी चमड़ी उतारता हैl यह वस्तु दवाई बनाने में प्रयुक्त होती है और बहुत मूल्यवान है!"
"जैसा कि मास्टर मो यांग से उम्मीद थी, सब वस्तुओं में से उन्होंने खजाना ढूंढ ही लियाl आपकी मूल्यांकन का कौशल कमाल का है!"
...
यह सुनकर कि वह स्पिरिट होर्नड गोल्डन टोड की उतारी हुई चमड़ी है, पूरे कमरे में हल्ला गुल्ला होने लगाl
"बहुत से लोगों को नहीं पता कि यह क्या है, इसलिए तुम इसकी कीमत क्यों नहीं बता देते! जिससे यह और भी अधिक शानदार हो जायेगा!" सिर ऊपर उठा कर मास्टर मो यांग ने अपना अभिनय चालू रखा और शांति से बोलेl
"इस वस्तु की कीमत .....2000 सोने के सिक्के है!" दुकानदार बोलाl
"2000 सोने के सिक्के?"
"२०० सोने के सिक्कों में खरीद कर, एक ही पल में इसकी कीमत 2000 सोने के सिक्के हो गयी? दस गुना मुनाफा?"
"यह बहुत ही अविश्वसनीय बात है!"
"जैसा कि मास्टर से उम्मीद थीl यदि आप एक छोटी सी वस्तु से इतना मुनाफा कमा सकते हो तो, जो बड़ा सा खजाना आज आपने मेरे लिए चुना है, उससे तो मैं मालामाल हो जाऊंगा!"
...
ऐसा नज़ारा देखकर, थोड़ी सी चिंतित भीड़ की आँखें फिर जोश से जलने लगीl
[मास्टर सिर्फ दिखावा नहीं कर रहे है, जैसे वे चलते हैं, उसी से दोनों के स्तर में फर्क समझ आ जाता है!]
"ठीक है, अब तुम्हारी बारी है!"
'मास्टर मो यांग' टकटकी लगाकर कहाl
"मैं..." जहाँग वान ने अपना सिर हिलायाl
यह जानते हुए कि सामने वाला ठग है, उसने बच निकलने के लिए पक्का ही कोई योजना बनायीं होगीl लेकिन फिर भी, उसने यह नहीं सोचा था कि यह योजना इतनी जोरदार होगी!
उसे कम से कम उसके स्तर का ही कुछ चुनना होगाl
"क्या मैं पहले वस्तु चुन सकता हूँ और उसकी कीमत सफाई के बाद दे सकता हूँ?"
आगे आते हुए, जहाँग वान को कुछ याद आया और उसने दुकानदार से कहाl
"बिलकुल नहीं! तुम्हें उसको साफ़ करने से पहले उसके पैसे देने होंगे!यह नियम का ही हिस्सा हैl
नहीं तो, अगर वह साफ़ करने के बाद कोई फालतू वस्तु निकली और तुम उसे नहीं लेना चाहो तो, या फिर वह कोई बहुत ही मूल्यवान वस्तु निकले और मैं उसे न बेचना चाहूँ तो ? ऐसी स्थिति से निपटना मुश्किल होगा!" दुकानदार ने रुखाई से कहाl
ऐसी स्थिति से बचने के लिए, सट्टेबाजी में वस्तु को चुनने के बाद ही उसका पैसा देना होता हैl यह एक प्रकार से एक अनुबंध करने जैसा होता है, इससे कोई भी मुकर नहीं सकताl
"फिर ठीक है..."
नियम बताने के बाद जहाँग वान केवल सिर ही हिला सकता थाl फिर, वस्तुओं की ओर मुडते हुए बिना शर्म के वह बोला, "इस ढेर में से आठ सोने के सिक्कों से कम कीमत की कोई वस्तु बताओ, मैं उन में से चुन लूँगा..."