और झर झर कर बोला" कुछ नही है, उसका कॉन्टैक्ट नम्बर तक नही है। फिर ये प्यार कैसे हो गया!." और फिर कुछ सोचने लगा तभी वो लड़की सचिन से नजर झुका कर बोली" इंस्टाग्राम के मैसेंजर से चैटिंग करता है!." तभी सचिन झट से उस लड़की के तरफ देखा और बोला" उसका प्रोफाइल दिखाओ!." वो लड़की सचिन से नजर मिला कर बोली" अपने प्रोफाइल पे चिरंजीवी का फोटो लगाया है!." सचिन उस लड़की का बात सुन कर गुस्सा हो गया और अपने बाइक पे जाकर बैठ गया। फिर उस लड़की की तरफ देख कर गुस्सा से बोला" फिर मारो यही पे हम चलते है!." तभी वो लड़की सचिन का पैर पकड़ कर बैठ गई और रोने लगी। फिर सचिन बोला" तुम्हारे पास उसका कोई प्रूफ नही है फिर तुम कैसे उसको खोजोगी!." वो लड़की रोते हुए बोली" हम उसको नही देखे है, लेकिन हम उसे बहुत प्यार करते है हम उसके बिना नहीं जी सकती हूं। अगर तुम्हे मदद नहीं करना है तो मत करो लेकिन प्लीज मुझे स्टेशन पहुंचा दो हम खुद चली जाऊंगी!." सचिन उस लड़की का बात सुन कर इमोशन मैं आ गया।( सचिन को भले किसी लड़की से प्यार नहीं था लेकिन सचिन प्यार का परिभाषा को अच्छे से जानता था सचिन किसी से प्यार करना भी नही चाहता है लेकिन कौन जानता है खुदा का मंजूरा)। और फिर उस लड़की से पूछा" तुमको पूरा यकीन है की वो आएगा तुम्हे ले जाने के लिए!." वो लड़की अपनी आंसु को पोंछ कर बोली" हूं,मुझे पूरा यकीन है की वो जरूर आएगा!." सचिन उस लड़की का बात सुन कर बोला" ठीक है, में तुम्हारा मदद करूंगा।लेकिन सच जानने के लिए तुम्हे मेरे साथ 15_20 दिन रहना होगा!." वो लड़की सचिन का बात सुन कर इतमीनान से बोली" कैसा सच?.!" सचिन उस लड़की से बोला" आरे मेरा मतलब की, यहां से एक दिन का रास्ता है। अगर वो जब आ जायेगा तो हम तुम्हे वहा ले चल कर छोड़ देंगे। बोलो मंजूर है!." वो लड़की कुछ देर शांत रही कुछ नही बोली तो सचिन उस लड़की से बोला" क्या सोच रही हो,मंजूर है!." वो लड़की मुड़ी हिला कर बोली" हूं,ठीक है । पर हम रहेंगे कहा!." सचिन बोला" कोई बात नही हम है ना, चलो बैठो!." तभी वो लड़की सचिन से इतमीनान से बोली" एक बात पूछ सकती हूं आपसे!." सचिन इतमीनान से बोला" है!." वो लड़की बोली" आपका नाम क्या है!." सचिन इतमीनान से बोला" वो मेरा नाम सचिन है ऐसे तुम्हारा नाम क्या है?!." वो लड़की बोली" की मेरा नाम नैंसी है!." सचिन नैंसी का बात सुन कर खुश हो गया और बोला" वाव कितना खूबसूरत नाम है!." नैंसी भी बोली" आपका भी तो बहुत खूबसूरत है!." सचिन और नैंसी दोनो बैग लेकर वहा से निकल गया। तभी रास्ता मैं नैंसी बोली" ऐसे कहा लेकर जाओगे मुझे अपने!." तभी सचिन एक बिल्डिंग के पास कार अपना बाइक रोक दिया और नैंसी से बोला" उतरो!." नैंसी बाइक से उतर गई।सचिन नैंसी को देखते हुए बोला" वो 🎐 बेल बजाओ!." नैंसी जाकर और बेल बजा कर खड़ा हो गई और इतमीनान से बोली" सचिन ये घर तुम्हारा है?!." सचिन बोला" नही यहां मेरा एक फ्रेंड रहती है उसी के साथ रहना है तुमको बस कुछ दिनो की बात है!." तभी एक लड़की आकर गेट खोली जिसका उम्र सचिन के बराबर ही होगा। वो सचिन का फ्रेंड थी सुष्मिता जो कोमल की भी फ्रैंड थी। सुमिता अपने गेट से खड़ा होकर दोनो को देख रही थी और सचिन से बोली" ये कौन है सचिन!." सचिन अपने बाइक को साइड करते हुए बोला"अभी बताता हूं आकर!." फिर सचिन अंदर जाते हुए बोलता है "आओ नैंसी, डरने की कोई जरूरत नहीं है, आज से तुम ये अपना ही घर समझो!." और दोनो अंदर चला गया तो सुमिता गेट बंद कर करदी और तीनो जाकर नैंसी और सुस्मिरा बैठ गई। और सचिन अपना शर्ट निकलते हुए बोला" इसको एक लड़का से प्यार हो गया है, लेकिन वो इंडिया से बाहर का लड़का है!." सुमिता सचिन का बात सुन कर बोली"वो इंडिया का नही है,मतलब!." सचिन बोला" हा वो इस्नताग्राम पे प्यार हुआ है,और वो इंडिया आ रहा है ले जाने के लिए!." तभी सुष्मिता बोली" ऐसे मम्मी पापा से छुप कर आई हो!." नैंसी ,सुष्मिता से नजर हटा कर बोली" मेरा कोई नही है। में एक एंप्लॉयड कम्पनी में जब करती हूं। में जब 18 साल की थी तब मेरे मां चल बसी। फिर उसके बाद मैं खुद से जॉब कर के अपना काम चलाती हूं!." फिर सचिन अस्मिता से बोला" तुम दोनो बात करो,हम जाते है सोने!." और सचिन एक बगल के रूम मैं जाकर सो गया। तभी सुष्मिता नैंसी से बोली" बैठो तुम मैं खाना लेकर आती हूं!." और सुष्मिता खाने लाकर नैंसी को दे दी। नैंसी खाना कर कर और फिर नैंसी और सुष्मिता दोनो उसी बेड पे सो गया।( सुष्मिता सचिन का बेस्ट फ्रेंड है लड़की मैं। सचिन की मां को उतना परवाह नहीं था की सचिन कहा गया क्या कर रहा है। सचिन का पापा सचिन के बगैर तो जी भी नही सकते है। लेकिन जब सचिन घर नही जाता है तो सुष्मिता कॉल कर के बोल देती है की वो मेरे पास ही है। इसी लिए सचिन के पापा को भी उतना समस्या नही होता है। NEXT DAY
सुबह 8 बजे के करीब, सुष्मिता खाना बना रही थी किचन में सचिन अभी सोफ़ा पे ही सोया था तभी नैंसी का भी नींद खुल गया। नैंसी वाशरूम गई और फ्रेश होकर बाहर निकली चेहरा पे पानी था बिखड़ा हुआ होंठ पे गुलाबी कितनी हसीन दिख रही थी। जैसे बाहर निकली सचिन का नजर नैंसी के होंठ पे पड़ा।( सचिन उस समय उठ चुका था)।सचिन का नजर उस समय नैंसी के होंठ पे था सचिन पूरा नैंसी के अंदर खो गया था सचिन को पता ही नही चला की नैंसी अंदर कब आ गई। नैंसी जब अंदर आई तो उसकी नजर सचिन पे पड़ा फिर नैंसी सचिन के आगे जाकर हाथ हिलाते हुए बोली" हेलो..सचिन!." सचिन का झट से ख्वाब टूटा तो नैंसी इतमीनान से बोली" क्या हुआ, कहा को थे आप!." सचिन रोमांटिक मूड में बोला" आप कितनी खूबसूरत लग रही हो, ऐसे आपको इधर कोई ब्वॉयफ्रेंड नही मिला?!." नैंसी सचिन का बात सुन कर शान्त हो गई। और कुछ नही बोली और वहा से जाकर एक कांच मैं अपना चेहरा देखने लगी और माथे पे बिंदी लगाने लगी। तो फिर सचिन बोला" मस्त है!." जैसे नैंसी सच्ची को घूम कर देखी सचिन उस रूम से निकाल गया था। और वाशरूम चला गया था। तभी सुष्मिता किचन से बाहर आई। हाथ में तीन थाली लेकर आई। और टेबल पे रखते हुए बोली" नैंसी, सचिन आओ सब खाना खाने!." और फिर सुष्मिता किचन में चली गई खाना लाने के लिए। किचन से खाना लाकर रख दी और फिर तीनो बैठ कर खाना खाया। फिर सुष्मिता बोली नैंसी को" तुम रूम पे ही रहोगी या फिर हम लोग के साथ चलोगी जॉब पे!." तभी सुष्मिता की बात सुन कर सचिन झट से बोला" हम लोग के साथ चलेगी,नजर के सा...मने. रहेगी!." तभी सुष्मिता सचिन की बात सुन कर सचिन को देखी तो सचिन अपना चेहरा छुपा लिया तो नैंसी हसने लगी और बोली" कोई बात नही अगर मुझे भी कोई काम मिल जायेगा तो मैं भी आप लोग के साथ जितने दिन है उतना दिन काम कर लेंगे!." सुष्मिता कभी सचिन को देख रही थी तो कभी नैंसी को देख रही थी। फिर सुष्मिता बोली" ठीक है मैं ऑटो से आ जाऊंगी तुम नैंसी को लेकर जाओ!." सचिन झट से सुष्मिता को देखा तो गुस्सा से आंख लाल कर के सुष्मिता बोली" मुझे क्या घुड़ रहे है। ये नई है रास्ता नही देखो होगी इसी लिए तुम दोनो जाओ हम ऑटो से आ जायेंगे!." सचिन सुष्मिता का बात सुन कर गहरी सांस लेकर छोड़ते हुए बोला" हूं..ठीक है!." नैंसी और सचिन दोनो बाइक से निकल गया अपने जॉब पे। और सुष्मिता भी सारा घर का काम सरिया के और गेट लॉक कर के वो भी एक ऑटो पे बैठ गई और जॉन पे चल दी। और सोचने लगी" इसको एक सुंदर लड़की का मिल गई। रात दिन उसी का बारे में बात करता है उसी को देखता रहता है, हमको लग रहा है की ये इसकी गर्लफ्रेंड है तभी इतना ख्याल रख रहा है!."
to be continued....
क्या करेगी सुस्मिता। क्या सचिन से खुद मोहब्बत करती इसी लिए नैंसी और सचिन को साथ देख कर जल रही है या फिर सचिन नैंसी से प्यार करने लगता है। या फिर क्या कारण है जानने केलिए पढ़े "खुशी के आंसु" और जुड़े रहिए हमेसा webnovel पर।