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Chapter 9 - मारने की प्लान plan to die

Day (02) सुबह तकरीबन 9 PM सचिन और उसका सारा दोस्त अपने केबिन में बैठ kr कंप्यूटर मैं काम कर रहे थे।और सचिन अपना ऑफिस में बैठा था और नैंसी भी सचिन से दूर एक चेयर पे बैठी थी। अपनी सर नीचे की तरफ झुका कर। तभी सचिन नैंसी को देखा और इतमीनान से बोला" नैंसी, कल रात का बात लेकर इतना टेंशन मैं क्यू हो!!." और वहा से उठ कर नैंसी के पास जाने लगा सचिन और इत्मीनान से बोला" जो हो गया  सो हो गया, अब भूल जाओ की कल रात क्या हुआ था?!." नैंसी सचिन को बात सुन कर सर नीचे की तरफ झुकाए रखी फिर सचिन नैंसी के पास नीचे अपने पैर पे बैठ कर बोला" तुम मेरी बात सुन रही हो!." तभी एक सिक्योरिटी गार्ड आकर सचिन के ऑफिस के गेट को खटखटाया। सचिन खट खट की अवाज सुन कर बोला" यस कम इन!." वो सिक्योरिटी गेट खोल कर अंदर आया और सचिन से नजर झुका इतमीनान से बोला" सर, बॉस आप सब को मीटिंग ऑफिस बुलाए है!." सचिन उस सिक्योरिटी का बात सुन कर नॉर्मल जवाब दिया" ओके, तुम जाओ , हम आ रहे है!." वो सिक्योरिटी वहा से बाहर चला गया। सचिन नैंसी की तरफ देखा और इतमीनान से बोला" तुम यहीं पे बैठो हम मीटिंग से आ रहे है!." और फिर सचिन खड़ा होकर नैंसी के गाल पे हाथ फेरते हुए बोला" ओके मैं जाऊं!." नैंसी सचिन की बात सुन कर कुछ नही बोली और मुड़ी हिला दी" हूं!." फिर सचिन अपने ऑफिस से निकल गया और गेट लॉक कर दिया। सचिन वहा से मीटिंग रूम की तरफ चल दिया। बाहर कोई नही दिख रहा था।सचिन मीटिंग रूम के गेट पे पहुंच कर दरवाजा पे खट खटाया। तभी अंदर से दरवाजा खुली और सचिन भी जाकर मीटिंग रूम मैं एक चेयर पे बैठ गया। फिर सचिन चारो तरफ नजर घुमा कर देख रहा था तभी शुभम और अतुल पे सचिन का नजर पड़ा तो सचिन इशारा से सर डोला कर धीरे से कहा जैसे की उस दोनो के सिवा कोई और ना सुना " किस लिए बुलाया गया है!." तभी उस कम्पनी का बॉस सीसीटीवी कैमरा जूम कर दिया सचिन का ऑफिस का और इतमीनान से खड़े खड़े बोला" सचिन, ये लड़की कौन है!." सचिन इतमीनान से बोला" वो सर, मेरी फ्रेंड है!." बॉस सचिन को तरफ देखा और खड़े खड़े बोला" ठीक है, लेकिन ख्याल रखना। यहीं उम्र है!." बॉस का बात सुन कर सबने हसने लगा तभी सचिन इतमीनान से बोला" आरे इसमें हसने वाली क्या बात है!." फिर सुष्मिता इतमीनान से बोली" सर हमे इस मीटिंग मैं बुलाया क्यू गया है?!." तभी बॉस बोला" हां... अब आते है मुदा पे!." फिर वो बॉस वहीं चेयर पे बैठ गया और इतमीनान से बोला" देखिए हमारे कम्पनी का बॉस ने कॉल किए थे। और उनको गुजरात के कम्पनी के लिए 5_6 इंटेलीजेंट स्टाफ चाहिए। So,!." तभी एक दूसरा स्टाफ इतमीनान से बोली को सचिन के फ्रेंड सर्कल में नही था" सर हमे लग रहा है की सचिन के और उसके फ्रेंड सब को भेज देना चाहिए अच्छा रहेगा!." बॉस इतमीनान से बोला" मुझे कोई एतराज नहीं है, बाकी सब सोच लीजिए!." फिर कम्पनी का बॉस सचिन को देखा और इतमीनान से बोला " तब सचिन तुमको कोई दिकत!."  सचिन कुछ नही बोला तभी कोमल बोली" यस सर, हमे कोई दिकत नही है!." फिर बॉस इतमीनान से बोला" ok, तब आप लोग अपना बैग पैक कर लीजिएगा, चलिए मीटिंग खतम करते है!." और बॉस वहा से निकल गया। बॉस अपना ऑफिस में जा रहा था तभी पीछे से सचिन जोर से दौर्ते हुए बोला" सर,!." बॉस जैसे सचिन का बात सुन वही रुक गया और पीछे घूम कर देखा तो सचिन था फिर सचिन भी वहा पहुंच गया तो बॉस बोला" क्या हुआ सचिन!." सचिन इतमीनान से हफ्ते हुए बोला" सर, बोले की कल का टिकट कन्फर्म करिए गा, मां से भेंट आज करने जाना था!." बॉस सचिन का बात सुन कर इतमीनान से बोला" of course, तुम जा सकते हो!."सचिन बॉस का बात सुन कर खुश हो गया और इतमीनान से बोला" ok thanks sir!." और वहा से हस्ते हुए चल दिया अपने बाइक के पास। 

सचिन अपने बाइक पे जाकर बैठ गया और स्टार्ट भी कर दिया तभी उसको याद आया की नैंसी भी थी। फिर अपना बाइक को बंद कर दिया और अपना फोन निकाल कर नैंसी के पास कॉल किया और इतमीनान से बोला" नैंसी तुम बाहर आओ, हम इंतजार कर रहे है!." नैंसी दूसरी तरफ से इतमीनान से बोली" ओके!." और कॉल कट गया। सचिन अपने बाइक पे बैठ कर इंतजार कर रहा था । नैंसी सचिन के ऑफिस से निकली और सचिन के पास चल दी। सचिन बैठ कर अपने घड़ी में टाइम देख रहा था तभी नैंसी सचिन के पास पहुंच कर इतमीनान से बोली" चले!." सचिन अपना बाइक को सीधा ड्राइव पोजिशन कर के बोला" ऊं!." और नैंसी भी बैठ गई सचिन के बाइक पे सचिन चल दिया अपने घर।

सचिन के घर पे सचिन के पापा घर की हॉल(आंगन) में बैठ कर टीवी देख रहे थे तभी सचिन की मां थाली में कुछ खाने के लिए लेकर आई और सचिन के पापा के पास बैठ गई। और इतमीनान से बोली" आज सचिन घर आ रहा है!." तभी सचिन का पापा सचिन के मां का बात सुन कर गुस्सा हो गया। और सचिन को गुस्सा मैं अनाब स्नाब बोलने लगे" आने दो उस नालायक को। फिर बताता हूं उसको!." तभी सचिन की मां बोली" क्या आप भी उसका नाम सुनते सुनते गाली देने लगते है। एक तो कितना दिन के बाद अपना बेटा घर आ रहा है!." सचिन का पापा सचिन का मां का बात सुन कर बोले " हूं, खुशी तो मुझे भी है की मेरा बेटा आ रहा है?." फिर सचिन का पापा सचिन के मां के तरफ और गाल पे हाथ फेरते हुए बोले" लेकिन एक बात का अफसोस है?." और फिर सचिन के पापा के आंख मैं आंसु आ गया। और सचिन के मां इतमीनान से बोली" क्या!." सचिन का पापा सचिन के मां के गाल पे हाथ फेरते हुए बोले " में तुम्हे एक संतान नहीं दे पाया!." फिर सचिन के पापा के बात सुन कर सचिन की मां सचिन के पापा को देख कर बोली" क्या जी, में सचिन को दुलार मैं कुछ कमी रखी हूं। जो आप ऐसे बोल रहे है। भले हमारे कोंख से लड़का नही हुआ लेकिन हमारे जीने के लिए सचिन है ना!." सचिन की बहन जो 17 साल की उम्र होगा, उसका नाम कायल था, वो अपने रूम से सारे बात अपनी मम्मी और पापा के सुन रही थी कायल को पता नहीं था की सचिन मेरी दूसरी मां का लड़का है कायल समझती थी की सचिन भईया मेरा खास भईया है। और फिर कायल रोते हुए अपनी रूम से बाहर आई और अपनी मां पापा के के पीछे से आंख मैं आंसु लिए बोली" मां!." कायल का मां पीछे घूम कर देखी और घबरा गई की कायल अब बात सुन तो ना ली। फिर कायल के मां कायल की तरफ देख कर रोते हुए बोली" कायल, वो!." कायल अपनी मां की बात रोक कर बोली" मैं सब सुन चुकी हूं मां, और ये बात आज से हम तीनो की राज ही रहेगा। कायल अपना आंख की आंसू पोंछ कर और अपने रूम मैं चली गई। और अपने बेड पे बैठ कर सोचने लगी" भईया को बताना सही रहेगा। नही तो मां भईया के साथ बहुत गलत करेगी। नही नही बताने से अच्छा है लेटर लिख कर उनके बिस्तर पे रख देती हूं। नही नही कहीं मां या पापा को मिल गया तो फिर दिकत ही जायेगा!." फिर कायल के दिमाग में एक आइडिया बात सूझी और हस्ते हुए बोली" मिल गया!."

to be continued...

क्या होगा अब इस कहानी का अंजाम l क्या कायल बता पाएगी सचिन से की ये सौतेली मां है और तुम्हारे साथ साजिश चल रही है। अगर साजिश चल रही है तो फिर क्या गलती है स्क्माचिन का जानने के लिए पढ़े" खुशी के आंसू " और जुड़े रहिए हमेसा webnovel पर।