Chapter 22 - मैंने उसे पसंद करने का फैसला कर लिया है

ब्रिटेन मौसम बहुत अप्रत्याशित था। जब आप सुबह उठते थे तो सूरज चमक रहा होता था लेकिन रात के समय मूसलाधार बारिश होती थी|

बारिश हो रही थी। लाइब्रेरी के बाहर घुटने की लंबाई की स्कर्ट पहने एक छात्र किताबों के ढेर को पकड़े हुए थी और आसमान में भूरे बादलों पर नाराज हो रही थी| कौन जाने बारिश कब रुकेगी|

उसने अपनी घड़ी को देखा। पाँच बज चुके थे थे। झेंग ज़िमींग अभी भी यहाँ नहीं पहुँचा था। उसका फोन बंद हो गया था और वह उसे किसी भी प्रकार से ढूंढ पाने में सक्षम नहीं होगा| लाइब्रेरी से सभी छाते गायब थे। क्या उसे बारिश में घर जाना पड़ेगा?

वह सोच ही रही थी कि उसके सामने एक छाता दिखाई दिया। वह झिझकी और सिर झुका लिया। उसने एक सुंदर लेकिन भावहीन चेहरे को देखा। साधारण शर्ट और ट्राउजर उसकी खूबसूरती को छिपा नहीं सके| वह बहुत लंबा था, लगभग उससे एक फीट लंबा था। वह एक चीनी की तरह लग रहा था।

"क्या यह मेरे लिए है?" उसने अंग्रेजी में पूछा। 

उस आदमी ने ना नहीं कहा, लेकिन उसके हाथ उसी स्थिति में बने हुए थे|

उसने इसे ले लिया और मुस्कुराते हुए कहा, "धन्यवाद।"

उसने बिना किसी अभिव्यक्ति के सिर हिलाया और बारिश में चला गया।

"अरे, तुम ..." उसने आश्चर्य से बारिश में जा रहे उस आकृति को देखा| उसके पास केवल एक छाता था और उसे दे दिया ...

वह बाद में लाइब्रेरी गई लेकिन फिर कभी उसे नहीं देखा।

कुछ दिन पश्चात, उसे अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के मंडली से पता चला कि वह वास्तव में चीन का एक अंतर्राष्ट्रीय छात्र था। उसका मुख्य विषय इकोनॉमिक मैनेजमेंट था। उसके पास बहुत अच्छे ग्रेड थे और वह सर्कल में लोकप्रिय था। उसका नाम क़ियाओ यू था। क्या जोशीला नाम है! लेकिन वह बहुत शांत और ठंडा था। वह उसके बारे में उत्सुक होने से खुद को रोक नहीं सकी|

भारी शोध ने उसे उस आदमी के बारे में सोचने से रोक दिया, जिससे वह केवल एक बार मिली थी। लेकिन उसे फिर से सड़क पर देखने की उम्मीद नहीं थी और यह तब था जब कोई लड़की उसके लिए अपनी भावनाओं को कबूल कर रही थी।

"एस्टेरिया, तुम्हें आज बहुत सारी पढ़ाई करनी है | हमें पहले घर जाने की जरूरत है...एस्टेरिया, तुम क्या देख रही हो?" झेंग ज़िमींग उसके बगल में अपना सामान पैक करके उसकी ओर देखा| उसकी आँखों का अनुसरण करते हुए वह व्यग्र हो गया। "कियाओ यू? हम हर दूसरे दिन लड़कियो को उसके सामने प्यार का इजहार करते हुए कैसे देखते है?"

उसने कोई जवाब नहीं दिया और लड़के को घूरती रही। वह वास्तव में सीधे लड़की के सामने से चला गया, पीछे मुड़कर भी नहीं देखा।

"एक और हारी हुई!" झेंग ज़िमिंग आश्चर्यचकित नहीं था।

उसने झेंग ज़िमींग की ओर देखा। "क्या तुम उसके बारे में बहुत कुछ जानते हो?"

"हर कोई जानता है वह पैसे वाला है।" झेंग ज़िमींग भनभनाया। "यह लड़का लड़कियों के बीच बहुत लोकप्रिय है। यहां तक ​​कि हमारे स्कूल की भूरी लड़कियाँ भी इसे पसंद करती है। इस प्रकार की स्थिति हफ्ते में कई बार होती है।"

"क्या उसकी कोई प्रेमिका है?" उसने शांति से पूछा।

"शायद नहीं। मैंने कभी किसी लड़की को उसके साथ घनिष्ठता के बारे में नहीं सुना।" झेंग ज़िमिंग ने बिना सोचे-समझे जवाब दिया। अचानक उसे कुछ एहसास हुआ और उसने सतर्कता से उसकी ओर देखा। "तुम इस बारे में क्यों पूछ रही हो?" कृपया मुझसे यह मत कहना ..."

लेकिन जब उसने पीछे मुड़कर देखा तो लड़की जा चुकी थी।

वह उस आदमी के पास गई जो सूरज की तरह चमक रहा था और उसे देख कर मुसकुराई| 

"नमस्ते, मेरा नाम एस्टेरिया है। मैं चीन से हूँ। ओह, मेरा चीनी नाम ज़िया निंग है।"

किओ यू ने एक नजर उसे देखा और हमेशा की तरह नज़रअंदाज करते हुए आगे बढ़ गया|

ज़िया निंग ने उसका पीछा किया। "क्या तुम्हें याद नहीं है? पिछली बार लाइब्रेरी के बाहर, तुमने मुझे अपना छाता उधार दिया था। मैं वास्तव में इसके लिए तुम्हें धन्यवाद देना चाहती हूं। मेरी वजह से तुम भींग गए, इसके लिए मुझे माफ़ करो| मैं आज छाता नहीं लायी। क्या तुम मुझे अपना नंबर दे सकते हो। मैं जल्द ही तुम्हारा छाता वापस लौटा दूँगी। "

"कोई ज़रूरत नहीं है," बिना अपने कदमों को रोके उसने ऐसे कहा जैसे कि वह अपने शब्दों को बचा रहा था|

 उसने पीछा किया। "मैं ऐसा नहीं कर सकती। मुझे उधार लिया समान वापस करनी चाहिए।"

"तुम इसे दूर फेंक सकती हो," किआओ यू ने ठंडे लहजे में कहा।

"मैं इसे कैसे फेंक सकती हूं? यह टूटा नहीं है।" वह फफक पड़ी।

"मैं दूसरों के द्वारा छुई गई किसी भी चीज़ का उपयोग नहीं करता। मेरा पीछा मत करो।" किआओ यू उसे वही छोड़ कर तेजी से चला गया|

झेंग ज़िमींग वहाँ आया और भौंहे चढ़ाकर उसे देखा, "देखो, तुम्हें बस एक रूखा व्यवहार मिला है। एस्टेरिया, पागल मत बनो और उसके लिए कोई भावना मन में महसूस मत करो। तुम्हें पीड़ा होगी ..."

वह उसी जगह पर खड़ी थी, उसे जाते हुए देख रही थी और अचानक मुस्कुराने लगी। "मुझे परवाह नहीं है। मैंने उसे पसंद करने का फैसला किया है।"

क्योंकि कोई नहीं जानता था कि उसने कैसा महसूस किया। वह मानो बंद दुनिया की तरह था जो आखिरकार प्रकाश की किरण को गले लगा रही थी। अचानक से वसंत आ गया था|

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