तुम कौन हो?
जैसे ही फु जिऊ ने ये कहा, उसके सामने खड़े व्यक्ति के शरीर में जैसे बिजली दौड़ गई हो और वो चिल्लाता हुआ दरवाज़े की तरफ भागा, "डॉक्टर, डॉक्टर! मेरे जवान मालिक, ऐसा लगता है कि उनका दिमाग ख़राब हो गया है!"
जवान मालिक? तुम्हारा मतलब कि वो?
फु जिऊ को लगा जैसे कि कुछ गलत हुआ है और उसने गुस्से में भोहें चढ़ाईं|
कुछ उसके दिमाग में जाने की कोशिश कर रहा है!
उसने अपने दुखते हुए सर को हिलाया और हैरानी से खुद को एक पास पड़े पूरे शीशे में देखा|
वो एक जवान आदमी की तरह लग रही थी| जो कि लम्बा, पतला, करीब 17 साल का था, जिसकी ऑंखें कजरारी थीं| उसकी बदन चिकना और तराशा हुआ था लेकिन वो कोई मर्द नहीं थी।
उसकी त्वचा बेदाग थी। वो एक चीनी मिट्टी के बर्तन की तरह साफ़ थी!
वो बेतरतीब सा एक सफ़ेद बाल उसे बूढ़ा नहीं बना रहा था। बल्कि वो उसे और रौब दे रहा था जिसकी वजह से वो एक पूर्वी शाही डायन जैसी दिख रही थी।
नौजवान के कान में एक काला छेद हुआ था जो जिसमें हल्की सी रौशनी निकल रही थी|
जंगली, अभिमानी, हसीन!
जिस किसी ने भी इस नौजवान का पहली बार देखा होगा यही सोचा होगा|
अगर फु जीऊ को खुद नहीं पता होता कि वो लड़की है, तो वो भी यही सोचती कि शीशे में दिखने वाला कोई लड़का है|
हालाँकि, उसे पता था चाहे कुछ भी हो जाये, वो खुद और यहाँ तक कि वो शरीर एक लड़की का ही है|
फु जीऊ ने खुद को शीशे में देखा और ऑंखें बंद कर ली| उसने कुछ सेकंड बाद अपनी ऑंखें खोलीं| उसकी आँखों में कुछ बहुत रहस्यमई था|
"नौजवान मालिक!" जो आदमी बाहर भाग कर गया था अंदर आ गया था और साथ में डॉक्टर को भी खींच कर ला रहा था| "जल्दी, मेरे नौजवान मालिक को देखो| देखो क्या इनका दिमाग सच में ख़राब हो गया है|"
डॉक्टर ने फु जीऊ की आँखों को चेक करने के लिए मेडिकल लाइट का इस्तेमाल किया|
फु जिउ अभी भी भावहीन होकर बैठी थी, और उसने विरोध नहीं किया।
वह अपने मस्तिष्क को भेजी जा रही नॉन-स्टॉप जानकारी प्राप्त कर रही थी।
भले ही इस शरीर का पारिवारिक नाम व पहला नाम बिलकुल उसके जैसा था परन्तु स्थिति बिलकुल ही अलग थी|
जाहिर है, वह एक लड़की थी, लेकिन उसकी मां ने उसे एक लड़के की तरह पाला था।
लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ता कि उसकी मां ने उसे कैसे पाला, यह शरीर अभी भी पुरुष का था।
सभी लड़कियों को हाई स्कूल के दौरान प्यार हो जाता था|
और उसने, बहुत ज़ोर से झटका खाया था| उसे लड़किओं वाले सलीके के बारे में कुछ नहीं पता था| जब भी वह अच्छे लड़कों को देखती थी, वो जाती और और सीधा उन्हें घेर लेती|
इसलिए, उसे समलैंगिक समझ कर, लोगों ने उसे बहुत बुरी तरह मारपीट कर हॉस्पिटल भेज दिया|
जब से फु जीऊ को सब कुछ याद आया था, वो कुछ ठीक नहीं लग रही थी|
एक बार उसने पेंटागन के इकलौते कंप्यूटर को हैक कर लिया था|
बहुत ही सारे एफबीआयी एजेंट ने उसे पकड़ने के लिए सभी प्रकार के जाल और तरकीबों का इस्तेमाल किया था परन्तु वो उसे दस बड़े लोगों के साथ भी नहीं पकड़ पाए|
इस प्रकार मार खा कर, हॉस्पिटल जाना... थोड़ा सा अजीब था|
फु जीऊ बहुत जोर से हंसी, परन्तु उसकी आँखों में अभी भी खालीपन था, और उसकी गहरी काली आँखों में अभी भी शैतानी की छाप थी।
"नौजवान मालिक?" चेन ज़ियादोंग ने उसको असमंजस में देखा|
फु जीऊ ने उसकी तरफ बेमन से देखा| फिर उसने अपने हाथ से अपने सफ़ेद बाल को पीछे करके, उसको अपना दानव के जैसा चेहरा दिखाया|
"हाँ?"
उसकी आवाज़ भी दोषरहित थी; न वो बहुत धीमी थी, और न ही बहुत ऊँची| उस आवाज़ में लड़कों वाली कुछ बात थी- नरम और चुंबकीय।
उसने उन आम से हाव-भावों को भी अभिमानी और दबंग बना दिया था|
चेन ज़ियादोंग सदमे में था, उसे लग रहा था कि उसके नौजवान मालिक के साथ कुछ ठीक नहीं था।
वो इसे कैसे बताए? नौजवान मालिक बहुत बुरे व्यवहार का था, वो पैसा पानी की तरह बहाता था,और एक बिगड़े हुए रहीसजादे की तरह रहता था|
परन्तु आज, उसे अपने नौजवान मालिक में, "हसीन" शब्द दिख रहा था|