Chereads / द किंग'स अवतार / Chapter 42 - एक अच्छाई जो लाई जा सके

Chapter 42 - एक अच्छाई जो लाई जा सके

नीलधारा अपनी पहचान खोने से डरने वाला आदमी था। समुद्री चिनार से चिढ़ाये जाना, उसे ऐसा लगा जैसे उसका चेहरा गल कर गिर जायेगा। अंत में उसने समुद्री चिनार को आमंत्रित करने की पहल की और रंगभूमि में लड़ाई करने के लिए तैयार होने लगा। समुद्री चिनार इस मौके का इंतजार कर रहा था, इसलिए उसने ख़ुशी ख़ुशी ये आमंत्रण स्वीकार कर लिया।

एक संघ के सदस्य अक्सर ही रंगभूमि में आमने सामने हुआ करते थे। पर नील नदी संघ के सदस्य जानते थे कि यह लड़ाई आसान नहीं होने वाली थी। जो भी जीतेगा वो तय करेगा कि किसमें काबलियत थी, नील नदी संघ के पांच बड़े जानकार में से एक कहलाने की।

नतीजा, नतीजा ये रहा कि यह लड़ाई कभी पूरी नहीं हुई। उस समय, नील नदी संघ के नेता ने घोषणा की कि नीलधारा 10 वे सर्वर में सदस्यों को शिखर तक ले जायेगा।

नीलधारा ने कुछ समय के लिए दिव्य द्वार छोड़ दिया और नए सर्वर की तैयारियों में व्यस्त हो गया। इसमें खुश न होने वाला हिस्सा यह था कि उसे कुछ समय के लिए अलग कर दिया गया था। विकट देव का अचानक से आना उसे समुद्री चिनार की याद दिला गया। उसके दोस्त नहीं जानते थे कि जवाब में क्या कहना है।

सन्नाटा। नीलधारा को अचानक ही संदेश प्राप्त हुआ। उसने उसे खोला और देखा कि यह संदेश पेड़ के अंकुर ने भेजा था "हा हा हा, कीर्तिमान तोड़ने के बाद वो जानकार अचानक छोड़ कर चला क्यों गया?"

नीलधारा चौंका हुआ था और उसने तुरंत ही गुस्से में जवाब दिया, "तुम कितने बेशर्म हो। तुमने हमारे संघ में जासूस छोड़ रखा है?"

"ऐसा मत कहो। ऐसा नहीं है कि तुमने जासूस नहीं छोड़े है" पेड़ के अंकुर ने कहा।

"अब तक तो नहीं" नीलधारा ने विश्वास से और सफाई से कहा। आपसी जासूसी आम बात थी। पर क्योंकि यह नए सर्वर का दूसरा ही दिन था इसलिए नीलधारा ने अभी तक ऐसा नहीं किया था।

"अगर तुम सही हो तो, ऐसा न करने में ही तुम्हारी भलाई है" पेड़ के अंकुर ने जवाब दिया।

नीलधारा को अचानक ही प्रेरणा का स्त्रोत मिल गया और उसने जवाब दिया, "हा हा, अगर तुमने हमारे खिलाड़ियों को काम पर लगाया है तो तुम केवल अपनी बेचारी आँखों को ही जिम्मेदार ठहरा सकते हो"

पेड़ के अंकुर को संदेश मिला और वह चौंका, "तुम कहना क्या चाहते हो?"

नीलधारा ने कोई जवाब नहीं दिया।

"छि, मैं जानता हूँ की तुम सिर्फ मुझे डराने की कोशिश कर रहे हो। ओ बूढ़े नील, इस तरह की बचकानी हरकत मेरे साथ न करो" पेड़ के अंकुर ने टिप्पणी की।

"मेरे पास तुम्हारे लिए समय नहीं है। मुझे अगले दर्जे में भी जाना है" नीलधारा ने कहा।

नीलधारा अपना काम करने के लिए चला गया, जबकि पेड़ का अंकुर अभी भी वह परेशान खड़ा था। जब जासूस ने उसे खबर दी थी कि विकट देव ने नील नदी संघ छोड़ दिया है तो वो बहुत तेजी से हँसा था। क्योंकि वह उसे अपने दल में लेना चाहता था, इसलिए उसने नीलधारा को संदेश भेजना ही था। पर किसने सोचा था की नीलधारा इतनी अजीब सी बात कह जायेगा। ऐसा लगा मानो, विकट देव को जानबूझकर जाने दिया गया हो ताकि उसे दूसरे बड़े संघ अपने दल में शामिल कर ले।

पेड़ के अंकुर ने महसूस किया की नीलधारा जानबूझकर हालात को रहस्यमयी बना रहा था पर उसमे उस बात पर पूरी तरह से विश्वास करने की हिम्मत नहीं थी।

जहाँ तक जासूसों की बात थी, उनसे बचना इस खेल में संभव नहीं था। उनके बारे में बहुत ज्यादा परेशान होना, सिर्फ परेशानी को और बढ़ाना था। पर विकट देव अलग था। वह बहुत बड़ा जानकार था। अगर वह उसके संघ में आ जाये तो वह जरूर ही बड़ी हस्ती बन जायेगा। वह कोई आम पात्र नहीं था। अगर इस तरह का आदमी जासूस निकल जाये तो ये एक हादसा ही कहलाता।

ग्लोरी में एक समय एक संघ ऐसा भी था जो कभी तीनों बड़े संघो से कभी नहीं हारा था पर जासूसों ने उसे पूरी तरह से बर्बाद कर दिया। उस समय, संघ के सभी जाने माने जानकार दूसरे संघ के जासूस थे। अंत में जब जासूसों का असर गहराया तो उन्होंने अपने नकाब उतारे और सच बता दिया। संघ के काफी अच्छे खिलाड़ी गुच्छों में छोड़कर चले गये, जिसने संघ की ताकत को भारी नुकसान पहुँचाया था। पर इससे भी ज्यादा खतनाक हमला तब था जब संघ ने अपनी ताकत बतानी शुरू की, खेल के मुख्य चेहरे खुद बेहूदा जासूस निकले। अंत में, एक कठिन समय पर, लोगों का एक और जत्था छोड़कर चला गया और उनकी ताकत और गिर गयी। अंत में एक समय के सबसे मजबूत संघ का पतन हो गया।

इस घटना के बाद, ग्लोरी के संघों ने बहुत ज्यादा एहतियात बरतना चालू कर दिया, खासकर अपने बड़े जानकारों के प्रति। जितना बड़ा संघ, उतना ही ज्यादा चौकन्ना। इससे भी ज्यादा, जासूसी के बड़े घटनाक्रम में, नये सर्वर में विजेता भी इसमें शामिल थे। नए शामिल किये गये खिलाड़ी संघ में नीचे से शुरू करके धीरे धीरे अपना रास्ता दिव्य द्वार तक बनायेंगे। ये लोग मजबूत इरादों के थे और काबिल थे ग्लोरी के महानतम जासूस कहलाने के।

और अब ये विकट देव? वह अचानक ही 10 वे सर्वर में उभर कर आ गया था और सबके ध्यान का केंद्र बन गया था। इस तरह के आदमी के लिए बड़े बड़े संघ आपस में झगड़ा कर सकते थे। पर क्या यह आदमी जासूस था? आजकल, क्या एक जासूस इतने ऊँचे-दर्जे का हो सकता था? पेड़ के अंकुर ने दुःख भरी साँस भरी, पर फिर भी निश्चय किया की वह विकट देव से बात करेगा। जब तक वह सावधानी से काम लेगा कि उसे कितनी ताकत देनी है, सब ठीक रहेगा।

विकट देव, जिसने जमा हुआ जंगल छोड़ दिया था, वह अब वृषभ की और बढ़ रहा था।

जमा हुआ जंगल दक्षिण-पश्चिम सीमा की और स्थित था। वृषभ नजदीक का ही शहर था। कोई फर्क नहीं पड़ता की खिलाड़ी किस सर्वर में था, यह जगह वह पहली जगह थी जहाँ शुरुआती गाँव से नये खिलाड़ी अपना कदम रखते थे, इसलिए वहाँ जीवंतता की कमी कभी नहीं हुई। जैसे ही विकट देव ने शुरुआती गाँव छोड़ा, वो सीधे जमे हुए जंगल में भाग गया और उसके पास इतना समय नहीं था की वह वृषभ को अपनी नयी जगह के हिसाब से दर्ज करवा सके। इस जगह पर अगर कोई पात्र मर जाता था तो वहाँ जाकर फिर जी उठता था। यह ग्लोरी का एक नियम था।

वृषभ बहुत बड़ा शहर नहीं था पर उसमे सभी बुनियादी सुविधाएं थी। ये क्सिऊ ने विकट देव को पहले एक गोदाम में जाने दिया और वहाँ उसने अपने नए पाए हुए सामानों को रख दिया। अब उसके पास 88 मजबूत रेशम के धागे थे, ये क्सिऊ केवल हँस सकता था और अपना सर हिला सकता था।

48 मजबूत रेशम के धागे वहाँ छोड़ने के बाद, बाकि सब सामान लेकर ये क्सिऊ अपने इक्विपमेंट एडिटर की लाइब्रेरी में चला गया। जैसे ही वो इक्विपमेंट एडिटर में जाने वाला था, तभी अचानक एक संदेश उभरा। उसने उसे खोला और देखा कि यह भूमि सप्तम की तरफ से था।

"मुबारक हो जानकार साथी, पहले, जब हम कोठरी पार कर रहे थे तो हमने देखा की तुमने जमे हुए जंगल का कीर्तिमान तोड़ दिया। कितना गजब था" भूमि सप्तम ने संदेश में लिखा।

"हा हा, वो कुछ भी नहीं था"

"क्या तुम नील नदी संघ से जुड़ गये हो?" भूमि सप्तम ने पूछा।

"नहीं, मैंने बस उनकी मदद की कीर्तिमान तोड़ने में, इसलिए मैं बस कुछ देर के लिए उनसे जुड़ा था। मैंने तो अब छोड़ भी दिया है" ये क्सिऊ ने कहा।

"हुंह?" भूमि सप्तम ने चौंकते हुए कहा।

"तुम कितनी बार कोठरी में भागे?" ये क्सिऊ ने अचानक पूछा।

"दो बार" भूमि सप्तम ने कहा।

"क्या तुम किसी व्यक्ति की तलाश में हो? मैं अभी तीन बार और भाग सकता हूँ" ये क्सिऊ ने अचानक पहली बार कोठरी की सीमा को छूने की सोची।

"हमे तलाश है, जरूर हमे तलाश है" भूमि सप्तम पहले फल तो चौंका और फिर तुरंत ही झटके से उबरते हुए बोला। जानकार साथी अभी भी उनके साथ कोठरी पार करना चाहता था। यह तो बहुत अच्छी बात थी।

"मैं अभी वहाँ पहुँचता हूँ" ये क्सिऊ ने तुरंत ही विकट देव को गोदाम से निकाला और जमे हुए जंगल की ओर भागा।

भूमि सप्तम और अन्य, केवल साधारण खिलाड़ी थे और उनके पास नील नदी संघ के जानकारों जैसी कुशलता नहीं थी। ये क्सिऊ ने इसे नील नदी संघ के लोगों के साथ जल्दी पार कर लिया होता। पर उसने भूमि सप्तम और अन्य के साथ जाना बेहतर समझा। उसने देखा था उस बड़े संघ की मंशा, उसे अपने साथ जोड़ने की। वो भी नील नदी संघ की ताकत को जानता था, वो आसानी से बहुरंगी छाते के लिए सामान मुहैया करा सकते थे। पर एक संघ से जुड़ने का मतलब था, संघ के प्रति जिम्मेदार और वफादार होने के लिए बाध्य हो जाना। संघ एक पार्टी मुहैया कराता कोठरी, दर्जा और चुनौती को पूरा करने के लिए। पर दूसरी तरफ संघ यह भी चाहता कि वो औरों की भी मदद करे कोठरी, दर्जा और चुनौती को पूरा करने के लिए। ये क्सिऊ अपने हाथ और पाँव को इस तरह से बांधना नहीं चाहता था।

उसकी तरह के उच्च कोटि के जानकार, अगर किसी संघ से नहीं जुड़ते है तो इसका मतलब की वह किसी भी संघ की मदद कर सकते थे। आज उसने नील नदी संघ की मदद कर दी, एक नया कीर्तिमान रचने में तो कल को वो औषधि उद्यान की भी मदद कर सकता था।

जिन लोगों के पास थोड़ी भी समझ हो, वो उसकी कीमत का अंदाजा लगा सकते थे। हर संघ जो कीर्तिमान बनाना चाहते थे, वो उसकी मदद ले सकते थे।

इस तरह से जो अच्छाई वो ला सकता था, वह किसी संघ से जुड़कर खुद को खूंटे से बाँधने से बेहतर था। किस तरह से यह सुंदर नहीं था?