शाम का वक्त था और इस वक्त बाहर का मौसम भी बहुत अच्छा था। हल्की हल्की हवाएं चल रही थी और आही का चेहरा खिला हुआ था।
आही का कही बाहर घूमने का मन था, इसलिए वो बाहर आई हुई थी। उसके साथ में शेरा ने एक ड्राइवर भेजा था।
आही अपने में मस्त थी और कार की खिड़की से बाहर मुंबई की खूबसूरती को मुस्कुराते हुए निहार रही थी।
अभी ज्यादा शाम नहीं हुई थी और फिर मुंबई की सड़के इस शाम के वक्त भी रोशनी में चमक रही थी जोकि आही को बहुत पसंद आ रहा था ।
वो बिना वक्त गवाए उसकी फोटोज लेने लगती है। अक्षत ने उसका फोन भी ठीक करवा दिया था।
आही फोटोस लेते हुए मुस्कुरा कर खुद से ही बोली" जब मैं मनाली में थी। तब मैंने मुंबई के बारे में बहुत कुछ सुना था लेकिन अब जब मैं अपनी आंखों से देख रही हूं तो पता चल रहा है कि मैंने जितना सुना था मुंबई उससे कहीं ज्यादा खूबसूरत है।
अब तो मैं यहीं रहने वाली हूं तो पूरा मुंबई घूमूंगी। कॉलेज जाऊंगी नए नए दोस्त बनाऊंगी। मस्ती करूंगी, बड़ा मजा आयेगा। "
आही बहुत खुश थी। मनाली और मुंबई में बहुत फर्क था और आही उन्हे ही देखे जा रही थी।
आही मासूम थी उसे मुंबई की खूबसूरती तो दिख रही थी लेकिन इसी मुंबई में कई काले कारनामे भी होते रहते है ।जिसकी उसे कोई खबर नहीं थी।
वो तो अपने भाई के साये से कभी बाहर निकली ही नहीं थी। उसे तो सब अपनी तरह ही भोले और अच्छे लगते थे अभी वो बाहर की दुनियादारी से अनजान है ।
कहते है ना जो जैसा होता है सब उन्हे वैसे ही लगते हैं। आही भी वैसे ही थी। वो समझदार तो थी लेकिन उसे ये दुनियादारी की समझ नहीं थी।
बाहर का खुशनुमा मौसम देखते हुए आचनक ही उसकी नजर एक कपल पर गई जो सड़क किनारे पर लगी एक छोटे से कैफे में बैठे हुए थे और लड़के ने उस लड़की को अपनी बांहों में थाम रखा था।
दोनों मुस्कुराते हुए एक दूसरे से बाते कर रहे है और उन्हे इस तरह देखकर आही के दिमाग में अचानक अयान का ख्याल आया।
कल अयान ने जिस तरह से उसकी कमर पकड़ी थी और उसके करीब आया था। ये आही के लिए कोई छोटी बात नहीं थी।
अयान का ख्याल मन में आते ही वो मुंह बना कर बोली " मैं क्यों मिस्टर बदतमीज के बारे में सोच रही हूं? वो कितने बुरे थे। कैसे अकड़ कर बात कर रहे थे हुंह "
आही अयान को याद कर चिढ़ सी गई थी। उस पल को यादकर उसे ऐसा महसूस हुआ जैसे अयान की पकड़ अब भी उसकी कमर पर बनी हुई है।
" आह्ह्ह आही तू क्यों उनके बारे में सोच रही है। भूल जा उन्हे।"
आही ने अयान का ख्याल अपने दिमाग से झटक दिया और जल्दी से ड्राइवर से बोली " अंकल आप मुझे यहां की अच्छी अच्छी जगह घूमने लेकर चलो।"
ड्राइवर ने मुस्कुराते हुए कहा " मैडम आप बीच पर चलना चाहेंगी?"
बीच का नाम सुनते ही आही का चेहरा एकदम से खिल उठा और वो जल्दी से बोली " हा हा क्यों नहीं मुझे बीच देखना है।"
ड्राइवर ने कार बीच की तरफ बढ़ा दी और उनकी कार जैसे ही बीच के पास आकर रुकी आही झट से कार से बाहर निकली।
मौसम आज हल्का ठंडा था और शाम होने की वजह से अभी बीच पर ज्यादा भीड़ नही थी और चारों तरफ का नाराज बेहद ही खूबसूरत था।
आही खुशी से चहकते हुए फोटोस लेने लगी। उसके चेहरे पर मुस्कान छाई हुई थी।
वो लहरों के किनारे पर खाली पैर चल रहा था और उसे ये सब करते हुए बड़ा मजा आ रहा था।
उसने भर भर के सेल्फी ली और उसे देखते हुए बोली " वाओ कितनी अच्छी फोटो आई है, अगर भाई और दी भी मेरे साथ होती तो कितना मजा आता ना लेकिन कोई बात नहीं अगली बार मैं उन्हे भी लेकर आऊंगी।"
आही ने काफी टाइम तक मस्ती की और अब उसे भूख लगने लगी थी इसलिए वो वहा से निकल गई।
वहीं दूसरी तरफ
अयान इस वक्त मैक्स के साथ अपनी कार में था और शांति से बैठा हुआ लैपटॉप पर अपना ऑफिस वर्क कर रहा था।
दोनों अभी ऑफिस से निकल कर सीधा राठौड़ पैलेस जा रहे थे क्योंकि मीनाक्षी जी ने उन्हे घर आने को कहा था।
वैसे अयान का वहा जानें का मन नहीं था, लेकिन मीनाक्षी जी के कहने पर वो जा रहा था।
वही सामने वाली सीट पर मैक्स बैठा हुआ था और वो आज बहुत खुश लग रहा था। मीनाक्षी जी उसे बहुत पसंद थी और फिर वहा जानें से उसे एक फैमली का प्यार भी मिल जाता था।
मैक्स खुश था और अभी मुस्कुरा रहा था कि तभी उसे अपने कानों में अयान की कड़क आवाज सुनाई देती हैं।
" मैं कब से नोटिस कर रहा हूं। तुम कुछ ज्यादा ही खुश लग रहे हो। तुम्हे इतना खुश होने की जरूरत नहीं है। वहा तुम्हे कोई खजाना नहीं मिलने वाला है इसलिए अब चुप चाप से डाइविंग पर फोकस करो ।"
अयान की कड़क आवाज सुनकर मैक्स की मुस्कान पल भर में फीकी पड़ जाती हैं।
अब मैक्स का मुंह ही बन गया और वो मन ही मन अयान को कोसते हुए बोला " यार अब ये क्या बात हुई? खुद तो कभी ठीक से मुस्कुराते नहीं है और अब मुझे भी मुस्कुराने नही दे रहे हैं।
अब मैं खुश हूं, तो क्या मुस्कुरा भी नही सकता। बॉस भी ना बहुत अजीब आदमी है ।कभी समझ नही आते।
जालिम बॉस कही के पता नहीं भगवान ने उन्हे किस मिट्टी से बनाया है और मुझे तो उस लड़की के लिए डर लग रहा है जो इनका ये गुस्सा झेलेगी।
बॉस तो किसी लड़की को हल्की नजरे उठा कर, देखते तक नही है। पता नहीं वो कहा होगी जो उन्हें और उनके गुस्से को संभालेगी ।
भगवान जी आपने मेरे इतने खडूस और गुस्सैल बॉस के लिए जिसे भी चुना है। प्लीज उसे जल्दी भेजिए ना ताकि मैं सुकून से जी सकूं।"
मैक्स मन ही मन अयान की लाइफ में एक खुबसूरत और प्यारी सी लड़की की एंट्री के सपने देख रहा था जो अयान को मुस्कुराना सिखा दे।
जो एक मासूम और दिल की साफ लड़की हो। उसे लग रहा था कि शायद किसी लड़की के आने से अयान जैसा इंसान पिघल जाए।
वही अयान अपने सामने रखे लैपटॉप में काम में ही खोया हुआ था और वो इस वक्त काफी सिरियस लग रहा था कि तभी आचनक से तेज झटके के साथ उनकी कार रुकती है।
ऐसे झटके के साथ कार के रुकने से अयान गुस्से से भर जाता है क्योंकि उसके हाथ से उसका लैपटॉप भी छूट कर गिर गया था।
अयान बेहद गुस्से से चिल्लाया " वाट द हेल "
अयान की गुस्से भरी आवाज सुनकर मैक्स की हालत खराब हो जाती हैं और वो अपनी सहमी हुई आवाज में बोला " बॉस वो कुछ लोग रास्ता रोक खड़े है।"
मैक्स की बात सुनकर अयान की आंखे छोटी हो जाती हैं, और वो भी कार से बाहर की ओर देखने लगता है तो कुछ लोग जिप्सी से टेक लगा कर उनका रास्ता रोक कर खड़े थे।
उनमें से एक आदमी जो उनका हेड था वो आदमी जोर से चिल्ला कर बोला" क्या हुआ? बाहर नहीं आओगे क्या ? द बिजनेस किंग अयान सिंह राठौड़ क्या वो हमे देखते ही डर गया।"
इतना कर बोल वो जोर जोर से हंसने लगता हैं और उसके साथ खड़े उसके आदमी भी। वो सभी आदमी देखने से ही बिल्कुल गुंडे लग रहे थे।
उन्हें देखकर मैक्स परेशान हो गया था क्योंकि इस वक्त उनके साथ कोई गार्ड भी नहीं था।
मैक्स उन्हे देखते हुए अयान से बोला " बॉस ये सकल से ही गुंडे लग रहे हैं और इनके इरादे भी मुझे ठीक नहीं लग रहे।"
मैक्स की बात सुनकर अयान मुस्कुराया और बोला " हम्मम ये तो बड़ी अच्छी बात है। तुम्हे तो पता है ना , मुझे तड़पा तड़पा कर मरना कितना पसन्द है लेकिन मैंने बहुत दिनों से किसी पर अपना हाथ साफ नही किया है।
कुछ दिनो से मेरे दिल में इच्छा थी कि कोई तो ऐसा मिले जिसपर मैं अपना गुस्सा निकाल सकूं और देखो ये खुद ही मेरे सामने आ गए।"
इतना कह अयान कार की बैक डोर ओपन कर बाहर आ जाता है तो मैक्स परेशान होकर जल्दी से बाहर आता है।
मैक्स जल्दी से अयान के पास आया और परेशानी से बोला " बॉस प्लीज आप उनसे कोई फाइट नही करेगे। उन्हें मैं देखता हूं पर आप प्लीज अंदर जाइए।"
अयान की आंखों में गुस्सा छा गया और वो मैक्स को बुरी तरह से घूरते हुए बोला" जस्ट शट अप तुम्हे क्या लगता है ये मुझे टच भी कर पायेगा। क्या इनकी इतनी औकात है जो ये मेरा बाल भी बांका कर पाएंगे।
तुम मेरे साथ इतने सालों से रह कर भी कितना डरते हो? तुम्हे ना स्ट्रॉन्ग होने की जरूरत है। मैं इन जैसे मच्छरों से नहीं डरता। इन्हे तो मैं आज अच्छे से धोना चाहता हूं।"
मैक्स के चेहरे पर परेशानी साफ झलक रही थी।
अयान की फाइट को मैक्स अच्छे से जानता था , लेकिन अयान को अगर एक खरोंच भी आई तो उनकी फैमली में सब को उसे ही जवाब देना पड़ता था।
हमेशा सारा रायता अयान फैलाता था और बेचारा मैक्स ही उसे समेटता था। अरे अयान अपनी फैमिली की जान जो था।
मैक्स बेचारा बुरा फंसा था क्योंकि अयान तो उसकी सुनने से रहा और बाद में डांट भी उसे ही पड़ने वाली थी।
सामने जिप्सी से लगकर कुछ लोग हाथ में धारदार चाकू , हॉकी स्टिक और लोहे की रोड लेकर खड़े थे। उनके चेहरे पर खतरनाक मुस्कान थी।
उनका हेड आदमी जोर से चिल्लाया " अयान सिंह राठौड़ आज तेरी मौत पक्की है।"
अयान उन्हे देखते हुए अजीब तरह से मुस्कुराया। जैसे ये तो उसके लिए कोई बच्चों का खेल हो।
वैसे भी अयान जिस पोजीसन पर था उसके दुश्मनों की कमी नहीं थी। उस पर ऐसे हमले होते रहते थे। ये उसके लिए कोई बड़ी बात नहीं थी। अब तो उसे इसकी आदत सी हो गई थी।
मैक्स की हिम्मत तो नहीं हो रही थी अयान को रोकने की लेकिन वो एक बार फिर कोशिश करते हुए बोला " प्लीज आप इसमें मत पड़िए मैं इन्हे "
मैक्स अभी बोल ही रहा था कि तभी अयान ने उसे बेहद गुस्से भरी नजरो से देखा।
" मैं अगर कुछ करना चाहूं और अगर कोई मुझे बीच में रोकने की कोशिश करता है, तो मुझे उस पर बेहद गुस्सा आता है और तुम्हे पता होना चाहिए कि गुस्सा आने पर मैं उनके साथ क्या क्या कर सकता हूं ?
अगर तुम खुद को सही सलामत देखना चाहते हो, तो चुप चाप जो हो रहा है उसे देखो वरना अंजाम तुम्हारा भी बुरा हो सकता है।"
ये कहते हुए अयान की आवाज में वार्निग साफ झलक रही थी।
अयान की सीधी धमकी सुनकर मैक्स की सांसे उसके गले में ही अटक सी गई और वो अब कुछ बोल ही नहीं पाया।
वही उन गुंडों का हेड आयन को देख कर हंसते हुए बोला " आज मैं तुम्हे ऊपर पहुंचा कर रहूंगा। तुम्हे पता है तुम्हे मरने की मुझे इतने पैसे मिलेंगे की मैं मालामाल हो जाऊंगा।"
अयान एक डेविल स्माइल करते हुए बड़े आराम से बोला" तुम्हारा बॉस भी तुम्हारी तरह ही बिल्कुल बेवकूफ निकला । शेर को मरने के लिए उसने चूहे भेजे है।"
अयान की बातों से सारे आदमी गुस्से से भर गए।
अयान ने अपना कोट उतार कर कार की बोनट पर रखा और अपनी शर्ट की स्लीव को फोल्ड करने लगा ।
वो हेड आदमी जिसके चेहरे पर कई सारे कट के निशान थे, और वो बहुत डरावना लग रहा था।
वो गुस्से से चिल्लाते हुए बोला " वो तो अभी पता चल जायेगा की कोन शेर है और कोन चूहा? "
इतना कह वो अपने अदमियो को देखते हुए बोला " तुम सब खड़े क्या हो जाओ और इसकी सारी हड्डियां तोड़ दो। इसमें बड़ी अकड़ है।"
अयान ने अपनी कमर पर रखी हुई गन को निकल कर कार को बोनट पर रख दिया तो ये देखते ही मैक्स की हालत और खराब हो गई।
अब अयान ने एक डेविल स्माइल की और उन्हें हाथों से आने का इशारा किया। अयान को इतना चिल देखकर सब भड़क उठे थे।
दो आदमी गुस्से से एक साथ उसकी तरफ भाग कर आए , तो आयन ने बड़ी फुर्ती से दोनों के हाथों से लोहे की रोड पकड़ा कर छीन लिया और एक के पेट पर जोर से किक किया, और दूसरे के पैरों पर। दोनों ही दूर जा कर गिरे।
अयान ने उन्ही के हथियार से उन्ही पर एक के बाद एक कई वार कर डाले।
ये सब इतनी जल्दी हुआ की किसी को कुछ समझ ही नही आया और दोनो आदमी तड़पते हुए नीचे पड़े हुए थे।
मैक्स ने कॉल कर गार्ड को आने को कह दिया था। वैसे भी अभी वो अल्फा इंडस्ट्री से ज्यादा दूर नहीं आए थे, तो गार्ड यहां जल्दी ही पहुंच जायेंगे।
मैक्स अयान को देखते हुए मन ही मन बोला " भगवान जी मैंने अपका क्या बिगाड़ा है जो आपने मुझे ऐसा बॉस दिया जो खुद तो मुसीबत में कूदते है साथ में मुझे भी ले जाते है और उन्हे तो कुछ नहीं होता है, पर उनके घर वाले तो मेरी हालत ही खराब कर देते हैं।"
मैक्स का एक अगल ही दुख था। बेचारा अयान के साथ साथ उनकी पूरी फैमिली की भी सुनता था, लेकिन ये भी था कि ये फैमली इसे प्यार भी देती थी और अपनापन भी शायद यही वजह थी कि मैक्स को अयान की फिक्र रहती थी।
अब एक आदमी चाकू लेकर अयान के पास पहुंचा ही था कि तभी अयान ने लोहे की रोड से उसके घुटने पर वार किया, तो वो नीचे गिर पड़ा।
अब वहा सिर्फ चार लोग ही बचे थे। उनके चेहरे पर डर साफ झलक रहा था, लेकिन फिर भी चारों ने अयान पर हमला कर दिया ।
अयान इसके लिए भी रेडी था उसने लोहे की रोड को तेजी से उनकी तरफ फेका।
उस रोड़ के लगने से दो लोग गिर गए और बाकी के दो लोगो को अयान ने हाथ से धोने का मन बना लिया था। उसने ऐसे ही एक एक कर सबकी हड्डियां तोड़ डाली।
मैक्स ने सुकून भरी सांस ली। अयान की फायटिंग स्किल बहुत अच्छी थी और ये देखकर सब डर गए थे और अब तो डर से उनका बुरा हाल था।
अयान ने उन्हे बहुत अच्छे से कूटा था और वो सड़क पर पड़े हुए थे। ये सड़क शाम के इस वक्त पर खाली पड़ा था और चारों तरफ सन्नाटा छाया हुआ था।
अयान ने अपना हाथ साफ करते हुए एक डेविल स्माइल की और बोला " आज ही मेरी मॉम ने मुझसे कहा था कि मैं गुस्सा कम करू, लेकिन उन्हे कोन बताए तुम लोग मुझे बार बार गुस्सा दिला देते हो।"
सड़क पर सब दर्द से तड़प रहे थे और तभी उनमें से एक आदमी रोते हुए बोला " हमे छोड़ दीजिए सर। हम कभी आपके सामने नजर नहीं आयेगे।
हम पैसों के लालच में आ जाए थे, पर अब से ऐसी गलती कभी नहीं होगी।इसे हमारी आखरी गलती समझकर माफ कर दीजिए।"
अयान ने कुछ पल उन्हे ध्यान से देखा और कुछ सोचकर बोला" ठीक है तुम जा सकते हो।"
अयान की इस बात पर सबका चेहरा दर्द में भी खिल उठा ।
सब लड़खड़ाते हुए खड़े हो गए और अपनी जिप्सी की तरफ बढ़ गए लेकिन तभी अयान ने तेज आवाज में कहा " मैंने सबको जाने को नहीं कहा है।"
सबके कदम अपनी जगह पर रुक गए और सबके चेहरे पर डर छा गया ।
अयान ने हेड आदमी को घूरते हुए कहा " तुम्हारा हिसाब अभी बाकी है तो तुम नहीं जा सकते।"
अयान की इस बात पर उस आदमी के चेहरे पर पसीना छा गया और वो जल्दी जल्दी से ना में सर हिलाने लगता है। उसके पूरे शरीर में दर्द हो रहा था।
अयान के एक इशारा करते ही सब ने एक दुसरे को देखा और उसकी परवाह छोड़कर तेजी से जिप्सी में बैठकर वहा से भाग गए।
वो आदमी अपने लड़खड़ाते कदमों से जिप्सी के पास पहुंच पाता उससे पहले ही वो सब वहा से निकल चुके थे।
वो गुस्से से चिल्लाता रह गया" रुको मैं तुम्हारा बॉस हूं। तुम मुझे छोड़कर नहीं जा सकते।"
बेचारा देखता ही रह गया और सब उसे छोड़कर भाग गए थे और वो चाह कर भी कुछ नहीं कर पाया।
अब अयान ने उसको घूर कर देखा और डेविल स्माइल करते हुए बोला" मुझे मार कर मालामाल होना चाहते थे ना तुम तो अब क्या हुआ? अब मैं तुम्हारे बिल्कुल करीब हूं । मार डालो मुझे ।"
उस आदमी की कुछ कहने की हिम्मत ही नहीं हो रही थी। वो तो डर से कांप रहा था। अयान ने उसकी इतनी अच्छी खासी कुटाई जो की थी।
इस वक्त अयान की आंखों में गुस्सा छाया हुआ था और तभी सामने से एक कार आती है।
उसमे बैठी आही की नजरे जो बाहर का खूबसूरत नजारा देख रही थी आचनक ही उसकी नजर सामने के नजरे पर पड़ती हैं।
अयान का चेहरा आही को दिखाई नहीं दे रहा था, क्योंकि उसके सामने ही वो आदमी खड़ा था जिसका उसने कॉलर पकड़ रखा था।
आदमी डर से रिक्वेस्ट करते हुए बोला " प्लीज मुझे माफ कर दीजिए आगे से कभी ऐसी गलती नहीं होगी। मैं कभी आपके सामने नहीं आऊंगा।"
अयान अजीब तरह से मुस्कुराया और बोला" तुमने अपने डरपोक आदमियों के साथ मिलकर मुझे चोट पहुंचाने की कोशिश की, और अब चाहते हो कि मैं तुम्हे इतनी आराम से छोड़ दूं।
क्या मैं तुम्हे इतना महान दिखता हूं ? मैं तुम्हे छोड़ देता, लेकिन तुमने मुझसे जिस तरह से बात की वो मुझे पसंद नहीं आया इसलिए तुम्हें मुझसे कोई नहीं बचा सकता।"
इतना कहकर अयान ने उसके मुंह पर कस के एक पंच जड़ दिया तो उसके कान से खून निकलने लगा।
सामने का नजारा देख कर ड्राइवर जैसे ही कार पीछे लेने को होता है कि तभी आही बोली " अंकल कार रोकिए।"
ड्राइवर मना करते हुए बोला " नही मैडम आगे खतरा है। हमे यहां से निकलना होगा।"
ड्राइवर को अपनी बात ना बनता देख आही अब ऑडर वाले लहजे में बोली " अंकल मैंने कहा ना कार रोकिए। देखिए ना वो उन्हे मार रहे हैं।
ऐसे कैसे कोई सड़क पर किसी आदमी को मार सकता है। ये तो गलत है ना। हमे उसकी हेल्प करनी चाहिए। "
आही मासूम थी। वो ऐसे अपने सामने किसी को दर्द में नहीं देख सकती थीं। वो अब खुद को रोक नहीं पाई और जल्दी से कार से बाहर निकल गई।
आही जैसे ही कार से बाहर निकली। उसकी नजर अयान पर गई।
अब अयान उसे साफ दिख रहा था और अयान को देखते ही आही की आंखे हैरानी से बड़ी बड़ी हो गई।
अयान को गुस्से में देखकर आही अंदर तक सहम सी जाती हैं लेकिन तभी उसकी नजर उस आदमी पर जाती हैं जिसकी हालत कुछ ठीक नहीं थी।
आही जल्दी जल्दी से अयान के तरफ बढ़ते हुए गुस्से से तेज आवाज में बोली " मैंने तो आपको सिर्फ बदतमीज समझा था लेकिन आप तो बदतमीज के साथ साथ में गुंडे भी निकले।"
अयान जिसने अभी अपने हाथ एक और पंच मरने के लिए उठा लिया था उसने जैसे ही ये आवाज सुनी। उसकी आंखे सर्द हो गई और वो सामने की ओर घूरने लगा, जहां से आही उसकी तरफ आ रही थी।
आही अयान के पास उसके सामने आ कर खड़ी हो गई और गुस्से से नाक सिकुड़ कर बोली" अभी के अभी इन्हे छोड़िए। आपको जरा भी शर्म नहीं आती, यू खुले सड़क पर किसी को पीटते हुए।"
आही गुस्से में थी। उसे नहीं पता था कि थोड़ी देर पहले यहां क्या हुआ है? लेकिन अभी वो जो देख रही थी। उस हिसाब से अयान गलत था।
आही की बात सुनकर मैक्स की आंखे बड़ी बड़ी हो गई और वो ऊपर देखते हुए बोला " हे भगवान जी! ये बच्ची क्यों आग में घी डाल रही है।
इसे नहीं पता ये किसके सामने बोलने की हिम्मत कर गई हैं। बॉस को जरा भी नहीं पसंद कोई उनके सामने हल्की सी भी ऊंची आवाज में बाते करे।
बॉस किसी डेविल से कम नहीं हैं, बल्कि ये तो डेविल के बाप है। हे ऊपर वाले इसे बॉस के गुस्से से बचा ले।"
आही की बात सुनकर मैक्स के दिमाग में यही चल रहा था कि इस लड़की को अपनी जान प्यारी नही है क्या ?
आही ने एक ब्लैक कलर की ड्रेस पहन रखी थी और उसके सिल्की लंबे बाल इस वक्त खुले हुए थे।
बड़ी बड़ी नीली समुद्र जैसे गहरी आंखों में इस वक्त गुस्सा था। वो छोटी सी बच्ची लग रही थी, जो मैक्स को पिघला रही थी ।
मैक्स को आही मासूम बच्ची की तरह लग रही थी और उसे आही के लिए अब टेंशन होने लगीं थीं कि अयान का गुस्सा कहीं आही पर ना फूट पड़े।
वो नहीं चाहता था कि अयान किसी भी तरह से आही को हर्ट करे।
मैक्स डरी सहमी नजरों से अयान को देखने लगता है जो अपनी ग्रे गहरी आंखों से आही को खा जाने वाली नजरों से घूरे जा रहा था।
बेसक उसे आही का यू बीच में आना पसंद नहीं आया था । उसकी आंखों में गुस्सा था।
क्या मैक्स का डर सच हो जायेगा ?
आखिर क्या अंजाम होगा आही की इस गुस्ताखी का ?
क्या अयान का गुस्सा सच में आही पर निकल जायेगा?