आही ना जाने कब से परेशानी से किचन के चक्कर लगा रही थी। ये किचन इतना बड़ा था कि उसे क्या कहा रखा है? इसे ढूढने में बहुत प्रॉब्लम हो रही थी।
" यार ये मॉन्स्टर तो कुछ ज्यादा ही रिच लगते है तभी तो इतना बड़ा और सलीके से सेट किया हुआ किचन है। मैंने उनका कमरा ठीक से नहीं देखा है लेकिन जितना देखा है । उससे महसूस होता है वो भी बहुत लग्जरी था।"
आही कॉफी का सामान ढूंढते हुए अयान को कोसे जा रही थी और उसका मन तो कर रहा था कि वो सामने से अयान को सुनाए पर उसमे इतनी हिम्मत नहीं थी।
आही एक पतीला गैस पर चढ़ते हुए बोली " पता नही मैं कहा फंस गई हूं। भाई प्लीज मुझे जल्द अपने पास ले जाइए, वरना मैं इस अजीब से इंसान के साथ रह कर पागल हो जाऊंगी।"
किचन का सारा सामान बहुत ही अच्छे से सजाकर रखा गया था और आही को जो चाहिए था वो ढूंढने में उसे काफी मेहनत करनी पड़ी थी।
वही अयान ऊपर अपने कमरे में आया और सीधा वासरुम में चला गया। उसे अभी नहाना था।
लगभग आधे घंटे बाद वासरुम का दरवाजा खुला है और अयान अपने कमर पर एक टावल लपेट कर बाहर आया।
उसके बाल इस वक्त उसके माथे पर बिखरे हुए थे और बालों से पानी टप टप टपक रहा है जो उसके गले से होते हुए उसके कमर तक आ कर टावल में घूम हो रहा था।
अयान ने अब अपने कमद ड्रेसिंग मिरर की तरफ बढ़ाए और हेयड डायर उठा कर अपने बाल सुखाने लगा।
अयान इस वक्त बेहद हॉट लग रहा था। बाल सुखाने के बाद अयान चेंज करने क्लोसेट रूम में चला गया।
कुछ देर बाद जब अयान क्लोसेट से बाहर आया तो उसने एक ब्लैक शर्ट और पैंट पहन रखी थी। उन कपड़ों में भी वो बहुत अट्रैक्टिव लग रहा था।
अयान ने खुद को मिरर में देखा और और तभी अचानक उसे आही और अपनी किस याद आ जाती हैं और किस के बाद उसका वो छोटा सा गुस्से से लाल हुआ चेहरा।
आही गुस्से में और भी प्यारी लगती थी। उसके वो सॉफ्ट लाल लाल गाल बेहद खूबसूरत लगते थे।
अयान ने अपने होठों को हल्का सा टच किया और एक डेविल स्माइल करते हुए बोला " तुम सिर्फ मेरी हो मई लिटिल एंग्री बर्ड। सिर्फ मेरी।"
अयान के होठों पर डेविल स्माइल थी। कुछ सोचते हुए वो अपने कमरे से निकल गया और सीधा स्टडी रूम की तरह बढ़ गया।
अयान जब अपने स्टडी रूम में आया तो आराम से सोफे पर बैठा तभी उसका ध्यान टेबल पर रखे आही के पर्स पर गया।
अयान ने कुछ पल पर्स को देखा और फिर तिरछी स्माइल कर पर्स को ओपन किया और उसमे से आही के फोन को निकाल लिया।
आही के फोन पर बहुत ही सुन्दर प्रिंसेस कवर लगी हुई थी और उस प्रिंसेस कवर को देखते हुए अयान के चेहरे पर अजीब से भाव थे।
उसे वो फोन किसी बच्ची का लग रहा था। लगता भी क्यों नहीं आही को बच्चों वाला शौक जो था।
उस कवर को देखते हुए अयान धीरे से मुस्कुराया" क्या बात है लिटिल बर्ड कवर भी बच्चों वाला और दिमाग भी बच्चो वाला ही है और गुस्सा तो और भी बच्चो वाला है।"
अयान ने आही का फोन ओपन किया तो फोन के खुलते ही स्क्रीन पर एक के बाद एक मिस काल्स की लंबी लाइन लग गई।
उसे देखकर ऐसा लग रहा था जैसे कॉल्स की बारिश हुई हो। अक्षत, शेरा और कोमल के कई सारे मिस कॉल्स थे।
स्क्रीन पर सो हो रहे इतने सारे मिस कॉल लिस्ट को देख कर अयान की आंखे छोटी छोटी हो गई थी।
अब अयान ने स्क्रीन को सर्द नजरों से घूरना सुरु कर दिया क्योंकि आही ने बड़े प्यार से अक्षत का नंबर भाई के नाम सेव किया था और उसके साथ में आही ने तीन रेड कलर का हार्ट और एक स्माइली लगा रखा था।
अयान चिढ़ कर बोला " ये लड़की कुछ ज्यादा ही प्यार करती है आपने भाई से हार्ट तो ऐसे लगा रखा है। जैसे यही इसका सब कुछ हो लेकिन नही लिटिल एंग्री बर्ड, मैं अब से तुम्हारी लाइफ का सबसे अहम हिस्सा बनूंगा।"
इतना कह अयान ने कुछ सोचा और तिरछी स्माइल करते हुए स्टडी रूम से निकल कर नीचे की तरह बढ़ गया।
दूसरी तरफ
अक्षत गुस्से से लाल था और शेरा की हिम्मत ही नहीं हो रही थी कि वो अक्षत से कुछ कह सकें।
अक्षत की के बाल पूरे बिखरे हुए थे और आंखे बेहद लाल थी।आही के ना मिलने की वजह से वो पूरी रात नहीं सोया था। सिर्फ अक्षत ही नही शेरा भी पूरी रात नहीं सोया था।
अक्षत अपने गार्ड पर चिल्लाते हुए बोला " तुम लोगो से एक काम भी ठीक से नहीं हो पाता। एक एक काम दिया था मैंने तुम लोगो को, लेकिन तुम लोगो से वो भी नहीं हो पाया।
कल शाम से ही मेरी आही गायब है और तुम लोग बस टाइम पास करने में लगे हुए हो। आखिर कर क्या रहे हो तुम सब? क्या मैं तुम्हे टाइम पास के लिए पैसे देता हूं।
मैं बता रहा हूं अगर मुझे मेरी बहन जल्द से जल्द नहीं मिली ना तो मैं तुम्हारा सब का जीना हराम कर दूंगा।"
अक्षत शांत इंसान था वो नॉर्मली ज्यादा गुस्सा नही करता था लेकिन आज वो बेहद गुस्से में था। जिससे सब डरे हुए थे।
अक्षत मुंबई में ज्यादा किसी को जनता नही था। उसका यहां एक अच्छा फ्रेंड था लेकिन फिलहाल वो मुंबई में नहीं था। इस वजह से अक्षत उससे मदद भी नहीं ले सकता था लेकिन फिर भी उसने अपने आदमियों को आही को ढूंढने में लगा दिया था।
अक्षत का दिमाग कल से बेहद गर्म था, इसलिए शेरा ने कुछ ना कहना सही नहीं समझा और आही को ढूंढने में लग गया।
आही उसके लिए छोटी बहन जैसी थी। वो बचपन से उसे देखता आ रहा था। उसे भी आही को लेकर बहुत टेंशन हो रही थी।
अयान का विला ...
अयान नीचे आता है और सोफे पर आराम से फैल कर बैठ गया और आही को आवाज लगाते हुए बोला " कॉफी बनी या फिर दो चार दिन और लगेंगे।"
अयान की आवाज सुनते ही आही जो अब तक ये सोच रही थी ब्रेकफास्ट में क्या बनाना है? वो होस में आई और बोली " कॉफी रेडी है ।"
इतना कह आही अब कॉफी को देखती है,जो अब तक ठंडी हो चुकी थी। आही जल्दी से कॉफी गर्म करती है और कॉफी मग में निकालती हैं।
आही उस कॉफी मग को घूरते हुए बोली" मिस्टर कड़वे करेले के लिए कड़वी कॉफी रेडी है। "
मन ही मन अयान को कोसते हुए आही कॉफी ले कर जल्दी से किचन से बाहर आती है।
आही कॉफी मग लेकर अयान के सामने खड़ी हो जाती हैं तो अयान उसके हाथ से कॉफी मग लेते हुए बोला " तुमने अपने लिए कॉफी नही बनाई ? "
अयान का सवाल सुनकर आही जो पहले से ही चिढ़ी हुई थी। वो चिढ़ कर बोली" मुझे नहीं पसंद ये कड़वी कॉफी। आप भी ये मत पिया कीजिए और अब से मीठा खाना स्टार्ट दीजिए।"
अयान अपनी एक भौंहे चढ़ाते हुए बोला " वो क्यों?"
गुस्से से आही के गाल इस वक्त फूले हुए थे। जिससे वो और क्यूट लग रही थी और अयान उसे ही देखे जा रहा था।
आही बिना सोचे समझे ही फाटक से बोल पड़ती है " वो इसलिए क्योंकि मुझे लगता है कि मीठा खाने से आप भी मेरी तरह ज्यादा तो नहीं पर कुछ तो मीठा बोलने लगेंगे।"
आही अभी बोल ही रही थी कि तभी उसे किसी की तपती हुई गहरी नजरे खुद पर महसूस हुई। उसने जब नजर उठा कर सामने अयान को देखा तो एकदम से चुप हो गई।
अयान आही को घूरते हुए मुस्कुरा कर बोला" अच्छा तो मीठा खाने से जुबान भी मीठी होती हैं। ये तो मुझे आज पता चला। वैसे तुम्हे और क्या क्या पता है ?"
इतना कह अयान ने कॉफी मग टेबल पर रखा और आही का हाथ पकड़ कर एक झटके से उसे अपनी तरफ खींच लिया।
आचनक हुए इस हरकत से आही संभल नहीं पाई और सीधा अयान की गोद में जा कर गिरी। खुद को यू अयान की गोद में देख कर आही की आंखे बड़ी बड़ी हो गई।
अयान को को कमर से थामे हुए बोला " हम्मम तो तुम्हे लगता है कि स्वीट खाने से मैं स्वीट हो जाऊंगा।"
अयान आही को घूरे जा रहा था और आही अब कुछ बोल ही नहीं पा रही थी।
आही हड़बड़ाकर जैसे ही उठने को हुई की तभी अयान ने उसे कमर से पकड़ लिया और बोला " मैं आखिर बार कह रहा हूं कोई भी ऐसी हरकत मत करना जिससे बाद में तुम्हे पस्ताना पड़े।"
अयान की इस बात पर आही ने हिलना बंद कर दिया तो अब अयान ने कॉफी का मग उठा लिया और उसे ध्यान से देखने लगा।
आही को कुछ समझ नहीं आया तो वो धीमी आवाज में बोली " आप ऐसे क्यों देख रहे है?"
अयान कॉफी को अजीब तरह से देखते हुए बोला " इसमें पोइजन तो नही मिलाया है ना ?"
आही हैरानी से अपनी बड़ी बड़ी आंखे किए अयान को देखने लगी और बोली" ये ये आप कैसी बाते कर रहे हैं। मैं ऐसा क्यों करूंगी ?"
अयान ने आही को कुछ पल देखा और कॉफी मग उसके सामने करते हुए बोला " तो प्रूफ करो ।"
आही को अब गुस्सा आ गया और वो मुंह बनाते हुए बोली " देखिए आपको ये पीना है तो पीजिए, वरना मत पीजिए मैने आपको जबरदस्ती पीने को नही कहा है।"
आही की आवाज से साफ पता चल रहा था कि वो बहुत चिढ़ गई थीं। ये बात अयान भी बहुत अच्छे से समझ रहा था और आही को चिढ़ा हुआ देखकर उसके होठों पर एक ना दिखने वाली स्माइल थी।
अयान आही के चेहरे के करीब होकर बोला " अगर मैं कॉफी पी ली और मुझे कुछ हो गया तो मेरी मॉम का क्या होगा ? वो मुझसे बहुत प्यार करती है। मैं कोई रिस्क नहीं ले सकता चलो पी कर प्रूफ करो की तुमने इसमें कुछ नहीं मिलाया है।"
अयान ने कॉफी मग आही के होठों के करीब कर दिया था तो आही पीछे की तरफ चेहरा करते हुए बोली " मुझे नहीं पीना आपको पीना है तो पीजिए वरना फर्क दीजिए।"
इस बार अयान ने बेहद सख्ती से कहा" ऐसे कैसे फेक दूं। ये तुम्हें पिनी ही पड़ेगी। "
आही ने रोनी सूरत बनाकर कहा "मैंने अब तक ब्रास भी नही किया है। "
अयान ने कुछ पल तक आही को घूरा और तिरछी स्माइल करते हुए कहा " कोई बात नहीं मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं है। तुम पियो।"
अयान की इस बात पर आही की आंखे एकदम से बड़ी बड़ी हो गई और उसे तो लगा था वो बच जायेगी लेकिन अयान तो मानने को तैयार ही नहीं था।
बेशक उसे आही को परेशान करने में मजा आ रहा था। ये लड़की पहली ऐसी लड़की थी जो उसे इस कदर पसंद आ गई थी कि वो अब अयान का जुनून बन गई थी।
आही को अयान पर अब बेहद गुस्सा आ रहा था और वो अब गुस्से से नाक सिकुड़ कर बोली" अजीब जबरदाती है मैंने कहा ना मुझे नही पीना। आपको इतना डर लग रहा है तो मत पीजिए।"
आही के छोटे से चेहरे पर उसका चिढ़ और गुस्सा साफ साफ दिख रहा था। अयान ने कुछ पल उसे घूरा लेकिन कुछ नहीं कहा।
अयान ने कॉफी की एक सिप लिया और कहा" कॉफी तो काफी अच्छी बनी है लिटिल बर्ड,अब ये बताओ ब्रेकफास्ट में क्या बनाया है ?"
ब्रेकफास्ट की बात सुनकर आही परेशान हो गई। उसे कुछ भी समझ ही नहीं आ रहा था कि वो क्या कहे ?
आही को कॉफी, चाय , मैगी, अमलेट और पास्ता बनने के आलावा और कुछ बनाने नही आता था।
मैंगी , अमलेट और पास्ता उसे बहुत पसंद थी और रही बात कॉफी और चाय की तो कॉफी अक्षत को पसंद थी। बस इसलिए ये सारी चीज उसे बनानी आती थी।
इसके अलावा उसे और कुछ भी बनाना नही आता था और ये सब अक्षत के लाड का नतीजा था। वो उसे किचन में घुसने ही कहा देता था।
आही को चुप देख कर अयान ने सर्द आवाज में कहा " मैंने कुछ पूछा है तुमसे जवाब दो ?"
अयान की इन हरकतों से आही अब बहुत परेशान हो गई थी और फिलहाल उसे वासरुम भी जाना था। उसने कोई जवाब नहीं दिया।
आही का अब धीरे धीरे पूरा चेहरा लाल होने लगा था और वो धीरे से कसमसाते हुए उठने की कोशिश करने लगती है लेकिन वो उठ ही नहीं पा रही थी।
अयान ने अपने एक हाथ से उसकी नाजुक सी कमर को बहुत मजबूती से पकड़ रखा था और दूसरी से कॉफी मग पकड़ रखा था और उसकी सिप ले रहा था।
आही ने धीरे से अपनी नजरे उठाई और अयान की तरफ देखा और बड़ी मुश्किल से जैसे ही कुछ कहने को हुई की तभी अयान ने कहा " कोई बहाना नहीं चलेगा। चुप चाप बैठी रहो। "
आही की बोलती बंद हो गई।
कुछ ही पलों में आही का चेहरा एकदम लाल हो गया और वो धीरे से बोली " मुझे वासरुम जाना है।"
ये कहते हुए आही ने अब अपना चेहरा एकदम से नीचे झुका लिया और फर्स को घूरने लगी। उसे अब शर्म आने लगी थी।
अयान ने आही के लाल पड़ चुके चेहरे को देखा और कॉफी की एक सिप लेते हुए बोला" अच्छा बहाना है। मुझसे दूर भागने का लेकिन मैं जाने नहीं दूंगा।"
आही ने दोनों हाथों की उंगलियां को आपस में उलझाया और बेहद धीमी आवाज में बोली " प्लीज मैं कोई बहाना नहीं बना रही हूं।"
अयान ने उसके लाल पड़ चुके चेहरे को देखा और एक गहरी सांस ली और कहा" ओके जाओ और जल्दी आना मुझे ब्रेकफास्ट करना है।"
अयान की पकड़ अब आही की कमर पर ढीली पड़ गई । जिसका एहसास होते ही आही सौ की स्पीड में भागते हुए ऊपर की तरह भागी ।
उसकी इतनी स्पीड देख कर अयान उसे बुरी तरह घूरते हुए कड़क आवाज में बोला " अगर गिरी ना तो गिरने से तुम्हारे पैर टूटे या नही पर मैं तुम्हारे पैर जरूर तोड़ दूंगा।"
आही ने कानो में जैसे ही अयान की कड़क आवाज गई । वो अब भागना छोड़ कर तेज तेज कदमों से आयन के कमरे की तरह बढ़ गई।
आही के ऊपर जाते ही अयान ने कॉफी के मग को सामने टेबल पर रखा और अजीब तरह से मुस्कुराया। उसे आही के साथ में वक्त बिताना अच्छा लग रहा था।
अयान के चेहरे पर इस वक्त एक टेडी मुस्कान थी और तभी उसका फोन रिंग करने लगता है।
अयान ने अपने पैंट की पॉकेट से अपना फोन निकला और स्क्रीन पर सो हो रहे नाम को देखकर उसके चेहरे के भाव बदल गए।
क्या आही यहां से निकल पायेगी ?
क्या अक्षत अयान तक पहुंच पायेगा और आही को अपने साथ ले जायेगा ?
क्या अयान कभी ऐसा होने देगा ?