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Chapter 10 - beautiful caretaker

अब तक

अश्विन सिंध्या को देखता हैं जो की उसके बच्चो से काफी ज्यादा क्लॉज हो गई थी एक ही मुलाकात में , , वो उसे देख सोचता हैं _" आखिर यह लड़की हैं क्या , , , "

वही सिंध्या अश्विका और ईधांश के बीच बैठी हुई थी , , और अश्विका की बेतुकी बाते सुन कर हस रही थी।और जवाब दे रही थी।

अश्विन भी उनके पास आ थोड़ी दूरी पर सोफा पर बैठ जाता हैं और न्यूज पेपर पड़ते हुए उन्हे देख रहा था।

तभी रीमा अपने रूम से बाहर आती हैं और बगासी करते हुए आ रही थी , , उसे एक सर्वेंट दिखता हैं , , वो उससे कहती हैं मेरे लिए हनी ड्रिंक ले आओ

रीमा का इतना कहना भर था की अश्विन की आवाज आती हैं _" तुम यह की महारानी नहीं ही जो हुकुम दे रही हो , , ,उससे भी important तुम मेरे घर में केसे रह रही हो।"

रीमा अश्विन की डरावनी आवाज सुन कर डर जाती हैं कर डरते हुए कहती हैं _" वो , , वो ,  , दादी ने कहा था , , ईधांश की देखभाल के लिए "

ईधांश रीमा से चिड़ते हुए कहता हैं डॉन्ट काल मि ईधांश , , "

अब आगे

ईधांश की बात सुन रीमा अश्विन के सामने एंबार्स हो जाती हैं , , वो ईधांश को सॉरी बोलते हुए कहती हैं _" i am sorry में आगे से नहीं कहूंगी।"

ईधांश को रीमा से बदतमीजी करता देख अश्विन ईधांश को मना करते हुए कहता हैं _" ईधांश बिहेव , , तुम ऐसे बढ़ो से बात नही कर सकते हो में मना किया हैं न , , तुमसे "

रीमा अश्विन को अपनी साइड लेता देख अंदर से खुश हो जाती हैं और अश्विन से कहती हैं _" it's okay sir " यह बोल वो प्यारी सी स्माइल देने लगती हैं जिसमे वो बहुत गंदी दिख रही थी । ( बाकी सब को , , क्युकी कोई उसे पसंद नही करता है)

अश्विन थोड़ी देर बाद अपने स्टडी रूम में चला जा हैं , , वो ईधांश की वजह से ऑफिस नही जा रहा था ज्यादा से ज्यादा काम घर से हैंडल कर रहा था।

दोपहर का वक्त

मेंशन के सामने एक चमचमाती कार आ कर रुकती हैं , , और उसके अंदर से कोई 50 साल की औरत गहनों से लदी बाहर आती हैं । मेंशन को अपनी आंखों से देखते हुए कहती हैं _" आज यह मेंशन मेरा होता पर , , देखो में इस मेंशन में हमेशा मेहमानों जेसे आती हु , , ज्यादा दिन तक में यहां मेहमानों जेसे नही रहूंगी , , खुद इसकी मालकिन बंजाऊंगी , " यह सोच वो अंदर आ जाति हैं।

अंदर अश्विका नीचे मेट पर बैठ कर एक ब्रिज बना रही थी अपने ब्लॉक्स से , , हो पूरा बनने वाला था।

वो औरत अंदर आती हैं और अश्विका को देख नकली मुस्कान के साथ बोलती हैं , , _" ओले मेरी बेबी , , क्या कर रही हैं , आजा दादी के पास , ,  , , " यह वो वो आगे आने लगती हैं।

अश्विका उनको देख स्माइल कर अपनी प्यारी आवाज में कहती हैं _" दादी , , आप केछी हो , ,"

अश्विका के इतने प्यार से बोलने पर वो औरत भी प्यारी स्माइल कर देती हैं।

वो औरत दादी को आवाज देते हुए कहती हैं _"चाची , , , चाची , , कहा हो आप , , "s

किसी की आवाज सुन दादी जब हॉल में आती हैं तो उस औरत को देख बोलती हैं _" अरे गुंजन ,  , , तुम अचानक केसे  , , कोई खबर नही " यह बोल दादी गुंजन बुआ को गले लगा लेती हैं।

वो औरत गुंजन , , दादाजी के बड़े भाई की बेटी हैं और अश्विन की बुआ, यह अपने हसबैंड के साथ मुंबई के ही दूसरे साइड रहती हैं । इनके दो बच्चे हैं दोनो ही बाहर पड़ते हैं ।

गुंजन बुआ को देख दादी ज्यादा खुश नही थी , फिर भी आपने चेहरे पर नजर नहीं आने दे रही थी।

दादी और गुंजन बुआ दोनो ही सोफा पर बैठ बाते करने लगती हैं , और अश्विका अपने ब्लॉक्स पर वापस लग गई ।

थोड़ी देर बाद वहा रीमा भटकते भटकते वहा आ जाती हैं , किसी नए चेहरे को देख पहले तो कन्फ्यूज होती हैं पर दादी की बात सुन समझ जाति हैं यह फैमिली मेंबर हैं वो गुंजन बुआ के पास जा उनकी तरीफो के पुल बांधने लगती हैं ।

गुंजन बुआ को अपनी तारीफ सुनना बहुत पसंद था वो रीमा की बात सुन खुश हो गई थी और दादी से कहती हैं। , , _" चाची यह लड़की कोन हैं "

दादी रीमा को एक नजर देख गुंजन बुआ से कहती हैं _" यह ईधांश की केयरटेकर हैं "

गुंजन बुआ कन्फ्यूजन में बोलती हैं _" केयरटेकर क्यों?"

गुंजन बुआ की बात पर दादी ईधांश के एक्सीडेंट के बारे में सब बता देती हैं !

दादी की बात सुन गुंजन बुआ गुस्सा होते हुए कहती हैं _" चाची। , ,यह क्या बात हुई आपने तो हम पराया कर दिया , , इतना बड़ा हादसा हो गया और आपने बनाना जरूरी नहीं समझा 😡"

यह बोल वो मुंह फेर देती हैं।

दादी गुंजन बुआ को मानते हुए कहती हैं _" ऐसी बात नही हैं गुंजन , इतना कुछ एक साथ हुआ , , हमारे दिमाग से ही उतर गया माफ कर दो "

दादी की बात पर गुंजन बुआ दादी को माफ करते हुए कहती हैं _" कोई बात नही चाची जी , , वैसे हमारा ईधांश कहा हैं , ,  उसे बुलाइए ,,, , ,,"

दादी अपना सिर हा में हिलाते हुए एक सर्वेंट को ईधांश को बुलाने भेज देती हैं।

5 मिनिट बाद

सिंध्या ईधांश को अपने गोद में लिए नीचे आ रही थी , ईधांश पूरा सिंध्य से लिपटा हुआ था ।

सिंध्या ईधांश को ला सोफा पर दादी के पास बिठा देती हैं कर खुद साइड में खड़ी हो जाती हैं।

सिंध्या को देख गुंजन बुआ दादी से कहती हैं _" यह कोन हैं अब?"

दादी कुछ कहती उससे पहले ही अश्विका सिंध्या के पेरो से लिपटे हुए कहती हैं _" मम्मा , , देखो , अशी ने क्या बनाया हैं " यह बोल अश्विका सिंध्या को अपने बनाए ब्लॉक से बने ब्रिज को दिखाती हैं ।

अश्विका को बिजी देख दादी कहती हैं _" ईधांश की केयरटेकर और नर्स "

गुंजन बुआ हैरानी से _" इतनी सुंदर , , हैं यह , क्या यह भी केयरटेकर हैं "

To be continue

Kesa lga part btana mat bhulna , ,or deri ke liye sorry me zra bahar gayi hui thi , , ,