Chereads / My Poem's & Shayris (Hindi) Vol 1 / Chapter 39 - Shairy No 39

Chapter 39 - Shairy No 39

बेरंग सी इस दुनिया में हम इंतज़ार कर रहे है

की तुम आओगी जरूर हमारे पास

अपनी ग़लतफमीन सुधारकर

तुम्हारे बगैर यह दुनिया हमें बेरंग सा लगता है

अब आ भी जाओ और दुनिया रंगीन बना दो हमारे

राह ताख रहा हूँ मैं अब तुम कब आओगी

इंतज़ार है तुम्हारा अभी पूरा जान बाकि हैं