अर्ज़ कुछ यूँ किया है ज़रा गौर फरमाइयेगा
चाय और नींद से ज़िन्दगी का गुजारा नहीं होता
चाय और नींद से ज़िन्दगी का गुजारा नहीं होता
मेहनत भी कोई चीज है जिसे गुजारा है होता
अर्ज़ कुछ यूँ किया है ज़रा गौर फरमाइयेगा
चाय और नींद से ज़िन्दगी का गुजारा नहीं होता
चाय और नींद से ज़िन्दगी का गुजारा नहीं होता
मेहनत भी कोई चीज है जिसे गुजारा है होता