मेरे पिता स्वर्गीय श्री राम शंकर गोयल एक लेखक थे उन्होंने कई गीत गजलें शायरी लिखी है.
मेरे पिता ने कई बार चाहा कि वह अपनी रचनाएं आप सभी पाठकों के बीच रख सकें परंतु कभी परिवार की समस्याओं में घिरकर और कभी हमारी परवरिश में फँसकर वह अपनी ख्वाहिशे को कभी पूरा नहीं कर पाए और 27/0 5/ 2018 को उन्होंने अपना देह त्याग दिया मेरे पास उनकी कई रचनाएं लिखी हुई है उनमें से कुछ आपके साथ बांटना चाहता हूं. और आशा करता हूं कि यह रचनाएं आपको पसंद आएँगी.