क्यों बनाये तुमने रिश्ते फिजूल के
कांटे कई चुभो गये दिल में बबूल के
कल रात में एक शख्स घुट - घुट के मर गया
दब कर पहाड़ में अपने असूल के
करते रहे दिल से मेरे छेड़खानियां
तेवर बदल गए है अब देखो रसूल के
हम तुमसे क्या मिले दुनिया बदल गई
फिरते हैं मारे मारे सुदको भूल के
आहत चैन न मिले इस घड़ी के बाद
रह गई है जिंदगी कशमकश में झूल के
By RS Goyal