उस समय,किंडरगार्टन में क्लास समाप्त होने वाली थी। उसने पहले सोचा था कि,उस दिन वो ऑफिस के बाद यूयू को उसके पसंदीदा क्रैब रो ज़ियालोंगबाओ खिलवाने ले जाएगी।
इसलिए उसने क्लास ख़त्म होने के बाद यूयू को स्कूल में इंतजार करने के लिए कहा था।
लेकिन अब,युन शीशी अपनी ऐसी हालत में यूयू को लेने नहीं जाना चाहती थी, इसलिए वो जल्दी से कैब करके घर चली गयी, कपड़े बदले,और अपनी चोट पर दवा लगाई।
जब तक वो किंडरगार्टन में पहुंची,तब तक सभी बच्चे जा चुके थे, सिर्फ यूयू अपना बैग लेकर स्कूल के प्रवेश द्वार पर अकेला बैठा था।
दूर से, उसने उस छोटे बच्चे को अपना सिर नीचे करके बैठे देखा,उसका हाथ किसी चीज को जोर से पकड़ा हुआ था। वो उसे बहुत ध्यान से देख रहा था।
युन शीशी ने अपने दिल में उदासी को दबा दिया और अपने गाल को थपथपाया। मुस्कराते हुए वो उसकी ओर बड़ी।
"यूयू !"
यूयू ने अपना सिर उठाया। यह देखकर कि यह उसकी माँ थी, उसका चेहरा चमक उठा और उसने एक मीठी सी मुस्कान दी। वो जल्दी से उचककर खड़ा हुआ और उत्साह से उसकी ओर दौड़ा। उसने अपनी बाहें खोल दीं और उल्लासपूर्वक उसकी तरफ दौड़ा।
"मम्मी! मम्मी यूयू को गले लगाओ...।"
युन शीशी थोड़ा सा झुकी। बच्चा उसकी बाँहों में एक कपास की गेंद की तरह घुस गया, और उसे प्यार करने लगा।
उसका दूधिया सफेद चेहरा प्यार से युन शीशी की गर्दन में घुस गया,और उसने अपने छोटे से होंठों को ऊपर कर लिया। उसने थोड़ा गुस्सा दिखाते हुए कहा,"मम्मी,आप इतनी देर से क्यों आईं? यूयू इतनी देर से आपका इंतजार कर रहा है। ...
"सॉरी,यूयू। मम्मी के ऑफिस में कुछ काम आ गया था, इसलिए मुझे देर हो गई।"
"ठीक है! फिर यूयू मम्मी को माफ कर देता है!"बच्चे ने अपना सिर ऊपर की ओर उठाया। उसकी आकर्षक आँखों ने एक आर्च बनाया; उसकी आँखों के गोले सूरज की रोशनी की तरह चमक रहे थे।
यूयू थोड़ा मुस्कुराया और फिर अपने होठों को दयनीय रूप से सिकोड़ लिए। उसने अपने हाथ अपने पेट पर घुमाते हुए कहा,"मम्मी, यूयू को भूख लगी है! मम्मी ने आज यूयू को जियाओ लोंगबाओ खिलवाने का वादा किया था ! हम वह खाने कब जा रहे हैं?"
उसके शब्दों को सुनकर युन शीशी के चेहरे के भाव थोड़े बदल गए। वो थोड़ी दुविधा में थी।
बैंक में उसकी सारी बचत पहले से ही उस मनहूस युन ना के ऋण को चुकाने में ख़त्म हो गई थी।
जब उसे आज काम से निकाल दिया गया,तो उसके मैनेजर ने उसे इस महीने के वेतन और एक मुश्त राशि का भुगतान किया, लेकिन ये केवल अगले दिन ही उसके खाते में ट्रांसफर किए जा सकते थे। उस वक़्त,उसके पास कुछ भी नहीं था।
क्रैब रो ज़ियालोंगबाओ यूयू का सबसे पसंदीदा खाना थे। हालांकि,यह बहुत महंगा था, इसलिए केवल विशेष दिनों पर ही,या जब युन शीशी को बोनस मिलता था तो वो यूयू को यह खाने के लिए बाहर ले जाती थी।
युन शीशी को अंदर से थोड़ा कड़वा लगा। उसने अपनी आँखें उठाईं और यूयू की तरफ देखा। उसने धीरे से यूयू के नरम गाल को सहलाया और शांती से उससे कहा,"यूयू आज हम घर पर ही खाना खाते हैं,ठीक है?"
जैसे ही उसने यह कहा,यूयू का चेहरा उतर गया। निराशा से उसकी आँखें नीचे हो गयीं,उसका मुँह बन गया, और भौंहें सिकुड़ गयीं, उसने धीरे से बुदबुदाया,"मम्मी, आपने मुझसे वादा किया था। आप अपने शब्दों को वापस नहीं ले सकती हैं..."
उसने अपने हाथ में पकड़ा हुआ कागज का टुकड़ा कसकर मरोड़ दिया। वो बहुत उदास हो गया,उसका चेहरा लाल हो गया था। उसकी आँखों की मोटी पुतलियों में नमी आ गयी- ऐसा लग रहा था कि वो बस रोने ही वाला था।
युन शीशी को समझ नहीं आ रहा था कि वो क्या करे जब उसने उस बच्चे को निराशा से टूटते हुए देखा। हड़बड़ा कर,उसने झट से यूयू के आँसू पोंछे और दुखी होकर बोली,"तुम,तुम रोओ मत! मम्मी वही करेगी जिसका मम्मी ने तुमसे वादा किया था!"
यूयू धीरे से पीछे हो गया। वो थोड़ा नाराज़ दिखाई दे रहा था।
उसे देखकर युन शीशी ने अपना निचला होंठ दबा लिया,वो उससे झिझक रही थी। आखिरकार,उसने अपनी नौकरी खोने की खबर,यूयू को बताने का फैसला किया। वो यूयू से झूठ बोलकर उसकी नज़रों में गिरना नहीं चाहती थी।
"सॉरी,यूयू। आज,मम्मी ने... अपनी नौकरी खो दी, इसलिए...।"
(युन शीशी की नौकरी चली जाने पर यूयू क्या प्रतिक्रिया देता है...जानिए अगले अधयाय में)