Chapter 55 - सगाई का न्योता (3)

"हैलो, शियाए? मैं बोल रही हूँ!"

सु नान की मधुर किन्तु चिंतित आवाज फोन उठाते से ही आने लगी| "पिछले दो दिनों से तुम कहांँ हो? मैंने तुम्हें फोन किया था और किसी ने नहीं उठाया,तुम्हारी तलाश में मैं तुम्हारी कंपनी में भी गयी थी और उन्होंने मुझे बताया कि तुम छुट्टी पर हो। क्या हुआ? अब तुम कहाँ हो ?"

सवालों का पूरा गुच्छा उस पर बरसा दिया था, शी शियाए ने सोचा की सू नान काफ़ी परेशन लग रही थी|

"मैं ठीक हूंँ। मैं अच्छा महसूस नहीं कर रही हूँ, इसलिए मैंने कुछ दिन की छुट्टी ले ली है, मेरे बारे में चिंता न करो। क्या तुम आज काम पर नहीं गई? तुम मेरी कंपनी मुझे ढूँढते हुए क्यों गईं थीं? शी शियाए अपनी जगह से दूर जाना चाहती थी, फिर भी शी शिशिई ने उसकी आस्तीन को पकड़ लिया और उसको जाने से रोक रही थी, शी शिशिई के चेहरे पर उदासी वाली प्रतिक्रिया को देखकर हुआंग शानशान को बुरा लगा और उसने शियाए को गंभीरता से देखा|

सु नान उसके बारे में चिंतित थी, शियाए ने आखिरकार एक छोटी चुप्पी के बाद पूछा, "मैं दो दिन पहले जाने वाली थी, लेकिन मुझे तुम्हारे बारे में चिंता थी ... तो,उस दिन वेस्ट पार्क में सब कुछ ठीक था?"

शी शियाए ने शी शिशिई पर नज़र डाली जो उसके बगल में थी, कुछ सोचते हुए उसने कहा, "नान, मुझे अभी कुछ और निपटाने की ज़रूरत है, मैं तुम से बाद में बात करती हूँ| तुम्हें कुछ बताना भी है|" शियाए ने सू नान का जवाब सुनने से पहले ही फोन रख दिया, फिर, उसने शी शिशिई की तरफ घूरते हुए कहा, "अगर तुम नहीं चाहतीं कि पिछली बार की तरह बात बढ़ जाए ,तो मुझे जाने दो !"

कठोर आवाज सुनते ही शी शिशिई का चेहरा पीला पड़ गया। उसका पूरा शरीर जम गया जब उसने हाथ छोड़ने से पहले, शियाए की बर्फ़ीली नज़र से नज़र मिलाई| उसने फिर थोड़ा अस्पष्ट बोला ,"सा-सॉरी ... प्लीज़ गुस्सा मत हो ... मैं बस ... मैं बस ..."

"शिशिई, उसके साथ बात करते समय हमेशा इस तरह के नरम लहजे का उपयोग ना किया करो, वह इसके लायक नहीं है! उसका इतना ध्यान मत रखा करो, बहुत ध्यान रख लिया तुमने इतने साल ! तुम और मेरे चचेरे भाई एक दूसरे से प्यार करते हो, इसीलिए, वह तुम दोनों को और परेशान कर रही है। इसके अलावा, यह कभी उल्लेख नहीं किया गया था शादी के प्रस्ताव में कि वह इसका हिस्सा बनेगी, तुम शी परिवार की बेटी हो ! "

हुआंग शानशान से अब नहीं रहा जा रहा था, उसने शी शिशिई को घसीटते हुए खुद आगे बढ़ी, और शियाए को गुस्से से देखने लगी| "मत करो, शानशान। मैं अपनी समस्याओं को खुद हल कर सकती हूँ, मैं नहीं चाहती कि तुम हमेशा मेरे लिए लड़ो| इसके अलावा, यह मेरी गलती है। इस बारे में मेरी अपनी राय है, तो यह तुम मुझ पर छोड़ दो ?" 

शी शिशिई ने एक गहरी सांस ली और हुआंग शानशान को पीछे धक्का देते हुए उसका छोटा चेहरा दृढ़ संकल्प से भर गया।

 " मैं नहीं चाहती हर बार ऐसा हों, अंत में, यह चीजों को और बेकार कर देती है, शानशान!"फिर, उसने अपनी हिरनी जैसी आँखों से देखते हुए गिड़गिडाई, "बहन, यह हमारे बीच है। कृपया उसे दोष न दें, और उस दिन के लिए ... मुझे क्षमा करें। मुझे वास्तव में नहीं पता था कि हान परिवार ने इस तरह का निर्णय लिया हुआ है, मुझे यह भी नहीं पता था कि दादी ऐसा करेंगी ... चिंता मत करो! मैं अंत में उन्हें मना लूँगी, जो तुम्हारा है वह तुम्हारा रहेगा| मैं बस चाहती हूँ की तुम बेहतर तरीके से जियो,भले ही मुझे कुछ न मिले।

"बहुत हो गया, शिशिई! तुम्हें उसे इतना समझाने की ज़रूरत नहीं है जब बात इधर पहुंँच ही गयी हो , बस उसे अपनी सगाई का निमंत्रण कार्ड दे दो। यह उसकी इच्छा है कि वह इसका भाग बनेगी या नहीं, हमने हमारी तरफ से पूरी कोशिश की है| "

हुआंग शानशान,शियाए का रूखा चेहरा देखकर नाखुश थी, हालाकि शी शिशिई लगभग शियाए से भीख माँग रही थी| मुस्कुराते हुए उसने शिशिई को नमूने की तरह देखा, फिर,शानशान आगे बढ़ी और शी शिशिई के हैंडबैग से लाल निमंत्रण कार्ड निकाला|

"शानशान! तुम ..."

शानशान के हाथ में आमंत्रण कार्ड को देखते ही शी शिशिई भड़क गई, उसे छीना और हुआंग शानशान को घूरते हुए, अपने होंठ को थोड़ा सा दबा लिया और झिझिकते हुए उसने शियाए को देखा। उसने माफी के साथ शी शियाए को निमंत्रण कार्ड सौंपा।

"बहन, मैं अगले शुक्रवार को यिफेंग से सगाई कर रही हूंँ। मैं ... मुझे आशा है कि तुम आ सकोगी ... क्षमा करना... मैं वास्तव में नहीं जानती कि तुमसे कैसे माफी मांँगू ... लेकिन मैं वास्तव में यिफेंग के साथ प्यार करती हूँ, मुझे आशा है कि तुम हमें अपना आशीर्वाद देने आओगी ... तुम्हारा आशीर्वाद हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण है ... |" 

बड़े और भड़कीले तरीके से सोने की परत से "खुशियाँ" गुदी हुई थी उस पर, उसका भारी घायल दिल एक बार फिर से लहुलुहान हो चुका था|

चिंतित?

परेशान?

अगर वह चिंतित या परेशान होती तो उसे आज ये शब्द नहीं सुनने पड़ते। अगर वह गंभीर रूप से घायल होने के बाद म्यू युकेन को नहीं मिलती तो उसने महसूस किया उसके बाद किसी ने उसका पीछा नहीं किया था।

उस वक़्त, उसे स्वीकार करना पड़ा कि वह, शी शियाए, दयनीय थी, वह कोई महत्वपूर्ण भूमिका नहीं निभा रही थी।

यह सब कैसे हो गया?

उसे नहीं पता था।

वह और क्या कर सकती थी?

क्या अपनी बहन से गुस्से में सवाल करना चाहिए या उससे गुस्से मैं बहस करनी चाहिए|

अब उसकी कोई जरूरत नहीं थी। परवाह करना कुछ ऐसा था जो दिल के भीतर से आना चाहिए, लोग तुम्हारे बारे में परवाह करेंगे अगर उन्हें लगेगा की तुम महत्वपूर्ण हो। अन्यथा, तुम उनके लिए कुछ भी नहीं हो| उसका गर्व का जो रूप था वह कभी भी उनका ध्यान आकर्षित करने के लिए अपना सिर नीचा नहीं होने देगा|शियाए ने उन्हे चिंता में डालने के लिए खुद को कई सालों तक अलग रखा,पर दुर्भाग्य से वह असफल रही| उसने अपनी जेब से धूप के चश्मे निकाले और उन्हें पहन लिया, उसकी लंबी उँगलियों ने धीरे से शी शिशिई से लाल निमंत्रण लिया। सिर्फ एक नज़र डालते हुए, उसने शी शिशिई और हान यीफ़ेंग के नाम को अंदर देखा।

"मिसस, मैं इसका भुगतान करते हुए आ गयी हूँ ,चलो चलते है" पीछे से सिस वांग की आवाज आई।

जब सिस वाँग वहाँ पहुँच रही थी, उसने उन लोगों की बातें सुनी थीं और स्थिति को समझ लिया था| यह दोनों महिलाएँ जाहिर है नाटक कर रहीं थीं, हालाकि, वह मिसस के शांत और एकत्रित रवैये से प्रभावित हो गयी थी|

शी शियाए ने सिस वांग को निमंत्रण कार्ड सौंपा और गर्दन हिलाई, जिसे लेते ही वह दुकान से बाहर निकल गयीं और उन्हें पीछे मुड़कर देखना भी ठीक नहीं समझा| 

शी शिशिई और हुआंग शानशान हैरान रह गये|

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