"यह 2000 RMB नौकरी कौन-सी है? "
शिया ची अचंभित हो गया। उसे कोई कल्पना नहीं थी की बहन अचानक उस परियोजना के विषय में इतनी उत्सुक क्यों हो गई थी, पर उसने धैर्य के साथ समझाया, "यह एक गेम को मिनीकोड करना है। मैंने पहले ऐसा किया है , पर मुझे चार दिन लगे थे।पर सीनियर चाहते हैं कि मैं दो दिन में करू,इसीलिए मुझे यकीन है कि मैं इस समय पर ख़त्म नहीं कर सकता।"
"मुझे देखने हो..." जिंगे अपने बिस्तर पर उठकर बैठ गई। जिंगे ने तेज़ी से उसे रोकने के लिए अपना लेपटॉप एक ओर रख दिया,"दीदी, सीधे बैठे रहो, तुम आइवी निकालनेवाली हो।"
जिंगे मुस्कुराई " तुम्हें बहुत ज्यादा चिंता है। मुझे देखना है कि तुम कौन-सा मिनीगेम बना रहे हो।"
शिया ची इकलौता बेटा था, जैसे ही जिंगे को उसके अपने पिता घर लाए, वह उसकी वह बड़ी बहन बन गई, जो वह हमेशा से ही चाहता था, पर कभी मिली नहीं थी।
शायद यह बड़े भाई बहन छोटों पर हमेशा दिखाते हों, पर किसी कारण से शिया ची हमेशा जिंगे की विनती पूरी करने के लिए तैयार रहता था।
जिंगे ने एक बार भी अपने भाई को मजबूर नहीं किया,न शब्दों से न बल से, पर लेकिन शिया ची के मन में अपनी बहन के लिए एक प्राकृतिक श्रद्धा थी।
उसके अंदेशा था कि उसकी बहन में कुछ असाधारण और प्रभावशाली था, पर वास्तव में वह बता नहीं सकता था क्या।पिछले छह साल एक साथ बिताने पर भी इस रहस्य से पर्दा नहीं उठा था....
"यह है वह, " शिया ची लैपटॉप स्क्रीन घुमाते हुए कहा,"लेकिन दीदी, तुम क्यों देखना चाहती हो उसे?
जिंगे ने ने कर्सर हिलाया और कुछ बटन पर क्लिक किया। वास्तव में उसे एहसास हुआ कि यह एक सरल मिनीगेम है।
"क्या आपका लैपटॉप एक घंटे के दे सकते हो मुझे?" उसने पूछा।
शिया ची को लगा कि वह उकता गई थी और एक गेम खेलना चाहती थी।
"दीदी,तुम इस मौके का इस्तेमाल सोने के लिए क्यों नहीं करती, अगर तुम इतना उकता गई हो? ठीक होने के लिए विडियो गेम खेलना अच्छा नहीं..... "
"मैं एक घंटे में वापस तुम्हें दे दूंगी।मैंने कुछ किताबें तुम्हारे बैग में देखी हैं, जो एक घण्टे तुम्हारा मनोरंजन कर सकती हैं।" शिगे ने ऐसे स्वर में कहा, जिससे कोई विवाद उठा ही नहीं, शिया ची ने आज्ञा का पालन किया।
जैसा कि ऊपर उल्लेख किया गया है, वह शायद ही कभी उसकी बहन की मांग का विरोध किया था।
सबसे बड़ी बात यह थी, कि हर समय अपनी बहन की मांग पूरा कर सकने पर, उसे मन ही मन बहुत खुशी होती थी।
शिया ची बाहर से एक प्रोग्रामिंग की पाठ्यपुस्तक ली और चिंता के स्वर में सलाह दी, "मैं केवल एक घंटे खेलने दूंगा, ठीक है? अगर तुमने मेरा लैपटॉप उस समय वापस नहीं दिया, तो मैं बाद में खेलने नहीं देंगा।"
शिंगे ने उसे नज़र अंदाज़ कर दिया।
स्क्रीन पर देखते हुए,उसकी उंगलियां धीरे-धीरे उन संवेदनाओं को प्राप्त कर गईं, जो उसे कभी परिचित हुआ करती थीं।
स्क्रीन पर दिखनेवाले कोड देखते हुए,शिंगे के विचार डगमगाने लगे।
यह इन कोड्स पर सालों बाद आज काम किया गया था।
शिंगे वह ज्ञान भुल गई थी, जो कभी उसके मन में छपा-सा था।
अपनी याद्दाश्त वापस पाने के बावजूद, उसके और उन कोड्स के ढेरों के बीच एक बाधा खड़ी थी।
कोड की पूरी लाइन लिखनेक के बाद भी उसे अटपटा लग रहा था। वह यह सोचने से खुद को रोक नहीं पाई कि उसका लिखा कोरी बकवास से अधिक नहीं था।
हालांकि उसकी उंगलियों ने काम करना जारी रखा, मानों वह खुद की आगे बढ़ रही हों,अपने मस्तिक की मोटर मेमरी के सहारे। बातें तब स्पष्ट होने लगीं, जब पूरा किया गया कोड स्क्रीन पर दिखाई देने लगा।
समय के साथ उसका आत्मविश्वास में वृद्धि हो रही थी, जब तक उनकी उंगलियां कीबोर्ड पर अठखेलियां कर रही थीं। शिगे एक पल के लिए उसमें खो गई।
शिया ची यह जानने के लिए उत्सुक था कि उसकी बहन क्या कर रही है।
उसने खुद को आगे खींचकर लैपटॉप स्क्रीन में झांका।जब उसने स्क्रीन पर दिखनेवाली कोड्स की लाइनें देखीं, तो वह लगभग सदमे से फर्श पर गिर पड़ा।
"यह कैसे हो सकता है? "
कब उसकी बहन ने कोड करना सीखा था और केवल इतना ही नहीं,वह कैसे इतना अच्छा कर पा रही थी?
शिया ची ने अपनी आंखें मलीं और करिब से जांचकर देखा कि कहीं वह टाइपिंग कोई यादृच्छिक संख्या तो नहीं।
वह ची की कल्पना नहीं थी, शिंगे वास्तव में वह मिनी खेल लिख रही थी, जो वह अस्वीकार करनेवाला था।
न वह सोचने के लिए रिकी, न कोई किताब देखी,यहां तक कि न कोई गलती जांची।वह इस गति से लिखती जा रही थी, कि ची के लिए उसके साथ उसे पढ़ पाना मुश्किल था।