Chereads / लाइब्रेरी ऑफ़ हैवेनस पाथ / Chapter 29 - क्या तुम पागल हो!

Chapter 29 - क्या तुम पागल हो!

"हूँ?"

शेन बी रु, जो खुद भी सार संग्रह भवन में थी, उसने भी किताबों के पलटने और पदचाप को लगातार सुनाl शुरू में, उसने इस बारे में ज्यादा ध्यान नहीं दिया, लेकिन समय के साथ उसे लगा कि कुछ गड़बड़ हैl

किसी भी किताब को समझने के लिए, उसे आराम से पढ़ना पड़ता हैl किसी के लिए ये कैसे मुमकिन है कि वह इतना जल्दी बस पन्ने पलट कर उसको समझ जाए?

उत्सुकतावश, वह खुद को वहां जाकर देखने से नहीं रोक पाई l

उसने देखा, जहाँग वान पहली अलमारी की किताबें खंगाल रहा हैl साफ़ दिख रहा था कि वह उनको पढ़ नहीं रहा है बल्कि, कुछ ढूंढ रहा है!

"क्या यही कारण है कि एल्डर मो ने इसको अंदर जाने की आज्ञा नहीं दी थी?"

थोड़ी देर देखने के बाद उसे एहसास हुआ कि सामने वाला रुकना नहीं चाहताl गेड़ेंग, शेन बी रु का दिल धड़काl

पहले, जब उसने उसकी मदद करने के लिए एल्डर मो से कहा था तब, उसने ऐसा पुराने जहाँग वान और नए जहाँग वान में हुए फर्क को देखते हुए किया था, क्योंकि वह चाहती थी कि वह अपनी मेहनत से अपनी अजीब स्थिति से बाहर आ जाएl

लेकिन, उसने नहीं सोचा था कि, यह आदमी यहाँ पढ़ने नहीं कुछ ढूँढने आया है!

यह सार संग्रह भवन (कॉम्पेंडियम पवेलियन) थाl यहाँ, हर दिन बहुत से गुरु आते हैं, तो यहाँ कुछ बहुमूल्य छुपा होना मुमकिन नहीं हैl इन किताबों को इतनी बेरुखी से पलटना सार संग्रह भवन का अपमान थाl

कितनी घिनौनी बात है!

"शायद... इसे ज्ञात था कि मैं आज सार संग्रह भवन आने वाली हूँ, इसलिए यह जानबूझ कर बाहर इंतज़ार कर रहा था कि ऐसा तमाशा खड़ा करके वह मेरा ध्यान आकर्षित कर लेगा... ह्म्म्मफ, इससे तो मेरा गुस्सा ही फूटेगा!"

शेन बी रु के दिल में उस युवक की छवि चकनाचूर हो गयीl

उसकी सुन्दरता के कारण, बहुत लोगों ने उसका ध्यान आकर्षित करने और उसका दोस्त बंनने की कोशिश की थीl उसके विचार से, जहाँग वान किताबों को देखने की कोशिश भी नहीं कर रहा थाl बल्कि, वह जानबूझ कर ऐसी आवाजें कर रहा था ताकि उसका ध्यान आकर्षित कर सकेl

सच में, जब लोग इस तरह का दिखावा करते हैं तो उसे नफ़रत होती हैl

उसे कुछ क्षण और देखकर, शेन बी रु को यकीन हो गयाl

यदि सच में यह यहाँ किताब पढ़ने आया है तो, फिर कैसे यह सभी विषयों की किताबें उठा रहा है? और, इतनी तेज़ी से इनके पन्ने पलटकर तो वह इन किताबों का शीर्षक भी नहीं देख पायेगा, उनमें लिखा हुआ पढ़ने की तो बात ही नहीं उठतीl

"हुंह!"

अपने सुन्दर चेहरे पर एक गहन सा भाव लिए वह जहाँग वान के पास गयी, " जहाँग लाओशी, आप क्या कर रहे हैं?"

"किताबें पढ़ रहा हूँ!"

जहाँग वान को नहीं पता था कि उसकी हरकतों को पहले ही "दिखावे" का नाम दे दिया गया है इसलिए उसने बिना सिर उठाये ही जवाब दियाl

"किताबें पढ़ रहे हो? ह्म्फ!" शेन बी रु ने रुखाई से कहाl उसके जेड जैसे चेहरे से बेरुखी झलक रही थी जब उसने कहा, "यदि तुम्हें लगता है कि तुम्हारी हरकतें महान हैं और ऐसे तुम मेरा ध्यान आकर्षित कर लोगे, तो तुम अपने यह अपरिपक्व विचार त्याग दोl मैं, शेन बी रु ऐसी ओछी हरकतों से मोहित नहीं होतीl और तो और, तुम्हारी इन हरकतों से मैं गुस्सा ही हो जाउंगी!"

"ओह! ठीक है!"

जहाँग वान ने किताबों के पन्ने पलटना जारी रखाl

वह आज ही सार संग्रह भवन की सारी किताबों को लाइब्रेरी ऑफ़ हेवन्स पाथ में छाप लेना चाहता था और इसके लिए समय कम था, इस कारण वह किसी से बात करने में समय बर्बाद नहीं कर सकता थाl

दूसरे, उसके विचार से, सामने वाली कुछ ज्यादा ही "आत्म मोहित" थीl वह क्या कर रहा है इससे उसको क्या लेना देना?

[तुम सच में सुंदर होंगी, परन्तु ऐसा तो नहीं है कि मैं आजतक किसी सुंदरी से नहीं मिलाl पहली दुनिया में, इनफार्मेशन के ज़माने में, हर प्रकार की सुंदरी हार्ड डिस्क में होती थीl और वे, खेलने, गाने और अन्य प्रकार... से लुभाने में माहिर थीl तुम्हारे जैसी बिना दिल की सुंदरी में मुझे कोई दिलचस्पी नहीं है!

मेरे पास तुम्हारा ध्यान खींचने के तरीके सोचने का समय नहीं हैl]

"चूँकि, तुम समझ गए हो, इसलिए सार संग्रह लाइब्रेरी से चले जाओl अपना समय यहाँ बर्बाद मत करो!" यह देखते हुए कि वह कैसे उसकी बातों से अनभिज्ञ है और फिर भी दिखावा कर रहा है, शेन बी रु मुडी और उसने उसे बाहर जाने का इशारा कियाl

डेंग डेंग डेंग डेंग!

युवक के जाते हुए कदमों की आवाज़l

"यह हुई न बात..."

यह देखकर कि कितनी आसानी से वह समझ गया, शेन बी रु ने अपना सिर संतुष्टि से हिलायाl जैसे ही वह अपनी किताब दोबारा पढ़ना शुरू करने वाली थी, उसने लाइब्रेरी में किताबों के पलटने की आवाज़ दोबारा सुनीl

हुअलाला! हुअलाला!

उसने मुड कर देखा कि उस आदमी का लाइब्रेरी से जाने का कोई इरादा नहीं हैl

"तुम..."

शेन बी रु गुस्से से फटने ही वाली थीl

[अभी तुम्हारा काम नहीं हुआ?

मैंने पहले ही बोल दिया है कि इस हरकत से मेरा गुस्सा बढ़ जायेगा, फिर भी तुम यह कर रहे होl ऐसा करने का क्या मतलब है?]

ऐसे में, उसका पतला शरीर सीधा हो गया और वह एक बार फिर जहाँग वान के पास गयी, उसकी काली पुतलियों में घृणा साफ़ दिख रही थी, "क्या तुमने मेरी बात नहीं सुनी? तुम जितना ऐसा बर्ताव करोगे, मैं उतना ही तुमसे गुस्सा हो जाउंगी! तुम इस प्रकार मेरा मन नहीं जीत सकते!"

"क्या तुम पागल हो?"

सामने वाली को दोबारा आया देख कर, जहाँग वान थोडा चिढ़ गयाl थोडा रुक कर बोला, "तुम अपनी पढाई करो और मैं अपनी करता हूँl यदि तुम ऊब गयी हो तो एक कोने में बैठ कर घेरे बनाओl यहाँ मुझे परेशान मत करो!"

[ऐसा थोडी है कि मैं ज़िन्दगी मैं कभी किसी खूबसूरत महिला से पहले नहीं मिला, तुम क्यों इतना नखरे कर रही हो!]

"तुम..."

उसने उम्मीद नहीं की थी कि वह युवक ऐसे बात करेगाl शेन बी रु को अपनी आँखों के सामने अँधेरा आता दिखाई दिया और वह अपने अंदर उठ रहे गुस्से से खीज उठीl

कौन थी वह ?

होंग्तियन अकादमी की सबसे सुंदर युवतीl अच्छे गुण और सुंदर शक्ल होने के कारण, अकादमी के सभी गुरु और शिष्य उसे देवी सामान मानते थेl उसके सामने, सब सम्मान से पेश आते थे, अपनी आवाज़ भी ऊंची नहीं करते थे कि कहीं वो नाराज़ न हो जायेl

[फिर भी तुम यह कहने की हिम्मत कर रहे हो कि... मैं पागल हूँ?

और तो और, मुझे कोने में बैठ कर घेरे बनाने के लिए बोल रहे हो?

मैं एक महिला हूँ ठीक है? घेरे बनाओ! अपनी माँ का मोटा सिर बनाओ]

शेन बी रु को अपने सीने में बहुत भारी और असहनीय भाव महसूस हुआl

हुअलाला! हुअलाला!

गुस्से से उसका मुंह लाल हो गयाl जैसे ही वह उस युवक को दंड देना चाह रही थी, उसने देखा कि वह यह सब बोल कर वापस किताबों में व्यस्त हो गया है और उसने एक बार उसे देखा भी नहींl

"ठीक है ठीक है! नाटक करते रहो! देखना मैं कैसे तुम्हारा असली चेहरा दिखाती हूँ!"

लाओशी, शेन बी रु ने अपने दांत पीसे और पैर पटकेl

यह पहली बार हुआ था कि कोई आदमी उससे ऐसी आवाज़ में बात करे!

[अच्छाl तो क्या तुम अभी किताबें पढ़ने का नाटक नहीं कर रहे? देखते हैं तुम कितनी देर यह कर सकते होl जब तुम यह दिखावा करते हुए थक जाओगे, तब मैं तुम्हारा भंडा फोड़ कर तुम्हारी पोल खोल दूंगी!]

फिर, शेंबी रु ने जहाँग वान की ओर ध्यान नहीं दिया और गुस्से से वापस जाकर उसी नियमावली को पढने लगी जिसे पहले पढ़ रही थीl फिर, एक कोने में बैठ कर नोट्स बनाने लगीl

शुरू में, उसकी मनः स्थिति आज बहुत अच्छी थी और वह बहुत देर तक पढ़ना चाहती थीl फिर भी, उसने सपने में भी नहीं सोचा था कि ऐसा गुस्सा दिलाने वाला आदमी उसे मिलेगाl

अपने नोट्स लिखते हुए वह बीच बीच में उसकी ओर देख रही थीl

वह युवक अब भी उसी तेज़ी से किताबें पलट रहा थाl ऐसा लग रहा था मानो वह सार संग्रह भवन की किसी भी किताब को बिना पलटे नहीं छोड़ेगा, जब तक सार संग्रह भवन में एक भी किताब बाकि है वह उसको ज़रूर एक बार पलट कर देखेगाl

"ह्म्फ! देखते हैं कब तक यह दिखावा करते हो!"

जहाँग वान से डांट खाने के बाद, शेंबी रु शांत नहीं रह सकी और वह उसके लिए भी मुश्किलें बढ़ाना चाहती थीl जब वह धीरे धीरे अपने नोट्स बना रही थी, वह उस घडी का इंतज़ार कर रही थी जब सामने वाला अपना दिखावा बंद करेl

लेकिन, उसे जिस बात से अचम्भा हो रहा था वह यह कि वह युवक उतनी ही तेज़ी से लगातार वही काम किये जा रहा हैl पहली अलमारी के बाद ,एक एक करके वह हर पंक्ति से हर एक किताब उठा कर, दोपहर से रात तक, बिना एक भी क्षण आराम किये, बस वही कामl

छह से सात घंटे हो चुके थे, फिर भी वह वही कर रहा थाl इस तरह बस पन्ने पलटना कैसे मुमकिन हैl शेन बी रु को भी इस समय यह समझ नहीं आ रहा थाl

यदि वह उसका ध्यानाकर्षित करना चाहता था, तो उसने तो साफ़ बता ही दिया है कि उसे ऐसी हरकत पसंद नहीं है, तो अब तो उसे रुक जाना चाहिएl फिर भी, उसके लिए इस तरह बस पन्ने पलटना कैसे मुमकिन है? और वह भी इतनी देर तक?

"क्या इस आदमी का दिमाग ख़राब हो गया है? क्या इसका कल्टीवेशन बिगड़ गया है और यह खुद पागल हो गया है?"

अचानक, उसके दिमाग में ऐसा विचार आयाl

उसने सुना था कि जब किसी का कल्टीवेशन बिगड़ जाता है तो वह कई अजीब सी हरकतें करता हैl क्या इस तरह लगातार किताबों को खंगालना भी ऐसी ही अजीब हरकत है?

वह उस युवक को विचित्र नज़रों से देख रही थी और सोच रही थी कि यह अजीब है, तभी, उसने देखा कि आखिरी पंक्ति की किताबें देखने के बाद जहाँग वान रुक गया हैl

"इतना ज्ञान!"

छह से सात घंटे के लगातार कठिन काम के बाद, उसने आखिरकार होंग्तियन अकादमी के गुरु सार संग्रह भवन (कॉम्पेंडियम पवेलियन) की सारी किताबें लाइब्रेरी ऑफ़ हेवन्स पाथ में अपने दिमाग में छाप ली थीl

लाइब्रेरी ऑफ़ हेवन्स पाथ के संकलन से, वह हर किताब की खामियां, ताकत, कल्टीवेशन तकनीक, युद्ध तकनीक, दवाइयां, हथियार , युद्ध कौशल इत्यादि के बारे में जान गया थाl

"ज्हाओ या के प्योर यिन शरीर के कारण उसे इस मैन्युअल से कल्टीवेशन करना चाहिएl लेकिन, उसके पहले मुझे कुछ तैयारी करनी होगी..."

पूरे सार संग्रह, छापने के बाद, उसे समझ आया कि ज्हाओ या के शारीरिक रूप की समस्या का हल कैसे करना हैl उसने चैन की सांस लीl उसने अपने पहले के 3 -डान कल्टीवेशन तकनीक की गलतियों और अधूरे हिस्सों को भी समझ लिया थाl अगर उसे थोडा समय मिला तो वह उनको सुधार कर दोबारा कल्टीवेट कर लेगाl

"गुगुगु!"

जब उसका काम खत्म हो गया तो, उसे अपने पेट में गड़गड़ाहट सुनीl इतनी देर काम करके उसे भूख लग आई थी लेकिन वह उस बात से अनभिज्ञ थाl

अपना सिर हिलाते हुए, वह सार संग्रह भवन के दरवाज़े की ओर जाने लगाl लेकिन, वह कुछ ही दूरी पर गया था कि उसने अपने सामने शेन बी रु को खड़े पाया, जो उसे गुस्से से घूर रही थीl

यह औरत अब भी यहीं है, जबकि मैं छह सात घंटे से किताबें खंगाल रहा हूँl

मुझे इस जैसी अपने आप को महत्वपूर्ण समझने वाली औरत से क्या मतलब, जहाँग वान ने बाहर जाना ज़ारी रखाl

"वहीँ रुक जाओ!"

जब वह दरवाज़े से बाहर निकला ही था, कि उसे एल्डर मो की ज़ोरदार आवाज़ सुनाई दीl

इस समय एल्डर मो का चेहरा, तूफ़ान के बादलों की तरह काला हो गया था, जो कभी भी फट सकते थेl

उसने इस युवक को बहुत देर सहन कर लिया है!

इस समय, उसके दिमाग में एक ही विचार थाl उपद्रवी, उपद्रवी, और उपद्रवी!

"एल्डर मो!"

जहाँग वान ने उनकी तरफ दुविधा से देखाl

"ह्म्फ, जहाँग वान लाओशी!" एल्डर मो चेहरा शांत थाl अपनी आवाज़ को जानबूझकर सख्त बनाते हुए उन्होंने कहा, " तुम सार संग्रह भवन पढ़ने नहीं, बल्कि जानबूझ कर मुसीबत खड़ी करने आये थे! आज के बाद तुम सार संग्रह भवन में नहीं आ सकतेl अगर तुम यहाँ एक कदम भी और रखोगे, तो मैं तुम्हारी टांगें तोड़ दूंगा!"

"मुसीबत खड़ी करने? एल्डर मो, यह आप क्या बोल रहे हैं? मैं तो ध्यान से किताबें देख रहा था, मैंने कैसे मुसीबत खड़ी की?"

हालांकि, उसने अपने दिमाग में पूरी की पूरी सार संग्रह की प्रतिलिपि बना ली थी, और उसे यहाँ वापस आने की कोई ज़रुरत नहीं थी, फिर भी उसे ऐसी बातें सुनकर दुख हुआl

[ऐसा क्यों कि जब दूसरे लोग यहाँ आते हैं तो आप सोचते हो कि पढ़ने आये हैं, लेकिन, जब मैं आता हूं तो आप मुझे उपद्रवी समझते हो? यह कैसा तर्क है? क्या यह अनुचित नहीं है!]

Latest chapters

Related Books

Popular novel hashtag