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Chapter 24 - इसे बाहर फेंको

"नामुमकिन"

वांग ताओ भी विश्वास नहीं कर पा रहा थाl

आने से पहले, उसने जहाँग वान की ताकत के बारे में पता लगाया थाl तब, उसे जो जानकारी मिली थी उसके हिसाब से वह केवल फाइटर 3-डान ज्हेंकी रियल्म ,का एक कमज़ोर था!

कैसे वह उसके हमले को मात्र दो उँगलियों से रोक सकता है?

ऐसा कमाल करने के लिए, न केवल किसी के पास बहुत ताकत होनी चाहिए, बल्कि उसे समय, ताकत, स्थिति और भी कई बातों का एकदम सटीक तारतम्य बिठाना आना चाहिएl यदि इसमें ज़रा सी भी चूक हुई तो, उसकी उँगलियाँ कट सकती है या वह बुरी तरह घायल हो सकता है!

दूसरे गुरु, या शायद पिक्सी रियल्म के एल्डर्स भी, ऐसा करिश्मा नहीं कर सकते! फिर भी, वह व्यक्ति जिसे निकम्मा कहा जाता है...

नामुमकिन!

"संयोग! यह निश्चय ही संयोग होगा!"

उसके मन में ऐसा विचार आयाl वांग ताओ के चेहरे पर एक दानवी मुस्कान आ गयी और उसने एक बार और दोनों हाथों से ताकत लगाते हुए हुंकारा, "छोड़ो!"

वह जहाँग वान की उँगलियों के बीच अटकी तलवार को छुड़ाना चाहता थाl

लेकिन, दो बार लगातार कोशिश करने के बाद भी, वह भी इतनी कि उसकी कनपटी की नसें फटने वाली थी, और वह अधिक ताकत लगाने के कारण खून की उलटी करने वाला था, उसे यह देख कर अचम्भा हुआ कि जो तलवार जहाँग वान की उँगलियों के बीच अटकी है वह नहीं निकल रहीl उसने चाहे जितनी ताकत लगा ली, लेकिन वह टस से मस नहीं हुईl

"क्या यह हो सकता है...कि इसकी असली ताकत ज्हेंकी रियल्म न हो?" उसके मन में ऐसा अजीब विचार आयाl

[लेकिन, यह नामुमकिन है!

पिछली गुरु योग्यता परीक्षा हुए अधिक समय नहीं हुआ हैl अकादमी में सबको यह सच्चाई पता है कि इसकी ताकत ज्हेंकि रियल्म पिनाकल स्तर की है...और तो और, यदि उसने अपने स्तर को ब्रेक थ्रू भी कर लिया तो भी उसकी ताकत पिगु रियल्म की होगी, जैसी की उसकी हैl तब तो वह सामने वाले की सिर्फ दो उँगलियों से मात नहीं खा सकता!]

"भागो यहाँ से!"

जैसे ही वांग ताओ स्थिति को समझने की कोशिश कर रहा था, उसकी तलवार से एक ज़ोरदार झटका उसको लगा और सामने वाले की ज़ोरदार आवाज़ उसके कानों में गूंजीl

हु!

वह प्रतिक्रिया करता उसके पहले, उसका शरीर हवा में उड़ गयाl

बूम!

उसक सिर कक्षा के दरवाज़े में जाकर लगाl

"ठीक है, चलो हम अपना पाठ आगे बढ़ाते हैं!"

वांग ताओ को आसानी से बाहर फेंकने के बाद, जहाँग वान बाकियों की तरफ मुड़ा और आराम से बोलाl

"..."

वांग यिंग, ज्हाओ या , लिऊ यांग, ज्हेंग यंग और युआन ताओ सब एक दूसरे को देख रहे थेl ऐसा बदला नज़ारा देख कर वे भौचक्के थे और दहशत के कारण फटने ही वाले थेl

[वह फाइटर 4 -डान पिगु रियल्म का एक्सपर्ट था! यदि यह भूल भी जाएँ, कि कैसे उसने उसका आसानी से सामना किया, सोचो ज़रा उसको कितने आराम से उठाकर बाहर भी फेंक दिया

क्या उनका यह गुरु अकादमी का सबसे निकम्मा और सबसे कम युद्ध क्षमता वाला गुरु नहीं है?

उसने ऐसा कैसे किया?]

"गुरूजी...ने अपनी ताकत छुपायी हुई थी?"

अचानक, ज्हाओ या को एहसास हुआ और उत्साह के कारण उसका चेहरा लाल हो गयाl

 केवल यही उचित कारण हो सकता है कि जो गुरूजी उसके सामने हैं उन्होंने अपनी असली ताकत छुपायी थी!

यदि नहीं, तो फिर वे कैसे उन गलतियों को बता सकते हैं जो दूसरे देख भी नहीं सके और कैसे साधारण तरीकों से उनकी ताकत इतनी बढ़ा सकते है?

 बाकी भी बेवक़ूफ़ नहीं थेl वे भी उत्तेजना में मुट्ठी भींच रहे थेl

गुरुओं से सीखने के लिए ही अकादमी में आकर, कौन नहीं चाहेगा कि वे एक काबिल गुरु से सीखें?

इसके पहले, यह देखते हुए कि कैसे वे अकादमी के सबसे बुरे गुरु के शिष्य बन गए हैं, सबने सोचा था कि उनकी ज़िन्दगी दयनीय होगीl अब जाकर उन्हें पता चला कि... वे गुरु चुनने के इम्तेहान में जीत गए है और वो भी बहुत बड़ी जीत से!

अकादमी में सबसे बुरी इज्ज़त वाला गुरु दरअसल... एक सच्चा एक्सपर्ट है!

"हूँ....!"

जब उनकी विचारधारा इस बिंदु पर पहुंची, तब उनके मन से सभी फालतू विचार बाहर निकल गए और वे अपना सिर तेज़ी से हिलाने लगेl और तो और, लिऊ यांग, जिसे जहाँग वान के पाठ पर शक था, वह भी जोश से भर गया, और इतना ध्यान देने लगा कि कहीं गुरूजी का बोला हुआ एक शब्द भी छूट न जायेl

कौन लू वान लाओशी और कौन वांग चाओ लाओशी... ये सब उनके दिमाग से बाहर हो गये!

केवल वे ही नहीं,एल्डर्स भी जहांग लाओशि की तुलना में घुटने टेक देंगे...........

"अरे, ऐसे कैसे अंदर गए , उम्मीद है सब ठीक है!"

कक्षा के बाहर, बूढ़े लिऊ ने चिंता से वांग ताओ को देखा, जो गुस्से से कक्षा में घुसा थाl

"कोई बात नहीं है, वांग ताओ शाओये [1] फाइटर 4 - डान पिगु रियल्म पर है और वह जहाँग वान अभी भी ज्हेंकी रियल्म मेंl जल्द ही, वह उसे सबक सिखा देगा और छोटी मालकिन वांग यिंग को बाहर निकाल लेगा!"

याओ हान ने एक बड़ी मुस्कान के साथ अपना सिर हिलायाl

जब वह यह कल्पना कर रहा था कि कैसे वह बेशर्म गुरु मार खा रहा होगा और उसके दांत फर्श पर बिखरे होंगे, उसने अचानक कमरे से वांग ताओ की दर्दनाक चीख सुनीl

"यह शुरू हो गया है!"

याओ हान की आँखें चमक उठी और उसके ओंठ मुस्कुराने लगेl

यदि, वह जहाँग वान अकादमी का केवल अंतिम गुरु होता, तो याओ हान उसके मामले में दखल नहीं देताl लेकिन, सोचो ज़रा, उसने छोटी मालकिन की बेईज्ज़ती की!

यदि जहाँग वान ने कुछ ओछा तरीका नहीं अपनाया है तो फिर कैसे, छोटी मालकिन ने उसको अपना गुरु माना है?

यदि याओ हान व्यक्तिगत रूप से कोई कदम उठाता, तो निश्चय ही छोटी मालकिन का गुस्सा सहना पड़ता, साथ में होंग्तियन अकादमी की भी बदनामी होतीl उसके बदले वांग ताओ की कार्यवाही बिलकुल सही रहेगी!

होंग्तियन अकादमी तियनवान की शाही राजधानी में स्थित थी, वांग परिवार का खुद का इलाकाl यदि वांग ताओ ने एक गुरु की पिटाई भी कर दी, तो निश्चय ही वे इससे निपट लेंगें! और तो और, वांग ताओ एक एल्डर का शिष्य था और अकादमी में उसकी इज्ज़त थीl यही अधिक उचित था कि इस मामले में वही कुछ करेl

"हा हा , मैं देखना चाहता हूँ कि कैसे वह निकम्मा गुरु अपनी बेईज्ज़ती करवाता है...l"

उसने जितना इस बारे में सोचा वह उतना ही खुश होता गयाl याओ हान, दरवाज़े की दरार से अंदर झाँकने की नीयत से दरवाज़े की ओर बढ़ा, लेकिन तभी उसने एक ज़ोरदार आवाज़ सुनी और दरवाज़ा जोर से खुल गयाl

पेंग!

याओ हान को धातु के दरवाज़े से बचने का भी वक्त नहीं मिलाl वह सीधा उसके मुंह पर जाकर लगा, और उसके होंश उड़ा दिएl इस बेहोशी में एक सिर उससे टकराया!

कचा!

उसके मुंह और दूसरे के सिर की टक्कर से एक साथ हड्डियों के टूटने और कल के हमले में बचे हुए दो दांत एक साथ बाहर निकलने की झनक सुनाई दीl

"पु!"

 अत्यधिक दर्द से याओ हान ऐंठ गया और उसके मुंह से ताज़े खून की धार निकल पड़ीl

उसका शरीर कमज़ोर नहीं था, लेकिन...वह अब तक कल की चोट से उबरा नहीं थाl कल, उसके मुंह पर वार हुआ था और अब, उस पर एक धातु का दरवाज़ा लगा फिर तुरंत ही एक आदमी उससे टकराया... इस समय उसका जीवित रहना ही बहुत बड़ी बात थीl

"छोटे मास्टर..."

बूढ़े लिऊ को समझ आया कि जो उड़ते हुए आया है वह उसका छोटा मालिक है और वह डरते हुए उसके पास गयाl

"धत तेरे की,धत तेरे की !" 

चाहे वांग ताओ धातु के दरवाज़े से टकराया हो, लेकिन याओ हान से टक्कर के कारण उसे अधिक चोट नहीं लगीl वहां खड़े हो कर उसने याद किया कि कैसे उस "निकम्मे" ने उसके वार को रोक कर उसे बाहर फेंक दिया और यह सोच कर वह आतंकित हो गयाl हालांकि वह जोर से चिल्ला रहा था, लेकिन उसकी दोबारा कक्षा में जाने की हिम्मत नहीं हुईl

"छोटे मालिक वांग ताओ, आप...आप..."

कायर, याओ हान को अब जाकर समझ आया कि जो उससे टकराया था, वह वांग ताओ थाl वह अचरज से उठने की कोशिश करने लगाl 

[क्या तुम उसे मारने के लिए अंदर नहीं गए थे? तो फिर कैसे तुम उड़ते हुए बाहर आ रहे हो?]

"मैं...मैं युद्ध की एक नयी तकनीक का अभ्यास कर रहा था!" वांग ताओ यह कहने की हिम्मत नहीं कर सका कि एक "निकम्मे" ने उसको बाहर फेंका है इसलिए वह बहाना बनाने लगाl

"युद्ध की तकनीक?" याओ हान की दृष्टी पहले की टक्कर से अभी तक धुंधली थीl उसने तुरंत सवाल पूछा," क्या तुमने उस आदमी का असली चेहरा उजागर कर दिया? तुम्हारी छोटी मालकिन ने क्या कहा..."

"खों खों...मैं...मेरे कुछ करने से पहले ही मेरी छोटी बहन ने मुझे बाहर धकेल दिया, मुझे कुछ करने का मौका ही नहीं मिला...क्यों न हम यहाँ इंतजार करें!" वांग ताओ ने शर्मिंदा होते हुए कहाl

एक क्षण पहले तो यह बोल रहा था कि वह सामने वाले को सबक सिखाएगाl और फिर भी, अगले ही क्षण यह उड़ता हुआ बाहर निकलाl यदि इसको मार मार कर अधमरा भी कर दें तो यह इतनी शर्मनाक बात नहीं मानेगा!

"रुको?"

याओ हान ने अपना सिर खुजाया लेकिन उसके मन में शक आ चुका थाl हालांकि, उसने उसको व्यक्त नहीं किया, और उसने विषय बदल दिया," वांग ताओ शाओये, यह देखते हुए कि आप भी होंग्तियन अकादमी में एक शिष्य हैं, मुझे आपसे एक सवाल पूछना है!"

"पूछो!"

यह देख कर कि याओ हान कक्षा में हुए हादसे के बारे में नहीं पूछ रहा है, वांग ताओ ने चैन की सांस ली और बोलाl

"क्या अकादमी में कोई महिला गुरु है जिसके नाम में "बी" आता हो?

जिस आदमी ने कल उसकी पिटाई की थी, उसकी याद आते ही उसका गुस्सा भड़क उठाl

"बी? उन सब में सब से अधिक प्रसिद्ध तो अकादमी की देवी है, शेन बी रु! मैंने सुना है कि जहाँग वान भी उसके पीछे थाl वह सच में एक मेंढक है जो ...एक हंस के सपने देख रहा है..."

अपनी बात के बीच में, वांग ताओ अचानक रुक गयाl

इसके पहले, सबको पता था कि जहाँग वान का स्तर कम है और उसकी गुरु होने की योग्यता भी बहुत बुरी हैl ऐसे स्तर होते हुए भी, उसने अकादमी की देवी शेन बी रु, को प्यार करने की हिम्मत की ...तभी लोगों ने उस को ऐसा नाम दिया हैl अब जब वांग ताओ ने खुद उसकी ताकत को महसूस किया है और समझा है कि वह उस से अलग ही स्तर पर है, उस के लिए अस्वाभाविक है कि वह उसे हंस के पीछे लगा एक मेंढक कहे!

"शेन बी रु? जहाँग वान उस को मोहित करना चाहता है?" जैसे ही याओ हान को समझ आया उसकी आँखें चमक उठीl जिस के बारे में कल वह आदमी बात कर रहा था, वह यही होगीl उसने आगे पूछा, "जहाँग लाओशी के अलावा भी कोई उसके पीछे है क्या?"

"शेन लाओशी बहुत सुंदर है, उसके पीछे लगे गुरुओं की संख्या मैं गिन भी नहीं सकताl लेकिन, उन सब में सब से मशहूर एल्डर शांग चेन का पोता है, शांग बिन लाओशी!" एक क्षण सोचने के बाद उसने थोडा शंकित होकर देखा, "बटलर याओ हान ऐसा सवाल क्यों पूछ रहे हैं?"

"ओह! मैं तो ऐसे ही पूछ रहा था!"

याओ हान ने इस बारे में ज्यादा बात नहीं की, लेकिन उसकी आँखों में एक चमक आ गयीl

"यह जानने के बाद ही मैं पक्का कर सकूँगा कि क्या कल इस शांग बिन की जहाँग वान से लड़ाई हुई थीl यदि वह यही हुआ, तो एल्डर का पोता होने के बाद भी मैं उसे सबक सिखाऊंगा..."

ऐसा कब हुआ है कि बाइयु शहर का बटलर, वह व्यक्ति जो दूसरों से महान है, उसके साथ इतना बड़ा अन्याय हुआ हो!

यदि उसने उससे बदला नहीं लिया तो उसके मन में जलती आग ठंडी नहीं होगीl वह आग, जो अब दावानल बन रही थी!

...........

जब वह यह सोच ही रहा था कि किस से यह जानकारी ले, तभी वह आदमी जिसके बारे में सोच रहा था, शांग बिन, एक पाठ ख़त्म करने के बाद अपनी कक्षा से निकला और एक युवक से मिलाl

चाओ क्सिओंग लाओशी!

[1] शाओये -> छोटा मालिक