"तुम मुझे मारना चाहते हो?"
सामने वाले को कटार निकालते हुए देख कर जहाँग वान ने अपने भवें उठाईl
यह तो अच्छा था कि वह कल्टीवेट कर रहा था और सो नहीं रहा थाl नहीं तो, जब सामने वाला ऐसे चुपके से आता तो क्या वह मार नहीं दिया जाता?
"पहले मुझे पता करने दो कि यह कौन है!"
जहाँग वान को पता था कि इस प्रकार रात में हमला करने का मतलब है कि वह अकेला नहीं हैl हो सकता है कि कोई संस्था इसके पीछे होl यदि उसने मारने वाले को ठीक से नहीं पहचाना, और उसको मार भी दिया, तो हो सकता है कि भविष्य में और लोग उसको मारने आयेंl यदि उसने इसके पीछे की संस्था का पता नहीं लगाया तो फिर वह कभी चैन से सोने के बारे में नहीं सोच सकेगाl
"कौन है ये?"
जब जहाँग वान यह सोच रहा था कि कैसे सामने वाले से उगलवाए कि वह कौन सी संस्था से है, उसने एक फुसफुसाती आवाज़ सुनीl काले कपडे वाला व्यक्ति अनजाने में ही उसके पास आ गया थाl
जहाँग वान ने पहले कभी किसी का पीछा नहीं किया थाl सामने वाले को कटार निकालता देख कर वह थोडा परेशान हो गया था और सांस छोड़ी थी जिससे सामने वाले को उसके होने का एहसास हो गयाl
"मैं..."
इतनी जल्दी पकडे जाने पर जहाँग वान ने आँखें सिकोड़ीl जैसे वह आगे बढ़कर सामने वाले से लड़ाई करने को तत्पर हुआ, उसके दिमाग में एक विचार कौंधा और उसे एक शानदार विचार आयाl
" मैं यहाँ उस नालायक गुरु जहाँग वान को मारने आया हूँ! तुम कौन हो?"
पहचाने जाने के डर से अपनी आवाज़ दबाते हुए जहाँग वान बोलाl
चूँकि सामने वाला उसको मारने आया था, वह उसको ऐसा बोलकर भ्रमित करना चाहता थाl
" तुम यहाँ उसको मारने आये हो?" काले कपड़े वाला आदमी अचंभित हुआl लेकिन, जहाँग वान का छुपा हुआ मुंह और उसका चोरों जैसा तरीका देख कर उसे उसकी बातों पर थोड़ा विश्वास हुआl
" बिलकुलl अकादमी के सबसे बुरे गुरु को छोड़ दिया तो वह शिष्यों का नुकसान ही करेगा!" जहाँग वान न चाहते हुए भी अपने बारे में बात करते हुए लाल हो गयाl
" ओह! फिर तुम कर दोl मैं आस पास नज़र रखने में तुम्हारी मदद कर देता हूँ!" काले कपडे वाले आदमी ने कहाl
"केंग?" जहाँग वान के चेहरे पर एक नासमझी का भाव आ गयाl उसने उसपर ज़िम्मेदारी डालने की कोशिश की," मुझे लगता है कि अच्छा होगा कि तुम यह करोl वैसे भी, हम यहाँ एक ही काम करने आये हैं तो क्या फर्क पड़ता है कि कौन उसको करे!"
"तुम कर दोl दरअसल उसको मारने की मेरी कोई इच्छा नहीं हैl मैं उसको केवल दंड देना चाहता हूँl लेकिन, यदि वह मर जाए तो वह सबसे अच्छा होगा!" काले कपडे वाले ने उसको उकसायाl
"दंड देना?"
जहाँग वान थोडा विमूढ़ थाl उसको दंड देना... तो उसने कटार क्यों पकड़ी है? वह पूछने से अपने को रोक न सका," तुम उसको कैसे दंड देना चाहते हो?"
"उस आदमी ने मेरी मालकिन के साथ कुछ अशोभनीय किया हैl मैं उसका वह अंग काटना चाहता हूँ और उसको नपुंसक बनाना चाहता हूँ!"
काले कपडे वाले ने गुस्से में बोलाl
"..." ऐसी नीच बातें सुनकर, जहाँग वान को अपने निजी अंग में हवा सी लगी और वह मारे डर के अनजाने में ही सिहरने लगाl
[हे भगवान! यदि आज मैं चैन की नींद सो जाता तो इसके बाद मैं बादशाह की सेवा करने लायक ही बचता!
****!
इतने नीच कौन हो तुम!
तुम्हारी मालकिन के साथ अशोभनीय व्यवहार?]
जहाँग वान ने अपने पिछले जन्म और इस रूप की यादों को खंगाला , लेकिन उसे याद नहीं आया कि उसका किसी युवा लड़की के साथ शारीरिक सम्बन्ध हुआ हो!
" वह जहाँग वान, मैंने तो सिर्फ यही सुना है कि वह एक नालायक गुरु है, मैंने उसके महिलाओं से बुरे बर्ताव के बारे में तो कभी नहीं सुनाl यह क्या बोल रहे हो?" जहाँग वान ने उत्सुकता से पूछाl
" हुंह, वह आदमी इन्सान की खाल में जानवर है! कैसा गुरु, वह पशु है! मेरी युवा मालकिन ... रहने दो, मैं जितना उसके बारे में सोचता हूँ , उतना गुस्सा और बढ़ जाता है!" काले कपडे पह्ने हुए आदमी का गुस्सा उसकी आवाज़ से साफ़ झलक रहा थाl
"..." जहाँग वान को तारे दिख गएl
तो, क्या है यह , जो तुम मुझे एक जानवर बोल रहे हो? मैंने तुम्हारी युवा मालकिन के साथ क्या किया है? उसके अलावा, कौन है तुम्हारी युवा मालकिन? यदि वह खूबसूरत है तो भी कोई बात है, परन्तु यदि वह बदसूरत है , तो इस तरह का रिश्ता मेरे ऊपर थोपना कुछ ज्यादती नहीं है!
" तुम उसको क्यों मारना चाहते हो ?"
उसकी बेइज्जती करने के बाद, काले कपड़े वाले ने उसको देखाl
" मैं?" जहाँग वान ने नहीं सोचा था कि सामने वाला उससे सवाल पूछेगाl वह थोड़ी देर को स्तब्ध रह गया फिर दांत भींच कर बोला, " मैं... उसका औरतों पर ज़ोर दिखाना सहन नहीं कर सकता!"
" तुम जानते हो कि वह औरतों को परेशान करता है? उसने किसको परेशान किया?" काले कपडे पहना हुआ आदमी चौकन्ना हो गयाl
" उसने ..." जहाँग वान खरखराया और बोला, " मुझे तुम्हारे सवालों का जवाब देने की कोई ज़रुरत नहीं है!"
" सही बात हैl क्योंकि हम दोनों का मकसद एक ही है, तुम पहले जाओ!"
सामने वाला कुछ बताना नहीं चाह रहा है, यह देख कर और सवाल पूछना चाहते हुए भी उसने कुछ नहीं पूछा और हाथ हिलाकर जहाँग वान से बोला कि तुम पहले जाओl
" अच्छा होगा कि तुम पहले जाओ! यदि मैंने पहले वार किया, तो वह पहले ही मर जायेगा, फिर तुम उसका गुप्त अंग कैसे काटोगेl अच्छा होगा कि तुम मेरे उसको मारने से पहले उसका गुप्त अंग काट लो!" जहाँग वान ने जवाब दियाl
" वह..." काले कपडे वाला आदमी हिचकाl उसने जहाँग वान को शक की निगाह से देखाl
उसको शक होने लगा थाl
ऐसा संयोग कैसे हो सकता है? जैसे ही मैं जहाँग वान का गुप्त अंग काटने आया, उसी समय दूसरा आदमी उसको मारने आया? यदि उसे दूसरे आदमी की ताकत का डर नहीं होता तो वह उसको अभी मार कर बेहोश कर देताl
"क्यों? तुम्हें मुझ पर विश्वास नहीं है? यदि मैं उसे मारना नहीं चाहता तो मध्यरात्रि में चोरों की तरह यहाँ क्यों आता!" उसका शक देखकर, जहाँग वान ने शक दूर करने के लिए कहाl
"उन!"
ऐसा सुनकर काले कपडे वाला एक क्षण को झिझका और फिर उसने रजामंदी में अपना सिर हिलायाl
[यह सही हैl बहुत रात हो चुकी हैl यदि यह नकाब वाला आदमी जहाँग वान को मारने नहीं आया तो क्यों आया है?]
"ऐसा नहीं है कि मैं तुम पर विश्वास नहीं करताl चूँकि हमारा लक्ष्य एक ही है, तो चलो हम साथ ही चलें..."काले कपडे वाले ने कुछ क्षण सोचकर कहा!"
उसे अभी भी सामने वाले शख्स पर कुछ शंका थी|
"तुम अभी भी सावधानी बरत रहे हो | सब ठीक है,ये तो मानव सामान्य सिद्धांत हैं|हालाँकि तुम्हें मुझ पर विश्वास नहीं है...."जहांग वान ने बात को आगे न बढ़ाते कहा, "चलो साथ चलें!"
इसके बाद वे आगे बढ़ेl
"फाइटर 5 - डान शिखर?" उसकी हरकत देखते ही काले कपड़े वाले ने उसका कल्टीवेशन स्तर पहचान लियाl उसने अपना गिंगगोंग[१] लगाया और उसके पीछे हो लियाl
काले कपड़े वाले को अपने पीछे आता देख ,जहाँग वान देखने के लिए तुरंत पीछे मुड़ाl
बूम!
लाइब्रेरी ऑफ़ हेवन्स पाथ हिली और एक किताब प्रकट हुईl
जिस कुशलता से सामने वाला उसका पीछा कर रहा था वह किसी युद्ध तकनीक के समान थाl जब तक कोई एक कौशल प्रयोग कर रहा है, लाइब्रेरी ऑफ़ हेवन्स पाथ उसकी खामियों को संकलित कर सकेगी और इस प्रकार उस की पृष्ठभूमि का ज्ञान हो जायेगाl
जहाँग वान ने किताब पर नज़र डालीl
उसने कवर पर केवल दो शब्द लिखे देखे 'याओ हान'l
" यह नाम कितना जाना पहचाना लगता है .... मैंने कहाँ सुना है?" जहाँग वान ने पहला पन्ना खोलने से पहले कुछ देर सोचाl
" याओ हान, बाइयु शहर के लार्ड के घर का बटलरl फाइटर ६- डान पिक्सी प्राथमिक स्तर, आठ एकुपॉइंट खुले हैं!"
...
"यह वह है?"
बाइयु शहर का नाम देखते ही ,जहाँग वान को अपने समक्ष खड़े आदमी की पहचान हो गयीl
क्या यह बाइयु शहर का वही बटलर नहीं है जो उसको मारने दौड़ा था जब उसे पता चला था कि मैंने ज्हाओ या को अपना शिष्य बनाया है?
[कोई अचम्भा नहीं कि इसका नाम और आवाज़ पहचानी हुई लग रही थी!
वही तो...
इसका मतलब जिस युवा मालकिन की बात यह कर रहा है वह ज्हाओ या है...ऐसा मैंने उसके साथ क्या किया है कि तुम यहाँ मुझे नपुंसक बनाने चले आये?]
"मुझे बदनाम करने के लिए ... तुम मुझ से अधिक ताकतवर हो, फिर भी मैं तुम्हें पाठ पढ़ाऊंगा!"
उसने इस बारे में जितना सोचा, वह उतना ही और गुस्सा होता गयाl
यदि ऐसा कुछ होता जो उसके पिछले रूप ने किया होता, तो भी वह मान लेता क्योंकि उसने उसकी जगह ली है, चाहे वह गलत ही क्यों न होl लेकिन, बात तो यह थी कि ....उसने कुछ किया ही नहीं! याओ हान उस पर यह गुनाह थोप रहा है, जबकि उसने कुछ नहीं किया है, वह बहुत ही नीच है!
ऐसे ही विचार उसके मन में आते रहे , और वह उस किताब में उसकी खामियां देखता रहाl
" कल्टीवेशन तकनीक: वाइट जेड सर्कुलेशन तकनीक!"
" युद्ध तकनीकें: मिस्टिकल डायग्राम पाम(हाथों की रहस्यमयी मुद्रा) का विशेषज्ञ, मिस्टिकल डायग्राम फिस्ट,(मुट्ठी की रहस्यमयी मुद्रा) का विशेषज्ञ ..."
खामियां: 16 पहलूl नंबर 1 , इसका मिंगमेन इसके नितम्ब में है और इसका कौशल वहाँ होने वाले हमले से इसको नहीं बचा सकता...दूसरा..... तीसरा....."
किताब ने पहले की तरह उसकी खामियों का संकलन कर दियाl
आठ एकुपॉइंट खुलने का अर्थ है कि इसकी ताकत अभी 12 डिंग के समान हैl यदि जहाँग वान इसके साथ सीधा युद्ध करेगा तो इसका मुकाबला नहीं कर पायेगाl
हालांकि...
" तो क्या हुआ कि तुम पिक्सी रियल्म में हो? क्या हुआ कि तुम में १२ डिंग की ताकत है? यदि मैंने आज तुम्हें पाठ नहीं पढ़ाया, तो मेरा नाम भी जहाँग वान नहीं!"
हु!
इस जगह पर जहाँग वान अचानक रुक गयाl
" क्या हुआ ?"
जहाँग वान को अचानक रुकता देख कर काले कपडे वाले आदमी ने परेशानी से पूछाl
"देखो एक UFO!"
जहाँग वान ने यों ही बोलाl
"UFO? UFO क्या होता है?"
काले कपडे वाला चौंक गया और देखने के लिए तुरंत पीछे मुड़ाl ऐसा करने से उसका मिंगमेन जो उसके नितंभ पर था, जहाँग वान के सामने आ गया l
याओ हान को कुछ समझ नहीं आयाl उसे बटरफ्लाई, अल्टीमेटम, और स्पाई पता थाl लेकिन 'UFO' आखिर क्या है?
TL नोट: बटरफ्लाई-> हु डी येह l अल्टीमेटम -> तोंग डी येह l स्पाई -> जिआन डी येह l UFO ( फ्लाइंग सौसर) -> फ़ी डी येह
" भाड़ में जाओ!"
जहाँग वान इसी मौके के इंतज़ार में थाl बिना किसी झिझक के उसने पूरे जोर से एक किक उसके नितम्ब पर मारीl
पेंग!
इसके पहले कि काले कपडे वाला कुछ हरकत करता,उसके मिंगमेन पर हमला हो चुका थाl वह आगे उड़कर सामने पड़े एक पत्थर पर जा टकरायाl
[ क्योंकि तुम यहाँ मुझे नपुंसक बनाने आये थे, तो क्या अब मैं तुम्हें नपुंसक बना दूँ?]
उसने इस बारे में जितना सोचा वह उतना ही गुस्सा होता गयाl जहाँग वान आगे बढ़ा और उसके ऊपर बैठ गयाl उसने उसके चेहरे पर कई मुक्के मारेl
[क्या पिक्सी रियल्म विशेषज्ञ, कैसा १२ डिंग विशेषज्ञ? क्या वे ताकतवर हैं? यदि आप उनका मिंग मेन जान जाओ और उनकी खामियों का प्रयोग करो, तो अचानक किया हुआ हमला उनको फिर भी मार देगा!]
"तुम..."
शायद याओ हान ने नहीं सोचा था कि यह आदमी जो जहाँग वान को सबक सिखाना चाहता था अचानक उस पर पागलों की तरह हमला कर देगाl इससे बुरा क्या हो सकता है कि उसके मिंग मेन पर हमला हुआ है जिससे उसका पूरा शरीर अकड़ गया हैl वह चाह कर भी जवाबी हमला नहीं कर सकता थाl वह गुस्से से कांप रहा थाl
[क्या हमने जहाँग वान से साथ निपटने का फैसला नहीं किया था?
क्या है ये!
तुम्हारा विश्वास कहाँ है?
एक इंसान होने के नाते तुम्हारे उसूल कहाँ है?
इसके अलावा ....चाहे जो भी हो, तुम एक फाइटर 5 - डान डिंगली पिनाकल मास्टर हो, विशेषज्ञों में विशेषज्ञ l तुम्हारे युद्ध के कुछ उसूल होने चाहिएl बेशर्मी से मुझसे झूठ बोलना और चुपके से मुझ पर हमला करना और फिर मेरे मुंह पर मारना...
युद्ध की तकनीकों का क्या?
सामने से लड़ने का क्या?
तुम्हारी कल्टीवेशन तकनीक का क्या?
सड़क के बदमाश भी ऐसे नहीं लड़ते...]
उसको सिर्फ दर्द की लहर पर लहर महसूस हो रही थीl याओ हान पागल होने वाला थाl
इस समय उसको एहसास हुआ कि नकाब वाले आदमी ने उसके साथ धोखा किया हैl
और तो और, यह सबसे बुरा धोखा थाl
[१] किंग गोंग- इसका शाब्दिक अर्थ है ' हलके वज़न की कला'l यह पैरों की उस हलकी हरकत को बताती है जिसमें कोई हलके से कदम रखता है, इससे उसकी कूदने, भागने और बचने की क्षमता बढ़ जाती हैl