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Chapter 2 - nikal jayo yaha se

कल हमने पढ़ा था ,,,,कि अंश की सच्च sachai जानवी के सामने आ जाने पर ,,,,,,जानवी टूट जाती है

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अब आगे________________

जानवी कमरे से बहार निकल,,,,,,अंश के कमरे की तरफ जाने लगती है ,,,जानवी अंश के कमरे में पाहुंच,,,,,,,,अंश को चारों तरफ ढूंढती है,,,, ,,,,,,,लेकिन उसे अंश कहीं नजर नहीं आता ,,,,तो जानवी वाहा से जाने लगती है ,

,, तो उसे वॉशरूम का दरवाजा खुलने की आवाज आती है,,, ,यह आवाज़ सुन जानवी पीछे मूर्ति है ,,,तो अंश को देखती है ,,,, जो सिर्फ एक तौलिया मैं खड़ा था,,,

उसे इस तरह देख ,,,,,,,,,,जानवी की सांसे रुक सी गई थी,,,, वाह जो बात करने आई थी ,,,,,,,,वह भी भूल गई ,,,,,वाह एक टक सिर्फ अंश को देखती रह गई,,,,,,और इधर अंश ,,, जानवी को अपने कमरे में देख,,,,,,,,,थोड़ा गुस्से में जानवी,,,,,यह कौन सा टाइम है ,,,,,,यहां आने का,,,,,,,,,,,,क्या तुम्हें पता नहीं है ,,,,जाओ यहां से,,,,,,मैं तुमसे बाद में बात करता हूं, , ,,

और फिर वह जानवी का हाथ पकड़ ,,,,अपने कमरे से बाहर निकाल ,,,,,अंदर से दरवाजा बंद कर देता है,,,,,,

दरवाजा बंद होने की आवाज से जानवी अपने होश में आती है,,,,,,फिर जानवी अपने आप से ,,,,,यह मैंने क्या किया,,,,,

मैं तो यहां, उससे पूछने आई थी,,,,,, उसने मेरे साथ यह सब क्यों किया ,,,, ,अब मैं क्या करू,,,,,,,,कि मुझे सब कुछ पता चल जाएगा ,,,और फिर ,,,,,जैसे जानवी दोबारा गेट ख़टकाने जाती है,,,

,की वह कुछ सोच वहां से चली जाती है,,,,जानवी चलते चलते अपने आप से,,,,,,मैं कैसे पता करूं कि अंश ने मेरे साथ,,,,,,,ये सब क्यों किया ,,,,,कि तभी उसने ख्याल आता है,,,,,,,,कि क्यों ना मैं अंकल आंटी से पूछ लू ,,,,

और फिर वह सिदा अंश के मॉम डैड के कमरे में चली जाती है,,,,,,

अंश की माँ जानवी को अपने कमरे में देख ,,,क्या हुआ जानवी ,,,,कोई काम था ,,यहाँ,,

जानवी थोड़ा नरवस होते हुए ___हां आंटी मुझे आपसे कुछ पूछना था,,,,और फिर उनकी तरफ देखते हुए,,,,,, प्लीज आंटी जो भी पूछू,,,,आप सच सच बताना,,,,

अंश ने मेरे साथ ये सब क्यों किया

अंश की माँ जानवी के मुंह से,,,,,,ये बात सुन घबराए___ क्या बेटा अंश ने ऐसा क्या ,,,किया ,,,,तुम्हारे साथ।

.दीया आंटी मुझे सब पता है ,,,,,आप प्लीज मुझसे कुछ मत छुपाइये ,,,,,मुझे बता दीजिये कि अंश ने ये सब क्यों किया, मैं कसम खाती हूँ,,,,,,,,कि मैं किसी को कुछ नहीं बताउंगी

,, ,, पर प्लीज आंटी मुझे जानना,,,,,बहुत जरूरी है,,,,,,,कि अंश ने मेरे साथ,,,,,,ये सब क्यों किया ,,, ,,,,आप को कसम है आंटी आपको सब,,,,,सच सच बताना होगा ,,,,

अंश की माँ जानवी को सब कुछ सच बता देती है ,,,,जानवी दिया ,,,के मुँह से,,,,,,सब सच सुन ,,,

जानवी की आँखों में आँसू आ जाते हैं ,,, ,जानवी आँखों में आँसू लिए दिया माँ की तरफ देखते हुए,,,,,

आंटी अंश ने इसलिए मेरे साथ यह सब किया,,, उसने सिर्फ इसलिए मुझसे प्यार करने का दिखावा किया,,,,

और फिर,, , जानवी अपने आंसुओं को साफ कर ,,,,,,,,अंश के माँ की तरफ देखते हुए ,,,,, ,,ठीक है,,,,,,उसने मेरे साथ यह सब किया ,,,,,,सिर्फ अपने मतलब के लिए,,,,,,,,तो ठीक है,,,, आंटी ,,,,,,,मैं बिना किसी मतलब की ,,,,,,,,,अंश की पूरी मदद करूंगी ,,,,,,,,वाह जिस मकसद से मुझे यहां रख रखा है,

मैं वह मकसद अंश का जरूर पूरा करुंगी,,,,,,,मैं उसकी पूरी मदद करूंगी ,,,,,,बिना किसी लालच के ,,,,,,,,,आंटी आप भी मुझसे वादा करें ,,,,,,कि आप कभी भी अंश को यह नहीं बताएंगे कि यह सब मुझे आपने बताया है,,,,

दीया जानवी की बात सुन,,,,,,,,पर क्यों बेटा ,,,,,,वह तुम्हें गलत समझेगा,,,,,,,,तुम मुझे उससे याह सब बताने से क्यों रोक रही हो ,,,,,

जानवी बात को आगे बढ़ाते हुए ___अब सही समझने के लिए बचा ही क्या है ,, ,,जानवी एक बार फिर से रिक्वेस्ट करते हुए,,, प्लीज आंटी ,,,,,,,आप अंश को कुछ नहीं बताएंगे ,,,,,,,कि आपने ये सब मुझे बताया है ,,,

याह कह जानवी ,,वहां से अपने कमरे में जाने लगती है ,,,,की जानवी एक बार फिर पीछे मुड़ ,,,,आंटी मुझे आपसे एक बात और पूछनी है

और फिर वह जानवी को,,,,,,उसके बारे में सब कुछ बता कर,,, जिसे सुन,,,, जानवी अपने कमरे में चली जाती है,,,,और फिर आईने के सामने बैठ,,,,,,,,,खुद को देख अपनी उंगलियों को अपने चेहरे पर लगा,,,,,छूते हुए ,,,याह सब ,,,,,,,सिर्फ इस चेहरे की वजह से हुआ है ,,, सिर्फ इस चेहरे की वजह से ,,,और फिर फिर गुस्से में,,,,,,,पास में राखे,,,,,,,,सभी चीजों को दूर फेंक देती है ,,

,और फिर चिल्लाते हुए ,,,,,,,अंश तुमने ये सब क्यों किया ,,,,,और फूट-फूट कर रोने लगती है ,,,,,,

अगले दिन ,,🩵

एक अस्पताल में एक लड़की जिसने काले शॉर्ट्स और ऊपर लाल क्रॉप टॉप डाला हुआ था,,,,

और उसने अपने बालों को पोनीटेल में किया हुआ था ,,,,,,,,वाह देखने में हद से ज्यादा खुबसूरत लग रही थी ,,,,,,,,,कि अस्पताल के सारे स्टाफ बस उसे ही देख रहे थे,,,

लेकिन वह लड़की एकादम मॉडलिंग स्टाइल में चलते हुए ,,,,,,हॉस्पिटल के काउंटर पर जाती है और फिर वाह लड़की,,,,,,,,वही हॉस्पिटल के किसी स्टाफ से 102 रूम नंबर पूछ,,,,,,,उस साइड ,,,चली जाती है,,,,

वाह लड़की 102 रूम नंबर में पहूंच जाती है ,,,,,और फिर सामने दिखती है,,,,,,,तो दो बूढ़ी औरतें ,,,,,बेड पर लेती हुई थी ,,,,,और उन्हें स्ट्रिप्स लगी थी,,,,,,,और उनके मुंह पर ऑक्सीजन मार्क्स लगा था,,, ,

जिन्हें देख ;वाह लड़की,,,,,,चलते हुए,,,,,उनके पास जाने लगती है ,,,,

और जब unn main से एक औरत किसी की आहट महसूस कर ,,,,,,अपनी आंखें खोल देखती है ,,,,और फिर,,किसी को अपने सामने देख खुश होते हुए__ आलिया बेटा तुम,,,,,आ गई ,,,,,,,मैं कब से तुम्हारा इंतजार कर रही थी ,,,,, कि तुम आओ,,

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और वही दूसरी तरफ अंश का घर

अंश जानवी को सारे कमरे में देख लेता है,, लेकिन उसे जानवी कहीं भी नज़र नहीं आती,,,, जिससे अंश चिखते हुए,,,तुम कहाँ हो माँ? मुझे आपसे कुछ पूछना है,,,,

तबी अंश की माँ गार्डन से पधो को पानी दे ,,,,,कमरे में आती है,,,, तो सामने अंश को गुस्से में देख ,,,क्या हुआ ,,,,,,क्यों अंश इतने गुस्से में ;,,,,क्यू लग रहे हो ,,

और वही अंश,,,,,अपनी माँ की बात सून,,,,,,थोड़ा आराम करते हुए हुए__ माँ जानवी कहाँ है ,,,मैंने उसे कहा था ,,,,कि आज हमने हॉस्पिटल जाना है ,,,,,लेकिन उसने मेरी एक भी नहीं सुनी ,,,,,,,,,अब देखो पता नहीं कहाँ चली गई है ,,,,मैं कब से उसका इंतजार कर रहा हूं ,,, कि वाह आए ,,,,,,और हम निकले यहां से,,,,,,,,अस्पताल के लिए,,,

और मुझे ऑफिस भी जाना है,,,, मेरी मीटिंग है महत्वपूर्ण ,,,,,,उसे क्या लगता है,,,मैं फ्री हूं,,,उसकी तरह ,,,,,,मुझे बहुत कम है,,,

अंश की माँ ____अंश मुझे नहीं पता ,,,,,,कि जानवी कहां है ,,,,,और फिर,,,कुछ सोचते हुए ,,,,,अंश वैसे जानवी इस वक्त ,,,,कहां हो सकती है,,,

अंश चिढ़े हुए,,,,,,,मां मुझे क्या पता होगा,,,,,,वह इस वक्त कहां होगी,,,,,,,, वह कौन सी मेरी बीवी है ,,,,,,,,या मैं उससे प्यार करता हूं ,,,,,,कि मुझे उसके बारे में ,,,,,सब कुछ पता होगा,,,,,

अंश की माँ बेटा तुम ऐसे क्यों बोल रहे हो। वाह कितनी अच्छी लड़की है ,,,,तुम ऐसी सोच भी,,,,,कैसे सकते हो,,,,,

और फिर,,,,,अंश माँ से ___माँ आपको पता ही है ना ,,,,,,कि वह मेरे लिए क्या है ,,,,,,,,फ़िर भी आप मुझे बार-बार,,,,,,,उसके बारे में सोचने पर मजबूर करते हैं , ,,,,

मैंने आपको पहले भी कहा था ,,,,,,,कि मेरा उस लड़की का कुछ नहीं है,,,,,,,, और ना ही,,,,,कभी कुछ होगा ,,,,,,,,कि तभी अंश का फोन बजता है, ,,,अंश फोन की तरफ देखता है तो हॉस्पिटल का नाम शो होता है,,,

फिर अंश ,,,,,,बिना अपनी मां से कुछ कहे ,,,,,,,वहां से फोन पिक् कर,,,,,बाहर चला जाता है

Aaj ke liye bs itna,,

Yrr comment toh kr diya karo,,, tabhi pta toh chale ki aap sabko story passand aa rhi h