अब तक
नीना अपनी आंखे नम कर भरे गले से अश्विन से बोली _" पर अश्विन , में तुमसे बहुत प्यार करती हु , , I really love you, ,please marry me , , trust me में अश्विका कर ईधांश का बहुत ही ज्यादा ख्याल रखूंगी।"
अश्विन नीना की बात सुन सरकेस्टली बोला _" oh really, , पर जब दोनो को सबसे ज्यादा जरूरत थी किसी मदर फिगर की तब तुम london में अपना वेकेशन एंजॉय कर रही थी तुम तो ईधांश के एक्सीडेंट के बाद भी नही आई , , और चली हो उन्हे मां का प्यार देने "
यह बोल अश्विन अपनी चेयर से खड़े होते हुए बोला _" तुम्हे कुछ करने की जरूरत नही हैं दादी को में मना कर दूंगा ।
"
वो वहा से निकल जाता हैं , पूछे रह जाति हैं रोती हुई नीना , ,अश्विन एक बार भी पीछे मुड़ उसे नही देखता हैं।
अब आगे
अश्विन जब नीचे आता हैं तो वहा डोर के पास सिंध्या और दोनो बच्चो को पाता हैं जो आपस में ही जाने क्या बाते कर रहे थे।
बाकी स्टाफ भी उन्हे देख रहा था और बाते कर रहा था ,
अश्विन उनके पास आते हुए बोला _" तुम तीनो यहां क्या बाते कर रहे हो , चलो घर चलते हैं।
अश्विन की बात पर अश्विका अपने दोनो हाथ फैलाए अश्विन से बोली _" डैडी , , गोदी , ,"
अश्विन नीचे झुक कर उसे अपनी गोद में उठा लेता हैं , एक हाथ से सिंध्या का हाथ पकड़े कार की तरफ चल पड़ता हैं। सिंध्या अश्विन की इस हरकत से कभी अश्विन को देखती तो कभी उसके पकड़े हाथ को।
दोनो ने ही ध्यान नहीं दिया था की पीछे दो लोग उन्हें ही देख रहे थे , एक आदमी अपने पकड़े फोन को देख बोला _" अश्विन ओब्रॉई तुमने मुझे बहुत ज्यादा बेज्जत किया था जिस वजह से मुझे मेरी नौकरी और इज्जत गवानी पड़ी, , अब तुम्हारी बारी हैं " यह बोल वो आदमी शेतानों जेसे हसने लगा ।
कार में , ,
अब तक रात हो चली थी , अश्विका के बहुत ही जोर की भूल लगने लगी थी वो अपने पेट को पकड़े अश्विन से बोली _" डैडी भूखी लगी हैं , , चलो ना आज बाहल खाना खाते हैं।"
अश्विका की फरमाइश सुन अश्विन ड्राइवर से बोला _" किसी अच्छे से रेस्टोरेंट के सामने गाड़ी रोको"
ड्राइवर "okay" बोल मुंबई के ही सबसे बड़े रेस्टोरेंट "लाज़वाब" के सामने गाड़ी रोकता हैं , यह रेस्टोरेंट काफी फेमस था काफी आउटसाइडर को अपने तरफ अट्रैक्ट करता था , फॉरेनर लोग भी ज्यादा आते थे।
अश्विन कार से अश्विका को लेके बाहर आता हैं , वही दूसरी साइड से सिंध्या ईधांश को लेके आती हैं जो जबसे सो ही रहा था।
चारो रेस्टोरेंट के अंदर इंटर होते हैं तो आस पास के लोग उन्हें ही देखने लगते हैं , चारो की काफी ज्यादा खूबसूरत लग रहे थे।
अश्विन सबको इग्नोर कर देता हैं तभी वहा मैनेजर खुशी से आते हुए बोला _" what a pleasant surprise mister oberoy , , आइए में आपको आपका टेबल दिखा देता हु "
अश्विन मैनेजर की बात पर अपना सिर हा में हिला सिंध्या का हाथ पकड़ उसके पीछे आ जाता हैं।
मैनेजर अश्विन को रेस्टोरेंट में ही प्राइवेट रूम में ले जाता हैं , जहा vvip guest की प्राइवेसी का काफी ख्याल रखा जाता हैं।
अश्विन एक चेयर पर अश्विका के बेटा देता हैं , वही सिंध्या ईधांश को उठाते हुए बोली _" ईधु उठ जाओ , , डिनर कर लो फिर सो जाना। "
ईधांश सिंध्या से चिपकते हुए ही बोला _" नही मम्मा , , ईधु को अभी ओल सोना हैं , "
सिंध्या ईधांश के बालो में हाथ फेरे मना करते हुए बोली _" नही , , ऐसे डिनर को स्किप नही करते हैं , चलो गुड बॉय बनो और डिनर करो वरना में तुम्हें अपने घर नही ले के जाऊंगी।"
सिंध्या की धमकी सुन ईधांश जल्दी से अपनी आंख खोले सिंध्या को देखता हैं , , जेसे कन्फर्म कर रहा हो सच में "
सिंध्या अपना सिर हिलाते हुए बोली _" में सच कह रही ही चलो डिनर करते हैं "
सिंध्या को ईधांश की इस तरह मनाते देख अश्विन को काफी अच्छा लगता हैं पर वो कुछ बोलता नहीं हैं , वेटर को मेन्यू देख खाना ऑर्डर करता हैं।
अश्विका टेबल बजाते हुए बोली _" आशी को भूख लगी हैं , , खाना खाना हैं , , "
सिंध्या अश्विका के हाथ पकड़े बोली _" ऐसे नही करते हैं , ,बाद में तुम्हे ही दर्द होगा , , और खाना अभी आ रहा हैं थोड़ा वेट करो बेटा "
ईधांश भी अपना सिर हिला अश्विका की शिकायत करते हुए बोला _" मम्मा आप सही कह रही हो , , यह बिल्कुल भी वेट नही करती हैं ऐसे ही सबको परेशान करती हैं।"
अपनी पोल पट्टी खुलता सुन अश्विका ईधांश पर गुस्सा करते हुए बोली _" बले भाई , , आप अपनी बहन के साथ ऐसा केसे कर सकते हो।"
अश्विका की टोन और क्यूट फेस देख सिंध्या अपने आप को हसने से रोक नही पाती हैं और हसने लगती हैं।
सिंध्या को हस्ते देख अश्विन उसे देखता हैं तो उसमे ही खो जाता हैं , , सिंध्या हस्ते हुए काफी ज्यादा प्यारी लगती थी।
अश्विन अभी भी सिंध्या को देखने में खोया हुआ था की वहा वेटर्स आ जाते हैं और खाना सर्व करने लगते हैं जिस वजह से अश्विन अपने होश में वापस आया ।
1 घंटे बाद
अश्विन बिल पे कर रहा था वही तीनो एक जगह खड़े हुए बात कर रहे थे , सिंध्या ने दोनो को टेबल पर खड़ा किया हुआ था ।
अश्विन वहा आ ईधांश को गोद में ले लेता हैं तो सिंध्या अश्विका को ले लेती हैं , वो अभी वहा से निकलने ही वाले थी की अश्विन को पीछे से आवाज आती हैं _" mister oberoy"
अपना नाम सुन अश्विन पीछे मुड़ कर देखता हैं तो वहा harry lyanch खड़ा हुआ था
हैरी एक फ्रांस का एक बहुत ही मशहूर बिजनेस मैन हैं जो अभी इंडिया आया हुआ हैं।।
हैरी को देख अश्विन उसके पास आ हाथ मिलाते हुए बोला _" how are you mister lyanch"
Harry हस्ते हुए बोला _" I'm good but where are you , ,"
Harry को इंग्लिश थोड़ी बहुत ही आती थी , अश्विन भी अपना ट्रांसलेटर साथ नही लाया था वैसे तो अश्विन को काफी सारी लैंग्वेज आती थी कुछ वो सीख रहा था।
सिंध्या दोनो की बाते सुन रही थी उसे अश्विन की परेशानी समझ आ जाति हैं ।
सिंध्या वहा अश्विका को अपनी गोद में लिए आते हुए फ्रेंच में बोली _" यह बहुत ही ज्यादा बिजी हैं भी , , इसलिए यह आपसे नही मिल पाए "
सिंध्या की बात सुन अश्विन हैरानी से उसे देखने लगा वही हैरी मुस्कुराने लगा ।
To be continue
Kesa lga part btana mat bhulna , story ko jyada se jyada share karo yaar or acche acche। Review bhi do