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Chapter 24 - sindhya in delta company

अब तक

सिंध्या दोनो के पास आती हैं और उनकी शकल देखती हैं तो हसी आ जाती हैं ,  वो हसने लगती हैं और हस्ते हुए बोली _" बेबीज़ यह आपने क्या हाल बना रखा हैं , , ,कितने क्यूट लग रहे हो दोनो , , " ये बोल दोनो के फेस को साफ करने लगती हैं पर वो चिप चिप हो रहे थे ।

अश्विका अपने दांत दिखाते हुए बोली _" हम तो ब्लैकफास्ट् बना लगे थे ,"

अश्विन भी उनके पास आते हुए बोला _" अच्छा पर लग तो नही रहा हैं , , तुम ब्रेकफास्ट बना रहे थे " यह कह वो अश्विका को गोद में ले लेता हैं।

सिंध्या भी अश्विन की बात में हामी भरते हुए बोली _" बिलकुल सही तुम्हे देख कर तो ऐसा लग रहा हैं , मानो मेरे घर में तो क्यूट से भूत आ गए हो "

यह बोल वो हसने लगती हैं , सिंध्या को देख बाकी सब भी हसने लगते हैं।

कोई अगर यह सीन देखता हैं तो यही कहता हैं _" यह हैं परफेक्ट हैप्पी फैमिली "

अब आगे

किचन में थोड़ी बहुत हसी मजाक के बाद सिंध्या ईधांश को अपनी गोद में ले अश्विन को देते हुए बोली _" आप इन्हे त्यार कर दीजिए तब तक में नाश्ता बनाती हु , , इनके कपड़े और बाकी सब सामान मेरी अलमीरा में रखा हुआ हैं "

अश्विन अपना सिर हा में हिला दोनो को ले वाशरूम में चला जाता हैं वही सिंध्या भी नाश्ता की तयारी करने से पहले किचन को साफ करती हैं जो की बहुत ही ज्यादा मैसी हो रहा था।

30 मिनिट बाद

रूम में

अश्विन ने दोनो को नहला दिया था और खुद भी नहा लिया था इस वक्त तीनो ही टॉवल में थे , अश्विन अलमीरा की तरफ जाते हुए बोला _" शांति से खड़े रहना , , डैडी अभी आते हैं तुम्हारे ड्रेसेज ले कर "

यह बोल वो अलमीरा खोलता हैं तो उसमे सिंध्या के ही कांपड़े दिखाई दे रहे थे , अश्विन थोड़ा कपड़ो को इधर उधर करता हैं तो उसे बैग मिल जाता हैं  , , बैग निकालने के चक्कर में उसके हाथ से एक बॉक्स गिर जाता हैं।

अश्विन उस बैग को बेड पर उस बॉक्स को खोल कर देखता हैं तो उसमे बहुत ही प्यारी रिंग रखी हुई थी जो की ब्लू डायमंड की थी , उस रिंग को वापस बॉक्स में रख बोलता हैं _" काफी खूबसूरत हैं , , " यह बोल वो उसे रख देता हैं और दोनो को रेडी कर्ण लगता हैं।।

अश्विन दोनो को रेडी कर ही चुका था की वहा दनदनाते हुए सिंध्या आ जाति हैं वो अश्विन को टॉवल में देख चिल्ला पड़ती हैं " आआह्हह्ह , , ," यह बोल वो पीछे मुड़ अश्विन से कहती हैं _" मिस्टर अश्विन यह आप टॉवल में क्यों घूम रहे हैं मेरे घर में , , कपड़े पहनिए "

सिंध्या की बात सुन अश्विन अपने दांत पीसते हुए बोला _" में , ,कोई घूम नही रहा हु , ,कपड़े गीले हो गए थे तो नहाना पड़ा , ,समझी "

"हा हा ठीक हैं ठीक हैं , , में बस बोलने आई थी नाश्ता रेडी हैं आ जाइए " यह वो बिना पलटे ही बोल रही थी।

अश्विका दोनो की बाते सुन बोली _" आले आप लोग इतने सलमा क्यों लहे हो , , मम्मा में ओल बले भाई लेडी हैं हमे ले चलो " यह बोल वो और ईधांश दोनो अपने हाथ ऊपर कर देते हैं।

सिंध्या बिना अश्विन को देखे दोनो को ले वहा से चली जाति हैं।

वही अश्विन सिंध्या को खुद को न देखना खल गया , , वो खुद को मिरर में देखता हैं जहा उसकी 8 एब्स, बाइसेप्स और मसल्स काफी ज्यादा अच्छे लगते हैं। , ,और उसे और ज्यादा अट्रैक्टिव बनाते हैं  , ,वो खुद को देख बोला _" में इतना तो हैंडसम हु , , सब लड़कियां मुझ पर मारती हैं पर यह लड़की मुझे देखती क्यों नही हैं।"

यह बोल वो रेडी होने लग गया ।

वही अश्विका और ईधांश को चेयर पर बिठा सिंध्या किचन में जब आती हैं तो वो दिल पर हाथ रख बोली _" ओह कान्हा जी , ,यह कितने ज्यादा हैंडसम हैं , , मेरा तो दिल ही आने वाला था पर बचा लिया जाने से " यह बोल वो समान बाहर डाइनिंग टेबल पर रखने लगती हैं।

जितनी देर में सिंध्या ने आरा समान रखा उतनी देर में अश्विन रेडी हो कर आ गया था और अपनी चेयर पर बैठ था , सिंध्या ने नाश्ते में पोहा , और सैंडविच बनाया था साथ ही जूस भी ।

सब अपना नाश्ता करते हैं , , थोड़ी देर बाद अश्विन दोनो बच्चो के साथ हॉल में बैठा हुआ था वही सिंध्या रूम में रेडी होने गई थी।

थोड़ी देर बाद जब सिंध्या आती हैं तो अश्विन उसे देखता ही रह जाता हैं , , सिंध्या व्हाइट शॉर्ट कुर्ती और ब्लू जींस में काफी प्यारी लग रही थी , , उसे देख अश्विन मन में बोला " आह यह लड़की क्या हैं , , इसे देख मेरा दिल इतनी स्पीड में केसे पहुंच जाता हैं , , "यह सब वो अपने मन में ही बोल रहा था ।

सिंध्या ईधांश और अश्विका का हाथ पकड़ खड़ी अश्विन से बोली _" मिस्टर अश्विन क्या हम चले ,  , आपको भी ऑफिस जाना होगा ।"

अश्विन कुछ कहता उससे पहले ही ईधांश बोला _" हमे भी ऑफिच जाना हैं , , "

अश्विका भी अपना सिर हा में हिला देती हैं तो अश्विन बोला" ठीक हैं चलो" यह बोल वो भी खड़ा हो जाता हैं।

तो सिंध्या बोली " आप लोग ऑफिस जा रहे हैं तो क्या में अपने घर में ही रुक सकती हु ?"

"नही , , बिलकुल नहीं " अश्विन , अश्विका और ईधांश एक साथ बोले "

"पर क्यों, , " वो कन्फ्यूजन में बोली।

अश्विन अपनी टाई को सही करते हुए बोली " वो तुम्हे ईधांश का अभी भी ख्याल रखना हैं , , तो तुम्हे तो साथ चलना ही होगा "

सिंध्या मन मार कर अपना सिर हा में हिला अश्विन के पीछे पीछे चलने लगती हैं , , वो अपने घर को लॉक करती हैं और अश्विका और ईधांश का हाथ पकड़ नीचे आ जाति हैं।

जहां अश्विन पहले ही अपनी रेंज रोवर में बैठा उनका वेट कर रहा था।

डेल्टा ग्रुप ऑफ कंपनी

अश्विन अश्विका को अपनी गोद में लिए बाहर निकला वही दूसरी साइड से सिंध्या ईधांश को ले कर निकली  , ,दोनो ही परफेक्ट कपल लग रहे थे।

दोनो को देख ऑफिस के अंदर जा रहे एम्प्लॉय खुशुर फुसुर कर रहे थे।

उनमें से एक एम्प्लॉय बोला _" क्या यह प्रेसिडेंट की वाइफ हैं , , देखो केसे ईधांश बेबी को गोद में ले आ रही हैं "

उस एम्प्लॉय की बात सुन दूसरा एम्प्लॉय बोला _" क्या पता , , कुछ सुनने में तो नहीं आया हैं।"

वो अपनी खुसुर फुसुर कर रहे थे पर तब तक अश्विन और सिंध्या दोनो बच्चो को ले कर लिफ्ट में जा चुके थे।

To be continue

Kesa lga part btana mat bhulna or acche acche review dete rahiye yaar। , ,