संजू और इंदर ऑफिस के लिए निकल जाते हैं।
संजनाके ऑफिस में सभी संजना को कांग्रेचुलेशन करते हैं ।
तभी संजना के बॉस आते हैं
बॉस -अरे संजना तुम तो लीव पर थी (मजाकिया अंदाज में )क्या हनीमून नहीं गए ।
संजू- वह दरअसल थोड़ी सी फैमिली यीशु की वजह से हमारा जाना नहीं हो पाया ।
बॉस- तो बाद में जाओगी ।
संजू -जी सर
बॉस- संजना मैं तुम्हें तुम्हारे एंप्लॉय से मिलाता हूं, यह है ऋषि सहगल यह तुम्हारे अंडर काम करेगा। संजू -बट सर मुझे तो किसी की जरूरत नहीं है
बॉस- जानता हूं कि तुम्हारा काम बहुत अच्छा है, पर लड़के को कुुुुछ् अच्छा सीखने को मिलेगा। संजना- ओके सर।
इधर इंदर् के ऑफिस में
इंदर को कल रात की सारी बातें याद आ रही थी और वह मन ही मन मुस्कुरा रहा था ऑफिस में सचिन आता है और इंदर को पता भी नहीं चल पाता है ।।
इंद्र को मुस्कुराता देख उसकी खिंचाई करने लगता है ।
सचिन -क्या बात है इंदर बेटा क्या कुछ हुआ था। जो कि इतनी मुस्कुराहट चेहरे पर आ रही है ।
इंदर का ध्यान आता है कि सचिन बहुत देर से उसकी तरफ देख रहा है।
इंदर - सबसे पहले तू यह बता कि तुम लोगों ने मेरी कोक में क्या मिलाया था ।।
सचिन- कुछ नहीं यार हम लोगों ने थोड़ी सी मस्ती की थी ,तुम लोगों के साथ।।
लेकिन रात तो अच्छी गुजरी होगी ना।
इंंदर् मन में सोचता है कि अब इसे कैसे बताऊं।।
इंदर बात काटते हुए, अच्छा चल ।।।
वह बैंकॉक की फाइल देखना अभी बहुत जरूरी है एक हफ्ते बाद सुबह जाकर अपने टेक्सटाइल का इवेंट करना है।
सचिन -ok ।
संजना ऑफिस में काम कर रही होती है तभी इसके फोन पर कॉल आती है कि उसके पापा की तबीयत बहुत खराब है ।संजना बॉस से छुट्टी लेकर तुरंत ऑफिस से हॉस्पिटल के लिए निकल जाती है और हॉस्पिटल में संजू अपनी मम्मी से।।
मॉम कैसे हो गया सब और आप लोगों ने मुझे खबर भी नहीं की। हॉस्पिटल कौन लेकर आया
सोनी जी -बेटा तेरे पापा का ब्लड प्रेशर एकदम से हाई हो गया था ।
अचानक बेहोश हो गए वो तो नक्ष देवू के पास आया था और उसने तुरंत इंदर को कॉल किया। और इंदर ने इतने बड़े हॉस्पिटल में तुम्हारे पापा को एडमिट करा दिया। पता नहीं फिर क्या होता। अगर हमारे दामाद जी नहीं होते।
इंदर डॉक्टर से बात कर रहा होता हैं । तभी संजू इंद्र को देखकर इंदर के पास जाती है और कहती है थैंक यू इंद्रेश जी।
मेरे पापा की जान बचाने के लिए ।
इंदर - इसमें थैंक यू की क्या बात है वह मेरे भी तो पापा है ।
संजू- लेकिन जब तक तलाक नहीं होता तब तक।
इंदर -जी क्या आप अब तक हमसे नाराज हैं कहीं रात की बात से तो नहीं।
संजू - रात की बात को ना दोहराएं तो बेहतर होगा।
मेरे परिवार को अपनी तरफ मत कीजिए जब हम लोग अलग होगे। तो बहुत तकलीफ होगी इन लोगों को । इतना कहकर संजना वहां से चली जाती है।
इंदर मन् मे कहता है आप क्यों नहीं समझते हैं । संजना जी मैं आपसे बहुत ज्यादा प्यार करता हूं।
अब शाम को इंदर और संजना दोनों घर आ जाते हैं ।
संजू चुपचाप अपने रुम में चले जाती हैं ।
इंदर -पता नहीं इस लड़की को किस बात का घमंड है।
रात में सोने के समय
संजू्- इंंद्रएश जी मैं दूसरे रूम में जाकर सोती हूं। इंदर मजाकिया अंदाज में, क्यों मेरी बॉडी देखकर कंट्रोल नहीं होता ।
क्या संजू गुस्से में बोलती है - शट अप।
इंदर मुस्कुराने लगता है दूसरे रूम में सफाई नहीं हुई है इसलिए वहां संजना को अजीब सा लगता है सब कुछ साफ सुथरा तो है लेकिन सामान इधर-उधर पढ़ा होता है ।
इंदर - यह लड़की भी ना चादर को लेकर ही नहीं गई है । ठंड में बिल्कुल ठीथुर् जाएगी चलो मैं ही इसे चादर दे आता हूं।
इंदर संजना के रूम का दरवाजा जैसे ही खोलता है वैसे ही संजू इंदर के सीने से चिपक जाती है और घबराई आवाज मे कहती है ।चूहा....।।
इंदर-चुहा? हम्मम्मम्मम्म।लगता है रोज एक चूहा छोड़ना पड़ेगा मुझे।
संजू- क्या मतलब कम से कम इस बहाने आप मुझे हग तो करेंगे रोज ।
संजू - चुप रहिए । मुझे बहुत ज्यादा डर लगता हैचूहों से।
इंदर यह घर काफी दिनों से बंद है साफ-सफाई के बावजूद भी यहां एक आधचूहा रह गया होगा।
इन्दर - चूहा भगाता है लेकिन उसे चूहा कहीं नहीं मिलता है वह संजना से कहता है।
इंदर -चलिए सो जाइए आज की रात आपको डर नहीं लगेगा क्योंकि चूहा आपका रात का हमसफर होगा।
संजू - मुझे डराना बंद कीजिए।
इंदर- अगर आपको डर लग रहा है तो आप मेरे रुम में सो सकते हैं।
संजू- इसकी कोई जरूरत नहीं है मैं मैनेज कर लूंगी।
इंदर- sure ।
संजू -आई एम ओके ।
ओके इन्दर इतना कहकर अपने रूम की तरफ चला जाता है अब संजना अपने रूम में अकेले रहती तो है। लेकिन उसे घबराहट की वजह से नींद नहीं आ रही होती है। अचानक से संजना को सपना आता है कि चूहा संजना के बालों में चल रहा है और वह चिल्ला कर जाग जाती है । चिल्लाने की आवाज से इंदर जाग जाता हैै और संजना के रुम में जाता है ।
इंदर् - मैंने कहा था कि अकेले में नहीं सो पाओगी संजू- ये वक्त कोई मजाक का नहीं है।
संजू- मुझे बहुत डर लग रहा हैै क्या मैं तुम्हारे रूम में सो सकती हूं ।मैं जमीन पर बिस्तर लगा लूंगी।
इंदर -कोई बात नहीं वैसे भी सुबह के 4:00 बज गए हैं और मेरे जिम करने का समय हो गया है तुम आराम से बेड पर सो सकती हो ।
संजू- इंदर के बेड पर लेटी है इंदर को तो बहाना चाहिए संजना को निहारने ।
इंदर पुष्अपस् करता है और संजना को चोर नजरों से देखता जाता है।
संजना -इंद्रेशजी आज ब्रेकफास्ट मे क्या खाएंगे आप ?
इंदर-क्यू आज महाराज जी नही आएंगे।
संजू-नही हम 2 hi तो हैं थोड़े से खाने के लिए महाराजजी क्यू?मैने उन्हे लालजी निवास भेज दिया है।
इंद्र-पक्का आप कर लेंगी।
संजू-घर् पर भी तो खुद ही बनाते थे।दरअसल संजू ने घर पर कभी खाना नही बनाया है ।लेकिन वह इंदर का कम से कम एहसान लेना चाहती है संजू मन मे सोचती है पापा कि तबीयत ठीक कराने का एहसान तो लाद् दिया ।और एहसान नहीं लूंगी इस इंसान का ।।