रानी -भैया मैं कल सुबह आऊंगी।
इंदर - ठीक है।
अब इंदर को बहुत गुस्सा आ रहा था वह संजना से पूछना चाहता था कि ऐसा क्यों कर रही हो।
इंदर गुस्से में रूम के दरवाजे खोलता है वही अंदर संजना खिड़की के पास खड़ी है।
इंदर - तुमने खाना क्यों नहीं खाया?
संजना - कहा ना मुझे भूख नहीं थी और मैं बाहर से खा कर आई हूं।
इंदर - कम से कम मेरा दिल रखने के लिए ही बैठ जाती।
संजू - मैं तुम्हारी गुलाम हूं क्या ?
इंदर् - किस तरह से बात कर रही हो तुम मुझसे
संजू - खैर छोड़ो मुझे यह बताओ कि तलाक के पेपर कब तक रेडी होंगे।
इंदर - इतनी जल्दी क्या है तुम्हें मुझ से तलाक लेने की।
संजू - मुझे जल्दी है।मैं तुमसे प्यार नहीं करती इसलिए तुम्हारे साथ नहीं रहना चाहती ।
इंदर - ठीक है मैं कल ही वकील से कहकर तलाक के पेपर रेडी करवाता हूं।
मैं तुम्हें तलाक् तो दूंगा ही साथ में इस घर के कागज हमारे नाम है वह भी तुम्हें दे दूंगा।
संजना - वो क्यों ?
इंदर - क्योंकि तलाक के बाद तुम्हारा गुजर बसर हो सके।।
संजना को ऋषि की कही बातें याद आती है इसलिए वह घर के कागजों के लिए मना नहीं कर पाती।
अब इंदर गुस्से में नीचे आ जाता है। इंदर 'बार' में फोन करके एक शराब की बोतल मांगता है ।
वो एक बार में पूरी बोतल नीड ही पी लेता है। अब उसे बहुत ज्यादा नशा हो जाता है।
बह नशे में संजू की कई सारी बातें याद करता है फिर संजू के रूम में चला जाता है फिर वह दरवाजे को नॉक करता है ।।
इंदर - संजना ,संजना बेबी ओपन द डोर !!
यह बात सुनकर संजना हैरत में रह जाती है दरवाजा खोलती है तो दरवाजे के सामने इंदर को नशे में पाती हैं इंदर जो कि ठीक से खड़ा भी नहीं हो पा रहा था उसकी आंखें बहुत ज्यादा लाल थी संजू को सामने पाकर इंदर कहता है ।
इंदर - संजू डार्लिंग सो गई हो क्या।
संजू - इंदर जी आप जाइये दूसरे रूम में सो जाए। आपने बहुत ज्यादा शराब पी ली है सुबह बात करेंगे ।
इंदर - नो संजना मुझे अभी प्लीज तुमसे एक बात करनी है।
संजू - ठीक है अंदर आए ।
इन्दर अंदर आता है और संजना से कहता है कि हम तलाक तो ले ही रहे हैं ।
क्यों ना तुम एक इच्छा पूरी करो मेरी।
संजू - बोलो क्या है ।
इंदर - वो,वो, वह बात यह है कि मुझे बस एक kissss चाहिए ।
संजना - आप् ने बहुत ज्यादा शराब पी ली है, जाइए अपने रूम में सुबह में बात करेंगे।
इंदर - प्लीज क्या मेरी एक इच्छा पूरी नहीं करोगी फिर मैं तुमसे कभी कुछ नहीं मांगूंगा ।
संजू सोच में पड़ जाती है फिर कुछ सोच कर कहती हैं ठीक है आंखें बंद कर लेती हैं तभी इंदर संजना के चेहरे को अपने दोनों हाथों में रख लेता है अब संजना के चेहरे को गौर से देखता है फिर संजना के माथे पर kiss कर लेता है संजना एकदम से सिमट की जाती है और् जैसे ही अपने होंठ संजू के होंठो के करीब लाता है तुरंत संजना इंदर से दूर जाने की कोशिश करती है लेकिन इंदर उसका हाथ पकड़ लेता है।
इंदर - आखिर क्यू दूर जाना चाहती हो मुझसे। मै तो तुमसे बहुत प्यार करता हूं ।
संजू - हटो मुझसे दूर मै आपसे प्यार नहीं करती हु ।
इंदर - क्या कमी है मुझमे ।
फिर इंदर संजू को पीछे कि तरफ से अपनी ओर खींच लेता है । और अपने आप से चिपका लेता है ।फिर संजू की गर्दन को चूमने लगता है ।
इंदर - my love संजू मै तुम्हारे बिना मर जाऊंगा।pls मुझे मत छोड़ो।मत तलाक़ लो।
संजू जैसे तैसे अपने आप को छुड़ा के भाग जाती हैं ।और रूम बंद करके बाहर भाग् जाती है ।
इंदर नशे में ।
संजना मेरी जान मैं तुम्हें तुम्हारी खुशी के लिए तलाक दे रहा हूं । अगर मेरे बस में होता तो मैं तुम्हें अपने आपसे कभी दूर नहीं होने देता।
यह सब कह कर इंदर वहीं जमीन पर बैठे-बैठे सो जाता है।
अब तो जैसे संजू ने इंदर से बोलना ही छोड़ दिया हो।इंदर संजना का खाने की टेबल पर वेट करता रहता लेकिन संजना ऋषि के साथ बाहर खाना खाकर आने लगी थी।
और इंदर् भी वार में जाकर ड्रिंक करने लगा था ।यह सब इंदर के फ्रेंड से देखा नहीं जा रहा था उन्होंने फैसला किया कि इस ऋषि की सच्चाई संजना के सामने लाकर रहेंगे।
डॉक्टर प्रयाग ऋषि का फ्रेंड बनने का नाटक करता है।वह संजना के ही ऑफिस में इवनिंग टाइम जॉब करता है।प्रयाग को ये जॉब बहुत आसानी से मिल गई क्यूकी संजना के बॉस अनिल का बहुत ही अच्छा दोस्त है जब ये सच्चाई संजू के बॉस को पता चला तो ...
बॉस - अरे अनिल अभी मै इस ऋषि को जॉब से निकालता हु ।
अनिल - इससे क्या होगा यार ।संजना भाभी की आंखे थोड़े तो ना खुलेंगी।
बॉस- हम्म।लेकिन मै क्या help कर सकता हू बता यार।
अनिल - मैं बस इतना चाहता हूं कि तू इवनिंग जॉब में प्रयाग को अपनी जॉब पे ऋषि के कलिग के रूप से रख ले।
ताकि वो रिसी के नाटक से पर्दाफाश कर सके।
एक दिन बातों बातो में ऋषि और प्रयाग गहरे दोस्त बन जाते हैं।एक दिन प्रयाग् ने अपनी झूठी गर्लफ्रेंड का जिक्र किया तभी ऋषि ने भी संजू के बारे में बताया।
प्रयाग - तुझे पता है यार मेरी गर्लफ्रेंड बहुत ज्यादा अमीर है इसीलिए मैंने उसे फास रखा है।वो मुझ पर बहुत सारा पैसा खर्च करती है।।
ऋषि - बस ,यार मेरी गर्लफ्रेंड तो बहुत ज्यादा अमीर है ।इंद्रेश लाल का नाम सुना है।
प्रयाग - कौन जो " लाल जी टैक्सटाइल" के मालिक है ।
ऋषि- हां वही लाल जी टैक्सटाइल का c e o इंद्रेश लालजी । उसीकी बीवी है संजना।
प्रयाग - साले तुझे बीवी ही मिली। कोई कुंवारी नहीं मिली।
ऋषि- अरे यार संजना की शादी अधेड़ उम्र के इंद्रेश से हुई है ।
वह उसे नहीं चाहती लेकिन इंद्रेश की दादी ने अपनी दौलत का काफी हिस्सा संजना के नाम पर कर रखा है । और वह लाल जी के बड़े बेटे का मेंशन भी संजना के नाम पर है।
प्रयाग - तो उसकी कीमत तो लाखों करोड़ों हैं । ऋषि -:हां यार बस बंगले के कागजात मेरे हांथ आ जाये फिर तो मै इस संजना के लात मार दूंगा। मतलब यह कि मैं इसको अपनी जिंदगी से दूध में मक्खी की तरह निकाल फेकूंगा। फिर् सारी दौलत अपने नाम कर लूंगा।और उसकी जवानी के थोड़े से मजे ले लूंगा ।यह सब प्रयाग अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर रहा था ।।