सोवी बहुत दुखी था वह चुप चाप चल रहा था । शिन ने जियान से धीरे से कहा बेवकूफ तुमने मास्टर से फिर कोई बततामीजी की है क्या? मास्टर बहुत चुप है । मुझे लगता है वो उदास है, लेकिन क्यो कुछ देर पहले तो वो ठीक थे!
जियान _ने संकोच करते हुए कहा" नही मैने ऐसा कुछ नही कहा है।
शिन जुई ने कहा "तुम्हे पता है मैं मास्टर को बचपन से जानती हूं वो बहुत शान्त रहते हैं ,उन्हे बोलना पसंद नहीं है ,मैने कभी उन्हे हस्ते हुए नही देखा है लेकिन मास्टर तुम्हारे साथ काफी सहज रहते हैं वो तुम्हारा ध्यान भी रखते हैं फिर भी तुम उनसे ऐसे बेरुखी से बात क्यो करते हो?
जियान चुप था ,क्यूंकि शिन जुई की बात कही न कहीं सच ही थी वो सच में सोवी से बहुत बेरुखी से बात करता था । उसने सोवी की तरफ देखा वो बिना बोले चले जा रहा था, तभी जियान का पैर एक पत्थर से टकरा गया वहा उसे पहले से ही चोट लगी थी पत्थर से टकराते ही जियान के मुंह से चीख निकल पड़ी। आह
सोवी और शिन जुई ने एक साथ जियान को देखा सोवी ने जल्दी से जियान को वही बिठाया !शिन जुई बोली बेवकूफ देख कर नही चल सकते हो क्या ?देखो चोट लग गई न।
सोवी ने अपनी ताबीज का कपड़ा देते हुए कहा जाओ जल्दी से इसे पानी में भिगो कर लाओ। शिन जुई वो कपड़ा लेकर जल्दी से भाग कर गई।
सोवी ने बिना जियान की तरफ देखे हुए कहा ! तुम हमेशा जल्दबाजी में रहते क्यो रहते हो ?तुम्हे अपना खयाल रखना चाहिए और कम से कम इस सफर में खुद को सुरक्षित रखना है। हमे अभी नैतिकता के लिए लड़ना भी है!
जियान ने कहा तुम मुझे देख क्यो नही रहे हों?
सोवी जियान की बात को सुन कर शान्त था वो बहुत दुखी था जियान की बातो से । तब तक शिन जुई वहा आ गई उसने भीगा कपड़ा सोवी को दिया। सोवी ने भीगे कपडे से जियान के पैर के घाव को साफ किया और वही कपड़ा बांध दिया ताकि खून ज्यादा न बह सके।
जियान ने कहा मै ठीक हूं मुझे लगता है हमें चलना चाहिए और रात होने से पहले इस पहाड़ी को पार करना होगा वरना रात में इस जंगल में रुकना खतरे से खाली नही होगा।
तीनो फिर आगे के लिए चल दिए जियान को महसूस हो रहा था कि सोवी कुछ दुखी है लेकिन क्यों दुखी है इसका अंदाजा जियान को नही था लेकिन सोवी का इतना ज्यादा चुप रहना अब उसे पसंद नहीं आ रहा था।
मास्टर जरा धीरे चलिए मुझे आपके साथ साथ चलना है शिन जुई सोवी के बराबर आते हुए बोली। आपकों क्या हुआ है मास्टर ?आप बहुत खामोश है। क्या जियान ने कुछ कहा है? वो बहुत बोलता है!
सोवी ने कहा "मैं बिल्कुल ठीक हूं जुई मेरी चिंता मत करो ।
शिन जुई को सोवी के साथ चलते देख जियान को और गुस्सा आ रहा था ,वो चाहता था की शिन जुई सोवी से दूर रहें, उसने चिल्लाते हुए कहा शिन जुई तुम्हे मुझे अकेले छोड़ कर सोवी के साथ चलने की क्या जरूरत है ?तुम देख नही रही मेरे पैर में चोट है, तुम्हे मेरे साथ धीरे धीरे चलना चाहिए जियान बस चाहता था कि शिन जुई सोवी से दूर रहें।
शिन जुई ने कहा " तुम तो एक योद्धा हो न ख़ुद चल कर आ जाओ वह जियान को चिढ़ाते हुए बोली।
सोवी सोच रहा था शायद सच में जियान शिन जुई को पसंद करता है मेरी किस्मत इतनी खराब कैसे हो सकती है ? लेकिन अगर सच में जियान उसे पसंद करता है तो मै उसे नही बता सकता हूँ कि वो मेरा सोल्मेट है! लेकिन मै करू भी तो क्या?जियान किसी और को पसंद करता है ये बात सोवी से बर्दास्त नही हो रही थी वो अंदर ही अंदर घुट रहा था!