जियान ने शिन जुई को देखा तो वो जियान को बस घूरे जा रही थी, जियान ने चिढ़ते हुए कहा "ओह अब बस भी करो शिन जुई, अब क्या घूरते ही रहोगी अपने मास्टर की तरह!"मुझे पता है मैं खुबसूरत हूं लेकिन इस तरह एक लड़के को घूरना अच्छी बात नहीं है जियान तल्खी के साथ मुस्कुरा कर बोला था।
शिन जुई बोली_ मैं तो,,,,,,,, शिन जुई इससे पहले कुछ बोल पाती सोवी ने शिन जुई को वही रोक दिया ,और जियान से कहा रात काफ़ी हो गई है, जियान तुम सो जाओ ,मै अब ठीक हूं और मुझे अब ध्यान करना है ! शिन जुई समझ गई की उसके मास्टर नही चाहते हैं कि जियान को पता चले कि जियान ही उनका सोलमेट है।
जियान ने तुरंत कहा _ नही मुझे तुम्हारे साथ रहना है,,, अ अ मेरा मतलब मुझे भी ध्यान करना है।
शिन जुई मुस्कुराने लगी लेकिन सोवी को अब समझ नहीं आ रहा था की वो क्या करे? क्युकी वो नही चाहता था की किसी को ये पता चल जाए कि जियान उसका सोलमेट है। सोवी ने तुरंत कहा शिन जुई तुम मेरे साथ बाहर चलो मुझे तुमसे कुछ बात करनी है।
शिन जुई ने कहा_हां ठीक है मास्टर ,
चांदनी रात थीं सोवी, शिन जुई के साथ बाहर चला गया और जियान उन दोनो को वही खड़ा देखता रह गया "ओह सच में मैं क्या इतना बुरा हूं? या फिर सोवी को शिन जुई कुछ ज्यादा ही पसंद है, जियान खुद से गुस्से में बोल रहा था क्यूंकि उसे बुरा लगता था! जब जब सोवी जियान से ज्यादा शिन जुई को तवज्जो देता था तब तब जियान को बुरा भी लगता था और गुस्सा भी आता था।
तुम अभी सोए नही पीछे से आवाज आई, जियान ने मुड़ कर देखा तो उनके पीछे वो बूढ़ी मां खड़ी थी जिन्होंने उन लोगों सहायता दी थीं।
जियान ने मुस्कुरा कर कहा नही मुझे नींद नहीं आई मां!
मां नेपूछा_और तुम्हारे दोनो साथी कहा है?
जियान ने कहा वो दोनो एक दुसरे के साथी है मै नही! मुझे कोई खुद में शामिल नहीं करता है जियान ने उदासी से कहा।
मां ने कहा "क्या हुआ बेटा ?तुम बहुत उदास हो? यहां मेरे पास बैठो उन्होने वही पर बैठते हुए कहा!
जियान को भी अकेलापन महसूस हो रहा था तो वो भी मां के पास बैठ गया।
मां ने कहा_क्या हुआ तुम उदास क्यो हो! मुझे बताओ!
जियान _ने कहा कुछ नहीं मां ! हम किसी को पसंद क्यो करने लगते हैं ये जानते हुए भी कि शायद वो इंसान हमे उस तरह से पसंद नहीं करता है जिस तरह से हम चाहते हैं? जियान ने अचानक से उदास भरे लहजे से ये सवाल कर लिया!
मां ने कहा "हम किसे क्यों पसंद करते हैं ये किसी इंसान के नियंत्रण में नही है क्यूंकि हम उसे ही पसंद करते हैं जिसे हमारा मन अच्छा मानता है जिसे हमारा मन चाहता है ।
जियान उनकी बातो को शांत होकर सुन रहा था क्युकी वो अब तक समझ नहीं पाया था कि उसके मन में जो भावनाएं सोवी के लिए है वो कुछ और नही बल्कि प्यार है!
मां ने कहा तुम्हे कौन पसंद है वो शिन जुई ?
जियान ने कहा हमारे पसंद करने की सीमा क्या हो सकती है मां? क्या हम सिर्फ़ एक लङकी को पसंद कर सकते है?
मां ने मुस्कुरा कर जवाब दिया! नही बेटे हमारे मन की सीमा अपार है हम किसी को भी पसंद कर सकते है फिर चाहे वो एक लङकी हो या फिर लड़का या कोई भी चीज़ ! बस नजरिया अलग अलग होता है!
जियान ने कहा_ इसका मतलब मै किसी लड़के को भी पसंद कर सकता हूं?
मां ने कहा " हां इसका मतलब राजकुमार सोवी?
जियान ने कहा " हां, वो मेरा दोस्त है और इसलिए वो मुझे पसंद है लेकिन जब वो उस शिन जुई के साथ होता है तब मुझे अच्छा नहीं लगता है!
मां ने मुस्कुरा कर जियान के सर पर हाथ फेरते हुए कहा हां लेकिन वो भी तुमको अपना दोस्त मानता है और शिन जुई तो उसकी विधार्थी है ।
जियान_ ने कहा मां आप सच में बहुत अच्छी है हालांकि जियान के लिए किसी से इतने प्यार से बोलना आसान नहीं था क्यूंकि वो हमेशा गुस्से में रहता था आज पहली बार उसे अपनी मां की याद आई थी ! लेकिन जियान अब भी सोवी को दोस्त के नज़र से ही देख रहा था उसे यही लग रहा था कि वो सोवी को दोस्त मानता है इसलिए शिन जुई की मौजूदगी में वो बुरा महसूस करता है।
बूढ़ी मां ने देखा जियान बहुत उदास है तो उन्होने जियान का मन अच्छा करने के लिए कहा! सभी लोग अपने दोस्तो को पसंद करते हैं और प्यार भी करते हैं लेकिन क्या कोई ऐसा है जिससे तुम प्यार करते हो!
जियान ने हंसते हुए कहा आपका मतलब कोई ल़डकी?
तभी वहां बूढ़ी मां की पोती भी आ गई जियान को उस पर पहले से ही गुस्सा आया था लेकिन वो उस समय मां की वजह से कुछ नहीं बोला ।
वो लङकी वहा आते ही दादी के पास बैठ गई!
मां ने फिर जियान से कहा बेटा तुम चुप क्यों हो गए ?
जियान ने कहा हां मेरे कबीले में तो बहुत सारी लड़कियां है और उन्हे मैं पसंद करता हूं!
मां ने कहा "और किसी से प्यार करते हो?
जियान ने घबराते हुए कहा "आह्ह्ह्ह नही !मुझे कभी प्यार नही हुआ है, मुझे पता ही नही प्यार कैसे होता है ?तो मै कैसे बता पाऊंगा की मुझे किसी से प्यार हुआ है या नही ! मुझे तो वो सब लड़कियां पसंद है!.
वो लङकी जो वहा बैठी थी वो जियान की बात सुन कर जोर से हंसने लगी!
जियान ने कहा_तुम हंस क्यों रही हो?....
क्योंकि प्यार तो किसी एक से होता है तुम्हे इतना भी नहीं पता है क्या ! तभी उसकी दादी ने उसे वहा से भेज दिया.
जियान उस लङकी की बात सुन कर स्तभ्त था अरे मतलब हम प्यार किसी एक इंसान से कर सकते है लेकिन मुझे तो सभी खूबसूरत लङकी पसंद आती हैं तो क्या वो प्यार नही है जियान बहुत से उलझनों में खोया था।
तभी बूढ़ी मां ने कहा सुबह होने वाली है बेटा, तुम थोडा आराम कर लो और ये बोलते हुए वो चली गईं !जियान वही बैठा रहा और सोचता रहा की सच में प्यार किसे कहते है ?और वो इन्ही ख्यालों में खोया था।
इधर सोवी और शिन जुई बाहर पहाड़ी के पास आ गए आहाआआ मास्टर मौसम कितना सुहाना है मैने ऐसा नजारा पहली बार देखा है।
सोवी ने कहा मेरी बात ध्यान से सुनो शिन जुई मुझे तुमसे एक वचन चाहिएं!
शिन जुई ने कहा "लेकिन मास्टर मुझे जियान के बारे में जानना है!
सोवी ने बताया जियान मेरा सोलमेट है, ये बात सिर्फ़ अपने तक ही रखना होगा ,यहां तक कि जियान को भी तुम नही बताओगी और मुझे वचन दो! मै नही चाहता कि अभी से जियान को कुछ भी पता चले!
शिन जुई ने कहा लेकिन मास्टर वो तो आपका सोलमेट है आप उसे क्यों नहीं बताना चाहते है?
सोवी ने पत्थर पर बैठते हुए कहा "कुछ चीजे हमारे समझ से परे होती है, तुम्हे पता है जब मुझे पहली बार जियान के बारे मे पता चला था तो मुझे पहली बार में यकीन ही नहीं हुआ ,की वो मेरा सोलमेट है क्युकी एक लड़के का सोलमेट होना धारा के विपरीत बहने जैसा है ,लेकिन मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है ! और जब मैने ये बात पिता गुरु को बताई तो उन्होने भी यही सवाल किया कि एक लड़का मेरा सोलमेट कैसे हो सकता है? जब मैने प्राचीन पुस्तकों को पढ़ा ये जानने के लिए की समान लिंग वाले इंसान को कभी प्यार और उनके बीच शादी हो सकती है कि नही, तो उन प्राचिन पुस्तकों में मुझे जवाब दो सकारात्मक मिला लेकिन ऐसे बहुत दुर्लभ उदाहरण ही मिले जिनमें समलैगिंक शादी हो पाई। जब पता चला कि दुनियां में एक या दो ही ऐसे युगल होते है जो समलैगिंक रिश्ते को समझ पाते हैं और समाज के सामने स्वीकार कर पाते हैं तो मुझे बहुत हैरानी हुई क्युकी प्यार तो प्यार है और प्यार किसी से भी हो सकता है! अब तुम बताओ जियान जैसा खुबसूरत ल़डकी को पसंद करने वाला लड़का क्या ये जानकर हैरान नही होगा? मुझे डर है कही मै उसे खो न दू ?कम से कम एक दोस्त की तरह ही लेकिन वो मेरे साथ तो है मै उसे तब तक नहीं बताना चाहता जब तक वो ख़ुद मेरे लिए भावनाएं न रखने लगे!
शिन जुई बोली अगर उसको आपसे प्यार नही हुआ तब? उसे किसी लङकी से प्यार हो गया तब क्या करेगे आप मास्टर!?
जिस दिन से मैने जियान को देखा है उस दिन से उसकी खुशी को मैने अपनी खुशी माना है और उसे किसी और से प्यार हो भी गया तो शायद यहीं भाग्य होगा! लेकिन मै उसे कभी खो नही सकता हूं तुम वचन दो शिन जुई की मेरे जीते जी तुम ये बात जियान को नही बोलोगी!
शिन जुई ने नम्रता पूर्वक हाथ जोड़ कर कहा मै योद्धा शिन जुई वचन देती हूं मास्टर की मैं कभी जियान को नही बताऊंगी!..
लेकिन मास्टर वो आपसे कैसे बात करता है बुरे लोगों की तरह शिन जुई ने कहा!
सोवी ने मुस्कुरा कर कहा "अच्छा लगता है! शिन जुई और सोवी बात कर ही रहे थे कि
तभी अचानक से पुरे गांव में हाहाकार मच गया जो दो चार घर थे उनमें अचानक से किसी ने आग लगा दी थी बच्चे, बूढ़े, जवान घरों में ही फसे रह गए थे सोवी और शिन जुई ने भाग कर उनकी सहायता के लिए जल्दी जल्दी आग को बुझाने में मदद की !कई लोग जल चुके थे, घर तबाह हो चुके थे कोई मां अपने बच्चे के लाश को लेकर रो रही थी तो कहीं पूरा परिवार जल चुका था दादी भी काफ़ी जल गई थी शिन जुई ने उनको बाहर निकाला!
काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू किया गया बहुत कुछ तबाह हो चुका था , तभी सोवी ने कहा जियान के होते हुए आग कैसे बढ़ी उसे तो आग नियंत्रण करना आता है लेकिन जियान कहा है?
धड़ाक _____एक झटके से सोवी की निगाहे जियान को तलाश कर रही थी और वो बस बोल रहा था जियान कहा है ? लेकिन उसे जियान नज़र नहीं आ रहा था!