चारो तरफ़ सोवी की नजरे जियान को तलाश कर रही थी लेकिन जियान कही भी नज़र नही आ रहा शिन जुई खुद जियान को तलाश कर रही थी! सोवी को कुछ समझ नही आ रहा था, क्युकि जियान उसके नजरो के सामने नही था!
शिन जुई ने कहा" मास्टर यहां तो लेकर देकर कुछ ही घर थे और ये गांव वाले तो इतने स्नेही और प्यार देने वाले है इनसे किसकी दुश्मनी हो सकती है ?भला कौन इतना निर्दय हो सकता है?
सोवी ने कहा हमें पहले इनकी सहायता करनी चाहिए मैं बाद में तुम्हे सब समझाता हूं ,शिन जुई, सोवी और गांव के लोगो ने घायल लोगों की साहायता की तथा उनका इलाज शुरु किया!
सोवी ने मृत लोगों की आत्मा की शांति के लिए मंत्रो का जाप किया और आत्मा की मुक्ति के लिए विधि विधान किया !
बूढ़ी मां को होश आते ही उन्होने जियान का नाम लिया उन्होने बताया कि कोई नीली रोशनी थी जिसने जियान को काबू करके एक झटके में उसे अपने साथ ले गया!..
शिन जुई डर गई और सोवी भी समझ चुका था और काली आत्माओं की शक्तियां थी यानी लाओमेन कबीले के सैनिक थे ।
गांव वालो ने कहा कि आप दोनो को जियान को बचाने के लिए जाना चाहिएं य,हां जो होना था हो गया हम यहां संभाल लेंगे! शिन जुई ने कहा हां "मास्टर हमे पहले जियान को बचाना चाहिएं!
सोवी एक राजकुमार था और आने वाले समय में अपने कबीले का कुल प्रमुख होने वाला था सोवी के अंदर एक प्रशासक के गुण कूट कूट कार भरे थे भला वो कैसे अपने खुशी को कई जिंदगी से ऊपर रख सकता था।
सोवी ने तुरंत कहा परिस्थितिया तो यही है की हमे पहले गांव वालो की सहायता करनी चाहिए हम आप लोगों के को ऐसे छोड़ कर नही जा सकते है हालांकि सोवी के मन में बस जियान की चिंता थी उसका दिल बहुत डर रहा था एक योद्धा होने के बावजूद वो डर रहा था क्युकी जियान मुसीबत में था!
शिन जुई और सोवी ने सभी मृत लोगों के लिए चिंतन मनन किया और घायल लोगों के लिए इलाज की वव्यवस्था अगले 3 घंटे के बाद हालात नियंत्रण में आ गए और सोवी को खेद था कि सिर्फ उसके वजह है कुछ गांव वालो की जान गई ,अब सोवी और शिन जुई ने गांव वालो से आभार प्रकट किया और कहा "हमें बहुत खेद और दुख है कि मेरी सहायता करने के वजह से आप लोगों के साथ ये हुआ ! हम चाह कर भी इस नुकसान की भरपाई नहीं कर पाएंगे !
गांव के मुखिया ने कहा ये लड़ाई सच्चाई और बुराई के बीच है इस सफर में अगर हमे अपनी जान भी देनी पड़ी तो हम तनिक भी पीछे नहीं हटेंगे और लावोमेन वासी तो कहर का दूसरा नाम है उसने लड़ने में अगर हम जरा भी काम आय तो ये हमारा सौभाग्य होगा राजकुमार! आप लोग जाइए और और जियान तथा उस पवित्र प्राचीन पुस्तक को बचाइए!
सोवी ने उन लोगों धन्यवाद कहा और कहा अगर जिंदगी रही तो हम फिर मिलेंगे! इतना कह कर सोवी आगे के लिए चलने वाला था की बूढ़ी मां ने सोवी का हाथ पकड़ कर कहा बेटा मुझे तुम्हे एक बहुत जरूरी बात बतानी है!
सोवी ने उनके पास गया और उन्होने सोवी के कान में कुछ कहा! ये बात सोवी और वो मां दोनो के बीच की थी !
फिर सोवी और शिन जुई ने आगे का सफर शुरु किया सोवी के मन में बस जियान कि फिक्र है वो कुछ बोल नहीं रहा था लेकिन उसे बहुत अफसोस हो रहा था की अगर वो उस समय जियान के पास होता तो शायद जियान की कुछ मदद कर पाता ।
लावोमेन कबीला अब ज्यादा दूर नहीं था अगले कुछ ही समय बाद वो लावोमेन कबीले में होगे शिन जुई ने फिक्र जताते हुए कहा मास्टर आख़िर उन लोगों ने जियान को ही क्यों अगवा किया है वो हम मे से किसी पर भी हमला कर सकते थे!
सोवी ने कहा, इसका मतलब ये है जुई को या तो लावोमेन वासी जियान को अगवा करके मुझे कमजोर करना चाहते हैं या फिर उनको योद्धा की स्पिरिट की आवश्यक्ता है इस पवित्र पुस्तकों को जागृत करने के लिए ।
इसका मतलब मास्टर जैसे हमारे कबीले के राजकुमार को स्पिरिट के लिए अगवा किया गया है उसी प्रकार से जियान को भी अगवा किया गया है! लेकिन मास्टर उस बूढ़ी मां ने आपसे क्या कहा?
सोवी ने कहा "ये मेरे और उनके मध्य की बात है वो जो मेरे साथ ही इस दुनियां से जायेगा!..
मुझे डर लग रहा है मास्टर कही जियान को कुछ हो न जाए और अगर वो पुस्तक जागृत हो गई तो सब तरफ बुराई हावी हो जायेगी!
सोवी ने कहा"जियान एक बेहतरीन योद्धा है फिर भी मेरे होते हुए उसे कुछ नहीं हो सकता है ,रही बात बुराई और सच्चाई की तो इतिहास गवाह है बुराई की जिंदगी ज्यादा लंबी नही होती है!
मास्टर किसी की स्पिरिट ले लेने से उस इंसान पर क्या असर होता है?
सोवी ने कहा तुम अभी ये समझने के लिए बहुत छोटी हो जुई समय के साथ समझ जाओगी!
अगले 5 घंटे चलने के बाद शिन जुई और सोवी लावोमेन कबीले की सीमा पर पहुंच गए! लेकिन सीमा के अंदर प्रवेश करने से पहले वहा की अवस्थिति को समझना आवाश्यक था सोवी ने सीमा पर पहुंचते ही कहा "रुक जाओ जुई ।
शिन जुई ने पूछा "क्या हुआ मास्टर?
सोवी ने कहा "सीमा पर जरूर ही पारदर्शी सुरक्षा कवच होगा या फिर कोई ऐस मंत्र होगा जिससे की हमारे अंदर परवेश करने से पहले उनको पता चल जायेगा ! हमे पहले यहां की परिस्थिति को समझना होगा!
शिन जुई बोली "हां आप ठीक कह रहे है मास्टर !
सोवी ने लावोमेन कबीले की सीमा पर ही रुक कर अपनी अध्यात्म शक्ती से सीमा पर लगे कवच को जानना चाहा ।
थोड़ी देर बाद शिन जुई बोली क्या हुआ मास्टर आप इतने शान्त क्यो है?
यहां पर अग्नि सुरक्षा कवच लगा हुआ है जो की दिखाई नही दे रहा है कोई पवित्र विचारो वाला व्यक्ती अंदर प्रवेश करते ही जल सकता है! या फिर अध्यात्म शक्ति को खो सकता है!
इसका मतलब हम अंदर प्रवेश नहीं कर सकते है शिन जुई ने कहा!
सोवी ने जवाब दिया "इतनी आसानी से नहीं ! लेकिन कोई न कोई रास्ता जरूर होगा ,मुझे जल्द से जल्द अंदर प्रवेश करना है! शिन जुई तुम बस ध्यान रखना की कोई मेरी साधना में खलल न डाले! मै अपनी अध्यात्म शक्ति से पता करता हूं की क्या कोई रास्ता है अंदर जानें का!
शिन ने कहा हां ठीक है मास्टर! आप साधना करिए मैं यही निगरानी करुगी! फिर शिन जुई ने कहा देखा न मास्टर मैं आपकी सबसे अच्छी विधार्थी हूं ! मै आपकी सारी बातों को बचपन से मानती आ रही हूं! अभी यहां वो जियान होता तो आपके मना करने के बावजूद सीमा के अंदर प्रवेश कर जाता!
हां क्युकी मै तुम्हारे मास्टर से डरता नहीं हूं! यकायक जियान की आवाज़ उन दोनो के कानो में पड़ी जो वही उनके पीछे खड़ा था और मुस्कुरा रहा था!
सोवी और शिन जुई ने एक साथ पीछे मुड़ कर देखा!