अर्ज़ कुछ यूँ किया है ज़रा गौर फरमाइयेगा
कुछ हरकते ऐसे होते है जिसे बयान कर पाना मुश्किल होता है
कुछ हरकते ऐसे होते है जिसे बयान कर पाना मुश्किल होता है
और हरकते ना हो तो जीना मुश्किल हो जाता है
अर्ज़ कुछ यूँ किया है ज़रा गौर फरमाइयेगा
कुछ हरकते ऐसे होते है जिसे बयान कर पाना मुश्किल होता है
कुछ हरकते ऐसे होते है जिसे बयान कर पाना मुश्किल होता है
और हरकते ना हो तो जीना मुश्किल हो जाता है