अर्ज़ कुछ यूँ किया है जरा गौर फरमाइयेगा
दुनिया में अकेला रहने में जो मज़ा है वो भीड़ में नहीं है दोस्तों।
दुनिया में अकेला रहने में जो मज़ा है वो भीड़ में नहीं है दोस्तों।
भीड़ से बचकर रहना कहीं कोरोना ना लग जाये दोस्तों
अर्ज़ कुछ यूँ किया है जरा गौर फरमाइयेगा
दुनिया में अकेला रहने में जो मज़ा है वो भीड़ में नहीं है दोस्तों।
दुनिया में अकेला रहने में जो मज़ा है वो भीड़ में नहीं है दोस्तों।
भीड़ से बचकर रहना कहीं कोरोना ना लग जाये दोस्तों