अपने विभाग में वापिस लौटकर, उसने जल्दी से कांपते हाथों से अपना एटीएम कार्ड निकाला,उसकी आँखें लाल हो रही थीं। फिर वो पास के बैंक से कुछ हज़ार डॉलर निकाल लायी,और पूरी तरह से युन ना का कर्ज चुका दिया। वो बदमाश पैसा लेकर संतुष्ट हुए,और उसे घूरते हुए पैसे गिनने लगे। आखिरकार, वे बगैर और परेशानी खड़ी किए वहाँ से चले गए।
कंपनी में,मैनेजर ने उसे अपने ऑफिस में बुलाया और उसे 'कंपनी के लिए बड़े पैमाने पर परेशानी और नुकसान लाने' के लिए उसे कंपनी छोड़ देने के लिए कहा। उसे अपना सामान पैक करने और कंपनी के परिसर को जल्द से जल्द छोड़ने के लिए कहा गया।
इससे पहले,वो उन बुरे लोगों द्वारा घिरे होने के बावजूद भी शांत थी। लेकिन अभी,यह बात जानकर कि वो अपनी नौकरी खो सकती है,उसकी आँखें तुरंत लाल हो गईं।
उसे किसी और चीज की परवाह नहीं थी। उसने मैनेजर के आगे गिड़गिड़ाया कि वो उसे नौकरी से ना निकाले।
उसके पास यूयू भी था। वो इस नौकरी को नहीं खो सकती थी। अगर ऐसा होता है,तो वो घर के खर्च कैसे चलाएगी?
युन परिवार के ऊपर अभी भी काफी बड़ा कर्ज था,और यूयू अभी बच्चा था- इस समय उन्हें पैसे की बहुत जरूरत थी। आजकल,किंडरगार्टन की फीस भी बहुत ज़्यादा होती है। इस खर्च के अलावा,यूयू के कमज़ोर शरीर को दवाइयाँ और पौष्टिक खाने की ज़रूरत थी,जिसका खर्च पहले से ही बहुत ज़्यादा था। युन शीशी पर पहले से ही बहुत सारे खर्चों का बोझ था। उसके दिमाग ने काम करना बंद कर दिया था।
उसे गिड़गिड़ाते हुए देखकर,मैनेजर को उसपर तरस आ गया। युन शीशी एक बहुत ही मेहनती कार्यकर्ता थी। भले ही,आईटी विभाग में वो अकेली महिला कर्मचारी थी, लेकिन उसके कौशल उसके साथ काम करने वाले पुरुषों से कम नहीं थे। इसके अलावा,वो मेहनती, वफ़ादार और अपनी नौकरी के प्रति कर्तव्यनिष्ठ थी।
लेकिन, इस घटना से उसके सीनियर्स उससे नाखुश थे,और उन्होंने उसे नौकरी से निकालने का निर्णय लिया। इसमें मैनेजर कुछ नहीं कर सकता था,क्योंकि उसके पास उसे नौकरी पर रखने का अधिकार नहीं था।
जब उसे काम से निकाल दिया गया,तो उसने अपना सामान पैक किया और कंपनी का परिसर छोड़ दिया। जब उसके सहकर्मियों को उसके जाने का पता चला; तो कई खुश थे और कई दुखी हुए।
उनमें से कुछ ने महसूस किया कि,इस युन शीशी का चले जाना ही बेहतर था। ऑफिस में,वो हमेशा चर्चा में रहती थी,क्यूंकि उन लोगों के हिसाब से वो उनके प्रमोशन पाने की संभावनाओं को छीन लेती थी।
उसकी क्षमताओं और अतुलनीय दूरदृष्टि को देखते हुए,डिपार्टमेंट के हेड ने उसका पक्ष लिया। यहां तक की उन सब में से उसका वार्षिक बोनस सबसे ज्यादा था। इसलिए,जब उन्हें युन शीशी के निकाले जाने का पता चला तो ज्यादातर लोगों ने सुकून महसूस किया। उसका सिर्फ मुट्ठी भर सहकर्मियों के साथ बहुत अच्छा रिश्ता था। उसकी बर्खास्तगी का पता चलने पर,वे उसके लिए बहुत दुखी हुए।
युन शीशी कंपनी से बाहर निकली और हताश होकर सड़क पर चलने लगी। उसका दिल उदासी के बोझ में दबा हुआ था।
शायद, वो अपने आप में इतना खोयी हुई थी कि,अपना सिर नीचा करके चलते हुए उसका ध्यान लाल बत्ती के बंद होने पर नहीं गया,और उसे एक स्पोर्ट्स कार का तेज़ हॉर्न भी नहीं सुनाई दिया।
जब उसने कार के ब्रेक की तेज़ आवाज सुनी -जो तीखी,कर्कश, और कानों को झनझनाने वाली थी- तभी वो अपने होश में वापिस आई। हालाँकि,तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
वह स्पोर्ट्स कार तेज रफ्तार से उसके शरीर से टकराती हुई उसके पास से निकल गई।
इससे पहले की युन शीशी कुछ समझती उस कार ने उसे जमीन पर गिरा दिया था। जैसे ही वो गिरी,तो उसका दिमाग वापिस अपने होश में आ गया,और सड़क के डामर पर घिसटने से उसके घुटने में भारी दर्द महसूस हो रहा था।
जो दस्तावेज उसने अपनी छाती से चिपका कर पकडे हुए थे,वे अब जमीन पर बिखर गए थे। युन शीशी ने दहशत में अपनी आँखें ऊपर उठाईं,और एक बेहद खूबसूरत पोर्श कार देखी। उस कार को जिस भी जगह से देखो वह शानदार ही थी।
युन शीशी ने एक बार एक मैगज़ीन में इस स्पोर्ट्स कार के बारे में पड़ा था। ऐसी अफवाहें थीं कि,दुनिया भर में ऐसी बहुत कम कारें थीं,क्यूंकि वह एक कस्टम-मेड कार थी। पूरी दुनिया में केवल तीन ही ऐसी कारें थीं!
फिरसे,उसका ध्यान अपने घुटने पर गया जो बहुत तेज़ दुःख रहा था। उसकी स्कर्ट का कोना कार से घिसटकर फट गया था, और उसका घुटना जो की बुरी तरह से छिल गया था, उसमें कुछ धूल घुस गयी थी,और उसमें से खून बह रहा था।