ली किन ने अपना सिर नीचा किया और यूयू की तरफ भावहीन नज़र से देखा। चाहे वो उसे जिस भी तरफ से देखे,वो उसके लिए केवल नाराज़गी ही महसूस करती थी। उसके दिल में आग की लपटें और भी भड़क उठीं। उसने अपनी आँखें सिकोड़ीं,हाथ उठाया और यूयू के छोटे से चेहरे पर एक थप्पड़ मार दिया। "तुम कमीने,एक अच्छा लड़का होने का नाटक करना बंद करो! तुम वैसे भी क्या हो? मेरे रास्ते से हट जाओ! यह सब तुम्हारी वजह से ही हो रहा है!"
यूयू का चेहरा उसके थप्पड़ के बल से एक तरफ मुड़ गया। उसने धीरे से अपना सिर नीचे किया और अपने छोटे से हाथ से अपने गाल को छुआ। उसके थप्पड़ के जोर से यूयू की आँखें बंद हो गयीं,और उसने अपने होंठ दबा लिए।
युन शीशी ने शोर सुना और रसोई से बाहर आ गयी। जब उसने देखा कि यूयू को मारा गया, तो उसका गुस्सा तुरंत भड़क गया। उसका दिल दुःख रहा था,वो यूयू की तरफ भागी और उसे अपनी बाँहों में ले लिया। उसने ऊपर ली किन की तरफ देखा,उसकी आँखों में गुस्सा भरा हुआ था।
यह सब देखकर, उसके पिता अपना गुस्सा दबाने में असमर्थ थे। वो खड़े हुए और ली किन की ओर बड़े। उन्होंने उसे मारने के लिए अपना हाथ उठाया,लेकिन उनके कपड़ों के कोने में उनका हाथ फंस गया और वो बच गयी।
तभी यूयू ने अपना छोटा सा चेहरा उठाकर देखा। आधे सूजे हुए चेहरे के साथ,उसने एक सुंदर सी मुस्कान दी।"नानाजी,लड़ना बंद करिये! मैंने आज स्कूल में कुछ सीखा है,अगर एक परिवार मिलजुल कर और प्यार से रहता है,तो सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं!"
युन येचेंग ने अपना हाथ बीच में ही रोक दिया। उसे नीचे करने से पहले वो एक पल के लिए हिचकिचाये। उनकी आंखों में,अजीब से भाव थे। ली किन उनके गुस्से से डर गयी थी,लेकिन,अंत में,उसने देखा कि वो यूयू के लिए पानी डालने के लिए दूसरी तरफ मुड़ गए।
वो बच्चा इतना समझदार था कि,उसने मान लिया था कि,उस घर में ली किन का पत्नी के रूप में होना,परिवार के लिए दुर्भाग्य की बात थी! युन येचेंग ने उसे तलाक देने के बारे में भी सोचा था,लेकिन उन्हें पता था कि वो एक हंगामा खड़ा कर देगी। वैसे भी,अगर यह बात बाहर फैलती तो बहुत शर्मनाक होता!
युन शीशी ने यूयू के चेहरे पर हाथ की छाप देखी। उसके दिल में डर के साथ, उसने अपना सिर उठाया और ली किन को घूर कर देखा। फिर वो यूयू को अपने साथ रसोई में ले गयी।
उस दिन भी उनका साथ में डिनर करने का कार्यक्रम हमेशा की तरह निराशाजनक ही था।
युन ना के वापस आने के बाद माहौल और भी निराशाजनक हो गया। युन ना शुरू से ही कभी भी युन शीशी को पसंद नहीं करती थी। हालांकि यह समझ में आता था। युन येचेंग और ली किन ने उसे बचपन से ही एक राजकुमारी की तरह लाड़ प्यार किया था।
फिर,एक दिन,एक और 'बेटी' उन तीनों की प्यार भरे परिवार में आ गई, और उसने उसके पिता का आधे से ज्यादा प्यार छीन लिया। तब से,उसके पिता अब सिर्फ उसी के नहीं थे। अगर कुछ अच्छा होता, तो वो केवल उसके बारे में ही नहीं सोचते थे। अगर ऐसा किसी के साथ भी होता,तो उसका गुस्सा होना जायज़ था।
युन शीशी हर चीज़ में परफेक्ट थी; उसे अच्छे नंबर मिलते थे, वो बहुत पढ़ाकू थी, और युन ना के साथ धैर्यवान थी। क्योंकि वो बहुत अच्छी थी,उसके पिता युन शीशी को ज्यादा प्यार करते थे। यही कारण था कि युन ना उसे स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं थी,और उससे नफरत करती थी।
पहले से ही युन ना उस 'बाहरी' युन शीशी के प्रति ईर्ष्या और तिरस्कार का भाव रखती थी। यूयू का तो नाम भी उसके सामने नहीं आना चाहिए, क्योंकि उसके दिल में उसके लिए कोई जगह नहीं थी ! वो सोचती थी कि,वो सिर्फ एक नाजायज़ औलाद था- जिसके पिता ने उसे स्वीकार तक नहीं किया था!
खाने की मेज के आसपास,सब लोग शांति से बैठे हुए थे।
थोड़ी-थोड़ी देर में यूयू, युन येचेंग के लिए कुछ खाने को उठाता था, जबकि युन शीशी अपने काम के बारे में थोड़ी बहुत बातें बता रही थी। उस समय सबका मूड थोड़ा ठीक हो गया था।
भले ही,ली किन और युन ना को यूयू पसंद नहीं था,लेकिन जब युन येचेंग पास में थे,तो उन्होंने उसके साथ बदतमीज़ी करने की हिम्मत नहीं दिखाई।
रात के खाने के बाद,युन येचेंग को एक फोन आया और उन्हें बाहर जाना पड़ा। उन्होंने युन शीशी को चीजों की याद दिलाई और जल्दी में चले गए।
युन शीशी को उस घर में ज्यादा देर तक रुकने की इच्छा नहीं थी, इसलिए उसने जल्दी से टेबल से बर्तन उठाए और जाने से पहले उन्हें धोने लगी।
यूयू ने अपने छोटे से हाथों से कटोरे पकड़ाकर बर्तन धोने में अपनी माँ की मदद की। वो ली किन और युन ना से डरता था, इसलिए युन येचेंग के जाने के बाद,वो रसोई में युन शीशी के साथ ही चिपका रहा।