भले ही जहाओ मेंग के सामने, क्यूओ एनहाओ ने निर्दयता से व्यव्हार किया, उसके दोस्त के चले जाने के बाद, उसने अपनी कार में ड्राइविंग करने से पहले थोड़ा संकोच किया।
जू जियामू ने एक बार बताया था कि लू जिनियन के पास एक पहाड़ पर शहर के उत्तरी हिस्से में एक निजी हवेली थी। क्यूओ एनहाओ को जू जियामू से पता चला था कि लू जिनियन अस्पतालों से नफरत करता था और जब भी वो बीमार होता था तो उस हवेली में छुप जाता था।
उस समय, जू जियामू केवल अनियमित रूप से शिकायत कर रहा था क्योंकि लू जिनियन बहुत बीमार होने के बावजूद उपचार प्राप्त करने के लिए तैयार नहीं था। कई बार, शिकायत करने वाले व्यक्ति का कोई बुरा इरादा नहीं होता है, लेकिन उस समय, क्यूओ एनहाओ ने गुप्त रूप से भविष्य के उपयोग के लिए अपने दिमाग में जानकारी को रखा था।
भले ही उसे यकीन नहीं था कि वो हवेली में होगा, फिर भी उसने अपनी किस्मत आजमाने का फैसला किया।
वो खासतौर से हवेली में जाने से पहले एक दवाईयों की दुकान पर रूकी। क्योंकि उसे लू जिनियन की हालत के बारे में जानकारी नहीं थी, उसने बस यूं ही कुछ दवाईयां उठा ली।
क्यूओ एनहाओ कभी भी हवेली में नहीं गई थी, लेकिन उसे याद आया कि जू जियामू ने बताया था कि हवेली एक यी नमक पहाड़ के शिखर पर स्थित है। क्यूओ एनहाओ ने यी पहाड़ का जीपीएस सिस्टम सेट किया और उसे ये अहसास हुआ कि ये पक्का से शहर के उत्तरी भाग में है।
उसने फिर इंजन चालू किया और उस दिशा में कदम बढ़ाया।
शुक्र है कि यी पहाड़ी ज्यादा विशाल नहीं थी और उस पर एक ही हवेली थी। क्यूओ एनहाओ ने शिखर तक ड्राइव किया और वहां एक सुनसान हवेली थी, जो कि लू जिनियन की ही थी।
क्यूओ एनहाओ ने दोपहर तीन बजे चलना शुरू किया था और जब तक वो यी पहाड़ पर पहुंची, तब तक शाम के पांच बज चुके थे।
वो लगभग सूर्यास्त के समय वहां पहुंची थी। लाल सोने जैसी किरणें हवेली पर छाई हुई हैं, जिससे महल भव्य और सुंदर लग रहा था।
हवेली के गेट कसकर बंद थे। क्यूओ एनहाओ ने पहले गेट के सामने अपनी कार रोकी और इधर-उधर देखा। उसकी नजर एक बाड़ पर गई, जो उससे थोड़ी छोटी थी। क्यूओ एनहाओ उसके ऊपर से गुजर कर आगे बढ़ गई।
उसके पास हवेली की चाबी नहीं थी और जब उसने दरवाजा खटखटाया तो कोई नहीं आया उसको देखने। वो खिड़कियों से अंदर घुस गई लेकिन लू जिनियन की एक झलक तक दिखी। हवेली के चक्कर काटने के बाद, उसने हवेली के पीछे एक आधी खुली पूर्ण लंबाई वाली खिड़की को देखा। इसे पूरी तरह से खोलने और हवेली में प्रवेश करने से पहले वो थोड़ी से हिचकिचाई।
हवेली अंदर से बहुत शानदार बनी हुई थी।
वो पहली मंजिल की ओर चली लेकिन फिर भी लू जिनियन कही नहीं मिला। वो फिर दूसरी मंजिल पर चढ़ गई, यहां सिर्फ उसके कदमों की आहट सुनाई दे रही थी। उसकी चलने की आवाज के अलावा पूरे महल में जानलेवा खामोशी थी।
क्यूओ एनहाओ ने दूसरी मंजिल को भी अच्छे से देखा और लू जिनियन उसे बड़े बैडरूम के कॉरिडोर के आखिर में जाकर मिला।
उसने एक सूट पहना हुआ था और अपनी आंखे बंद करके चुपचाप बिस्तर पर लेटा हुआ था। दूर से उसे ऐसा लग रहा था कि वो सो रहा है।
क्यूओ एनहाओ ने अपना हाथ उठाकर दरवाजा खटखटाया, लेकिन जब उसने बिस्तर की ओर देखा तो लू जिनियन ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दिखाई और हिला भी नहीं। वो अपनी भौंहो को ऊपर उठाकर बिस्तर की ओर जल्दी से चलने लगी।