लू जिनियन ने एक सूट पहना हुआ था, और अपनी आंखे बंद करके चुपचाप बिस्तर पर लेटा हुआ था। दूर से उसे ऐसा लग रहा था कि वो सो रहा है।
क्यूओ एनहाओ ने अपना हाथ उठाकर दरवाजा खटखटाया, लेकिन जब उसने बिस्तर की ओर देखा तो लू जिनियन ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दिखाई और हिला भी नहीं। उसने अपने भौंहों को ऊपर उठाकर बिस्तर की ओर जल्दी से चलने लगी।
जैसे ही वो पलंग के पास पहुंची, वो लू जिनियन को बिस्तर पर हाथ पैर फैलाकर लेटे हुए अच्छे से देख सकती थी, उसका शरीर कांप रहा था। बिना कुछ सोचे उसने जिनियन के माथे को छुआ। उसका माथा जल रहा था और उसे उसके छूने का अहसास नहीं हुआ था क्योंकि उसने दरवाजे पर दस्तक देने के बाद भी प्रतिक्रिया नहीं दी थी। वो बुखार से बेहोश हो गया होगा!
क्यूओ एनहाओ ने जो पहले दवाईयां खरीदी थी उसमें से बुखार की दवा निकाली। विधि के अनुसार उसने दो गोलियां निकालीं और बिस्तर के किनारे से मिनरल वाटर की एक बोतल उठाई। फिर उसने जबरदस्ती करके उसके मुंह में गोलियां डाल दी।
इस वक्त लू जिनियन बुखार से बेहोश था। उसके लिए पानी पीना संभव नहीं था और जब क्यूओ एनहाओ ने उसके मुंह में डाला, तो उसने सारा पानी बाहर उगल दिया।
उसने दो बार कोशिश की, लेकिन वो हर बार बाहर निकालता रहा और उसका तापमान लगातार बढ़ता गया, यहां तक कि उसके आस-पास की हवा भी गर्म थी।
क्यूओ एनहाओ घबरा गई क्योंकि वो लगातार दवा को लेने से इंकार कर रहा था। यहां तक कि अगर वो डॉक्टर को भी बुलाती है तो उन्हें ऐसे सुनसान इलाके में पहुंचने में कुछ घंटे लगेंगे ...
तभी क्यूओ एनहाओ को अचानक याद आया कि कैसे उसकी मां बुखार होने पर उसे ठंडा करने के लिए आइस पैक का इस्तेमाल करती थी। उसने कुछ बर्फ के टुकड़े रसोई से लेने जाने से पहले दवा और पानी को बेड साइड की मेज पर रखा। फ्रिज खोलने पर उसे सिर्फ ठंडे पानी की बोतल मिली।
थोड़ी देर सोचने के बाद उसने मिनरल वाटर की बोतल ली और वापस ऊपर चली गई। लू जिनियन के माथे पर रखने से पहले ठंडे पानी में एक तौलिया को भिगोया और निचोड़ा। बहुत कठिनाई के साथ, उसने लू जिनियन का सूट उतारा और उसकी शर्ट के बटन खोले। एक और ठंडा तौलिया लेते हुए, उसने शरीर को पोंछना शुरू कर दिया, इस उम्मीद से कि शायद उसका शरीर थोड़ा ठंडा हो जाए।
ठंडा तौलिया अंगारों पर बर्फ की तरह था, जिससे लू जिनियन को आराम मिला। उसकी थकी हुईं भौंहे को अब थोड़ा आराम मिलने लगा क्योंकि क्यूओ एनहाओ ने लगातार उसके शरीर को ठंडे तौलिए से पोंछती रही थी, जिससे उसके शरीर ने कांपना भी बंद कर दिया था। धीरे-धीरे, उसको गहरी नींद आने लगी और गहरी सांस लेना भी शांत हो गया।
ये देखकर कि उसका कांपना बंद हो गया था, क्यूओ एनहाओ ने रहत की सांस ली। उसने बिस्तर के बगल में घुटने टेकने से पहले उसे सावधानी से लेटाया और उसकी रखवाली की। लू जिनियन के चेहरे से उसकी नजर नहीं हट रही थी।
उसके होंठ अस्वाभाविक रूप से सफेद थे, उसकी भौंहे धंसी हुई थीं, और उसका चेहरा थका हुआ लग रहा था। लेकिन ऐसी हालत में भी, वो अभी भी बहुत आकर्षित लग रहा था।