जब ये क्सिऊ ने टांग रोऊ को चिल्लाते सुने, "फिर से", वो बिलकुल भी नहीं घबराया। उसने माउस को और कसकर पकड़ लिया और लड़की का सर कलम करने को फिर से तैयार था। हालांकि इस बार उसकी चीख सुनने के बाद, वह अगले दौर में नहीं घुसा। ये क्सिऊ उठा और टांग रोऊ का खाली पर्स देखा।
"आखिरकार, पैसे खत्म हो गए?" ये क्सिऊ हँसा।
ये आदमी, अब तक इंतजार कर रहा था कि पैसे खत्म होने पर मैं रुकूँ? टांग रोऊ धीरे से खड़ी हुई, "मेरा इंतजार करो, मैं और पैसे लेकर आती हूँ"
"बहन टांग, भूल जाओ इस बारे में..." उसके आस पास जितने जान पहचान के लोग खड़े थे, सब ने उसे समझाने की कोशिश की।
"छोटी! टांग" चेन गुओ भी उसके पास पहुँची। इस लड़की की प्रतिस्पर्धात्मक भावना से चेन गुओ को शक था की वो दिवालिया होने तक खेलेगी। सबसे घिनौना हिस्सा था ये क्सिऊ। जीतने के बाद भी, उसने कोशिश भी नहीं की लड़की को थोड़ा मौका दे जिससे वो इस शर्मिंदगी भरे हालात का शिकार न हो।
अंत में उसने ये क्सिऊ को कहते सुना, "भूल जाओ इसे! इस तरह की बेचैनी में मजा नहीं आता..."
अभी भी मजाक उड़ा रहा था। चेन गुओ गुस्सा थी। वो मुड़ी और जैसे ही वो कुछ कहने वाली थी, उसने ये क्सिऊ को अपनी बात जारी रखते हुए सुना, "तुम्हे इसे पहले ढंग से सीखना चाहिए। तुम्हे पहले ये अंदाजा लगाना चाहिए कि तुममें और मुझ में कितना फासला है? तुम सिर्फ हाथों की रफ्तार से ग्लोरी में जीत हासिल नहीं कर सकती। अगर तुम्हे मुझसे जीतना है, तो आगे बहुत से मौके आयेंगे"
चेन गुओ भौचक्की थी। वो सही बात कह रहा था। इस आदमी ने आखिरकार कुछ सही लोगों वाली बात कही थी। पर इस पल में, भड़की हुई टांग रोऊ कैसे, इन सब पर ध्यान दे पाती?
टांग रोऊ के कदम पहले ही रुक चुके थे और वो वहाँ ख्यालों में गुम, खड़ी रही। आसपास की भीड़ भी शांत हो गयी थी। वो सभी मानो प्रतीक्षा कर रहे थे कि कुछ नतीजा निकले।चेन गुओ ने अचानक कुछ हिलते हुए, अपनी कनखियों से देखा। उसने देखने के लिए अपना सर घुमाया। ये, ये क्सिऊ था, जो उसे किसी काम से हाथ हिला कर, बुला रहा था। ये बेशर्म आदमी असल में चाहता था कि वो उसे और पैसा दे दे।
चेन गुओ गुस्सा थी। पर वो जानती थी की टांग रोऊ इस गुस्से में उसे पैसे लौटाने नहीं देगी। अब इस समय पर उसने ये क्सिऊ को अनदेखा कर दिया और अपना हाथ भीड़ की तरफ हिलाने लगी, "तुम लोग क्या देख रहे हो? सब खत्म हो गया। अब जाओ, जाओ"
दर्शक बनी भीड़ ने देखा की टांग रोऊ अपनी जगह से हिली नहीं थी, इस लिए वो भी नहीं हिले। इसके बदले, वे सब ये क्सिऊ को घेरकर खड़े हो गए और पूछा, "भाई, ये कौन सा हथियार है?"
वही खिलाड़ी, जो ग्लोरी नहीं खेलते थे, उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ रहा था। जब ये सवाल पूछा गया तो चेन गुओ तक के कान खड़े हो गये। एक तरफ वो इसका जवाब सुनना चाहती थी, दूसरी तरफ वो टांग रोऊ को दिलासा देना चाहती थी। वो हद से ज्यादा व्यस्त थी।
"हा हा, ये कुछ भी नहीं। ये बस ऐसे ही मैंने बनाया था" ये क्सिऊ ने कहा।
"खुद से बनाया हथियार?" किसी ने तुरंत पलट कर जवाब दिया। वो तुरंत उन चार शब्द "मैंने खुद बनाया है" का मतलब समझ गया और अचानक से धीरे से निकल गया।
भीड़ अचानक से जाग उठी थी। खुद से बनाया हथियार, ये काफी बड़ी बात थी, जो आम खिलाड़ी सोच भी नहीं सकते थे। ग्लोरी 10 सालों से चल रहा था। जो तरीके खुद से हथियार बनाने के लिए ऑनलाइन छापे गए थे, वो नारंगी रंग के हथियार पर सबसे बेहतर काम करता था। वास्तविकता में दिग्गज चांदी रंग के हथियार, सिर्फ पेशेवर लीग में ही नारंगी रंग से बेहतर थी। ये पेशेवर क्लब चांदी के हथियार बनाने के तरीके को आम जनता के लिए सर्वजनिक क्यों नहीं कर देते?
"भाई, क्या हम उसे देख सकते है?" किसी ने ये क्सिऊ से पूछा।
"जरूर" ये क्सिऊ हँसा और उसने सभी को बहुरंगी छाता देखने के लिए दे दिया।
जब चेन गुओ ने अपना हाथ टांग रोऊ के कंधो पर रखा, उसने कहा, "जाओ, जाओ, जाओ, जाओ और कुछ देर आराम करे" उसी समय, वो बेबसी में गर्दन बढ़ाकर देखने की कोशिश करने लगी की विकट देव ने कौन सा हथियार हाथ में ले रखा था। उसे इस तरह से देखकर टांग रोऊ हँस पड़ी और बोली, "अगर तुम्हे देखना हो तो जाओ देख लो"
चेन गुओ ने सुना और सर घुमा कर देखने लगी। जैसे की उसे उम्मीद थी, टांग रोऊ निराश नहीं थी, तो उसने तुरंत ही चैन की सांस ली। पर फिर भी उसने टांग रोऊ को अधिकार से सीढियों पर लाकर कहा, "हम्म, मैं बाद में जाकर देख लूँगी। अगर उसने मुझे नहीं दिखाया, तो मैं उसे नौकरी से निकाल दूंगी"
पास खड़ी भीड़ जो बहुरंगी छाते को देख रही थी, उसकी खूबियों को जानकर आश्चर्यचकित थी। इसके साथ, इनमें से ज्यादातर खिलाड़ी नये सर्वर में खेल रहे थे, इसलिए वो सभी निचले दर्जे के हथियार से वाकिफ थे। सिर्फ एक झलक से वो सब बता सकते थे की ये एक चांदी रंग का हथियार था। दिग्गज नारंगी रंग के हथियार पर भारी चांदी रंग का हथियार।
"बेहतरीन, तुमने इसे कैसे बनाया?" किसी ने पूछा।
ये क्सिऊ ने मुस्कुरा दिया पर कोई जवाब नहीं दिया, तो किसी और ने भी उससे कुछ नहीं पूछा। यहाँ तक कि पिछला सवाल पूछने वाला व्यक्ति भी थोड़ा बुरा महसूस कर रहा था। कौन सा खुद से बनाया हथियार खून, पसीने और आँसू से नहीं बना होता? कौन उससे से सिर्फ यूँ ही खून देने को कहेगा?
"कितनी दुःख की बात थी, ये अभी बस 5 वे दर्जे का है"
"सर्वर अभी बस शुरू हुआ था, बस! अगर अभी से तुम लोग सामान इकठ्ठा करना शुरू करोगे, तो क्या तुम इसे 70 वे दर्जे तक नहीं ले जा पाओगे?"
"सही में? मैंने सुना है कि खुद से बने इक्विपमेंट सिर्फ सामान देखते है, सामानों का दर्जा नहीं"
"बकवास!, तुम समझते हो, हुंह? अगर तुम्हे समझ आ गया, तो जाओ बनाओ एक"
"मैंने सुना है, बस मैंने ऐसे सुना है..."
सारे खिलाड़ियों ने एक के बाद एक टिप्पणी की। ये क्सिऊ केवल सुनी हुई बातों पर हँस पाया पर वो बातचीत का हिस्सा नहीं बना। आम खिलाड़ी के पास इस तरह की ऊँची जानकारी पर सिर्फ चर्चा कर सकते थे पर इससे कही पहुँच नहीं पाते थे। पर एक दिग्गज, चांदी के रंग का हथियार जरूर उभर कर सामने आया। यह पहले से ही ऐसा था कि हर कोई कुछ न कुछ बात कर सके। हालांकि सारे खिलाड़ी ये बताना नहीं भूले की, दुःख की बात है कि ये 5 वे दर्जे का है।
5 वे दर्जे का इक्विपमेंट। कोई फर्क नहीं पड़ता कि ओपी कितनी ज्यादा थी, उसकी फिर भी कोई कीमत नहीं था। सभी सिर्फ तर्क जानते थे। वैसे ज्यादातर खिलाड़ी जानते थे कि खुद से बनाये हथियार की क्षमता एडिटर में बढ़ाई जा सकती थी, पर क्षमता बढ़ाना उतना ही कठिन था, जितना उन्हें बनाना । एक छोटी सी गलती से हथियार बिगड़ सकता था। 5 वा दर्जा, शुरुआती दर्जा, काफी नीचे था। इससे बहुत ज्यादा दर्जों तक क्षमता बढ़ाने की जरूरत थी। सभी ने सोचा की इसकी क्षमता बढ़ाने से अच्छा, ऊँचे दर्जे का एक नया हथियार बना लेना था।
"भाई, क्या तुम कोई और पेशेवर दर्जे का चांदी रंग का हथियार बनाने वाले हो?" कोई था जो जरूरी सवाल पूछना जानता था। इस चांदी रंग के हथियार की तुलना में उसकी कीमत ज्यादा थी, जिसने इस चांदी रंग के हथियार को बनाया था।
"और नहीं। ये कुछ ऐसा हो जो मुझसे बस बन सा गया" ये क्सिऊ ने कहा।
"भाई, अगर तुम कभी भी कुछ भी बनाने जा रहे हो तो मैं तुम्हे सारे सामान दूंगा, तुम बस कीमत बता देना" कोई था वहाँ जो खुद से बने हथियार को यूँ ही नहीं छोड़ देना चाहता था। आम तौर पर, लोगों को लगता था कि ये उनकी पहुँच से बाहर की चीज थी। पर आज, कोई ऐसा दिखा था, जिसके पास एक था।
"मैं नहीं बना सकता। अगर बना सकता, तो यहाँ बैठा होता" ये क्सिऊ ने कहा।
वो आदमी, जो अब तक छोड़ने से इंकार कर रहा था, खामोश हो गया। ये सही था। जो कोई खुद से बने हथियार बना सकता था, वो आम जानकार से ज्यादा कीमती होता था। वो सिर्फ दरवाजे बंद कर दे तो अमीर हो जाए। वो किसी भी पेशेवर दल का हिस्सा बन सकते थे।
"भाई, क्या तुम्हे कोठरी में चलना है? चलो, साथ चले" इस समय ऐसे भी लोग थे, जो ये क्सिऊ को खेलने के लिए भी आमन्त्रण दे रहे थे। वो सभी साफ़ तौर पर 10 वे सर्वर से थे।
"मैं पहले ही खेलने की सीमा को छू चुका हूँ" ये क्सिऊ हँसा।
"तो जब कभी मौका हो, तब खेलना"
"ठीक है"
उसे सम्मान देने के बाद और अच्छे शब्दों से उसे दोस्त बनाने की कोशिश के बाद लोग गायब होने लगे। ये क्सिऊ ने राहत की साँस ली। सही बातये थी कि खुद से बने हथियार अनमोल थे। उन्हें बाहरी दुनिया से छिपाए रखना था। ग्लोरी में, खिलाड़ी सिस्टम की मदद से दूसरे खिलाड़ियों के इक्विपमेंट्स नहीं देख सकते थे, इसलिए उन्हें छिपाना ही बेहतर था।
पर बहुरंगी छाता के साथ दिक्कत यह थी कि वह बहुत ही अजीब था। किस खेल में इस तरह का बदलने वाला हथियार होता था? वो खिलाड़ी जो थोड़ी भी समझ रखते थे, समझ जाते थे की ये खुद से बनाया हथियार था। एक असली लड़ाई में हथियार की असली कीमत और खासियत तो दिखानी ही पड़ती थी, इसलिए उसे छिपाना संभव नहीं था।
ये क्सिऊ ने सांस ली। जैसे ही उसने इक्विपमेंट रख कर बंद किये, उसने चेन गुओ को बिजली की तरह लपकते देखा। ये क्सिऊ के पीछे भागने के बाद उसने पूछा, "क्या हथियार? कैसा हथियार?"
"खुद से बना हथियार, खुद देख लो..." ये क्सिऊ ने बेबस होकर उसे फिर खोला।
"वाह..." चेन गुओ ने उसी तारीफ की। वो भी और सभी खिलाड़ियों की तरह थी, उसके पास भी सैकड़ों सवाल थे पूछने को, पर उसे पता था कि इस तरह के सवाल पूछना ठीक नहीं था।
"तुम बिना विशेषता वाले पात्र की तरह खेल रहे हो, इस हथियार के कारण?" चेन गुओ ने पूछा।
"समझदार हो" ये क्सिऊ ने कहा।
"तुम बातें छिपाते हो" चेन गुओ ने देखा कि उसे ये क्सिऊ को फिर से समझने की जरूरत थी। इस तरह के आदमी को जिसे पेशेवर लोगो के बीच से निकाल दिया गया था, वो उसकी सोच से ज्यादा गम्भीर था। वैसे तो उसे खुद भी नहीं पता था कि बड़े खिलाड़ी कितने कुशल होते थे...
"मैंने कब तुमसे कोई बात छिपाई?" ये क्सिऊ ने जवाब में पूछा।