एक पल के लिए खामोशी छा गई, फिर ये वानवन ने लापरवाही से कहा, "अब समझी, तो जैसे माता-पिता वैसी बेटी...तो क्या मैं कह सकती हूं, कि जैसी टीचर वैसे छात्र? एफ-क्लास स्कूल की सबसे खराब कक्षा है। आपको इस बारे में क्या लगता है मिस लियांग?"
"तुम...तुम उद्दंड लड़की!" लियांग ली हुआ इतनी नाराज़ थी कि उसकी आवाज़ फटने लगी।
यह बेवकूफ लड़की, उसने मेरे शिक्षण मानकों का अपमान करने की हिम्मत कैसे की?
अन्य क्लास के मुकबले, एफ -क्लास का रिज़ल्ट हमेशा ख़राब रहता था, यह उनके दुख का बहुत बड़ा कारण था।
कक्षा के सभी छात्र स्तब्ध थे।
अरे नहीं…
यह सुनो, वानवान ने वास्तव में क्लास टीचर से बात करने की हिम्मत करी थी।
क्या यह वही वानवन है, जिसपर कोई भी चिल्लाता था तो वो ज़रा भी आवाज़ करने की हिम्मत नहीं करती थी।
लियांग ली हुआ ने हँसते हुए कहा, "ये वानवान, क्या तुमने सच में सोचा है कि मैं तुम्हें संभाल नहीं सकती? मैं तुम्हें किंग हाई स्कूल के मुख्य द्वार से बाहर जाने के लिए मजबूर कर दूँगी।"
ये वानवन रूखे ढंग से हंसी और लिआंग ली हुआ को देखा, "आपको कौन रोक सकता है, मिस लियांग? आप इतनी शक्तिशाली हैं, निश्चित रूप से आप मुझ जैसी छात्र को संभाल सकती हैं।"
ये वानवान ने जानबूझकर "आप इतनी शक्तिशाली हैं" पर ज़ोर दिया, क्योंकि उसने लियांग ली हुआ और स्कूल के नेता के अवैध संबंध के बारे में इशारा करना चाहती थी।
जैसी कि उम्मीद थी, लियांग ली हुआ के भाव बदल गए।
हालांकि ये वानवान के पास कोई सबूत नहीं था, और न ही लोग उसकी कही बातों पर विश्वास करेंगे, पर अगर वह केवल अफवाहें भी फैलाती तो भी काफी होता।
निश्चित रूप से ऐसे लोग होंगे जो पता लगाने की कोशिश करेंगे, खासकर इसलिए क्योंकि स्कूल के नेता की पत्नी स्कूल में टीचर भी थीं।
यह बेवकूफ लड़की, उसने उसे धमकाने की हिम्मत कैसे की!
"घंटी बजी-"
यह पाठ शुरू करने का संकेत था और इसने रुकावट को दूर कर दिया।
लिआंग ली हुआ का चेहरा काला पड़ गया और उन्होने ग़ुस्से में कहा, "परीक्षा शुरू होने में केवल एक सप्ताह बाकी है। पाठ पढ़ाने में बाधा पड़ गई थी, इसके लिए तुम्हारा धन्यवाद! मैं तुमसे बाद में निपट लूँगी।"
"भूल जाइए, यह बेवकूफ लड़की एक दो दिन में जा ही रही है। अब मामले को तूल देने की जरूरत नहीं है।"
"हर कोई, कृपया अपनी पाठ्यपुस्तक के पृष्ठ 72 को खोलें।"
नाटक समाप्त हो गया, यह देखकर छात्र निराशा में डूब गए।
सीनियर क्लास में कई छोटी-बड़ी परीक्षाएँ होती रहती थीं। पर इस बार की परीक्षा को अधिक महत्वपूर्ण माना गया था क्योंकि परिणाम के आधार पर छात्रों के पुन: सीट दी जानी थी।
ये वानवन पाठ्यपुस्तक में डूब गई, और अपनी आँखें बंद कर लीं।
अगले सेकंड के अंदर ही, पाठ्यपुस्तक का सार उसके दिमाग में पूरी तरह से छप गया।
यह बहुत कम लोगों को पता था कि वह जो कुछ भी पढ़ती थी, उसे तुरंत याद कर लेने की उसकी अद्भुत योग्यता थी।
एक बार जब वह पाठ्यपुस्तक में दी गयी जानकारी पढ़ लेती थी, तो वह बिना याद किए हुए भी सबकुछ लिख सकती थी।
उसने कितना अच्छा प्रदर्शन किया यह पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करता था कि वह कितना अच्छा प्रदर्शन करना चाहती थी।
दुर्भाग्य से, पहले की ये वानवान को परिणाम और स्कोर का कोई मतलब नहीं था-उसका दिल कभी भी पढ़ाई में नहीं लगा।
अगर वह चाहती थी कि स्कूल उसे निष्कासित करने के फैसले को बदल दे, तो इस बार की परीक्षा उसके लिए बहुत महत्वपूर्ण थी।
हालाँकि पढ़ाई के लिए सिर्फ एक सप्ताह ही बचा था, लेकिन यह उसके लिए काफी था।