शिया ची हमेशा से आशावादी था, लेकिन गरीबी ने उसके उज्जवल भविष्य की आशा को धूमिल कर दिया था।
इसलिए, अचानक बंगले में जाना उसके लिए एक सपने जैसा था।
"ची, मैं तुम्हे एक सलाह देना चाहती हूँ, जो कभी तुमने मुझे दिया था, अतीत में मत जिओ। मैं तुमसे वादा करती हूं, कि भविष्य में सब अच्छा ही होगा। चलो, अब समय नहीं है; मैं तुम्हें तुम्हारा कमरा दिखा देती हूँ।
"ठीक है!" शिया ची मुस्कुराते हुए उसके पीछे चल दिया।
उसका कमरा दूसरी मंजिल पर था। चेंगवू की तरह, यह एक बहुत बड़ा सिंगल बेडरूम था। इस कमरे में एक बड़ी अलमारी थी और उसके सामने पढ़ने के लिए एक मजबूत मेज थी। उसके ऊपर एक उच्च तकनीक वाला लैपटॉप था, वह मॉडल जिसे वह हमेशा चाहता था!
शिया ची ख़ुशी से उसकी ओर भागा, "दीदी, यह मेरे लिए है?"
जिंगे ने मुस्कराते हुए हामी भरी। "क्या तुम्हे यह पसंद है?"
"बेशक! दीदी, तुम बहुत अच्छी हो, मुझे यह पसंद आया, मुझे यहाँ सब कुछ बहुत अच्छा लगा।"
"मुझे खुशी हुई।"
"दीदी, इसके लिए आपने काफी खर्च किया होगा न?" शिया ची ने शांत होकर पूछा।
महंगे लैपटॉप के अलावा, शिया ची ने देखा कि जिंगे ने घर को एक नया रूप देने के लिए कुछ फर्नीचर खरीदा था, उसने इसके लिए अपने बचत के पैसे खर्च किये थे।
"इंसान हमेशा अधिक पैसा कमा सकता है," जिंगे ने अपने कंधे को हिलाते हुए कहा।
शिया ची ने उस चमत्कारिक रात के बारे में सोचा,जब जिंगे ने कई लाख आरएमबी कमा लिए थे और उसकी चिंता थोड़ी कम हो गई। "दीदी, मैं भी कुछ दिनों में काम करना शुरू करूँगा और परिवार की मदद कर सकूंगा !"
"तुम्हें जल्दबाज़ी करने की ज़रूरत नहीं है,क्योंकि मुझे तुम्हारी थोड़ी मदद चाहिए।"
शिया ची आश्चर्यचकित हो गया। उसने पूछा, "मेरी मदद, कैसी?"
"मैं तुम्हे कुछ दिनों में बताउंगी। अभी तुम काम पर मत जाओ, घर में आराम करो और मुझे चाचाजी की देखभाल करने में मदद करो।"
"ठीक है! मैं दीदी का कहा मानूंगा," शिया ची ने बिना अधिक कुछ पूछे वादा कर दिया।
वह हमेशा अपनी बहन की आज्ञा मानने के लिए तैयार रहता था।
"फिर, आराम कर लो। मैं अब तुम्हें परेशान नहीं करूंगी।" जिंगे जाने लगी, तभी शिया ची ने अचानक उसे बुलाया।
"दीदी, क्या तुमने अपने लिए कोई नया कपड़ा और मेकअप का सामान खरीदा?"
ज़िंगे एक प्रश्नमय दृष्टि से उसे देखने लगी। वह ऐसा क्यों पूछ रहा है?
शिया ची ने उसे करीब से देखा और जान लिया कि उसने फिर से खुद का खर्च टाल दिया है!
उसने उसे डांटते हुए कहा, "दीदी, तुम्हें अपना ध्यान रखना चाहिए। तुम अभी जवान और सुंदर हो, इसलिए तुम्हें अपनी छवि का ध्यान रखना चाहिए वरना कुछ लोग तुम्हे नीची नज़र से देखेंगे।"
जिंगे फ़ौरन समझ गई कि उसका क्या मतलब है।
उस दिन तेंजिन ने उससे जो कहा था, वह अभी तक उस पर ही अटका था।
जिंगे को अपनी खूबसूरती की ज्यादा परवाह नहीं थी, लेकिन चूंकि वह अपने ऊपर खर्च कर सकती थी, इसलिए उसे इस तरह रहने की जरुरत नहीं थी।इसके अलावा, शिया ची की सही थी, उसकी इस लापरवाही से दूसरे लोगों को उसे नीचा दिखाने का मौका मिलता।
" मैं जानती हूँ।" यह बोलकर जिंगे अपने कमरे से बाहर निकल गई।
वह उस कमरे में रुकी थी जो पहले से उसका था। वू रोंग ने बंगले पर कब्ज़ा करने के बाद, जिंगे के पुराने कमरे को एक गोदाम में बदल दिया था, लेकिन जिंगे ने उसे फ़िर ठीक किया। वह घर के किसी भी कमरे में रह सकती थी, लेकिन उसने अपने पुराने कमरे को ही पसंद किया।
जिंगे दीवार पर के आकार के आइने के सामने खड़ा होकर खुद को करीब से देखा।
वह बहुत ज्यादा लम्बी नहीं थी, केवल 165 सेंटीमीटर।
उसका शरीर सुडौल था और, उसके पॉंव खूबसूरत थे। कई वर्षों की कठिनाइयों के परिणामस्वरूप चेहरे पर आई छाइयों के पीछे उसकी सुंदरता छिपी थी।
इस सब के साथ पुराने फैशन के कपड़ों ने उसे भीड़ का हिस्सा भर बना दिया था।
खुशकिस्मती से भगवान ने उसे एक अच्छा चेहरा दिया था, इसलिए उसे भरोसा था कि उसे अपनी सुंदरता वापस हासिने के लिए केवल समय और प्रयास की आवश्यकता थी। एक समय,वह एक ऐसी किशोरी थी,जिसे खुद और मेकअप से बेपनाह प्यार था, उसे विश्वास था कि वह जरूरत पड़ने पर उस अतीत को वापस ला सकती थी।
बहरहाल, जैसा कि कहा जाता है: सुंदरता सस्ती नहीं होती।
वह पिछले कुछ दिनों में बहुत पैसे खर्च कर चुकी थी, उसके पास मेकअप के लिए बहुत कुछ नहीं बचा था। पैसा कमाना हालांकि उसके लिए एक आसान बात थी।
हालाँकि, इस बार बड़ा हाथ मारने की फ़िराक में थी और निर्णय कर चुकी थी कि अब वह कई लाख आरएमबी के लिए भी किसी से समझौता नहीं करेगी!