मुंबई
खुराना मेंशन ...
सुबह का वक्त था और आज बदल भी छाए हुए थे इसलिए बाहर का मौसम बेहद खूबसूरत था लेकिन खुराना मेंशन के अंदर का माहौल थोड़ा अलग था।
एक लड़का हड़बड़ी में रेडी हो रहा था और किसी से कॉल पर बाते कर रहा था। उसे देख कर ही साफ पता चल रहा था कि वो लेट हो रहा है।
उसने सामने वाले की बात सुन कर कहा " ओके, मैं बस थोड़ी देर में ऑफिस पहुंच रहा हूं। तुम तब तक सब देख लेना।"
इतना कह कर उसने कॉल कट कर दिया और अपने कमरे से निकल गया। ये है अक्षत खुराना जो एक बिजनेस मैन है।
अक्षत ने अभी कुछ महीने पहले ही मुंबई में अपनी एक नई कंपनी स्टार्ट की थी और चार दिन पहले ही वो अपनी छोटी बहन के साथ मनाली से मुंबई सिफ्ट हुआ था।
अक्षत नीचे आता है और उसकी भूरी नजरे पूरी हॉल पर जाती हैं लेकिन वो जिसे ढूंढ रहा था।वो उसे कही दिखाई नहीं देती हैं।
अक्षत हॉल में काम कर रही एक सर्वेंट को देखता है और उसके पास आ कर बोला " आही कहा है?"
उसकी आवाज सुनकर काम कर रही सर्वेंट तुरंत अपना काम छोड़ कर बोलीं" बेबी तो अब तक नहीं उठी है आप कहे तो मैं उठा दूं।"
सर्वेंट की बात सुनकर अक्षत ने ना में सर हिलाया और बोला " नही आप रहने दीजिए। जब नींद पूरी होगी अपने आप उठ जायेगी। उसे डिस्टर्ब मत कीजिए।"
अक्षत अभी अपनी बोल रही रहा था कि तभी उसके पीछे से एक मीठी सी आवाज आई ।
" भाई "
इस आवाज को सुनते ही अक्षत के होठों पर अपने आप ही मुस्कान छा गई और वो जल्दी से मुड़ कर पीछे देखता है तो एक 18 साल की लड़की जो अपनी होठों पर एक प्यारी सी मुस्कान लिए सीढियो से नीचे आ रही थी।
उस लड़की ने इस वक्त बेबी पिंक कलर का नाइट सूट पहन रखा था और उसके लंबे काले बाल जो उसके कमर तक आ रहे थे वो भी बिखरे हुए थे। जिसे देख कर साफ पता चल रहा था कि वो अभी अभी ही उठी है।
मासूम सा चेहरा नीली समुद्र जैसी गहरी आंखे, रंग दूध जैसा गोरा था। एकदम रुई जैसे मुलायम पतले पिंक होठ, छोटी सी नाक , काले घने लंबे बाल जो उसके कमर तक थे।
अभी अभी सो कर उठने की वजह से वो बहुत प्यारी लग रही थी। ये है आही खुराना ,जिसकी दुनिया ही उसके भाई से शुरू होती है और उसके भाई पर ही खत्म होती हैं।
आही को देखते ही अक्षत अपनी सारी टेंशन जैसे भूल गया। आही नीचे आई और अक्षत के सामने खड़े होकर बोली " गुड मॉर्निंग भाई "
अक्षत ने आही के बिखरे बाल को सहलाया और बोला " गुड मॉर्निंग मई लिटिल प्रिंसेस, क्या बात है आज तो मेरी लेजी प्रिंसेस की आंखे बड़ी जल्दी खुल गई।
कही ऐसा तो नहीं की आज सूरज देर से निकला है वरना मेरी प्रिंसेस तो मिनी कुंभकर्ण है। "
आही अक्षत को देख कर आंखे छोटी छोटी कर बोली" भाई आप मुझे परेशान मत कीजिए और ये बताइए की आप आज इतनी सुबह कहा जा रहे हो? "
अक्षत हल्का सा मुस्कुराया और बोला" आज बहुत काम हैं बच्चा तो मैं थोड़ा जल्दी ऑफिस जा रहा हूं। तुम अपना ख्याल रखना ओके "
आही जल्दी से ना में सर हिलाते हुए बोली " नही बिल्कुल नहीं आज आप कही नही जाओगे। मैंने कुछ सोचा है और मुझे आपके साथ बाहर जाना है।"
अक्षत जो पहले ही लेट हो रहा था वो आही को समझाते हुए बोला" हम फिर कभी चलेंगे ओके और आज तुम्हारा फेवरेट ब्रेकफास्ट बना है, तो अब बिना देर किए जल्दी से फ्रेश होकर आओ और ब्रेकफास्ट कर लो।"
आही बूझे मन से बोली " लेकिन भाई मुझे आपके साथ बाहर जाना है "
आही अपनी बात कह पाती उससे पहले ही अक्षत बोला " लेकिन वेकिन कुछ नहीं अब तुम कुछ भी नहीं कहोगी। मुझे काम हैं ना तो समझो बच्चा।"
आही अकेले बहुत बोर हो जाती थी। आज उसका बहुत मन था। कही बाहर जाने का मुंबई घूमने का लेकिन अक्षत को इतना बिजी देख कर वो अब कुछ नहीं कहती है।
आही ने बेमन से धीरे से बोली" ठीक है भाई आज आप काफी बिजी हो इसलिए जा सकते हो पर बस थोड़ी देर रुको ना। साथ में ब्रेकफास्ट करते हैं। मुझे अकेले बिल्कुल अच्छा नही लगता।"
अक्षत पहले ही लेट हो चुका था इसलिए वो मना करते हुए बोला " ऐसे जिद्द नही करते बच्चा कहा ना लेट हो रहा हूं। प्लीज समझो।"
इतना कह अक्षत उसके सर को प्यार से सहलाता है और उसे बाय बोल कर ऑफिस के लिए निकल गया। आही ने एक गहरी सांस ली और जल्दी से अपने कमरे में चली जाती हैं और वाशरूम में घुस जाती हैं।
आज उसका फेवरेट ब्रेकफास्ट बना है। ये सुनते ही उसे भूख लगने लगीं थीं। थोड़ी ही देर में आही जल्दी से रेडी होकर नीचे आती हैं ।
आही नीचे आते ही एक सर्वेंट से अपनी मीठी सी आवाज में बोली " आंटी मुझे जोरों की भूख लगी है। जल्दी जल्दी से ब्रेकफास्ट लगा दीजिए प्लीज।"
आही की बात सुनकर सर्वेंट हल्का सा मुस्कुराई और बोली " बेबी आप बैठिए मैं अभी सर्व करती हूं।"
आही ने अपना सर हिलाया और जल्दी से डाईनिग टेबल के पास आई और अपनी चेयर पर बैठ गई और सर्वेंट मुस्कुराते हुए उसके लिए ब्रेकफास्ट सर्व करने लगती हैं।
खाने की खुशबू जैसे ही आही की नाक तक गई। आही का चेहरा एकदम से खिल गया और वो अब बिना एक भी पल गवाए जल्दी जल्दी खाने लगती हैं।
दूसरी तरफ ...
एक बड़े से आलीशान विला के आलीशान से कमरे में इस वक्त एक लड़का जो लगभग 25 साल का होगा आराम से सोफे पर बैठे कॉफी पी रहा था।
उसके सामने टेबल पर एक फाइल रखी हुई थी और वो उसे पढ़ते हुए कॉफी पी रहा था।
उसने ब्लैक कलर का बिजनेस सूट के साथ वाइट शर्ट पहन रखा था और उसके बाल सलीके से सेट किए हुए थे। दिखने में बेहद ही हैंडसम और लड़कियों के दिल को अपनी एक झलक से धड़कने वाला हॉट बंदा था।
कुछ देर बाद उसने कप टेबल पर रखी और फाइल बंद कर सोफे से उठ गया।
उसने एक बार खुद को मिरर में देखा और अपने कमरे से निकल गया। इस वक्त उसके हैंडसम से चेहरे पर कोई भी इमोशन नजर नहीं आ रहे थे।
ये है अयान सिंह राठौड़ ,आयन एक शान्त मगर बेहद गुस्सेल इंसान हैं। जिसका गुस्सा बेहद खतरनाक है।
अयान जैसे ही अपने विला से निकल कर बाहर आया और फिर अपने कार के पास आता है कि तभी उसकी नजर उसके असिस्टेंड पर गई जो कब से उसके ही बाहर आने का वेट कर रहा था।
अयान ने उसे अपने सामने खड़ा देखकर कहा " तुम यहां क्या कर रहे हो?"
मैक्स ने जल्दी से कहा " गुड मॉर्निंग बॉस वो आज मैं जल्दी रेडी हो गया था तो सीधा यही आ गया।"
अयान ने कुछ नहीं कहा तो मैक्स ने हल्की सी स्माइल के साथ बोला" आज आप बहुत ज्यादा हैंडसम लग रहे है।"
मैक्स ने दिल से उसकी तारीफ की और मुस्कुरा कर उसे देखने लगा।
अयान उसे घूरते हुए बोला " तुम्हे कितनी बार कहना पड़ेगा कि मुझे फालतू की बाते नहीं सुननी होती हैं। कोई काम की बाते हो तभी बोला करो।"
अयान के घूरने से मैक्स की हालत खराब होने लगती हैं। वो जल्दी से बोला " सॉरी बॉस अगली बार से ध्यान रखूंगा।"
इतना कह मैक्स अपने मन ही मन खुद से बोला " हद है ये कितने खडूस इंसान है। मैंने कितने प्यार से तारीफ की थी, लेकिन ये है कि जब देखो। तब गुस्से वाले मुड़ में ही रहते हैं। इनके घर में सब कितने अच्छे हैं, पता नहीं ये ही ऐसे क्यों है ?"
अयान बेहद गुस्सैल इंसान है ये राठौड़ खानदान का छोटा बेटा है और इसने इतनी छोटी सी उम्र में वो मुकाम हासिल किया है जो बड़े बड़े लोग नहीं कर पाए।
ये किसी से ज्यादा बाते नही करता है। यहां तक कि ये अपनी फैमिली से भी ज्यादा बाते नही करता है।
मैक्स अभी अयान को ठीक से कोस भी नहीं पाया था कि तभी अयान उसे घूरते हुए बोला " अब क्या मेरे सकल ही देखते रहोगे या ऑफिस भी जाना है।"
मैक्स जल्दी से उसके सामने से हटाते हुए बोला " सॉरी बॉस "
मैक्स ने एक नजर फोन को देखा वो कुछ कहना चाहता था, लेकिन अयान को देख कर बेचारा कुछ बोल ही नहीं पाया।
अयान मैक्स को पूरी तरह से इग्नोर करते हुए सीधा कार में बैठ गया और उसके बैठते ही मैक्स भी जल्दी से आगे वाली सीट पर बैठ जाता है।
अब उनकी कार मुंबई की सड़कों पर बड़ी तेज रफ्तार से दौड़ पड़ती हैं और अयान किसी किंग की तरह आराम से बैठे हुए अपने आई पैड में कुछ मेल को चेक करने लगता है।
अयान अपने आई पैड में मेल चेक करते हुए बिना मैक्स को देखे ही बेहद सर्द आवाज में बोला " उनसे कहो हमारा पीछा ना करे।"
अयान जनता था कि इस वक्त उसके पीछे कई सारी कार्स उसका पीछा कर रही है।
मैक्स जो आगे बैठा हुआ था। उसने जैसे ही ये बात सुना तो वो तुरंत हड़बड़ा कर बोला" जिसका डर था वही हुआ । अब क्या करू ?"
मैक्स पीछे मुड़ कर अयान को देखते हुए थोड़ी परेशानी से बोला " लेकिन बॉस ये सब अपकी सेफ्टी के लिए है।"
अयान की आंखे छोटी हो गई और अब वो मैक्स को घूरते हुए कड़क आवाज में बोला " मैं कोई छोटा बच्चा नहीं हूं मैक्स जिसे हर वक्त गार्ड की जरूरत पड़े। उन्हे अभी यहां से जाने को कहो।"
अयान को पता नहीं क्यों पर अकेले रहना पसन्द था और ये बात मैक्स भी अच्छे से जानता था।
मैक्स परेशान होकर बोला" लेकिन बॉस अगर मैडम को इस बारे में पता चला तो वो मुझ पर गुस्सा करेगी ।"
अयान की आंखों में अब गुस्सा उतर आया और वो उसे घूरते हुए अपने दांत पीसते हुए बोला " तुम मेरे लिए काम करते हो या फिर उनके लिए ?"
मैक्स अयान की गुस्से भरी आवाज सुनकर डर गया। अयान का गुस्सा कितना ख़तरनाक है। ये वो बहुत अच्छे से जानता था ।
मैक्स ने डर कर तुरंत अपना फोन निकला और किसी को मेसेज टाइप किया और उसके मेसेज टाइप करने के कुछ देर बाद ही आयन के कार के पीछे जितनी भी कार उनका पीछा कर रही थी वो सब अब जैसे गायब सी हो गई थी।
कुछ देर की सफर कर बाद उनकी कार एक बड़ी सी बिल्डिंग के सामने रुकती हैं।
उस बिल्डिंग की ऊंचाई जैसे आसमान छू रही थी और सब को अपनी ओर आकर्षित कर रही थी। यहां पर काम करना ना जाने कितने ही लोगो का सपना होता है।
उस बिल्डिंग की टॉप पर बड़े बड़े गोल्डन कलर में बड़ी ही खुबसूरती से "अल्फा इंडस्ट्री" लिखा हुआ था।
अल्फा इंडस्ट्री का नाम मुंबई के टॉप कंपनी में से एक में आता और बड़ा फेमस भी था।
अयान कार से बाहर आया और तभी मैक्स कार से बाहर आते हुए बोला " बॉस क्या आज शाम आप फ्री है? "
मैक्स की बात सुनकर अयान के चलते कदम रुक गए और वो मैक्स को बुरी तरह घूरने लगा तो मैक्स बेचारा कुछ बोल ही नहीं पाया।
वो तो ये बोलना चाहता था कि अगर वो फ्री है तो आज शाम को उसे एक पार्टी में स्पेशली इनवाइट किया गया है। तो क्या वो पार्टी में जाना चाहता है, लेकिन अयान के घूरने से वो कुछ बोल ही नहीं पाया।
अयान ऑफिस के अंदर की तरफ बढ़ गया और बोला" मैक्स तुम थोड़ी काम की बाते बोलोगे तो तुम्हारे लिए अच्छा रहेगा, वरना तुम्हारी जगह लेने के लिए लोगो की कमी नहीं है।"
अयान की धमकी सुनकर मैक्स की हालत खराब हो जाती हैं और वो जल्दी से खुद को कोसते हुए मन ही मन बोला" मैक्स तुम थोड़ा देर शांत नहीं रह सकते क्या? क्यों तुम खुद को ही मरवाने पर तुले हुए हो?
बॉस की बातों से लगता है कि एक दिन पक्का मैं बोलने की वजह से अपने जॉब से धक्के मार के निकल दिया जाऊंगा। ये बॉस भी ना मुझे बात बात पर ऐसे डरा क्यों देते है?"
अयान जैसे ही ऑफिस के अंदर आया तो सबने खड़े होकर उसे ग्रिट किया और चुप चाप से बैठ कर अपना काम करने लगे ।
अयान के आने से इस वक्त पूरे ऑफिस में जैसे सन्नटा सा छा गया और कुछ लड़किया तो आहे भरते हुए चोरी चोरी आयन को निहार रही थी।
उनमें से किसी भी लड़की में हिम्मत नहीं थी की वो नजरे उठा कर अयान को देख सके क्योंकि यहा पर सभी अपने बॉस के गुस्से को बहुत अच्छी तरह से जानते थे।
मैक्स अयान के पीछे पीछे आते हुए बोला" बॉस मिस्टर साह ने आज की पार्टी के लिए आपको स्पेसली इनवाइट किया है ।
अब तक उनके मेरे पास कई कॉल आ चुके है। वो जानना चाहते हैं कि आप पार्टी में जायेंगे या नहीं? तो उन्हे क्या जवाब देना है।"
अयान जो इस वक्त अपने प्राइवेट लिफ्ट के पास पहुंच चुका था। उसके चलते हुए कदम रुक गए और वो कुछ पल रूक कर एक तिरछी स्माइल करते हुए बोला" उन्हे हा बोल दो।"
इतना कह अयान सीधा अपने प्राइवेट लिफ्ट में इंटर करता है और अब उसकी लिफ्ट टॉप फ्लोर पर रुकने वाली थी।
मैक्स बस हैरानी से उसे जाता हुआ देखता ही रह गया।
उसका बॉस कही जाने के लिए आसानी से नहीं मानता था और मिस्टर साह अयान का बिजनेस राइवल था और फिर भी अयान का इस तरह आसानी से मान जाना।
ये बात मैक्स को कुछ हजम नही हो रहा था और हैरानी भी हो रही थी।
मैक्स ने एक गहरी सांस ली और खुद से ही बोला " मैं क्यों इतना सोच रहा हूं बॉस ऐसे ही है। ये किसी को समझ नहीं आते। बेहतर होगा मैं अपने काम से काम रखूं। "
इतना कह मैक्स खुद भी काम पर लग गया वरना पता नहीं कब उसे अयान की धमकी मिल जाती।
वही अयान के दिमाग में तो कुछ और ही चल रहा था।
वो अपने केबिन के अंदर अपनी किंग साइज चेयर पर बैठा हुआ था और किसी डेविल की तरह स्माइल करते हुए बोला" अब इतने प्यार से बुलाया है, तो मैं कैसे माना कर सकता हूं। मुझे तो जाना ही होगा।"
इतना कह अयान अजीब तरह से स्माइल करता है।
शाम का वक्त
खुराना मेंशन ...
शाम के पांच बज रहे थे और अक्षत आज ऑफिस से जल्दी घर आता है और तभी उसकी नजर आही पर जाती हैं।
आही सोफे पर बैठी हुई अपने फोन में गेम खेल रही थी और उसे देख कर अक्षत के थकान से भरे चेहरे पर अपने आप ही मुस्कान आ जाती है और वो उसके पास आ कर बैठ गया।
अपने पास किसी का एहसास पा कर आही ने फोन पर से नजरे हटाई और अपने पास बैठे अक्षत को देखा और खुश होकर बोली " वाओ भाई आज तो आप बड़ी जल्दी आ गए ।"
अक्षत ने आही को देखा और बोला " वो सुबह जल्दी जल्दी में मैं बताना भूल गया था। आज मुझे एक बिजनेस पार्टी में जाना है तो तुम टाइम पर डिनर कर लेना। मुझे तुम्हारी कोई शिकायत नही चाहिए ओके "
इतना बोल कर अक्षत अपने सामने खड़ी दो लेडी सर्वेंट को देखता है तो दोनों ही जल्दी से बड़ी ही रिस्पेक्ट से सर झुका कर हा में सर हिला देती है।
पार्टी का नाम सुनते ही आही की नीली आंखे एकदम से चमक उठी और वो बड़ी सी स्माइल करते हुए बोली " भाई मुझे भी आपके साथ जाना है। देखो ना हमे मुंबई आए चार दिन हो गए,लेकिन आप मुझे कही बाहर लेकर नही गए हैं। मुझे भी आपके साथ जाना है।"
अक्षत ने आही को देखा और साफ मना करते हुए बोला " नही तुम कही नही जाओगी और वो एक बिजनेस पार्टी है। जिसमें सारे बिजनेस मैन और उनकी फैमिली होगा वहा तुम बोर हो जाओगी।"
आही की आंखों की चमक कही खो सी गई।
आही ने मुंह फूला लिया और बोली " पर भाई आपने ही तो अभी अभी कहा ना वहा पर कई सारी फैमिली भी आयेगा।इतने सारे लोगो के बीच मैं बोर क्यों होगी। प्लीज भाई मुझे भी लेकर चाहिए ना।"
अक्षत ने ना में गर्दन हिलाई तो आही मायूस होकर बोली " मैं आपको बिल्कुल परेशान नहीं करूंगी भाई पक्का मुझे भी ले कर चलो ना।"
आही का उतरा हुआ चेहरा अक्षत से बिल्कुल भी देखा नही जा रहा था।
बचपन में मॉम डैड की डेथ हो जाने के बाद से अक्षत ने ही उसे एक डैड की तरह पाला है और उसे हर वो खुशी देने की कोशिश की हैं और दिया भी है।
अक्षत की तो जैसे सांसे है उसकी छोटी बहन, आही के बिना अक्षत एक पल नही रह सकता। उसकी जान बस्ती है आही में वो उसके चेहरे पर एक शिकन भी बरदास नही कर सकता था।
अक्षत ने आही से कुछ कहना चाहा लेकिन तभी आही बोली " मुझे आपसे कोई बात नही करनी आप हमेशा ऐसे ही करते हो। आप मुझे कभी अपने साथ लेकर नही जाते ।जाओ जहा आपको जाना है। मैं आपसे बात ही नही करूंगी।"
आही को यू नाराज देख कर अक्षत ने लाचारी से अपना सर को ना में हिलाया।
अक्षत आही के पास आ कर उसके गुस्से से फूले हुए गालों को सहलाते हुए बोला" तुम वहा बोर हो जाओगी । मैं जल्द ही आऊंगा इसलिए जिद मत करो।"
आही ने अक्षत को घूरा और बिना कुछ बोले ही सोफे से उठी और ऊपर की तरह बढ़ गई तो अक्षत ने लाचारी से ना में सर हिलाया।
अक्षत जनता था कुछ ऐसा ही होंने वाला है। उसकी बहन बहुत लाडली और जिद्दी थी।
अक्षत आही को रोकते हुए बोला " ओके बाबा! अब गुस्सा छोड़ो तुम भी मेरे साथ पार्टी में चल रही हो।"
आही के होठों पर एक लंबी मुस्कान खिल गई और वो खुश होकर मुड़ी और अक्षत को हग कर बोली" आई लव यू भाई आप दुनिया के बेस्ट भाई हो।"
अक्षत हल्का सा मुस्कुराया और बोला " तुम बहुत जिद्दी होती जा रही हो। जाओ जाकर जल्दी से रेडी हो जाओ।"
आही ने हा में सर हिलाया और उससे अगल होकर जल्दी से अपने कमरे की तरह बढ़ गई।
वो आज बहुत खुश थी क्योंकि अक्षत उसे कभी भी ऐसी पार्टी में लेकर नही जाता था।
अक्षत आही को अपने साथ पार्टी में लेकर नही जाना चाहता था लेकिन उसे उदास भी तो नहीं देख सकता था, इसलिए वो मना भी नहीं कर पाया।
उसने एक गहरी सांस ली और वो भी रेडी होने चला गया।
तो कैसे होगी आही और अयान की पहली मुलाकात ?
क्या होगा जब मासूम ही आही अयान की जिद और जूनून बनेगी ? जानने के लिए इस स्टोरी के साथ बने रहे ।