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Chapter 7 - One night stand 

वही वह लड़की जो कि अब तक मुस्कुरा रही थी श्रेष्ठ का जंगली रवैया देखकर वह घबराने लगी। उसने घबराते हुए श्रेष्ठ को खुद से दूर करने की कोशिश की। पर श्रेष्ठ गुस्से से उसे लगातार वाइल्ड होकर किस कर रहा था। 

श्रेष्ठ ने जब महसूस किया कि वह लड़की उसे खुद से दूर करने की कोशिश कर रही है। उसने गुस्से से उसको बालों से पकड़कर उसका चेहरा ऊपर करते हुए कहा, "कोशिश भी मत करना। श्रेष्ठ सिंह दीवान नाम है मेरा। बर्बाद कर दूंगा तुम्हें।"

श्रेष्ठ की धमकी सुनकर वह लड़की बुरी तरह से डर गई। उसने श्रेष्ठ को दोबारा रोकने की कोशिश नहीं की। अब तक लिफ्ट भी सेकंड फ्लोर पर आ गई थी। लिफ्ट के रुकते ही श्रेष्ठ उस लड़की को खींचता हुआ लिफ्ट से बाहर एक रूम की तरफ लेकर जाने लगा। 

वही अब उस लड़की को श्रेष्ठ से डर लग रहा था। श्रेष्ठ ने रूम का दरवाजा खोला और उस लड़की को अंदर धकेल कर खुद भी अंदर आ गया।

श्रेष्ठ ने उस लड़की की तरफ देखा और उसे दीवार से सटाकर दोबारा उसे किस करने लगा। इस बार भी वह काफी वाइल्ड था। उस लड़की के होठों से खून निकल रहा था क्योंकि श्रेष्ठ उसे किस करने के साथ साथ बाइट भी कर रहा था।

कुछ देर बाद जब श्रेष्ठ ने महसूस किया कि वह लड़की बेहोश होने वाली है तो उसने उसके होंठों को छोड़ दिया। श्रेष्ठ के छोड़ते ही वह लड़की गहरी गहरी सांस लेने लगी। उसकी हालत खराब हो रही थी। 

उसने गहरी सांस लेते हुए कहा, "मिस्टर दीवान प्लीज कंट्रोल कीजिए खुद को। मैं आपकी इतनी वाइल्डनेस बर्दाश्त नहीं कर सकती।" उस लड़की की बात सुनकर श्रेष्ठ के चेहरे पर तिरछी मुस्कुराहट आ गई। 

उसने उसके बालों को पकड़ कर उसका चेहरा ऊपर उठाकर उसकी आंखों में देखते हुए कहा, "मेरे साथ नाइट स्पेंड करने से पहले तुम्हें मेरे बारे में सब कुछ पता कर लेना चाहिए था बेबी गर्ल। पर अब जब तुम मेरे साथ मेरे रूम में आ चुकी हो तो तुम्हारे पास रिग्रेट करने का मौका नहीं है। इसलिए ना चाहते हुए भी तुम्हें आज रात के लिए मेरी बेड पार्टनर बनना ही होगा।" 

श्रेष्ठ की बात सुनकर उस लड़की ने भी अब उसे मना नहीं किया और एक सेडक्टिव मुस्कुराहट के साथ कहा, "मिस्टर दीवान मैंने आपको मना नहीं किया है। बस मैं आपको थोड़ा जेंटल होने के लिए कह रही हूं। यू नो ना की लड़कियों को जेंटल नेस के साथ प्यार करना चाहिए।"

उस लड़की की बात सुनकर श्रेष्ठ ने उसे खींच कर अपने करीब किया और तिरछी मुस्कुराहट के साथ कहा, "मुझे किसी से प्यार करने की जरूरत नहीं है। और यह मत सोचना कि मैं तुमसे प्यार कर रहा हूं। यू आर जस्ट माय फिजिकल नीड फॉर वन नाइट।"

इतना कहकर श्रेष्ठ ने उसे बेड पर धक्का दिया और खुद उसके ऊपर आ गया। श्रेष्ठ की बात सुनकर वह लड़की उसे घूरने लगी। वह जानती थी कि उसकी इतनी औकात नहीं है कि वह श्रेष्ठ सिंह दीवान को कुछ कह सके। 

इसलिए उसने श्रेष्ठ के गले में अपनी दोनों बाहें डालते हुए कहा, "ओके मिस्टर दीवान आपको जो सही लगे वह कीजिए। बट आई वांट यू वेरी बैडली।" इतना कहकर उसने श्रेष्ठ के होठों पर किस कर लिया।

श्रेष्ठ ने उस लड़की को ऊपर से नीचे तक देखा। उसकी ड्रेस जो की काफी छोटी थी। उसके इस तरह से अग्रेशन से किस करने की वजह से उसकी बॉडी से उसकी ड्रेस उथल-पुथल हो चुकी थी। 

श्रेष्ठ ने अपने निचले होंठ को काटते हुए कहा, "वैसे तुम सच में काफी सेडक्टिव हों।"

श्रेष्ठ की बात सुनकर उस लड़की ने श्रेष्ठ की गर्दन पर उंगलियां चलाते हुए कहा, "वैसे मिस्टर दीवान मैंने सुना है कि आज आपकी शादी हुई है।" उसने इतना कहा ही था की श्रेष्ठ ने उसका हाथ जो की उसके गाल पर चल रहा था झटके से पकड़कर मरोड़ दिया। अगले ही पल उस लड़की की चीख पूरे रूम में गूंज गई।

उसने रोते हुए कहा, "मिस्टर दीवान।" 

उसने इतना कहा ही था की श्रेष्ठ ने उसका जबड़ा पकड़ कर दबाते हुए कहा, "तेरी इतनी औकात नहीं है कि तुम मुझसे सवाल कर सके। तेरे जैसी लड़कियां सिर्फ प्रॉस्टिट्यूट बन सकती है। समझ आया तुझे।" 

इतना कहकर श्रेष्ठ ने गुस्से से उसकी बॉडी से उसकी ड्रेस को फाड़ कर अलग कर दिया। और अगले ही पल उसे वाइल्ड होकर किस करने लगा।

अब वह लड़की भी उसका साथ देने के अलावा कुछ नहीं कर सकती थी। क्योंकि वह जानती थी की श्रेष्ठ को रोकना इंपॉसिबल है। कुछ ही देर में उनके रूम में उनकी सांसों की आवाज गूंज रही थी।

श्रेष्ठ उसके साथ वाइल्ड होकर इंटिमेट हो रहा था। उसके सामने बार-बार ख्वाब का मासूम सा चेहरा घूम रहा था। जिसे याद करके श्रेष्ठ और भी ज्यादा गुस्से में आ रहा था। उसने गुस्से से कहा, "मैं कभी भी तुम्हें अपनी बीवी नहीं मानूंगा ख्वाब चौहान। कभी भी नहीं।" इतना सोचकर वह उस लड़की के साथ वाइल्ड होकर इंटिमेट हो रहा था।

श्रेष्ठ के मेंशन में.....

गेस्ट रूम में ख्वाब जोर जोर से रो रही थी। उसका हाथ सूज चुका था। वही उसकी हालत देखकर ममता जी और बाकी सर्वेंट भी काफी ज्यादा परेशान हो गए थे। 

ख्वाब के हाथों पर ममता जी ने जड़ी बूटियां से बना हुआ मलहम लगा दिया था। वह ख्वाब के सिर पर हाथ फेर रही थी। उन्होंने ख्वाब को शांत करते हुए कहा, "छोटी मैडम शांत हो जाइए, कुछ नहीं होगा। कल सुबह तक आप पूरी तरह से ठीक हो जाएगी। बस आज के लिए दर्द बर्दाश्त कर लीजिए।"

ममता जी की बात सुनकर ख्वाब ने रोते हुए कहा, "आंटी कुछ कीजिए मैं मर जाऊंगी। मुझे बहुत तकलीफ हो रही हैं। प्लीज डॉक्टर को बुलाइए।"

ख्वाब की बात सुनकर ममता जी की आंखों से आंसू बहने लगे। उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि वह ख्वाब को कैसे बताएं कि उसके पति ने ही डॉक्टर को यहां से भेज दिया है। ताकि वह उसका इलाज ना कर सके। 

पहले से ही ख्वाब के लिए उसकी शादी किसी नाइट मेयर की तरह बन गई थी। और अब ममता जी उसे और तकलीफ नहीं देना चाहती थी। हालांकि वह जानती थी कि आज नहीं तो कल ख्वाब श्रेष्ठ की हरकतों की वजह से टूट ही जाएगी। पर वह फिलहाल उसे और तकलीफ नहीं देना चाहती थी।

ममता जी को चुप देखकर ख्वाब ने रोते हुए कहा, "श्रेष्ठ कहां हैं? वह हमारे साथ ऐसा क्यों कर रहे हैं? उन्होंने तो हमारे साथ शादी की है ना। वह हमारे साथ ऐसा कैसे कर सकते हैं? आंटी क्या हम इतने बुरे हैं?"

इतना कहकर ख्वाब और जोर-जोर से रोने लगी। ज्यादा रोने की वजह से उसकी सांसें तेज हो गई थी। यह देखकर ममता जी ने उसे शांत करते हुए कहा, "मैडम शांत हो जाइए। आपकी तबीयत और खराब हो जाएगी।"

ममता जी की बात सुनकर ख्वाब गहरी गहरी सांस लेने लगी। कुछ देर बाद रोते-रोते ख्वाब सो गई। वहीं ममता जी उसे देखने लगी। 

उन्होंने ख्वाब के सिर पर हाथ फेरते हुए कहा, "हम जानते हैं मैडम आपने इस शादी को लेकर न जाने कितने सपने देखे थे। पर आपके सारे सपने शादी की पहली रात को ही टूट गए। हम चाह कर भी आपके लिए कुछ नहीं कर सकते।" इतना सोचते हुए वह ख्वाब के रूम से बाहर आ गई।

उनके बाहर आते ही दूसरी सर्वेंट जो कि उनसे कम उम्र की थी। उसने उनके पास आते हुए कहा, "ममता दीदी अब छोटी मैडम की हालत कैसी है?" 

ममता जी ने पलट कर उस सर्वेंट की तरफ देखा और कहा, "सविता श्रेष्ठ सर ऐसा कैसे कर सकते हैं? ख्वाब मैडम उनकी पत्नी है। आज जो कुछ भी उनके साथ हुआ। उसके बाद वह कैसे संभालेगी खुद को? वह सिर्फ 20 साल की बच्ची है।"

ममता जी की बात का सविता जी कुछ जवाब देती। इससे पहले ही अंदर से उन्हें ख्वाब के चिल्लाने की आवाज सुनाई दी। ममता जी दौड़ते हुए अंदर आई। ख्वाब नींद में ही रो रही थी। शायद उसे तकलीफ हो रही थी। यह देखकर ममता जी उसके बगल में बैठ गई और उसे शांत करने के लिए उसके सिर पर हाथ फेरने लगी।

पूरी रात ख्वाब दर्द की वजह से बार-बार उठकर रोने लगती। और ममता जी पूरी रात उसे संभालती रही। इसी तरह से पूरी रात निकल गई। एक तरफ ख्वाब दर्द से तड़प रही थी। तो दूसरी तरफ श्रेष्ठ अपने जिस्म की आग मिटा रहा था।

नेक्स्ट मॉर्निंग सनशाइन क्लब....

श्रेष्ठ के प्राइवेट रूम में श्रेष्ठ इस वक्त अपने पेट के बल लेटा हुआ था। उसके बगल में ही वह लड़की बिना कपड़ों के बहुत बुरी हालत में लेटी हुई थी। उसकी बॉडी पर नोचने और काटने के निशान थे। क्योंकि श्रेष्ठ रात को काफी ज्यादा वाइल्ड था।

तभी उस लड़की की नींद धीरे धीरे खुलने लगी। उसने उठने की कोशिश की तभी उसे अपनी बॉडी में तेज दर्द महसूस हुआ। तभी उसे रात की सारी बातें याद आने लगी कि किस तरह से श्रेष्ठ किसी जानवर की तरह उसकी बॉडी को नोच रहा था। जैसे तैसे वह उठकर बैठ गई। ऐसा नहीं था कि उसने पहली बार किसी के साथ इस तरह से नाइट स्पेंड की थी। पर श्रेष्ठ कल किसी जानवर की तरह बर्ताव कर रहा था।

वही उस लड़की के मुंह से ना चाहते हुए चीख निकल गई। उसके चिल्लाने की आवाज सुनकर श्रेष्ठ जो कि उसके बगल में लेटा हुआ था। उसकी नींद भी खुल गई। वह भी उठकर बैठ गया। उसने अंगड़ाई ली और अपने बगल में उस लड़की की तरफ देखा। 

श्रेष्ठ के चेहरे पर उस लड़की को देखते हुए अजीब से एक्सप्रेशन थे। श्रेष्ठ जल्दी से बेड से खड़ा हुआ। उसने नीचे सिर्फ पेंट्स पहने हुए थे। उसकी बॉडी शर्टलेस थी। वही वह लड़की जो की दर्द में थी। श्रेष्ठ को देखकर ना चाहते हुए भी उसकी नजर श्रेष्ठ की बॉडी पर जाकर ठहर गई।

श्रेष्ठ ने उसे ऊपर से नीचे तक घूरते हुए कहा, "नोट अगेन। मुझे नहीं लगता कि तुम मुझसे दोबारा झेल पाओगी। और वैसे भी अब मुझे तुम्हारे अंदर कोई इंटरेस्ट नहीं है।" इतना कहकर श्रेष्ठ सीधा बाथरूम में चला गया। वही वो लड़की श्रेष्ठ को घूरने लगी।

कुछ देर बाद श्रेष्ठ बाथरूम से बाहर आया। इस वक्त उसने अपनी बॉडी पर सिर्फ एक वाइट कलर का तौलिया लपेटा हुआ था। उसके गीले बाल उसे और भी ज्यादा हॉट लुक दे रहे थे।

वह लड़की अभी भी बेड पर बैठी हुई थी। श्रेष्ठ ने उसे देखकर घूरते हुए कहा, "लगता है तुम अपनी कीमत का इंतजार कर रही हो। डोंट वरी मेरा असिस्टेंट तुम्हें तुम्हारी कीमत दे देगा। श्रेष्ठ सिंह दीवान का दिल बहुत बड़ा है।"

श्रेष्ठ के मुंह से कीमत का नाम सुनकर उस लड़की ने श्रेष्ठ को घूरते हुए कहा, "क्या कहा तुमने? कीमत। क्या तुमने मुझे प्रॉस्टिट्यूट समझा है?" 

 कहते हुए उसकी आवाज तेज हो गई। वही श्रेष्ठ जो कि अपने बालों को दूसरे तोलिए से पोंछ रहा था। उसकी तेज आवाज सुनकर उसने गुस्से से उसे घूरते हुए कहा, "आवाज नीचे। मुझे मेरे सामने ऊंची आवाज में बात करने वाले लोग हरगिज बर्दाश्त नहीं। और रही बात तुम्हारी कीमत की। और क्या कहा तुमने प्रॉस्टिट्यूट? हां मैंने तुम्हें प्रॉस्टिट्यूट ही समझा है। अब कुछ और कहना है तुम्हें।"

श्रेष्ठ के मुंह से खुद के लिए प्रॉस्टिट्यूट सुनकर वह लड़की गुस्से से कंबल से खुद को कवर करके बेड से नीचे उतर आई। उसने श्रेष्ठ को घूरते हुए कहा, "मिस्टर श्रेष्ठ सिंह दीवान मेरा नाम मायरा सिंघल है। मैं ए लिस्ट की टॉप एक्ट्रेस हूं। मुझे तुम्हारे पैसों की कोई जरूरत नहीं है। और रही बात मुझे प्रॉस्टिट्यूट कहने की। तो तुम भी किसी मेल प्रॉस्टिट्यूट से कम नहीं हो। जिसकी शादी होने के बावजूद वो दूसरी औरतों के साथ नाइट स्पेंड कर रहा है।" 

 कहते हुए मायरा का चेहरा गुस्से से तमतमाया हुआ था। वही उसके मुंह से खुद के लिए मेल प्रॉस्टिट्यूट सुनकर श्रेष्ठ गुस्से से उसकी तरफ बढ़ा। 

उसने मायरा को गर्दन से पकड़कर दीवार से सटाकर उसकी गर्दन दबाते हुए कहा, "तेरी इतनी औकात की तो मुझे मेल प्रॉस्टिट्यूट कहेगी। अगर तेरी जिंदगी बर्बाद ना कर दी तो मेरा नाम श्रेष्ठ सिंह दीवान नहीं।" 

 कहते हुए श्रेष्ठ ने उसे हवा में उठा लिया। मायरा दीवार से सटी हुई थी। और श्रेष्ठ उसकी गर्दन दबा रहा था। मायरा को ऐसा लग रहा था की जैसे वह मर ही जाएगी। 

उसने धीमी आवाज में कहा, "मैं मर जाऊंगी प्लीज छोड़ो।" 

मायरा की बात सुनकर श्रेष्ठ ने उसकी गर्दन पर अपनी पकड़ और मजबूत करते हुए कहा, "तुम्हारे जैसे लोगों के मरने से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। धरती का एक बोझ कम हो जाएगा।"

 कहते हुए श्रेष्ठ की पकड़ उसकी गर्दन पर और भी मजबूत हो गई। मायरा की आंखें धीरे-धीरे बंद हो रही थी।

क्या श्रेष्ठ ले लेगा मायरा की जान? और क्या होगा जब ख्वाब को पता चलेगा श्रेष्ठ के धोखे के बारे में? जानने के लिए बने रहिए मेरे साथ।