Chereads / Ek Betuki Dosti Hindi / Chapter 14 - टूर की तैयारी

Chapter 14 - टूर की तैयारी

जैसे की हमे पता चलता है कि अब पुरा स्कूल टूर पर जाने की तैयारी में होता हैं । जिसमे रोहाना और काजू दोनों जाते है । पर आगे देखते है की क्या होता है । मुझे पता है मेरे दिमाक़ में अलग ही गेम चल रहा है दोनों को लेकर 

चलो शुरू करते हैं । 

सालनी मैम की बात सुन कर सब अपने मम्मी पापा से बोलते है की मुझे टूर पर जाना है। सारे बच्चे टूर के लिए तैयार होते है। और मैम को बता देते है। पर अभी टूर पर जाने के लिए 2 दिन थे। रोहाना अपने पापा को माना लेती है और मैम को बता देती हैं। फिर रोहाना काजू से पूछती है की काजू तुम टूर पर जा रहे हो। काजू बोलता है की अभी नही पता देखेगे मम्मी से मैने बोला पर मम्मी ने कुछ नहीं कहा अभी तक। और तुम जा रही हो या नहीं। रोहाना बोलती है हां में जा रही हु मैने भी पापा को बडी मुश्किल से मानाया है । कोई जाने ही नही दे रहा था मुझे । रोहाना काजू प्लीज़ कुछ भी करो 2 दिन बचे हैं बस अपनी मम्मी को माना लो । काजू बोलता है ठीक है कोशिश करता हु फिर घर जा कर । 

अब काजू और रोहाना स्कूल से घर की तरफ जाते है तो । रोहाना बोलती है की काजू आगर तुम्हारी मम्मी हा कर दे टूर पर जाने के लिए तो मुझे कॉल कर के बता देना और आज में तुम्हारे घर नही आ सकती मुझे जगल बैग पैक लेने बाजार जाना है । और हां हम दोनो का प्लैन खराब हो गया । रविवार को कही दूर जाने का । चलो अच्छी बात है । अब टूर चलेंगे। 

काजू बोलता है ठीक है आगर मम्मी माना गई तो बता दुगा । काजू घर पर जाता है तो काजु की मम्मी रोहाना की मम्मी से बात करती है । रोहाना की मम्मी बोलती है की हमारी बेटी टूर पर जा रही है। क्या तुम्हारा बैठा भी जा रहा है। काजू की मम्मी बोलती है, हां काजू ने बताया था । काजू आएगा तो काजू से बात करुगी।  फिर काजू की मम्मी काजू को देख लेती है । तो बोलती है बेटा तू आ गया। फिर रोहाना की मम्मी काजू की मम्मी को बोलती है की । जरा काजू को फोन देना मुझे काजू से बात करनी है। काजू की मम्मी काजू को फोन देती है। काजू बोलता है हेलो । रोहाना की मम्मी बोलती है बेटा हमारी लड़की टूर जा रही है क्या तुम जा रहे हो, क्योंकि बता यह है की टूर 10 दिनों का है और हम तुम्हारे सिवा किसी और को नहीं जानते है । तुम जाओगे तो हमें अपनी बेटी की चिंता काम होएगी। बस काजू बोलता है हां अंटी मम्मी से पूछता हु की में जाऊं या नहीं। काजू की मम्मी यह सब सुनती है तो बोलती है ठीक है बेटा जा अगर रोहाना हमारी भी बैठी होती तो हमें भी सोचना होता। काजू बोलता है की हां में जाएगा । आप टैंशन मत लो में रोहाना के साथ हु । फिर यह सुन कर काजू खुश हो जता है और उसे याद आता है कि उसे रोहाना को भी बताना था। काजू फिर रोहाना को कॉल करता है ।और बोलता है की तुम्हारी मम्मी ने हा कर दिया मेरे लिए ।में भी आ रहा हु टूर पर । 

फिर काजू अपने सारे पैसे निकलता है जो उसने अपने घर में जमा करे थे और अपने बैंक से भी निकलता है । और टूर के पैसे जमा कर देता है। 

और टूर का समान खरीदता है।

फिर घर आ जाता है और रोहाना को कॉल करता है। और बोलता है की रोहाना तुम अब खाली हो। रोहाना बोलती है हां क्यों। काजू बोलता है , में सोच रहा था हम दोनों टूर कहा कहा घूमेगै । रोहाना बोलती है साथ चल कर देख लेंगे कहा कहा। 

अब टूर का दिन

सुबह की पहली किरण से पहले उठ कर सारे बच्चे एक पार्क में जमा होते है जहां सालनी मैम ने कहा था । और सारे सालनी मैम बच्चो को गिनती हैं। और दिखती है की अब दो बच्चे नहीं आए है। काफी देर इंतज़ार करने के बाद दोनों में से कोई भी नहीं आया । फिर सालनी मैम बोलती है कि चलो सयाद दोनों अभी सो रहे होगे । फिर मैम सारे बच्चों को बस में बिठा थी हैं। उठने में एक बच्चा और आ जाता है और बोलता है मैम रुको अभी मेरा दोस्त आदित्य आ रहा है। दुकान पर अभी समान खरीद रहे ऊबो। जल्दी आ जाएगा। दुसरे बच्चे के आते ही बस चालू हो जाती है । काजू और रोहाना ने बस में एक एक सीट पहली ही लेली थी आस पास वाली। सालनी मेम सारे बच्चों को सलाह देती हैं कि बस से बाहर मुंह नही लिखना और बस के बाहर कुछ नहीं फेकना। सारे बच्चों बोलते है फिर ठीक है मैम।

फिर सारे बच्चे काबली गाते है। जिस मे दो टीम थी एक बस के लेफ्ट लाइन वाली टीम और दूसरी राइट साइड वाली लाइन दोनों मेने देखते है कि कोन किसी लाइन जीतेगी।

सारे बच्चे खेलते है रोहाना को भी गेम पसन्द आता है। रोहाना भी गेम खेलती हैं। और काजू उस टाईम अपने दोस्तो से बात करता है। तो ऊबो काबली पर ध्यान नहीं देता। काबली में सारे बच्चे हर रहे थे तो काजू ने गाना गया था । और सारे बच्चे गाने भूल रहे थे । काम से कम 5 घंटे लगे थे जंगल जाने में । और फिर दूसरी मैम बोलती हैं कि बच्चो रात होने वाली है सब अपना अपना टेन्ट लगा लो फिर अंधेरा हो जाएगा तो कुछ नही दिखेगा काजू अपना टेन्ट बनाता है और सोने जाता है की को बचे लास्ट में लेट आए ते वो काजू के टेंट में सोने के लिए आते है तो काजू बोलता है मैम में रोहाना के टेंट में जाऊ। काजू रोहाना के टेंट में जाता है रोहाना बोलती है की काजू चले जाओ मैम देख लेगी तो बोलेगी। काजू बोलता है की मैम ने ही मुझे भेजा हैं यहां।

देखते हैं कि आगे की कहानी में क्या होता है काजू अब रोहाना के टेंट में चला गया क्या हो सकता है । रोहाना खुद को की काजू के साथ अकेले मिलना चाहती थी। उबो टेंट में होते हैं। रोहाना कही गलत कदम न उठा ले पर काजू को देखते है की काजू नसे में चला जाता है या फिर शमल जाता है। आगे पढ़ें राजेश मालती के साथ एक बेतुकी दोस्ती