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Chapter 18 - पापा की मौत, चौथा दिन टूर का

काजू बोलता है :  की आज तक यह बात किसी को भी नहीं पटा है की मेरे पापा की मौत कैसे हुई थी। 

में तुम्हे इस लिए बता रहा हुं। क्योंकि मुझे लगता है कि अब हम दोनो एक है। 

रोहाना बोलती है : की तुम बोल सकते हो । 

काजू बोलता है : कि यह बात तब की थी जब मै 8 साल का था । मेरे पापा एक ड्राईवर थे और मेरे पापा ओटो चलाते थे। एक दिन जब मेरे पापा घर से काम पर जा रहे थे तो मेने पापा से कहा कि पापा मेरे लिए कुछ खाने को लाना शाम को और उसी दिन जब में दोपहर मे अपने दोस्तों के घर में TV देख रहा था । तो मेरी गाली का एक दोस्त मेरे पास आता है । और कहते हैं कि मेरे पापा हॉस्पिटल में है। तो फिर में और मम्मी कुछ ही देर मे हॉस्पिटल में जाता है। फिर मुझे मेरे पापा बताते है की। जब लंच का टाईम में किसी लड़की को उस के घर छोड़ने जा रहें थे तब रस्ते में कुछ लुटेरे आकर मुझसे सब कुछ छीना और फिर मुझे चालू से डरया और फिर चाकू से हमला करा इतना ही कहां फिर मार गए । वह सारे लोगों चोर थे जीनों ने मेरे पापा को मार डाला । तब सै मुझे लोगों से नफ़रत हो गई थी । पर मेरे पापा को अपने दोस्तों पर पुरा भरोसा था । मेरे पापा ने अपने दोस्तो को कहा था कि मेरे बाद अब तुम मेरी पत्नी और बच्चों का ध्यान रखना है। और मेरे पापा के दोस्त ने हमारा ध्यान रखा। पर मेरे पापा के एक ही दोस्त थे जो हमारा ध्यान रखते थे। और बहुत पहले उनकी मौत हो गई है । इसलिए मुझे दोस्त पसंद हैं।

और रोहाना यह बात मेरे अलावा किसी और को नहीं पता। और मैने आज तक किसी को भी नहीं बताया बस तू मे ही बताया है। में  तुम पर में भरोसा करता हुं । 

रोहाना बोलती है : कि में किसी को नही बताऊंगी तुम टेंशन मत लो ।  फिर 

रोहाना अपनी बात बताती है : की मुझे अपने पापा बहुत पसंद है। क्योंकि ऊबो फैसले बहुत जल्दी ले लेते है । और तुम भी पसंद हो क्योंकि तुम भी फैसले बहुत जल्दी ले लेते हो। 

रोहाना बोलती है : की तु में पता नहीं की तू में क्या क्या चीज़ है।  

काजू बोलता है : तो बताओं क्या क्या है। 

रोहाना बोलती है : कि तुम दिखने में अच्छे हो , तुम कभी साथ नही छोड़ते, हर टाईम दूसरे की बरी में सोचते हो। तुम बहुत अच्छे लडके हो काजू। 

काजू बोलता है : कि अच्छा यह सारी बाते मुझे पता ही नही थे। 

फिर 

रोहाना बोलती है : काजू में मज़ाक नही कर रही तुम बहुत अच्छे हो । 

काजू बोलता है : कि तुम भी अच्छी हों रोहाना । फिर

 रोहाना बोलती है : की काजू हम यहां रात गुजारने नही आए थे ना । दुबारा करे। काजू बोलता है अभी नहीं । 

रोहाना बोलती है : कि ठीक है मुझे पता है क्या करना है। 

फिर रोहाना खड़ी हो कर काजू के पास बैठी है। और उसके गले में हाथ डालती है। और kiss करती है। और kiss करते करते लेट जाती है। और फिर दोनों फिर से नॉटीपंती करते है। और फिर दोनों सो जाते है करने के बाद । 

फिर रोहाना नींद में कहती है कि काजू तुम मुझे छोड़ कर मत जाना। में तुम पर भरोसा करती हु। तुम चाले जाओगे तो में जी नहीं पाऊंगी । काजू यह सारी बात सुन लेता है। फिर काजू बोलता है की रोहाना मुझे कितना प्यार करती है। में बहुत 

खुश - नसीब हु की मुझे मेरी तरह रॉयल प्यार करने बाली लड़की मिली है । फिर काजू पानी पी कर सो जाता है। 

चौथा दिन टूर का ..

अब सुबह के 4 बज चुके थे। और काजू रोहाना को उठा कर स्कूल के बच्चो के पास जाता है। और फिर अपने टैंट में सो जाते है। सुबह के टाईम जब बच्चे उठते है। और चाय बनती है। तो सारे बच्चे एक दुसरे के टेंट में जा कर सब को उठाते है। और फिर बच्चे रोहाना और काजू को उठाते है। और बोलते हैं कि चाय पीने आ जाते है। फिर रोहाना और काजू हाथ मुंह धो कर चाय पीते है। और सारे बच्चे एक - एक ग्रुप बना कर गेम खेलते है। और फिर उसके बाद अगला गेम खो खो खेलते है। ऐसे करते करते चार पांच गेम खेल लेते है। फिर धीरे धीरे एक एक कर के सारे बच्चे थक कर आराम करने बैठ जाते है। फिर सारे बच्चे सुबह का नाश्ता करते है। और नाश्ते के बाद

सारे बच्चे बोलते है : की काजू और रोहाना कल तुम कहा थे। पुरे दिन हम तू में धुन रहे थे। फिर हमने मैम से पूछा तो मैम ने कहा की तुम दोनों आगे का रास्ता देखने गए हो। तो बताओ आगे के रास्ते में क्या क्या है। क्या हम अब आगे जाएंगे।

रोहाना बोलती है : हां। हम आगे जाएंगे। आगे पुरा जंगल ही जंगल है। और एक खास बात यह है कि हम सब अपना एक घर बनाएगे ऊबो भी पेड़ पर।

सारे बच्चे सुनकर बहुत खुश होते हैं। फिर

सारे बच्चे बोलते है : की हम कब जाएंगे। तो

रोहाना बोलती है : की मैम से बात कर के बताएगी। 

काजू अपने दोस्तो के साथ अभी गेम खेल रहा था। फिर

काजू बोलता है : की आओ सारे बच्चों नदी में नहाने चलते हैं। हमारे शरीर की सारी मिट्टी साफ हो जाएगी। फिर सारे बच्चे काजू के साथ नदी में नहाने जाते है। तो फिर रोहाना खुद को हलका महसूस करती है। और

रोहाना बोलती है : काजू ने बचा लिया। 

काजू सारे बच्चों के साथ नदी के पानी मै नाहन रहा होता है। नहाते नहाते काजू को सर्दी लग जाती है। और सारे बच्चे फिर पानी मै ही एक गेम खेलते है। रस खीच का पानी मै एक जगह लाइन बना कर दोनों टीमों को एक बड़ी रस्सी दे दी और दोनो टीम रस्सी खींचते है। आख़िर में काजू के दोस्त हार जाते है। तो

काजू के दोस्त बोलते है : की हमारी टीम में एक प्लेयर काम था। इसलिए हार गए वरना हम ही जीते है ।

दूसरी टीम उनका मज़ाक उड़ाती है । फिर

काजू का एक दोस्त बोलता है : की यह तो एक खेलता हार जीत चलता रहेता है। इस बात पर लड़ना नही चाहिए।

तो सब वापस दुबारा खेलते है। काजू के दोस्तो की टीम दुबारा हार जाती है । रोहाना यह सारी चीज़े देख रही थीं। फिर अगली गेम शुरु होने से पहले

रोहाना काजू के दोस्तो गोलू को बोलती है : की तुम अपनी टीम के कान में यह जा कर बोल दो की पानी मै पैर हिलाएगे तो हारते रहेंगे तो ऊबो हाथ से रस्सी खींचे । बस फिर सब जीत जाएंगे।

फिर सब ही यहीं करते है। और फिर गेम जीत जाते है। 

दूसरी तरफ काजू को सर्दी लग रही थी तो। 

काजू ने मैम से कहा : की मैम मुझे चाय चाहि है मुझे सर्दी लग रही  है।

फिर मैम काजू को गर्म चाय बना कर देती है। काजू मैम की हाथ की चाय की तारीफ़ करता है। सालनी मैम को काजू थैंक्स कहती है । फिर थोड़ी देर में सब वापस टेंट के पास आ जाते है। 

तो रोहाना सोचती है की में मैम को अभी बोल देती हुं की सारे बच्चे आगे जाना चाहते हैं। यह पर अब मन नहीं लगा रहा है सब को आगे जाना है रहने के लिए अगर नही बोला तो मैम को किसी और के मुंह से सुने के बाद पता नहीं क्या पता चलेगा। तो मे ही बोल देती हु । 

रोहाना सालनी मैम के पास जाती है और

रोहाना बोलती है : की मैम मुझे आप से कुछ जरुरी बात करनी है अकेले में

क्या मैम रोहाना को हां कर देगी आगे जाने के लिए या फिर माना कर देगी। अगर हां कर देगी तो आगे क्या होगा रोहाना ऐसी जगह कहा से लगेगी जहा के पेड़ बहुत मजबूत हो और मोटे ।  ताकि उसके ऊपर घर बना कर रहें । और अगर माना कर दिया तो क्या करेंगी रोहाना अपने स्कूल के सारे बच्चों को और काजू क्या करेगा इस चीज़ में मदद जाने के आगे पढ़े एक बेतूकी दोस्ती राजेश मालती के साथ....