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Chapter 13 - प्रेम रस की कहानी

काजू रोहाना को रात टाइम अपने छत पर लेकर जाता हैं । और दोनों एक दूसरे से बात करते हैं ।

रोहाना काजू को बोलती हैं : की मुझे अब डर नहीं लग रहा हमे पुरा बजार घूमा हमे कुछ नहीं हुआ ।

काजू भी बोलता है : कि मुझे भी ।

काजू रोहाना के हाथ पर हाथ रखता है । रोहाना सेम जाती हैं । काजू रोहाना के पास जाता है । उसकी आंखों में देखता है । और

काजू बोलता है : मुझे कभी नहीं छोड़े गिना ।

रोहाना बोलती है : कभी नहीं ।

काजू रोहाना के कमर में हाथ डालता है । और अपनी ओर खींचता है । रोहाना अपने हाथ से काजू के हाथ को प्यार से हटाती है । फिर काजू रोहाना के सिर को हल्का सा झुकता है । रोहाना अपनी आंखे बंद कर लेती हैं । और फिर काजू  " kiss " कर लेता है । फिर काजू छोड़ता है । तो रोहाना पकड़ लेती है और "किस " करती है । इतने में निचे से

काजू की मम्मी की आवाज़ आती है : काजू बैठा नीचे आ जाओ । 

रोहाना और काजू Kiss करना छोड़ते हैं । काजू प्यार के नसे से निकलता है । और

काजू रोहाना को बोलता है : sorry रोहाना ।

रोहाना कुछ नहीं कहती । बस निचे चली जाती है । काजू आस पास देखता है कि किसने देखा तो नहीं ना । तो काजू को कोई भी नहीं दिखाता । नीचे काजू के लिए खाना और लास्ट दवाई रहे गई थी वो खाना था । रोहाना निचे जाने के बाद घर चली जाती हैं । और सोचती है की मेरी लाइफ का पहला किस केसा था । और काजू भी सोचता है किया हुआ था मुझे उस टाईम कुछ पता ही नहीं । खाना ओर दवाई खा कर काजू अब आराम करता है । पर kiss वाली बात काजू को सोने नहीं देती । 

रोहाना को अच्छा लगा और रोहाना बहुत खुश थी । 

रोहाना को अब तलाप होने लगी थी । दुबारा किस करना चाहती है काजू को । फिर रोहाना कुछ सोचती हैं । 

अगली सुबह जल्दी उठ कर

रोहाना अपनी मम्मी को बोलती है : मम्मी तुम्हारे कपड़े कितने गंदे हो रहे है, और पुराने भी, रोज़ एक ही कपड़े दिखते है तुम पर अच्छा नहीं लगते मम्मी।

रोहाना अपनी मम्मी को मस्का लगा कर कपड़े खरीदने भेज देती हैं। और

रोहाना अपनी मम्मी को बोलती है : काजू की मम्मी के साथ जाना। पर घर का काम करने के बाद में जाना। 

रोहाना कि मम्मी काजू की मम्मी को कॉल कर के एक जगह बुला लेती है। जहा से दोनो को बजार पास लगता है। 

अब रोहाना काजू के घर जाती है। और

काजू को सीधा कहती है : की मुझे तालप मची है मुझे किस करना है।

काजू बोलता है : की कल मेने नहीं क्या था । मुझे पता नहीं क्या होगा था ।

रोहाना बोलती है : की मुझे करना है ।

फिर काजू हा करता हैं । और काजू अपने बेड पर लेटा होता हैं । और रोहाना काजू के ऊपर लेटती है । और काजू को kiss करती है । फिर काजू kiss करते हुए रोहाना को कस के पकड़ लेता है । तो रोहाना नसे में चली जाती है । काजू रोहाना को अपने निचे करता है । और उसके ऊपर लेट कर kiss करता है । रोहाना काजू को जोर से पकड़ती है । 

अब कुछ देर बाद जब दोनो अपने प्रेम रस से बाहर

निकलते हैं । तब रोहाना काजू के पास बैठती है और

रोहाना काजू को बोलती है : काजू तुम मुझे मत छोड़ना कभी में जी नहीं पाऊंगी ।

काजू बोलता है : में भी नही जी पाऊंगा । 

तोड़ी देर बाद काजू की मम्मी घर वापस आ जाती है। और रोहाना को देखती हैं की रोहाना काजू के पास बेटी है। और

काजू की मम्मी बोलती हैं : कि आज स्कूल क्यू नही गए ।

रोहाना बोलती है : कि अंटी आज में स्कूल काजू को देख कर नही गई । काजू स्कूल में जा कर अपन ध्यान नहीं रख पाएगा । काजू को अभी आराम करना चाहिए । तो में यहां रुक गई और मेरा भी मन नहीं कर रहा था स्कूल जाने के लिए । तो मैं काजू के पास रुक गई हु । और यहां में काजू के साथ स्कूल की कुछ बात कर रही थी । जो बात अच्छी हैं । 

फिर काजू की मम्मी काजू को बोलती हैं : की बेटा अब कैसी हैं तबियत तुम्हारी ।

काजू बोलता है : अच्छा लग रहा है ।

काजू की मम्मी बोलती है : तुम जल्दी ठीक हो जाओगे ।

काजू बोलता है : हां मम्मी मुझे भी लगता हैं । और मेरे काफ़ी सारे दोस्त है जिन से मिलने का बहुत मन कर रहा है मेरा ।

रोहाना बोलती हैं : हां जरूर मिलोगे तुम । बस एक बार ठीक हो जाओ । 

अब दो दिन बाद...

काजू अपने घर से बाहर निकलता है और काजू के सारे दोस्त काजू से मिलते हैं । फिर सब हंसते खेलते स्कूल जाते है। और रोहाना काजू को दुबारा स्कूल में देखती है तो उसे अच्छा लगता है । और फिर क्लॉस में मैम आती हैं और

मैम काजू को बोलती है : " वैलकम बैक काजू " ।

काजू बोलता हैं : थैंक्यू मैम ।

फिर क्लास स्टार्ट होती हैं । और काजू पुरे टाइम मज़े करता है । अच्छा लगता है काजू को । फिर स्कूल की छुट्टी होती हैं । तो काजू रोहाना के साथ शहर से बाहर जाते है । और घूमते हैं । रोहाना और काजू दोनों एक दुसरे को जानें के लिए अकेले रहते है । रोहाना काजू के साथ जो वक्त अभी बीता रही थी वो एक सपने को तरह लग रहा था । रोहाना काजू के हाथ में हाथ डालती हैं । घूमती हैं । फिर काजू रोहाना के साथ एक जगह पर रुकती है ।

काजू रोहाना को बोलता है : की रोहाना अब टाइम ज्याद हो गया है वापस घर चलें ।

रोहाना बोलती है : की काजू मुझे ऐसी ही रहने दो तुम्हारे कंधे पर सर अच्छा लग रहा है ।

काजू फिर रोहाना के सर पर हाथ से तप तपाता है ।

फिर काजू बोलता है : रोहाना उठो टाइम ज्यादा हो गया है । अब घर चलते है । और कुछ नही ।

रोहाना बोलती है : इस रविवार को कही दूर चलोगै तुम मेरे साथ तो ही जाऊंगी वरना नही ।

काजू बोलता है : ठीक है ।

काजू और रोहाना दोनो घर वापस जाते हैं । और फिर दोनो के परिवार वाले बोलते है कहा गए थे दोनों । तुमें पता है यहा क्या हुआ है । हमे लगा की फिर से पुलिस दोनो को लेकर चली गई । तो हम थाने गए थे । 

रोहाना और काजू अपने परिवार वालो को " sorry " बोलते है । और बोलते हैं की अगली वार बता कर जाएंगे । दोनों की मम्मी दोनो को फिर भी सुनती है । पर

रोहाना के पापा बोलते है : रहने दो । यह सोचो की कुछ बुरा नही हुआ ।

रोहाना अपने पापा के गले लग जाती है । फिर सब अपना घर जाते है । 

अगले दिन स्कूल में 

स्कूल के सारे बच्चे घूमने जाते है 10 दिन की टूर पर ,

सालनी मैम सारे बच्चों को बोलती है : पापा मम्मी से परमिशन ले लेना । और अपना अपना सामान भी ला सकते हो ।

स्कूल का एक बच्चा बोलता है : की मैम हम कहा घूमने जाएंगे ।

सालनी मेम बोलती हैं : जंगल में । और 10 दिन वही गुजारगे 

अब देखते है की काजू और रोहाना का जंगल में मस्ती ,पगल पंटी और मुसीबतो से गुजरता रास्ता क्या होता है आगे " 10 दिन की मस्ती " राजेश मालती के साथ