जियान हंसते हुए आगे आ रहा था सोवी देख रहा था वह देखते हुए सोच रहा था कि यह कितना शैतान है इतनी बड़ी गलती करने के बाद भी उसे अफसोस नहीं और वह हंसे जा रहा है।
जियान ने आगे होकर सभी विद्यार्थियों से कहा कि हां मैंने सोवी की ताबीज ली लेकिन क्या यह इतना बड़ा गुनाह है कि इसके लिए मुझे सजा दी जाएगी ?
वरिष्ठ गुरु ने कहा स्वान कबीले में चोरी करने की भी सजा दी जाती है तुम्हें 50 कोड़े की सजा दी जाएगी सोवी गुरु ने कहा कि तुमने मेरा ताबीज लिया ही क्यों था जब तुम्हें मालूम था कि स्वान कबीले में चोरी की भी सजा होगी।
जियान हड़बड़ाते हुए बोला "वह वह मैंने तो बस में परेशान करने के लिए किया था मुझे नहीं पता था कि छोटी सी चीज के लिए सजा होगी.
सोवी,,, जियान कि बात सुन कर सोच रहा था कि जियान कितना शैतान है लेकिन मुझे जियान को सजा देते हुए अच्छा नहीं महसूस हो रहा है आखिर जियान ने मेरी ही ताबीज तो ली थी मेरी हर चीज़ जियान कि ही तो है!
सोवी विचारो में एक बार फिर अपने हित को देख रहा था अचानक नैतिक विचार उस पर हावी हुए और उसने सोचा चोरी तो चोरी ही होती है। एक राजकुमार होने के नाते वह अनैतिकता का साथ नही दे सकता है!
इतने में सिपाही ने भरी सभा में जियान पर कोड़े मारने शुरू किया।
जियान , भी अपने कबीले का राजकुमार था उसे ऐसे कोड़ों की आदत थी ही नहीं उसे उस समय बहुत दर्द महसूस हो रहा था जियान के आंख से दर्द में आसू निकल रहे थे और वह वही बेहोश हो गया जियान को उसके कछ में ले जाकर लिटा दिया गया ।
सोवी वहां सब कुछ देख रहा था, चुकी स्वान कबीले का पालन करना जरूरी था इसलिए सोवी वहा कुछ नही कर पाया बेबस की तरह बस जियान के दर्द को महसूस करता रह गया ।
सभा खत्म होने के बाद सोवी तुरंत जियान को देखने गया जियान सो रहा था सोवी ने पहुंच कर जियान के अंगरक्षक को वहा से जाने को कहा।
सोवी ,,,, उसके पास जाकर बैठ गया और एक बार फिर वह जियान के चेहरे में खो गया, और सोचने लगा कि "सच में जियान बहुत खूबसूरत है उसे दर्द हो रहा होगा क्या मैं फिर से अपने आध्यात्म शक्ति से जियान को ठीक कर दू? इतने में पिता गुरू भी जियान को देखने आए थे चुकी पिता गुरू और जियान के चाचा आपस में बहुत अच्छे मित्र थे इसलिए जियान उनके लिए भी बहुत खास था
पिता गुरूने सोवी को देख कर कहा "राजकुमार सोवी तुम यहां कैसे ये तो तुम्हारे ध्यान का समय है?
सोवी,,,,,, वो वो,, कुछ नहीं पिता गुरु मैं बस यह से गुजर रहा था सोवी वहा से यह बोलते हुए चला गया ।
रात हो गई थी सोवी को नींद नहीं आ रही थी वह बस जियान के दर्द को सोचे जा रहा था अंततः वह जियान के पास गया इस बार जियान जग रहा था। जियान ने सोवी को आते हुए देख लिया था वो चुपचाप सोने का नाटक करने लगा क्युकी जियान निहायती शैतान था उसे दूसरों को परेशान करने में मजा आता था।
सोवी ने पहुंचकर जियान को सोते हुए देखा उसके पास जाकर बैठ गया
सोवी,, ने, धीरे से कहा" मुझे पता है जियान तुम्हें बहुत दर्द हो रहा होगा।
जिआन, चुपचाप सुन रहा था।
सोवी ने फिर अपनी अध्यात्म शक्ति का प्रयोग करके जियान के दर्द को ठीक कर दिया।
जिआन अब समझ गया था की इससे पहले वो ऐसे ही अचानक ठीक नही हुआ था सोवी ने उसे ठीक किया था।
सोवी ,,, को पता नहीं था जियान जग रहा है सोवी ने धीरे से कहा तुम बहुत खूबसूरत हो जियान! मैं तुम्हें दर्द में नही देख सकता हूं। सोवी इतना बोलकर वहा से जाने लगा
जिआन ने तेजी से कहा,, रुको तुमने अभी क्या कहा और क्यों कहा?
सोवी,,, घबरा कर बोला क्या तुमने पूरा सुना?
जियान,,, हा बिलकुल लेकीन तुम मेरी खुबसूरती से ईर्ष्या करते हो क्युकी लड़किया मुझ पर ज्यादा फिदा होगी जियान फिर शैतानी हसी हंसा। अब मै इतना खुबसुरत हूं उसमे मेरी क्या गलती है,
सोवी ,, ने कहा,,,,नही नही ऐसा नहीं है।
जियान,,बोला, तुम मेरे लिए ये सब क्यों कर रहे हों जबकि तुम जानते हो कि तुम्हें इसकी सजा मिलेगी और तुम मुझे दर्द में क्यों नही देख सकते सजा तो तुमने ही सुनाई है।
सोवी,,,, हड़बड़ाते हुए बोला हां वो वो कुछ नहीं तुम सो जाओ देर से सोने के लिए भी स्वान कबीले में सजा है,
जियान ने कहा ,,, नही कोई और बात है तुमने इससे पहले भी मुझे बचाया था मुझे समझ आ गया जिसकी सजा तुम्हें मिली थी मेरे लिए सजा क्यो ले रहें हो जबकि तुम जानते हो अध्यात्म शक्ति का प्रयोग सिर्फ दूसरो की सहायता के लिए किया जाता है तुम इसे मुझ पर प्रयोग नही कर सकते हो । तुम ये सब मेरे लिए क्यो कर रहे हो?
सोवी _चुप था उसके पास बोलने के लिए कुछ नही था वो सोच रहा था क्या वह जियान को बता दे की वही उसका सोलमेट है।
जियान,,, सोवी का हाथ पकड़ते हुए बताओ क्या ये सब कोई साजिश है अरे ये क्या मेरा हाथ पकड़ते ही तुम्हारे हाथ पर मेरा नाम क्यों दिखने लगता है तुमने कौनसा मंत्र गढ़ा है? क्या ये सजा देने का कोई नया तरीका है?
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सोवी _उसके मुंह पर अपना हाथ रखते हुए उसके करीब जाकर बोला क्योंकि तुम मेरे सोलमेट हो जियान और फिर प्यार से उसके सर पर हाथ रख कर बोला, हा जवाब यही है कि तुम मेरे सोलमेट हो । मै हमेशा तुम्हें सुरक्षित देखना चाहता हूं ।
जियान _, क्या क्या ये सोलमेट क्या होता है? और तुम मेरे इतने करीब क्यो हो तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मुझे ऐसे पकड़ने की मै तुमसे डरता नही हूं ।
सोवी को यकायक याद आया की जियान को तो सोलमेट के बारे मे कुछ पता ही नही है आह मैने ऐसे क्यों बोल दिया उसने ख़ुद से कहा।
सोवी,,, अगर तुम 50 कोड़े और नही खाना चाहते हो तो चुपचाप सो जाओ । उसे टालने के लिए सोवी ने कहा और वहा से चला गया।
जियान ,, आखिर सच में ये मुझे फिर से सजा देने के लिए ऐसा कर रहा और ये सोलमेट क्या होता है? उसने मुझे इतने प्यार से क्यो देखा जैसे मै कोई लड़की हूं 😒 जो भी हो मुझे क्या, जियान फिर सो गया,।
सोवी ,, अपने कमरे मे आकर बहुत परेशानी में सोच रहा था वो कैसे जियान को समझाएगा जबकि जियान को तो सोलमेट के बारे में कुछ पता ही नही था।अब सोवी क्या करे? ये कितना विचित्र है कि उसका सोलमेट एक लड़का है और वो जियान को कैसे समझाएगा कि प्यार का मतलब बस प्यार होता है!