Chapter 53 - chapter 53

"तुमने शिविन का इनविटेशन एक्सेप्ट किया लेकिन मेरा नहीं?"

" शिविन मेरे डिसाइपल है..और तुम कुछ नहीं.. . बेहतर होगा तुम मेरी लाइफ में इंटरफेर.. "

इससे पहले नैंसी कुछ बोल पाती अर्जुन ने उसकी कमर कसकर पकड़ ली और नीचे सिर झुका कर अपने होठों को उसके होठों से दबा दिए.. और उसे डीपली किश करने लगा

यह जानते हुए की इस तरह से फाॅर्स करने पर वो उससे दूर ही भागेगी.. लेकिन जिस तरह नैंसी के दिल में शिविन की अहमियत है उसे देखकर वो सहन नहीं कर पाया

नैंसी उसकी बाहों से छूटने के लिए स्ट्रगल करने लगी...लेकिन असफल हो गयी ऐसा इसलिए क्योंकि अर्जुन भी मार्टियल आर्ट में नैंसी की तरह ही माहिर है... साथ ही उसने ब्राज़ीलियन मार्टियल आर्ट में भी महारत हासिल की है

कुछ सेकंड तक स्ट्रगल करने के बाद नैंसी ने उसे दूर धकेला और थप्पड़ मारने के लिए अपना हाथ उठाया लेकिन

" मॉमी आप आ गयी "

अचानक ब्लैक की आवाज सुनने से उसने अपने गुस्से को कण्ट्रोल किया और ब्लैक को घर के अंदर ले गयी

( डैम ईट.. इस तरह फोर्स करने से वो मुझसे दूर ही भागेगी और शायद मुझसे नफरत भी करे )

अर्जुन ने एक और सिगरेट निकाली और ब्लेक को वॉइस मैसेज सेंड किया।

कुछ ही समय में, उसे ब्लेक से जवाब मिला:

[डोंट बरी डैडी.. मैं यह मिशन जरूर पूरा करूँगा!]

ब्लैक का जवाब एक वॉइस मैसेज के रूप में आया। उसकी आवाज इतनी मधुर थी कि किसी का भी दिल पिघला सकती थी।

अर्जुन ने कार का इंजन स्टार्ट किया और वहा से चला गया ।

अगले दिन यूनिवर्सिटी में।

यूनिवर्सिटी में एक नए सेमेस्टर की शुरुआत हो गयी है.. इसलिये एजुकेशन डिपार्टमेंट के डिप्टी डायरेक्टर ने यूनिवर्सिटी का दौरा किया.. यह एक शानदार परेड थी जिसमें हर तरफ लोगों की भीड़ उमड़ रही थी।

नैंसी लाइब्रेरी में एक कुर्सी पर आलसी होकर बैठी हुई है , उसकी निगाह उन लोगों पर पड़ी जो उसके पास से गुजर रहे थे।

अचानक, उसके सहयोगी ने उसे थपथपाया और कहा,

"अधिकारी यहाँ हैं..जल्दी करो और ठीक से बैठो।"

जैसे ही नैंसी धीरे-धीरे सीधी बैठी, उसने देखा कि डिप्टी डायरेक्टर लोगों की भीड़ से घिरे हुए चल रहे हैं।

डिप्टी डायरेक्टर योगेश सिंह इस वर्ष 56 वर्ष के हुए है । उनके बाल ग्रे है , और वह उभरे हुए पेट के साथ थोड़े गोल-मटोल लग रहे है । उनके बगल में एजुकेशन डिपार्टमेंट के सीनियर ऑफिसियल और इंपीरियल यूनिवर्सिटी के लीडर खड़े है ।

योगेश सिंह के बगल में खड़ा एक वायलिन वादक, लवासा सिटी में एक फेमस सोशलाइट है ।

नैंसी सही थी शिविन की तुलना में अर्जुन के साथ जाना ज्यादा ख़तरनाक है अगर वो अर्जुन के साथ जाती तो उसकी फीमेल एडमायर नैंसी के लिए ज़रूर मुसीबत खड़ी करती

उनमे से ही एक तान्या अरोरा है

उसकी फैमिली की पोजीशन अलीशा की फैमिली की तुलना में बहुत अधिक है और अरोरा फैमिली को मेहरा फैमिली के समान भी माना जा सकता है ।

इसके अलावा, वह अर्जुन की बायोलॉजिकल सिस्टर आलिया मेहरा की बेस्ट फ्रेंड भी है ।

इसलिए, उसे विश्वास है की वही अर्जुन के लायक है

जब तान्या ने नैंसी को देखा, तो उसकी आँखों में जलन की भावना उठी...क्योंकि लाइब्रेरी में उपस्थित सभी लोगो की नज़र नैंसी पर ही टिकी थी.. और साथ ही उसे लगा की यह स्टाफ मेंबर बिना मेकअप के भी कितनी खूबसूरत लगती है ।

[ इम्पीरियल यूनिवर्सिटी ने अपनी लाइब्रेरी में इस तरह की स्टन्निंग स्टॉफ को छुपा रखा है.. लेकिन यह शर्म की बात है कि ऐसी खूबसूरत लड़की केवल एक साधारण स्टाफ मेंबर है ]

अचानक, मिस्टर सिंह ने अपना सीना पकड़ लिया और उनका चेहरा पीला पड़ गया.. उन्हें बहुत पसीना आया और वह जमीन पर गिर पड़े

जैसे ही नैंसी ने देखा कि क्या हुआ, वह तुरंत जान गई कि उस आदमी को दिल का दौरा पड़ रहा है और वो आगे बढ़ गई।

"मुझे देखने दो।"

तान्या ने मुंह बना लिया और नैंसी के रास्ते में खड़ी हो गई।

"तुम्हारा दिमाग तो ठीक है ना ?"

नैंसी ने समझाया,

"मुझे पता है कि एक मरीज का इलाज कैसे किया जाता है।"

प्राची ने अपनी आखें घुमाई ।

"एक तरफ हटो.. क्या तुम जानती भी हो कि यह वीआईपी कौन है?"

मिस्टर सिंह के आसपास खड़े बॉडीगार्ड भी उससे रूखा व्यवहार करने लगे हर कोई उसे एक तरफ धकेल रहा था

"तुम अपने आप को समझती क्या हो ? तुम्हे इस क्रिटिकल मोमेंट्स में भी लोगो को ध्यान अपनी और आकर्षित करना.. है ना?"

मिस्टर सिंह के सेक्रेटरी ने नैंसी से कोल्डली कहा

मिस्टर सिंह ने अभी तक होश नहीं खोया था और बस अपना सीना पकड़ रखा था।

तान्या ने जल्दी से दवा की एक बोतल निकाली और कुछ गोलियां मिस्टर सिंह को खिला दी... मिस्टर सिंह इतनी जोर से हांफ रहे थे कि वह बोलने के लिए अपना मुंह तक नहीं खोल पा रहे थे।

नैंसी ने कोल्ड टोन में कहा,

"उन्हें तुरंत इलाज की जरूरत है.. नहीं तो उनकी जान को खतरा हो जाएगा।"

बोडीगार्ड्स उसके सामने आकर खड़े हो गये

"आगे आने की कोशिश भी मत करना !"

दूसरी मंजिल पर एक अंधेरी जगह में, अर्जुन एक खंभे से आलसी होकर झुका हुआ है ।

रणबीर ने दांत पीसते हुए कहा,

"कितने मुर्ख लोग है.. मिस नैंसी से इस तरह व्यवहार करने की उनकी हिम्मत कैसे हुई? मिस नैंसी एक बेहतरीन डॉक्टर हैं।"

[ आखिरकार, उन्होंने ओल्ड मिस्टर मेहरा की जान बचायी है ]

अर्जुन की निगाहें नैंसी के चेहरे पर टिकी है

अपमान किये जाने के बाद भी नैंसी नाराज नहीं हुई। इसके बजाय, वह एक कुर्सी पर आलसी होकर बैठ गई, उसने एक पैर को अपने दूसरे पैर पर क्रॉस किया , और उदासीनता ( indifferent) से कहा ,

"अगर वह मर जाते है तो मुझे दोष मत देना ।"

तान्या ने दांत पीस लिए।

"तुम बेहतर तरीके से अपनी जगह जान लो और हमारे रास्ते में आने की कोशिश मत करो.. मिस्टर सिंह को कोसने की तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई?"

नैंसी ने बिना कुछ कहे अपनी आइब्रो ऊपर उठा लीं।

मिस्टर सिंह ने अपने बॉडीगार्ड को लावासा सिटी के सबसे जीनियस डॉक्टर वीर गुप्ता को बुलाने के लिए कहा।

"उनसे पूछो कि क्या वह आ सकते है अगर वह पास है तो ।"

किस्मत से, जिस कोर्टयार्ड में वीर रहता है , वह वास्तव में इंपीरियल यूनिवर्सिटी के करीब है । लगभग 15 मिनट बाद, वीर दौड़कर आया।

लाइब्रेरी के गेट पर खड़े सभी लोगो ने वीर का अभिवादन (greet) किया

वो लवासा सिटी का एक प्रसिद्ध प्रतिभाशाली डॉक्टर है जिनकी रैंक की तुलना नहीं की जा सकती थी

वीर केवल इसलिये यहां आया है क्योंकि उसकी बॉस भी यहाँ है.. वह सोच रहा था कि उसके बॉस ने ऐसे नाजुक समय में कदम क्यों नहीं उठाया जब वो पास ही थी।

जब वो पहुंचा तो समझ में आया कि क्या हो रहा है। दो लम्बे बॉडीगार्ड उसके बॉस के सामने खड़े होकर उसे घूर रहे थे .. जब उसने दावा किया कि वह मरीज का इलाज कर सकती है, तो ये लोग उसकी बॉस को नीचा देख रहे थे।

तान्या ने एजुकेशन डिपार्टमेंट के कई सीनियर ऑफिसियल और यूनिवर्सिटी के लीडर्स के साथ वीर का सम्मानपूर्वक अभिवादन ( greet )किया,

"डॉक्टर गुप्ता , प्लीज मिस्टर सिंह पर एक नज़र डालें।"

मिस्टर सिंह की ओर चलने के बजाय, वीर इसके बजाय नैंसी के पास गया ।

तान्या उसके सामने आकर खड़ी हो गयी

[यह जीनियस डॉक्टर वीर हर दूसरे आम आदमी की तरह व्यवहार क्यों कर रहा है ? क्या वह भी एक खूबसूरत महिला को देखते ही अपने पैर नहीं हिला पा रहा है.. क्या वो ऐसे नाजुक समय में फ़्लर्ट करने जा रहा है ?

नैंसी के लिए उसकी नापसंदगी तेज हो गई।

वीर ने उसे एक साइड धक्का दिया और नैंसी के सामने आकर खड़ा हो गया

" बॉस "

सभी ने वीर को नैंसी को बॉस के रूप में एड्रेस करते हुए और श्रद्धापूर्वक झुकते हुए देखा

सब हैरान रह गए।

( डॉ. गुप्ता ने इस लड़की को क्या कहा? )

(बॉस?)

( क्या उन्होंने यही सुना था? )

तान्या ने हैरानी से पूछा,

"डॉ गुप्ता आ -आपने गलत व्यक्ती को पहचान लिया।"

वीर की आंखें कठोर और कोल्ड हो गयी

"मेरे बॉस के ही कारण मेरी मेडिकल स्किल्स लवासा शहर में नायाब और बेजोड़ हैं। क्या तुम लोग मेरे बॉस के साथ बुरा व्यवहार कर रहे हो?"

हर कोई हैरान था.. क्या डॉ वीर ने मेडिकल स्कील इस युवा लड़की से सीखी है , लेकिन यह कैसे पॉसिबल हो सकता है? यह लड़की महज 20 साल की लग रही है

(जब वह इतनी छोटी है तो उसके पास किसी भी प्रकार की बेहतरीन मेडिकल स्किल कैसे हो सकती है ? )

दूसरी मंजिल पर खंभे के पर टिके अर्जुन ने रणवीर से पूछा ।

"रणबीर , क्या तुम्हे याद है कि नैंसी ने गाँव में क्या कहा था?"

"हां मिस्टर मेहरा उन्होंने कहा था कि वीर उनसे शिकार करना और मांस काटना सिख रहा है। किसने सोचा होगा कि मिस नैंसी वास्तव में उसे मेडिकल स्किल सीखा रही थी ।"

अर्जुन के चेहरे पर एक विचारशील( thoughtful) मुस्कान उभरी।

( वो न केवल दिलचस्प है बल्कि बेहद रहस्यमय भी है )

अर्जुन की रूचि उसमे बढ़ती ही जा रही है

नैंसी को नीची नज़र से देखने वाले सभी सीनियर ऑफिसियल उसके सामने झुके और उसे प्रणाम करने लगे।

"वी आर सॉरी , जीनियस डॉक्टर। हमें पता नहीं था !"

तान्या अकेली थी जो अभी भी अचंभे में खड़ी थी।

( यह लड़की सच में एक जीनियस डॉक्टर है .. एक जीनियस डॉक्टर जिसे खुद वीर गुप्ता ने भी नमन किया है । )

बेशक, नैंसी को इस बात की परवाह नहीं थी कि तान्या उसके सामने झुकी या नहीं।

मिस्टर सिंह के सेक्रेटरी , जिन्होंने अभी कुछ देर पहले नैंसी से कठोर बात की थी, अब उससे सम्मानपूर्वक हाथ जोड़कर विनती करने लगा ।

" आपको मिस्टर सिंह की मदद करना चाइए.. बाद में आप हमें जो सजा देंगी हमें मंज़ूर होगा ।"

नैंसी ने कोल्ड टोन में कहा,

"मैं आशा करती हूं कि अब से आप सभी लोग इतना घमंडी होना बंद कर देंगे।"

सभी ने एक ही समय में जवाब दिया,

"हाँ, हाँ, हाँ आगे से हम ऐसी कोई गलती नहीं करेंगे ।"

जब वीर आया, तो वह अपने बॉस की मेडिकल किट साथ लेकर आया था.. यह एक्यूपंक्चर नीडल्स से भरा था।

मिस्टर सिंह इस समय पहले से ही मरने के कगार पर थे।

नैंसी ने सोचा

( उन्हें इन सभी बेकार दर्द से बचाया जा सकता था,अगर उनके सबोर्डिनेट्स ने पहले उसकी बात मान ली होती.. खैर इसमें इन लोगो की भी कोई गलती नहीं है.. बिना लाइसेंस और बिना आइडेंटिटी के कोई भी इतना बड़ा झोकीम नहीं उठाने देता .. सिवाए अर्जुन मेहरा के )

अर्जुन का सुन्दर चेहरा नैंसी की आँखों के सामने आ गया.. उसने अपना सिर ना में हिलाया

( वो इस वक़्त उसके बारे में सोच ही क्यों रही है )

उसने मेडिकल किट से नीडल निकलते हुए कहा

"मैं चाहती हूँ की कोई भी आसपास भीड़ न लगाएं।"

जैसे ही नैंसी ने ऑर्डर दिया, मिस्टर सिंह के सेक्रेटरी ने तुरंत भीड़ को तितर-बितर करना शुरू कर दिया। सबने गर्दन झुका ली और नैंसी को देखने लगे।

नैंसी ने डिप्टी डायरेक्टर की शर्ट के ऊपर के दो बटन खोल दिया और उसके सिर के आधार पर, उसकी गर्दन के पीछे और गर्दन की मिडलाइन पर दो-दो सुइयां डालीं

कुछ ही देर में डिप्टी डायरेक्टर के मुंह के कोने से खून का छींटा निकलता देखा गया।

तान्या ने कोल्ड टोन में कहा,

"क्या तुम सुएर हो कि रोगी का इलाज कैसे किया जाता है?"

नैंसी ने उसकी कमैंट को नज़रअंदाज़ कर दिया , लेकिन वीर ने तान्या को गहरी और कोल्ड नज़रो से देखा।

"फिर तुम ट्राई करके क्यों नहीं देखती ?"

तान्या ने दांत पीस लिए और आगे कुछ नहीं बोली

उसके सिवा लाइब्रेरी में खड़े किसी भी इंसान में हिम्मत नहीं हो रही थी कि वे नैंसी के खिलाफ कुछ कह सके

केवल 20 मिनट में ही मिस्टर सिंह होश में आ गये थे उन्होंने अचानक अपनी आँखें खोलीं।

नैंसी ने कोल्डली ऑर्डर दिया ,

"डोंट मूव ।"

20 मिनट बाद नैंसी ने उनके शरीर से नीडल निकाल कर कहा

" अब आप ठीक है "

मिस्टर सिंह सोफे से उतर गये और अपने हाथ और पैर हिलाने की कोशिश की। पल भर में उनकी आँखें चमक उठीं।

"मेरा पूरा शरीर आराम महसूस कर रहा है.. .मेरा सीना भी अब इतना तनाव महसूस नहीं कर रहा है । "

नैंसी ने अपनी मेडिकल किट वीर को सौंपी।

हर कोई दंग रह गया जब उन्होंने देखा कि वीर जैसा जीनियस डॉक्टर एक असिस्टेंट के रूप में अपना काम कर रहा है ।

ऐसा लग रहा था कि यह लड़की सचमुच डॉ.वीर की बॉस है ।

नैंसी ने मिस्टर सिंह की तरफ देख कर कहा ।

"ठीक है, अब आप कोई तनाव या दबाव महसूस नहीं कर रहे है , तो आप अभी जा सकते हैं।"

मिस्टर सिंह ने नैंसी से कहा

"मैं आपको कैसे एड्रेस करूं, जीनियस डॉक्टर?"

"मलिक.. मेरे अंतिम नाम है ।"

"डॉ मलिक , ​​क्या आप मेरी फैमिली डॉक्टर बनने में इंटरेस्टेड है ? आई विल मेक सुएर की आपको जो सैलरी चाइए में उसका भुगतान करूंगा "

नैंसी ने उसके सवाल का कोई जवाब नहीं दिया

वीर ने अपना सिर हिलाया।

उसने मिस्टर सिंह को एक तरफ खींच लिया और उसकी खिल्ली उड़ाई।

"पिछले साल, मोरक्को के राजा ने मेरी बॉस को अपना रॉयल फिजिशियन बनने के लिए इन्वाइट किया था, लेकिन उन्हें मना कर दिया था.. यू.एस.ए के डिफेन्स मिनिस्टर के साथ भी यही मामला था। उन सभी को मेरे बॉस ने मना कर दिया है ।"

यह सुनकर मिस्टर सिंह को लगा जैसे उनके चेहरे पर थप्पड़ मारा गया हो उनके गाल जल रहे थे

( अपनी वर्तमान पहचान के साथ, वह कौन है जो उसे अपना फैमिली डॉक्टर बनने के लिए कह रहा था? )

वह शर्मिंदा महसूस करने लगे

नैंसी का सेल फोन वाइब्रेट हुआ । यह बगल में रहने वाली एक आंटी का फोन था।

जब उसने कॉल का जवाब दिया, आंटी बहुत टेंशन में लग रही थी ।

"ओह, नैंसी ब्लेक... ब्लेक को किसी ने किडनैप कर लिया है !"

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