Chapter 55 - chapter 55

नैंसी ने मिसेज सक्सेना के पैरों के ठीक बगल में जमीन पर एक गोली चलाई।

"अगर आपकी बेटी बाहर आने से इंकार करती है, तो अगला शॉट सीधे आपके सिर पर लगाया जाएगा।"

मिसेज सक्सेना डर से पीली पड़ गयी ।

मिस्टर सक्सेना आगे बढ़े।

" तुम हद पार कर रही हो.. तुम अपने आप को समझती क्या हो ? मेरे घर में बंदूक चलाने की तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई..तुम्हारे पास यह साबित करने के लिए क्या सबूत हैं कि मेरी बेटी किडनैपर है? मैं तुम पर मानहानि का मुकदमा कर सकता हूं!"

अर्जुन ने गुस्से में आकर मिस्टर सक्सेना को रोक दिया। उसकी आँखें इतनी गहरी और खतरनाक थीं कि मिस्टर और मिसेज सक्सेना दोनों ठंडे पसीने से तर हो गए।

अचानक, नैंसी ने ट्रिगर खींच लिया और गोली कांच की खिड़की पर मार दी, दीवार में फंसने से पहले गोली अलीशा के सिर के करीब से गुजरी ।

अलीशा इतनी डरी हुई थी कि जमीन पर गिरते ही उसके पैर जेली में बदल गये

नैंसी ने यार्ड में खड़े होकर, मिस्टर और मिसेज सक्सेना दोनों को दूर धकेल कर कमरे का दरवाजा खोल दिया

अलीशा फिर से अपने पैरों पर खड़ी हो गयी और नैंसी को अपने दाँत पीसते हुए देखा।

"तुम्हें मेरे घर आने की इजाज़त किसने दी?"

स्मैक!

चेहरे पर थप्पड़ पड़ने के बाद, अलीशा को अपने कानों में घंटी बजती हुई सुनाई दे रही थी।

"कैसे... तुमने मुझे थप्पड़ मारने की हिम्मत कैसे की?"

अलीशा ने उसे गुस्से से देखा।

नैंसी ने टेबल पर एक धमाके के साथ बंदूक रखी और एक कुर्सी पर बैठ गई, उसका चेहरा सीरियस और मजबूत दिख रहा था। उसका पूरा अस्तित्व पाले (frost )से ढका हुआ है ।

"तुम ही थी जिसने मेरे बेटे को किडनेप किया था।"

अलीशा ने अर्जुन को देखा जो नैंसी के पीछे खड़ा था , वो एक देवता की तरह दिख रहा था जो उसकी रक्षा कर रहा था । वो एक भी शब्द नहीं कह रहा था और जैसे ही इस लड़की ने उसे जेल में डालने के लिए कहा था , वो भी उसे जेल में डालने के लिए तैयार दिख रहा था।

अर्जुन लवासा शहर की सबसे बड़ी हस्ती है , फिर इस लड़की का बचाव क्यों कर रहे है ?

अलीशा ने अपना चेहरा ढँक लिया और नैंसी की ओर देखा।

"मुझे नहीं पता कि तुम किस बारे में बात कर रही हो।"

नैंसी ने बंदूक उठाई और ट्रिगर खींच लिया।

अलीशा के कान के बघल से एक और गोली निकली बंदूक साइलेंसर से लैस थी, इसलिए गोलियों की आवाज बिल्कुल भी नहीं आ रही थी ।

हालाँकि, इसने अलीशा को बहुत डरा दिया । नैंसी की आवाज नरक से दानव की तरह ठंडी लग रही है ।

"तुम्हारे पास अभी भी एक और मौका है..बेहतर होगा कि तुम सब बता दो नहीं तो अगली गोली तुम्हारे माथे से होकर निकलेगी ... क्या तुम इसे आजमाना चाहोगी ?"

अलीशा यह सुनकर कांप उठी

"तुम्हारी हिम्मत नहीं होगी...तुम मर्डर कर रही हो। तुम्हे मर्डर के लिए मौत की सजा सुनाई जाएगी। तुम्हारी हिम्मत नहीं होगी।" ।

नैंसी ने उदासीनता से कहा,

"अगर ऐसा है, तो बेझिझक इसे अपने नन्हे जीवन के साथ आजमाओ और देखों कि क्या मेरी हिम्मत होती है या नहीं ।"

अलीशा अभी भी सदमे में थी ।

"मैं... मैं..."

नैंसी ने झिलमिलाती सिल्वर ब्राउनिंग बन्दूक को अलीशा के माथे पर लगाया फिर, उसने ट्रिगर खींचना शुरू कर दिया। कमरा पिन-ड्रॉप साइलेंस में था

अलीशा ने सोचा कि उसने एक आत्मा काटने वाले को देखा है, और उस आत्मा काटने वाले का नाम नैंसी मलिक है ।

"मैं तुम्हे बताती हूं, मैं तुम्हे बताता हूं ...

भारी दबाव में आकर , अलीशा और आग से खेलने के लिए तैयार नहीं थी । अगर पागल ने सच में ट्रिगर खींच लिया, तो वो मर जाएगी.. वो इस दानव के हाथों में पड़ने के बजाय जेल जाना पसंद करेगी।

" यह सही है, मैंने कुछ लोगों को तुम्हारे बेटे को किडनैप करने के लिए भेजा था।"

नैंसी का चेहरा कोल्ड है अब जबकि उसने इसे स्वीकार कर लिया है , चीजें बहुत आसान थीं। उसने आवाज की रिकॉर्डिंग बंद कर दी और अर्जुन को बंदूक सौंपते हुए खड़ी हो गई।

जैसे ही अलीशा ने नैंसी को कदम दर कदम आते देखा, वो इतनी डर गई कि उसकी आत्मा ने उसका शरीर छोड़ दिया।

"तुम क्या करने जा रही हो ?"

नैंसी ने उसे उठाया।

"मैं तुम्हें जेल ले जा रही हूँ।"

उसकी बात सुनकर अलीशा को राहत मिली।

नैंसी ने अलीशा को मुर्गे की तरह घसीटा। उसके माता-पिता को बहुत समय पहले रणबीर ने नीचे रोक रखा था ।

मिस्टर सक्सेना ने अपने दांत पीस लिए और मन ही मन नैंसी को कोश रहे थे

नैंसी ने उसे पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया और अलीशा को तुरंत घर से बाहर खींच लिया।

अगर वो उसे सबक सिखाना चाहती है तो वो उसे उसके घर नहीं सिखाएगी.. वो अपने बेटे की चोटों के लिए उसे 100 गुना दर्द देगी ।

अलीशा के हाथ और पैर आगे की पैसेंजर सीट पर फेंकने से पहले बंधे हुए थे। कार उस पुराने गोदाम तक गई जहां ब्लेक को किडनेप किया गया था।

अलीशा घबरा गयी ।

"क्या तुमने नहीं कहा था कि तुम मुझे पुलिस के हवाले करने जा रही हो? फिर तुम मुझे यहाँ क्यों लायी ?"

गोदाम की दूसरी मंजिल पर जमीन पर अभी भी खून बिखरा हुआ था। यह ब्लेक का खून था।

नैंसी नहीं जानती थी कि उसके आने से पहले ब्लेक को कितनी बुरी तरह पीटा गया था, हालांकि उसके पूरे शरीर पर चोट के निशान को देखते हुए, वो जानती थी कि किडनैपर्स ने उस छोटे बच्चे पर बिलकुल भी रहम नहीं की होगी

अलीशा ने अपने दाँत पीस लिए और कहा,

"क्या आप इधर-उधर बैठकर देखेंगे मिस्टर मेहरा कि यह लड़की मुझे किस तरह से घायल कर रही है ? मैंने यह आपके लिए किया है। यह लड़की काला जादू जानती है.. यह आपको बर्बाद कर देगी.. क्या इसी लड़की ने आपको मेरे परिवार को बैंक्रप्ट करने के लिए कहा था? यह लड़की पापी और चालाक है। वो आपका इस्तेमाल कर रही है.. आपसे चिपके रहने की कोशिश कर रही है जब उसका पहले से ही एक बेटा है। आपको उसकी चालों में नहीं पड़ना चाहिए।"

स्मैक।

अलीशा को इतनी जोर से मारा गया कि वो जमीन पर गिर पड़ी।

नैंसी ने अपना हाथ घुमाया। "

कुछ और जो तुम जोड़ना चाहती हो ?"

अलीशा ने अपना गाल पकड़ लिए ।

" इस लड़की को देखिये.. मिस्टर मेहरा । वो एक लड़की की तरह कुछ भी नहीं है, इतनी हिंसक और बर्बर है। उसने आखिरकार अपने असली रंग का खुलासा कर दिया है।"

अर्जुन ने उदासीनता से कहा,

"उसका बेटा भी मेरा बेटा है। मुझे बताओ, क्या मैं तुम्हें अपने बेटे के किडनेपिंग और पिटाई के लिए कोई दंड ना दू ?"

अलीशा ने अपना सूजा हुआ चेहरा पकड़ लिया और हैरानी से कहा,

"क्या.. आप किस बारे में बात कर रहे हैं?"

अर्जुन का चेहरा कोल्ड है

"ब्लेक मेरे और नैंसी का बेटा है जितना चाहो उसे मारो, नैंसी । जब हाथ दुखने लगे तो बता देना।"

अलीशा अभी तक अपने सदमे से उबर नहीं पाई थी जब उसने नैंसी से एक और थप्पड़ खाया तो उसने तुरंत दया की भीख मांगी।

"मुझे माफ कर दीजिये मिस्टर मेहरा.. मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गयी... प्लीज मुझे बख्श दीजिये ।"

नैंसी ने उसके बाल पकड़ लिए और जमीन पर पड़े खून की ओर इशारा किया।

"तुमने मेरे बेटे को किडनैप किया.. इतने सारे आदमियों को पांच साल के बच्चे को पीटने के लिए कहा। अगर मैं एक कदम लेट होती , तो शायद वो मर भी जाता। क्या तुम्हे लगता है कि तुम बख्शे जाने की लायक हो ? "

अलीशा को नैंसी ने इतनी बुरी तरह पीटा था कि उसका पूरा शरीर घावों और निशानों से ढक गया ।

वो हाफने लगी

कुछ देर बाद नैंसी ने उसे छोड़ दिया

अर्जुन ने नैंसी को एक टिश्यू पेपर दिया, जिसे उसने लिया और अपनी लंबी, पतली उंगलियों से खून पोंछा।

" रणबीर , उसे कार में बिठाओ।

"ठीक है।"

रणबीर ने स्वाभाविक रूप से आज्ञा का पालन किया।

अर्जुन ने एक मैसेज भेजा और जल्द ही एक जवाब मिला

: [समझ गया, मिस्टर मेहरा !]

वह नहीं जानता था कि नैंसी कितनी केपेबल है , इसलिए उसे गुप्त रूप से सभी बाधाओं को दूर करने में उसकी मदद करने की आवश्यकता थी।

फैक्ट यह है कि अलीशा को बुरी तरह से पीटा गया है और यह फैक्ट कि नैंसी ने सक्सेना के घर पर बंदूक चलाई थी, उसे किसी भी तरह से एफेक्ट नहीं करेगा।

देर रात अलीशा को बेघर कुत्ते की तरह थाने के बाहर फेंक दिया गया।

कार के पिछले हिस्से को घूरते हुए, उसने अपने दाँत पीस लिए और फुफकारने लगी।

"बस तुम रुको, नैंसी मलिक ..अगर मैं जेल जाउंगी तो तुम भी नहीं बचोगी !"

थाने के एंट्रेंस गेट पर एक कैमरा लगा है । जिससे वो सुएर(sure ) थी कार की लाइसेंस प्लेट कैमरे में आ गायी होगी

हां, इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि उसने किसी को किडनैप किया था , लेकिन नैंसी ने उसकी पिटाई की है इसलिये वो बच नहीं सकती है ।

हमर में, नैंसी साइड में शिफ्ट हो गई और जेरी को एक टेक्स्ट भेजा:

[आज मैं जिन सड़को से गुजरी हूं, उन सभी सर्विलांस कैमरा को मिटा दो ।]

[ओके , बॉस!]

अलीशा को स्थानीय पुलिस थाने ले जाया गया जहां उसने पहले आत्मसमर्पण किया और फिर नैंसी पर इलज़ाम लगाए ।

"मैं अपनी गंभीर चोटों के लिए नैंसी मलिक पर मुकदमा करना चाहती हूं!"

पुलिस ने रात भर सर्विलांस टेप की जांच की लेकिन कोई सबूत नहीं मिला।

दूसरी ओर, अलीशा को किडनेपिंग और डराने-धमकाने के लिए भारी सजा मिली।

जब नैंसी घर पहुंची, ब्लेक पहले से ही गहरी नींद में था।

वीर ने उसे यह कहते हुए सांत्वना दी,

"उसे बहुत बुरी तरह से चोट लगी थी, लेकिन किस्मत से यह सब सिर्फ स्किन ट्रॉमा है । वो जल्द ही ठीक हो जाएगा। क्या आपने उस चुड़ैल को ठीक किया, बॉस?"

"हाँ, मैंने किया।"

"मुझे उसे दो घूंसे मौके पर ही देने चाहिए थे। वो एक साइको है। वो एक बच्चे को चोट पहुँचाने के बारे में सोच भी कैसे सकती है ?"

"देर हो चुकी है। सो जाओ।"

वो एक बेड के किनारे पर बैठी है और नन्हे-मुन्नों के कोमल हाथों को पकड़े हुए थी। यहाँ तक कि उसका दिल भी कोमल हो गया।

वो ब्लेक को देने के लिए भगवान की आभारी थी..उसके एकांत जीवन में थोड़ी आशा देने क लिए

बगल के कमरे में, अर्जुन फिर रात भर रुका । एक कॉल आई और दूसरे साइड के आदमी ने सम्मान से जानकारी दी।

"मिस्टर मेहरा , पुलिस ने पूरी रात सर्विलांस टेप की जांच की, लेकिन मिस नैंसी से संबंधित कोई सबूत नहीं मिला आप निश्चित रहिये वो इसमें शामिल नहीं होगी।"

अर्जुन ने अपनी आइब्रो ऊपर उठाईं।

"समझ गया।"

कॉल को काटने के बाद, वो बिस्तर पर लेट गया और मुस्कुराया वो उसके लिए बहुत ज्यादा परेशान था, लेकिन वो कोई साधारण महिला नहीं है बल्कि एक ऐसी महिला है जो अपनी रक्षा खुद ही कर सकती है

सुबह ब्लेक अपनी माँ की बाजुओं में उठा। वो बहुत दिनों से अपनी मां के साथ नहीं सोया था।

जब नैंसी ने अपनी आँखें खोलीं, तो उसने ब्लेक के चेहरे पर परेशान भाव देखा।

"क्या हुआ? क्या तुम्हे दर्द हो रहा हैं?"

वह थोड़ी परेशान हो गयी

ब्लेक ने कहा

"मैं शर्मिंदा हूँ।"

नैंसी ने अपनी आइब्रो उठाईं।

"मम्म? तुम शर्मिंदा क्यों महसूस कर रहे हो ?"

"आपका बेटा होने के नाते मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि उन गंदे लोगो ने मुझे उठा लिया । मैंने आपको शर्मिंदा किया है, मॉमी ।"

नैंसी ने उसका छोटा सिर सहलाया।

" बकवास करना बंद करो.. जल्दी उठकर नाश्ता करो.. तुम्हे दबाई भी खानी है "

" ओके मॉमी "

उसने नैंसी के गालो को किश करके कहा

अंकल वीर ने उसे बताया था कि उसे अपनी मॉमी जितना आईक्यू जो 200 से अधिक है विरासत में मिला है, जो नॉर्मल लोगों से दोगुना था। इसलिए, वो अपनी मां को शर्मिंदा नहीं करना चाहता है

.........

बारिश हो रही थी अर्जुन अपने पहाड़ी विला में जा रहा था

जब कार घुमावदार रास्ते से निकली और पहाड़ की ओर बढ़ी, तो उसने देखा कि एक बच्ची नीम के पेड़ के नीचे बैठी है।

बच्ची लगभग ब्लेक के साइज की थी । उसके बाल पिगटेल में बांधे हुए है , और उसने अपने पैरों पर एक ही रंग के सैंडल के साथ पीले रंग की डेनिम स्कर्ट पहनी थी। वो अपने घुटनों को गले लगा रही थी क्योंकि बारिश पेड़ से रिस कर उसके सिर पर गिर रही थी

वो एक डरी हुई बिल्ली की तरह लग रही थी।

"कार रोको।"

कार बच्ची के सामने रुकी। हरकत सुनकर लड़की ने धीरे से सिर उठाया।

जब अर्जुन ने उसका चेहरा देखा, तो उसका दिल जोर-जोर से धड़कने लगा।

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