Chapter 11 - chapter 11

अर्जुन फोन लगाता है   " मैं तुम्हें 20 मिनट के अंदर यहां चाहता हूं ... अगर तुम 20 मिनट के अंदर यहां नहीं आए तो अपना सामान पैक करो और हमेशा के लिए अपना जॉब छोड़ दो " यह कहकर वे अपना फोन काट देता हैं।

नैन्सी .. वीर के पास खड़ी होकर उसे धीरे से लात मारकर उठाती है

" तुम बाहर क्यों सो रहे हो "

वीर पूरी रात नहीं सोया है उसके चेहरे को देख ऐसा लग रहा है जैसे वो कई दिनों से बीमार है । नैन्सी की आवाज सुनकर वे उठ जाता है l

" मुझे कल रात फर्श पर सोना पड़ा नैन्सी..  मैं पूरी रात नहीं सो पाया.. कल रात मैंने बहुत कुछ झेला है "

वीर अपनी उंगली से अर्जुन की तरफ इशारा करता है जो कमरे के गेट के पास खड़ा है

" नैन्सी तुम मेरे लिए इस आदमी से कुछ नहीं बोलोगी..इसने मुझे कल रात कमरे से बाहर निकाल दिया था.. मैं कभी फर्श पर नहीं सोया पर मिस्टर मेहरा की वजह से मुझे बहुत कुछ झेलना पड़ा "

वीर नैन्सी से बहुत कुछ कहना चाह रहा था लेकिन अर्जुन के कोल्ड लुक को देखकर चुप हो जाता है

नैन्सी गेट के पास खड़े अर्जुन को मुड़कर देखती है

" ब्रेकफास्ट तैयार है "

नैन्सी का कोई प्लान नहीं है एक गेस्ट से बहस करने का

" बॉस आप मेरे लिए स्टैंड नहीं लेंगी ?"

वीर की आवाज सुनकर नैन्सी उसकी तरफ देखती है 

" तुम इतने डरपोक क्यों हो? तुम मिस्टर मेहरा के कहने पर बाहर ही क्यों आए? तुम थोड़ा सख्ती से पेश आते तो तुम्हें बाहर नहीं सोना पड़ता "

ब्लैक को वीर से थोड़ी सहानुभूति होती है और वो वीर के पास जाकर उसके कंधे को थपथपाथा है ।

जब नैन्सी ने देखा अर्जुन अब भी ब्रेकफास्ट के लिए डाइनिंग टेबल पर नहीं आता है तो वे फिर से मुड़ कर उसकी तरफ देखती है.. उसका रुठा हुआ चेहरा देख वे सोचती है 

[ कल रात पुरे कमरे पर कब्जा कर लिया... फिर भी इस आदमी का मुँह मुरझाया क्यों है? ]

नैन्सी अर्जुन से फिर बोलती है  " मिस्टर मेहरा.. क्या आप जाने से पहले ब्रेकफास्ट करके जाएंगे? " 

" नहीं मेरा असिस्टेंट अभी आता ही होगा.. मुझे जहां से जल्दी निकलना होगा.. एक इंपॉर्टेंट मीटिंग के लिए "

बाहर कार की आवाज सुनकर अर्जुन बिना पीछे देखे चला जाता है l ब्लैक जब अर्जुन को जाते हुए देखता है तो वे उसे रोकने की कोशिश करता है.. लेकिन नैन्सी उसे रोख लेती है 

"जाने दो ब्लैक.. कल रात मैंने तुम्हे क्या समझाया था? "

जब अर्जुन कार में बैठा तोउ रणवीर को गहरी और ठंडी आवाज में आदेश दिया 

"आर्यमन से बोलो मुझे मिलने आए अभी"

आर्यमन राठौर अर्जुन का साइकैटरिस्ट है।

रणवीर ने कांपती आवाज में जवाब दिया और आर्यमन का नंबर डायल किया।

आर्यमन.. रणबीर की बात सुनते ही बिना समय गवाएं ताज लेक फ्रंट पहुंच गया

" मामला क्या है मिस्टर मेहरा? क्या आपका इनसोम्निया और भी ज्यादा खराब हालत में हो गया है "

अर्जुन चिड़चिड़ेपन से अपनी कॉलर के दो बटन खोलता है 

" कल रात मैं 8 घण्टे सोया "

आर्यमन °_°

वीर °_°

अर्जुन की बात सुनकर वीर और आर्यमन भौंचक्के हो गए.. यह तो अच्छी बात है... फिर मिस्टर मेहरा चिड़चिड़े क्यों है? 

" मेरी जांच करो और देखो.. कही किसी ने मुझे ड्रग तो नहीं दिया "

अर्जुन की बात सुनकर वीर होश में आया..[ ओह तो यह बात है.. मिस्टर मेहरा को लगता है लिटिल किड की मम्मी ने उन्हें  ड्रग दिया है.. इसी वजह वे इतनी चिड़चिड़े है.. हालांकि मिस्टर मेहरा का संदेह करना गलत नहीं है क्योंकि वे इनसोम्निया का सामना कर रहे है और कल वे अचानक से 8 घंटे सोए तो कोई भी सोचेगा इसके पीछे कुछ है ]

आर्यमन एक नीडल निकालता है और अर्जुन के ब्लड टेस्ट के लिए सैंपल लेता है

" मिस्टर मेहरा मैं आपका ब्लड सैंपल लवासा सिटी भेजता हूं.. रिजल्ट 3 घंटे के बाद आ जाएगा.. आप थोड़ा पेशेंट रखिये "

अर्जुन ने अपनी पतली उंगली अपने सिर पर रखी और कॉफी का एक घूंट पिया

" अगर मैं ज्यादा देर तक सोने के लिए टेबलेट भी ले लू फिर भी 8 घंटे नहीं सो पाता.. मैं सोने के लिए जब बेड पर लेटा  तो मुझे कुछ सुगंध आ रही थी "

" किस तरह की सुगंध ?" आर्यमन ने पूछा

" मुझे नहीं पता "

"ठीक है मिस्टर मेहरा.. हमें 3 घंटे बाद पता चल ही जाएगा आपको किसने ड्रग दिया है "

3 घंटे बाद आर्यमन के मोबाइल में ब्लड टेस्ट का रिजल्ट आता है.. वे जा कर रिजल्ट अर्जुन को दिखाता है।

" सब कुछ नार्मल है मिस्टर मेहरा आपको किसी ने कोई ड्रग नहीं दिया है "

यह सुनकर अर्जुन सोच मैं पड़ जाता है [ उसे किसी ने ड्रग नहीं दिया?..  पर ऐसे कैसे हो सकता है?. .वे कभी भी नोर्मली 8 घंटे नहीं सोया है ]

आर्यमन भी हैरान हैं.. जब उसने देखा अर्जुन नॉर्मली बिना किसी टेबलेट के इतने घंटे तक सो पाया..  तो वह उत्सुक होकर अर्जुन से पूछता है

" मिस्टर मेहरा आप इतने घंटे तक सोए.. इससे तो यही लग रहा है आपके इनसोम्निया का इलाज संभव है.. कल रात आप कहा थे?"

अर्जुन को चुप देख कर वीर आर्यमन के सवाल का जवाब देता है

" बॉस कल ताज लेख फ्रंट होटल में नहीं थी पर वे.. वे ..एक गांव में रुके थे "

आर्यमन °_°

मिस्टर मेहरा जैसे आदमी .. जो इनसोम्निया से जूझ रहे है उसे एक गांव में कैसे नींद आ सकती है?

मालाना गाव में

अर्जुन बिना ब्रेकफास्ट किए जल्दी ही चला गया था जब से ही ब्लैक का मूड खराब है.. उसका खराब और उदास मूड दिन भर रहता है। 

जब वे दोपहर को किंडरगार्डन में अपनी पढ़ाई कर अपने घर की तरफ जाता है तो उसे रास्ते में बंटी दिखाई देता है.. लेकिन ब्लैक उसकी तरफ ध्यान ना देकर सीधे अपने घर जाता है।

स्कूल में बंटी उसे हमेशा परेशान करता है और उससे कहता रहता है की उसके डैडी नहीं है..

बंटी ने एक बार ब्लैक की पेंट पर पानी फेंक दिया था जब ब्लैक दोपहर को सो रहा था और पूरी क्लास में सबसे झूठ बोलने लगा की ब्लैक ने अपनी पेंट में टॉयलेट कर दी है.. बंटी की बात सुनकर सब बच्चे ब्लैक का मजाक बनाने लगे।

जब बंटी ने देखा की आज ब्लैक उदास है तो उसने आज फिर ब्लैक को परेशान करने का प्लान बनाया।

बंटी ने छोटा सा पत्थर उठाया और ब्लैक के सिर पर जोर से फेंक कर मारा।

जब पत्थर ब्लैक की सिर पर आकर लगा तो उसके सिर से घेरा लाल  ब्लड निकलने लगा।

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